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बचपन के दिन

मेरे जो बचपन के दिन थे, कुछ अजीब तो कुछ कमाल ही थे, जैसे पढ़ाई से जी चुराया मैं करता था, स्कूल ना जाने के कितने ही बहाने बनाया करता था , बचपन से ही मुझे ये बात समझ आ गई थी की मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता ओर शायद मैं उतना पढ़ भी नहीं पाउ, लेकिन पढ़ाई करने के अलावा उस समय कुछ ओर समझ भी नहीं आता था, की नहीं पढ़ेंगे तो क्या करेंगे।

बचपन से ही एक सवाल जिसने मेरा पीछा नहीं छोड़ा उस सवाल का जवाब लगातार ढूंढता रहा, मैं हर जगह चाहे वो निर्जीव हो या सजीव लेकिन मैं उस सवाल को सबसे पूछता था, कि कोई तो होगा जो मुझे मेरे सवाल का जवाब देगा, सवाल पूछने की आदत थी मेरे अंदर लेकिन मुझे अपने सवाल दूसरों से पूछने में डर लगता था, पता नहीं क्या सोचेंगे , कुछ बोल न दे कही मारेंगे तो नहीं कच पूछने पर , मेरी हंसी तो नहीं उड़ाई जाएगी यदि मैं ऐसे सवाल पूछूँगा तो बस इसलिए मैंने किसी से अपने सवाल नहीं पूछे, खुद से सवाल करता था मैं , मुझे उस समय जवाब नहीं मिलते थे ओर मिल भी जाते होंगे तो मुझे जल्द समझ नहीं आते थे क्युकी वो बचपन के दिन ही थे।

जिस तरह मुझे गणित बिल्कुल पसंद नही थी और समझ भी नही आती थी, टीचर तो अच्छा पढ़ते थे क्युकी सभी बच्चों को समझ आती थी लेकिन मेरे दिमाग में गणित कभी घुस नहीं पाती थी, मुझे दुबारा पूछने में डर लगता था, इसलिए नहीं पूछता था, बस उस गणित से ज्यादा अच्छी मुझे अपनी जिंदगी ही लगती थी, बस जिंदगी को समझू यही हमेसा अच्छा लगता था।

कभी वृत का गोल, लंबाई – उचाई , गुना भाग , जोड़- घटा , Permutation, Combination, Probability, कभी समझ ही नही आती थी, लेकिन जिंदगी की सारी गुना भाग पल भर में समझ आ जाती थी और इसको समझने और सीखने में जो मजा आता था वो मुझे गणित में कभी समझ नही आया।

अपने विचारो को अपने ऊपर हावी होने दे रहे हो ? किस तरह से आपके विचार आ रहे है ? किस और से आ रहे है ? आप क्रोधित हो फिर भी आपने विचारों को सजगता से देख रहे हो यह भी एक प्रकार का मनन है चिंतन है हमारे विचारो में द्वंद्व है लेकिन कब तक भागेंगे एक दूसरे के विपरीत यह विचार एक समय तो आएगा जब यह दोनों एकमत होंगे दोनो कब तक विपरीत दिशा में भागेंगे किसी ना किसी अंतिम छोर पर टकरा कर वापिस आ ही जाएंगे।

Words are powerful

 words are powerful tools that have the ability to express a wide range of ideas, emotions, and thoughts. They are the building blocks of language, enabling us to communicate with others and express ourselves in meaningful ways.

From simple words like “hello” and “goodbye” to complex words like “anthropomorphism” and “perseverance,” words play an essential role in our lives. They allow us to express our opinions, tell stories, ask questions, and build relationships.

Words can be spoken or written, and they come in a variety of forms, including noun, verb, adjective, adverb, pronoun, preposition, conjunction, and interjection. Each type of word has its own unique function and purpose, making the English language complex and fascinating.

Moreover, words can have different meanings depending on the context in which they are used. For instance, the word “cool” can be used to describe a temperature or a fashionable trend. Similarly, the word “love” can take on different meanings depending on the relationship between the individuals involved.

Words can also have a profound impact on our emotions and behaviors. Positive words like “joy,” “peace,” and “hope” can inspire us and lift our mood. Negative words, like “fear,” “anger,” and “hate,” can make us feel anxious, angry, or depressed.

