यह जिंदगी ना तेरी ना मेरी
जिंदगी रूठ ना जाये कही
चलता रहा साथ जिंदगी के
यह थम ना जाये कही
तू सांस लेले खुलकर
कही सांस रुक ना जाये यही
जी ले थोड़ा सा जिंदगी को यही
कौन जाने अगला पल है या नही
दम भर ले जितना तू चाहे
फिर दम भरने को तू होगा या नही
फिर कही ये दम छूट ना जाये
हुंकार मार , दहाड़ , चिल्ला
जीवन को जी खुलकर आज और यही
अगला पल किसको खबर है या नही
आज तू इसका यही बुगल बजा
नाच हंस खिलखिला बस तू यही
पता चलने दे हर लोक को गाथा तेरी ,
अगला पल किसको खबर है या नही
ये जिंदगी ना तेरी ना मेरी
यह जिंदगी रूठ ना जाये कही
Rohit Shabd