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कल किसने देखा

कल किसने देखा है ओर कौन ही देख पाएगा, कल की काहे को फिकर करता है ऐ बंदे आज में जी ओर मौज में रह बस यही जीवन का असली अर्थ है।

कल किसने देखा …..
कल मतलब पानी पे रेखा ।
कल कल ध्वनि से जल बहता जाए…
समय रहा हे बीत यह जता जाए ।

कल विश्व का सबसे बढ़ा झूठ….
कल कल करके आज को लेता लूट ।
मज़ा या सजा जो भी हे वो वर्तमान….
सजा मज़ा में कर दे परिवर्तित फिर तू वैज्ञानिक महान ।

न खोना आज अभी ….
यही सत्य जो बीत रहा अभी ।

कल किसने देखा,
कल मतलब पानी पे रेखा।
कल कल ध्वनि से जल बहता जाए।
समय रहा हे बीत, यह जता जाए।

प्रशान्त वायु लहराती है,
धूप में रंगी हुई चादर।
विचारों की उड़ान भरे,
हर दिन की चादर।

आँखों में चमक, ख्वाबों की नैया,
जीवन की धरा पर बहती जाए।
कल की चिंगारी आज बुझ गई,
नई सोचों से सजती जाए।

हर कल के पीछे एक सवेरा,
नयी उमंगों की आहट।
यहाँ रुकना नहीं, चलते जाना है,
जीवन की मधुशाला में बहती जाए।

चाहत के सागर में डूबते जाएं,
सपनों की परवाज उड़ाते जाएं।
कल की छांव में आज को भी जिन्दा करें,
हर दिन को यूँ ही बिताते जाएं।

कल किसने देखा,
मन से बहुत सोचा।
पानी पे रेखा बनी,
खुशियों की बहार जगाई।

मुस्कान छा गई चेहरे पर,
प्यार भरी बातें कह गई।
पानी की रेखा ने बताया,
मन की ख्वाहिश कैसे बनाई।

दिलों में उमंग भरी हुई,
खुशियों की लहर लहराई।
पानी पे रेखा ने बताया,
ख्वाबों को कैसे पार कराई।

कल की रेखा ने सिखाया,
जीने का अद्भुत तरीका।
आँखों में चमक जगाई,
खुशियों की नई प्रतीका।

कल को देखा और समझा,
जीवन की महक और मज़ा।
पानी पे रेखा ने सिखाया,
हर दिन को बनाए अनमोल तजा।

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सिर्फ ये मन

सिर्फ ये मन , बुद्धि भाग रहे है बाकी कुछ नही चाहे तुम बैठ जाओ एक बंद कमरे में फिर भी तुम्हारा तुम्हे दौड़ा कर ले जायेगा बाहर, जरा देखो तो सही खुद को तुम्हारी दौड़ बाहर से तो है ही नही, तुम्हारी दौड़ भीतर की है जिसे तुम नही देख रहे बस भाग रहे हो उन दौड़ते हुए लोगो को देखकर जो बस दौड़ रहे है उन्हे भी नही पता कहा जाना है और अब तुम भी भूल गए हो की तुम्हे कहां जाना था , तुम्हारी मंजिल क्या है, तुम्हारा ठिकाना कहां है बस तुम दौड़ रहे हो।

सिर्फ ये मन, बुद्धि चाहते हैं स्वतंत्रता,
कमरे में बैठे, विचारों का संग्रह किया,
लेकिन तुम्हारी दौड़ विचारों को नहीं रोक सकती,
बाहर जगती वास्तविकता, जिसे तुम्हें देखना है।

तुम्हारी दौड़ बाहर से है, देखो अपने अंतर को,
विचारों का मार्ग चुनो, दुनिया में निकलो,
धैर्य और संवेदनशीलता से यात्रा करो,
तुम्हे अपने सच्चे आप को पहचानना है।

जहां तुम्हारी इच्छाएं और सपने बहुतेरे,
उन्हें पूरा करने का अवसर ढूंढ़ो।
जब तक तुम नहीं निकलोगे दौड़ने के लिए,
तब तक तुम नहीं जान पाओगे अपनी सीमाएं।