In conclusion, words are one of the most powerful tools we have for communication, and they play an essential role in shaping our world. From simple phrases to complex ideas, words have the ability to inspire, inform, instruct, and entertain us. As such, it is essential to use words wisely and thoughtfully to create positive change in the world.

मैं पुरुष हूँ

मैं पुरुष हूँ, पुरुष जिसे जल्दी समझदार बनना है और पारिवारिक जिम्मेदारियों का बोझ भी उठाना है , चाहे उसे जिम्मेदारी समझे या जिम्मेदारियों का बोझ लेकिन उठाना पुरुष को ही है, शादी करनी है, ताकि माँ बाप की इच्छाये पूरी हो, लेकिन खुद की इच्छा का दम घोट दो, तुम अकेले रहना चाहते हो लेकिन समाज आपको बंधनो में बाँधना चाहता है, वो चाहता है की हम उनके अनुसार चले, जो समाज चाहता है वही हम करे।

क्योंकि आप  पुरुष हो आपको बहुत सारी जिम्मेदारियां उठानी है , परिवार की खुशी के लिए अपनी खुशियो का गला घोट देना है, आप क्या बनना चाहते हो ओर क्या होना चाहते हो ये बाद में है पहले आपके परिवार की इच्छा महत्व रखती है। वो आपसे क्या चाहते है।

आपको एक अनुशासित पुरुष होना है आपको अपने माता पिता , भाई बहन , बीवी बच्चों सबके लिए ideal बनना है।

क्योंकि आप पुरुष हो,

एक दिल जो टूटा भी है ओर जुड़ भी गया है, रहने की चाहत अकेले की है फिर भी कही खालीपन सा भी महसूस होता है लेकिन ये सिर्फ कभी कभी होता है जो कभी कभी वाला रिक्त स्थान है वो भर लेना चाहता हूं।

एक डर है जो बयान नही कर पाता हूं, खुल कर रो नही पाता क्योंकि मैं एक आदमी हूं, सिर्फ इसलिए मैं अपने आसुओ को भीतर ही रोक नजर आता हूँ, कुछ चाहकर भी नहीं किसी को इस दिल का हाल नहीं बता पाता हूँ, बताना चाहू भी अगर तो लोग क्या कहेंगे तू एक पुरुष है ओर पुरुष होते हुए रोता है, शायद इसलिए भीतर ही सब दुख दर्द रोक रह जाता हूँ मन का हाल किसी को नहीं बताता हूँ इसलिए भी मैं पुरुष, कहलाता हूँ।

कितना ही भीतर मचा रहे कोहराम लेकिन उसको बाहर नहीं छलकाता हूँ अपने भीतर ही अपनी भावनाओ को मैं छिपाता हूँ।

क्योंकि मैं एक पुरुष हूं।

यह भी पढे: टूटा फूटा, कौन है ये लोग?, झूठी मोहब्बत, यह खाली हाथ,

सपने क्या होते है?

सपने क्या होते है ? ओर ये सपने क्यों जरूरी है ?
जिंदगी में यदि सपने ना हो तो जिंदगी अधूरी लगती है सपनों के साथ जीने पर ही तो जिंदगी पूरी लगती है बिना सपनों के जीना भी क्या जीना इससे बेहतर है मर जाना।

सपने क्या होते है
सपने क्या होते है

सपने क्या होते है ? सपनो वो है जो कुछ लोग सोते हुए देखते है और कुछ लोग जागते हुए खुली आंखो से जो लोग नींद मै सपने देखते है वो सिर्फ उन्हें शुभ ओर अशुभ के पैमाने पर नापते है उनके लिए सपनो के अकोई महत्व नहीं होता बस नींद खुली सपना ख़तम , उस सपने का कोई अर्थ नहीं लगाते बस यदि सपना बुरा है तो बुरे सपने की तरह भूल जाते है ओर यदि अच्छा गई तो उन्हें अच्छी नींद मानकर ही खत्म समझ लेते है।

लेकिन कुछ खुली आंखो से सपनो देखते है उन्हें को असल जिंदगी में पूरा करने की चाहत रखते है उनके लिए सुबह – शाम मेहनत करते है सोचते है भागते – दौड़ते है सारा दिमाग ओर शारीरिक बल लगा देते है उनके लिए वहीं जीवन का लक्ष्य होता है वहीं सब कुछ होता है।

हर किसी के लिए सपने अलग अलग होते है किसी डॉक्टर, इंजिनियर , लॉयर, तो किसी को कुछ सपने अपनी अपनी इच्छाओं के अनुसार सोचते है और वहीं उनमें अलग अलग रंग भर लेते है जिन्हे वो सपनो का नाम देते है।