बाहर जगती वास्तविकता तुम्हें पुकार रही है,
तुम्हारे सपनों को साकार करने के लिए।
अपनी क्षमताओं को पहचानो और उन्हें प्रगति में लाओ,
तुम्हारी दौड़ से जीवन को सजाओ और सार्थक बनाओ।

साहस को जोड़ों

साहस को जोड़ों
आपकी शक्ति ।
साहस
हो वो परिचय ।
साहस
आपकी आवश्यकता ।
साहस
विकास की सीड़ी ।
साहस
हो आपका उद्घोष ।
साहस
एक जोड़ ।
साहस
संग नम्रता ।
साहस
संग कुशलता ।
साहस
आपकी भाषा ।
साहस
हो अभिलाषा ।
साहस
संग समानता ।
साहस
निरंतरता ।
साहस
संवेदना ।
साहस
मन मस्तिष्क शरीर ।
साहस
संतुलन ।
साहस
ही संघर्ष ।
साहस
आंदोलन ।
साहस
ऊर्जा ।
साहस
ही लक्ष्य ॥
साहस
संगठन ।
साहस
योजना ।
साहस
कल्पना ।
साहस
सृष्टि ।
साहस
दर्शन ।
साहस
ही सुदर्शन ॥
साहस
भगवान।

साहस को जोड़ों , आपकी शक्ति,
अस्तित्व के मंदिर में, गर्व से विकास की प्रतीति।
जब डर के आवाले, आपके सामर्थ्य से टकराएं,
तब साहस बन जाए, आपकी दृढ़ता की पहचान।

साहस, मुक्ति की कुंजी, परिचय बनाता,
जीवन की उच्चाईयों पर, आपकी उड़ान भराता।
आपकी आवश्यकता, साहस के रूप में व्यक्त होती,
दुःखों को दूर करती, जीवन की महानता प्रकट होती।

साहस, विकास की सीड़ी, भरता है जीवन में उमंग,
विपणन के बादलों को छिड़कता, खुशहाली का अंग।
जब विपरीत परिस्थितियों में, आप अपना उद्घोष करें,
तब साहस खड़ा होकर, विजय की ओर बढ़ता नजर आएँ।

वीरता की आग से जलता, साहस का प्रकाश,
आपकी खुदरा करता, दुःखों का परिहार आश।
इस आधार पर आप चढ़ें, ऊँचाईयों की सीमा पर,
साहस बनें आपका संगीत, वीरता के संग बहर।

सम्पूर्ण विश्वास

विश्वास केसे होता सम्पूर्ण विश्वास…
जब मन वचन कर्म करते हार्दिक प्रयास ।

फिर चमत्कार एक मामूली घटना….
जो दूसरो के लिए मुश्किल सपना ।

विश्वास में चाहिए हृदय का समर्पण….
करता कोई ओर आप मात्र एक दर्पण ।

हृदय भूमि मे रोपे विश्वास का वृक्ष….
समर्पण से उसे सींचे हो इतने दक्ष॥

विश्वास क्या है, वह ज्ञान का आधार है,
जब मन, वचन, कर्म सभी हों सत्य और विश्वासपूर्ण तू,
तभी सम्पूर्ण विश्वास बढ़ता है मन में तेरे,
विश्वास की आग से जलता है जीवन का प्रश्न-मंदिर।

जब मन स्वाधीन हो, मन की ओर विचार राख,
वचनों में सत्यता का आभास बना ले तू।
कर्मों का निर्माण कर एकाग्रता से,
तभी विश्वास बढ़ेगा, तू अपने मन का द्वार।

हार्दिक प्रयास कर, सत्यता का पालन कर,
विश्वास की आड़ में जीवन को समर्पित कर।
जब प्रेम से भरी आंखों से देखेगा तू विश्व को,
विश्वास की शक्ति तभी बहेगी तेरे हृदय से बाहर।

विश्वास का आधार है सत्य के संग,
विश्वास का वृक्ष है प्रेम और समर्पण का रंग।
विश्वास का उपहार है आत्मविश्वास और धैर्य,
विश्वास की प्रेरणा है नैतिकता और ईमानदारी।

तो, चल मन, वचन, कर्म से बना विश्वास का मंदिर,
सम्पूर्ण विश्वास को जीवन में बसा ले तू।
जब मन वचन कर्म हों सत्य और विश्वासपूर्ण,
तभी तू अपने अंतर्मन का साथी बना ले गगन के पार।

समय की नब्ज

समय की नब्ज पहचानना ….
हे मौक़े की नज़ाकत जानना ।

मिले हुए अवसर को सम्भालना….
उसके उपयोग से जीवन को संवारना ।

ये दो कदम ले आते सफलता….
जीवन खूब फलता फूलता ।

समय की नब्ज पहचानना,
हे मौके की नज़ाकत जानना।

ज़िंदगी की धारा में बहता समय,
हमेशा बदलता, नए रूप लेता है।
उसकी लहरों को समझना है कल्पना,
ज़रा सी गलती, तो जाए वो बहता है।

कभी तेज़, कभी धीमा, चलता जाता है,
हर लम्हा नया रंग लेता है।
मौके की नज़ाकत जानना है कल्पना,
वक्त के मोड़ पर अपना किस्सा बनाता है।

जब भी मिले एक नया संध्याकाल,
समय के गहरे रहस्यों को सुनना है।
हर क्षण की ध्वनि को समझना है कल्पना,
अनुभवों की लहरों में गहराई जानना है।

समय की नब्ज पहचानना,
हे मौके की नज़ाकत जानना।
जीवन के रंगों को पिए जाना,
अपनी कहानी को गगन में छाना।

जीने का आनंद बस यहीं है,
मोमेंट्स को गले लगाना है।
ज़िन्दगी की खुशियों को चुनना है कल्पना,
समय की गति में खुद को समाना है।

जीवन का रेगिस्तान

तकलीफ़े मुसीबतें जीवन का रेगिस्तान
आमना सामना पार पाना कला महान ।
कलाकार जिसके पास सुंदर विचार ….
अपने विचारो को ही देता रहता आकार ।

जो कुछ चल रहा भीतर उसे कर्म से उतारे …
कर्म शक्ति से धरती पे उतर सकते तारे ।
जितना हो सके जीवन को स्वीकारे….
तकलीफ़ों से स्वय को दूसरो को उबारे ।

विचार शक्ति का कर्म शक्ति से समन्वय ….
सही जीवन की दिशा का उचित होगा व्यय ।
अब प्रश्न वो शक्ति होवे सकारात्मक…..
नहीं तो बहुत नुक़सानदायक विध्वंसक ।

सकारात्मकता की सदा ही विजय…..
सच्चा पथ न उपजे लेश मात्र भी संशय ।
सत्य की विजय ही जीवन का आधार ….
फैलाए खेती करे विस्तृत करे यह विचार ।

अपने विचारों को ही देता रहता आकार,
शब्दों के साथ जगमगाता नये आकार।

मन की गहराई से उठते हैं ये धुन,
विचारों की धारा बनकर बहती हर सुन।

जैसे सागर में लहरें उठती बदलती हैं,
वैसे ही विचार बदलते रहते हैं बैर।

चिंताओं के बादल घने छाती बना लेते हैं,
फिर विचारों की बूँदें बरसा देते हैं।

कोई गीत गाते हैं, कोई कविता लिखते हैं,
विचारों के भंवर में खुद को खो देते हैं।

हर एक अक्षर बयां करता है एक कहानी,
विचारों की उड़ान को देता है पहचानी।

सोचों के आकार में दुनिया बदलती है,
विचारों की लहरों में जीवन समाया जाता है।

इसलिए रहता रहे आपका विचार बहुमूल्य,
ये ही आपकी पहचान, ये ही आपकी कृति।

हास्य कालातीत

श्रीमान वॉल्ट ड़िज़्नी ने कहा हे Laughter is timeless. imagination has no age, and Dreams are forever.
हिंदी भाषा में उनके विचारो संग अपने बिचरो का मिश्रण करके काव्य शेली में पेश करने की
साधारण सी कोशिश करता हूँ शायद आपको पसंद आए इस प्रकार के
उन्होंने कहा हास्य कालातीत हे
सही कहा उन्होंने हास्य वी समय की सीमाये तोड़ के उससे बाहर भी उसका अस्तित्व बनाता। हे तो laughter हास्य कालातीत हे ।
हास्य कालातीत
हंसना हृदय का वो संगीत ।