जिंदगी बहुत बड़ी है इसमें जितनी इच्छाएं डालो उतनी ही पूरी होगी और सपनो का आकार भी बढ़ता जाता है।

जिंदगी में देखे गए सभी सपने साकार नहीं होते उनके लिए बहुत परिश्रम करना पड़ता है लाखो यतन करने पर भी वो सपने पूरे हो ये ज़रूरी नहीं है लेकिन फिर उन सपनों के पीछे हम भागते रहते है जिंदगी भर सिर्फ आंखो में हसीन सपने लेकर ही जीते है हम की यह पूरा होगा , यह पूरा होगा।

मेरी जिंदगी के बहुत सारे सपने है जिन्हें मै पूरा करना करना चाहता हूं लेकिन असमर्थ सा लगता हूं फिर भी लगातार कोशिश कर रहा हूं वो सपने पूरे होंगे या नहीं मुझे नहीं पता लेकिन उन्ह सपनो में
मै रंग भरता हूं
उनके लिए लाइन खींचता हूं , बार बार सोचता हूं,
उस लाइन को ओर गाढ़ा करता हूं ताकि दिमाग से वो सपना दूर ना हो जाए।

कोरोना काल में जीवन

कोरोना काल में जीवन कैसा था, यह समय है जब सभी लोग अपने काम धंधों से भी झुझ रहे है, ओर साथ ही बीमारी से भी सभी लोग आजकल परेशान है कि आगे क्या होगा ? कैसे परिवार ओर जीवन चलेगा ? क्या हम जीवित भी रहेंगे या नहीं

हम सभी के मन में बहुत सारे ऐसे विचार आ रहे है जो हमें नकारात्मक जीवन की और धकेल रहे है क्या हम इं सभी विचारो से बाहर निकल पाएंगे या फिर जीवन कि स्तिथि ओर परिस्थती ओर भी गंभीर हो जाएगी

कोरोना काल में जीवन का क्या होगा ओर क्या नहीं यह किसी को भी नहीं पता था, इसलिए सभी बैठे है अपने घरों में , हम सभी के मन में डर घर कर चुका है।

दसवीं ओर बारहवी की परीक्षा भी अटकी हुई है कॉलेज की परीक्षा भी जैसे तैसे ले रहे है ऑनलाइन से लेकिन उससे क्या होगा ? बच्चो को किताब खोलकर पेपर देने की अनुमति दी गईं है क्या बच्चो का बौद्धिक स्तर बढ़ रहा है

ना ही बच्चो की शिक्षा का स्तर बढ़ रहा है ना ही उनको कोई अवसर मिल रहा है। पिछले डेढ़ साल से बच्चे घर पर ही है अब उनका पढ़ाई से मन भी हट रहा है। जब हम सभी घर में रहने लग जाते है तो घर , परिवार के किर्या कलापो में उलझ कर रह जाते है जिससे हमारे लक्ष्य हमसे दूर हो जाते है लेकिन ऐसा भी नहीं है कि सभी अपने लक्ष्यों से दूर हो जाते है कुछ अपने लक्ष्यों को भेदने के लिए ओर ज्यादा तेयार होकर बाहर आते है लेकिन ज्यादातर लोग अपने लक्ष्यों से भटक जाते है ऐसा ही आजकल हो रहा है

बेरोज़गारी बढ़ रही है , व्यवसाय घट रहा है नए परिणाम नहीं आ रहे है , नया कुछ करने को नहीं मिल रहा है। गरीब मजदूर , माध्यम वर्ग ओर अमीर सभी इस बोझ के तले अब दब रहे है, की कैसे उभरेंगे फिर से

रोहित शब्द के जवाब

Hi all these are few questions I’m asking to you please answer to these all question that’s kind of a conversation between you and me रोहित शब्द के जवाब, उन सवालों के जवाब जो उनकी जिंदगी से जुड़े हुए थे , कुछ सवालों के उत्तर बेहद खूबसूरत भी थे , जिन्हे जानकार जिंदगी में साहस मिलता है।