हास्य जीवन …
आप धनवान सम्पन्न ।

हास्य में स्वयं हो विषय…
करूँ बहुत बिना संशय ।

Imagination has no age

कल्पना की नही कोई आयु…..
कल्पना मन की प्राण वायु ।
कल्पना में मनुष्यपन ….
कुछ भी मान लेता ये मन ।

Dreams are forever

सपने होते हमेशा के लिए ..
आत्मा की सुगंधो को बाहर लिये ॥
अधूरी इच्छाओं की सूचना ….
जिन ख़ुशियों ने अभी जन्मना ॥

चिढ़ियों की गुफा में, एक दिन था सबसे हंसी,
जगमगाती थी सबकी आँखें, बजती थी हर ओर ताली।
खिलखिलाते थे सबके होंठ, हंसती थी पूरी दुनिया,
हास्य के मधुर सुरों में, बसती थी खुशियों की बारिश।

जोक्स और हंसी के मजेदार खेल, लोगों को भर देते थे जीने के लिए ,
परिवारों में ढेरों मस्ती, हंसी की थी बारिश सदी।
चुटकुलों का था संग्रह बनाया, हंसी का उपहार बनाया,
हर कोई था हंसने को बेकरार, इस अनोखी रात्रि ने जाल बिछाया।

हंसते रहे हर चेहरा, मुँह से निकले आवाज़ हंसी की,
छोटे-छोटे बच्चों ने भी, दिखाई थी ज़ोरदार मस्ती।
वृद्ध भी भूल गए थे अपना दर्द, हंसने का आनंद लिया,
हास्य कालातीत की वो मिठास, सबको खुशियों में जीने लिया।

हंसी थी ज़िंदगी की राहत, विपदाओं की दरारों को भरती,
दिलों में बसती थी खुशियाँ, मुसीबतों को दूर भगाती।
जब भी दुखी मन था बेकाबू, हंसी ने था साथ दिया,
चिढ़ाती थी ज़िंदगी को मुस्कानों से, खुशियों का पुल बनाया।

हास्य कालातीत थी वो कविता, जिसमें छुपी थी हंसी की बारिश,
जिसने बदल दी थी दुनिया की भाषा, हंसी की थी वह उपहारी।
तो आओ फिर से हंसें एक साथ, सबको दें खुशियों की सौगात,
हास्य कालातीत जीने की अद्भुत शक्ति, वो हंसी की नयी आवाज़।

हरकत में बरकत

हरकत में बरकत …..
कहे उससे जो बात समझत ।
हरकत कर्म…..
कुछ न कुछ करना श्रम ।

आलस विकास विरोधी….
कार्य टालने की व्याधि ।
लक्ष्य प्राप्ति में आलस शत्रु….
मुक्त हो दे आलस को मृत्यु ।

अधिक सोना आलस की बीमारी….
वही समझेगा जिसने बात स्वीकारी ।
आओ बने सुख के आधिकारी….
त्यागे आलस रूपी महामारी ।

हरकत में बरकत…..
कर्म सुगंधित शरबत ।
दे आलस को आज़ादी…..
आलस गंभीर व्याधि ।

हरकत मे बरकत, भरे जीवन को नई राह,
कहे उससे जो बात समझत, नये दिशा का आधार।

हरकत कर्मों की बारीकियों में छुपी है शक्ति,
नये साधनों के साथ बदले जीवन की रफ्तार।

दृढ़ता और मेहनत से जागे सपनों की धुंध,
हर चरण पर आगे बढ़े, खुद को करे समर्पण।

हरकत की रवानी से बढ़े जीवन की उच्चाई,
संघर्षों में भी पाएं अनंत सुख की बारिश।

करे कर्मों का समर्थन, नये आरंभों का ध्यान,
हरकत में बरकत, बने सच्चे सफलता का ज्ञान।

जीवन में चलते रहे, नई राहों पर निरंतर,
हरकत कर्मों की जगाएं नई प्रेरणा का निशान।

बदले अपने विचारों के रंग, चमकें नयी आस,
हरकत में बरकत, जीवन में बने नए इंतजार।

सही कर्मों के बल पर बढ़े नई उचाई पार,
हरकत कर्मों के संग, जीवन करे गुणवत्ता का पार।

बड़ों का आशीर्वाद

बड़ों का आशीर्वाद
उनकी दी हुई शुभकामनाएँ,
वो कोई रंग लिए नही होती……..
समझने की बात,
आशीर्वाद के फूल खिलते,
शुभकामनाये उन्नति लाती,
दसो दिशाओं में सतरंगी छटा छा जाती ॥

बड़ों का आशीर्वाद, है सर्वोच्च वरदान,
जीवन को सुन्दरता और खुशियों का अद्भुत विस्तार।
उनकी दी हुई शुभकामनाएँ, अनमोल हैं सदैव,
मार्गदर्शन करती हैं, जीवन की आगे की यात्रा।

वो कोई रंग लिए नहीं होती, यह विशेष विशेषण है,
बल्कि प्रेम और समझ का गहना, जो सदैव है साथ।
उनके वचन अमृत समान हैं, जीवन को आनंदित करते,
बड़ों की माधुर्य पूरे जीवन को गुलज़ार बनाते।

समझने की बात, ज्ञान की अपार देन है,
बड़े जनों का आशीर्वाद सर्वोपरि शिक्षा है।
जीवन में अभिशाप को बदलते, आशीर्वाद की बौछार,
खुशहाली और सफलता के रास्ते हैं ज्योतिषार।

आशीर्वाद के फूल खिलते, प्रेम और आदर की बरसात,
जीवन का आधार, उनकी ममता के साथ।
बड़े जनों का आशीर्वाद अनमोल वरदान है,
जीवन को समृद्धि और सुख से भर देता निधान।

जो जीवन बीत रहा

जो जीवन बीत रहा
अनमोल वचन

जो जीवन बीत रहा, सब अच्छा हे ……
जो चल रहा हे वो जीवन की कक्षा हे ।

कक्षा में अपना पाठ सही से करना याद,
कि सब अच्छा हे ……
सब सही करने की कोशिश सदा करते
रहना यही सच्ची शिक्षा हे।

जीवन की कक्षा में, हम सब साथ हैं,
चल रहे हैं हम, भाग्य के आगे हाथ हैं।
हर दिन नई सबक सीखें, ज्ञान की राह पर चलें,
अनुभवों के विश्व में, प्रगति की राह खोजें।

किताबों की पर्वत से ऊँचाईयों को छू लें,
जीवन के प्रश्नों के उत्तर, खुद ही ढूंढ लें।
मिटाएं अज्ञान की अँधेरी रातें,
ज्ञान के सूर्य के साथ उठें, जीने की ख्वाहिश लें।

गलतियों को स्वीकारें, सीखें उनसे सबक,
अनुभवों के द्वारा बढ़ें, बनें नये स्वयंश्रेष्ठ।
हर चरण पर आगे बढ़ें, करें नयी प्राथमिकता,
जीवन की कक्षा में आनंद से बिताएं हर पल विभुतिता।

यात्रा यह सुन्दर, जीवन की अनंत धारा,
कभी डगमगाएं, कभी नहीं थकें हारा।
सृजनशीलता से सजाएं, खुद को नवीन रूप दें,
जीवन की कक्षा में, खुद को सुंदरता से भरें।

हर मोड़ पर हैं सूरज के रंग के पंख,
विचारों की उड़ान से बदलें जीवन का दृष्टिकोण।
जीने का आनंद लें, सपनों को पंख दें,
जीवन की कक्षा में अपनी पहचान बनाएं।

जो जीवन बीत रहा, सब अच्छा है,
चल रहा है वो, जीवन की कक्षा है।
अपनी उड़ान भरें, सपनों को पाने की चाह है,
जीवन की कक्षा में बढ़ते जाएं, खुद को समर्पित करें पूरी तरह से।