1. Name
नाम:
Answer
मेरा नाम रोहित गोयल है

2
School/collage/university
स्कूल / महाविद्यालय / विश्वविद्यालय
Answer
सर्वोदय विद्यालय में पढ़ा हूं

3
Your age ?
आपकी उम्र :
Answer
मेरी उम्र 35 साल है

4
What you do for survival ?
अस्तित्व के लिए आप क्या करते हैं?
Answer
मै एक व्यवसायिक हूं, यह काम मैं सिर्फ ये के साधन के रूप में करता हूँ।

5
Do you like traveling ??
क्या आप घूमना पसंद करते है ?
Answer
हां घूमना मुझे बेहद पसंद है, मुझे नई नई जगह जाना अच्छा लगता है।

6
What inspire you most in your life ??
आपको अपने जीवन में सबसे ज्यादा क्या प्रेरणा देता है ??
Answer
मेरा जीवन ही मेरी प्रेरणा का स्रोत है

7
What you wanna be in your life ??
आप अपने जीवन में क्या बनना चाहते हैं ??
Answer : सन्यासी

8
Am I who I want to be ?
क्या मैं वह बनना चाहता हूं जो मैं बनना चाहता हूं?
Answer
जी हां , आप वहीं होते है जहां आप होना चाहते है क्युकी आप आज जहां भी वो अपने विचारो के कारण ही है ओर स्तिथि वह परिणाम है।

9
What are you so afraid of ?
आपको किस बात का इतना भय है ?
Answer
यह कहना मुश्किल है कि मुझे किस बात का भय है  वैसे कहीं ना कहीं भीतर भय जरूर है। ओर यह भय स्तिथि ओर आने वाली परिस्थिति का हो सकता है। जो सिर्फ भीतर चल रही घटनाओं के कारण है वरन् मुझे भय किसी भी बात नहीं है।

10
What would you be doing if you had six month to live ?
अगर आपके पास रहने के लिए छह महीने हैं तो आप क्या कर रहे होंगे?
Answer
कुछ भी ख़ास नहीं मैं लगातार मौत के स्वागत की तैयारी कर रहा हूं

11
What do you hate ?
आप किससे घृणा करते हैं ?
Answer
झूठ , दोगले चेहरे ,

12
Are you using your strength ?
क्या आप अपनी ताकत का इस्तेमाल कर रहे हैं?
Answer : नहीं बिल्कुल नहीं मैं अपनी क्षमता के अनुसार कार्य नहीं प रहा हूँ लेकिन जल्द ही मैं उस स्तिथि में पहुच जाऊंगा जहा मई अपना सारा ध्यान अपने लक्ष्य पर केंद्रित कर सकूँगा क्युकी मै लगातार अपने जीवन के लक्ष्य को और अग्रसर हूं।

13
What will happen if you continue to live this way ?
अगर आप इसी तरह से जीते रहेंगे तो क्या होगा?
Answer ;
यह कहना मुश्किल है क्युकी स्तिथि ओर परिस्थती दोनों लगातार बदल जाती है फिर भी यदि इसी तरह जिऊंगा तो मैं एक सन्यासी अवश्य बनूंगा।

14
When is the last time you’ve gone outside of your comfort zone ?
आखिरी बार आप अपने कम्फर्ट जोन से बाहर कब गए हैं?
Answer
जब मैने अपने पिता जी दुकान पर आना शुरू किया और उसके 6 महीने बाद मैने संडे बुक बाज़ार में पटरी लगाई वो सबसे अलग समय था मेरे लिए

15
Is your health helping or harming your purpose in your life ?
क्या आपका स्वास्थ्य आपके जीवन में आपके उद्देश्य की सहायता या हानि कर रहा है?
Answer
मेरा स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक नहीं है मुझे पर को बीमारी है जिसकी वजह मुझे डर लगता है यह मेरे एक डर का भी कारण है जैसा आपने पहले पूछा , ओर यह मुझे लगातार हानि करवाता है। मेरे घूमने , मेरे कार्य और आदि काफी जगह

16
Are you moving in the right direction to achieve success in your life
क्या आप अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
Answer
हां मैं पिछले 18 सालो से एक ही दिशा में अग्रसर हूं

17
What do you do for fun ?
आप मस्ती के लिए क्या करते हो ?
Answer
मैं खुद के साथ बाते करता हूं , लोगो को देखता हूं , उन्हें घूरता हूं , यह मुझे बहुत आनन्द देता है। परन्तु किसी को घूरना, देखना बहुत खतरनाक भी साबित हो जाता है कई बार

18
How much do you worry about what others think ?
आप इस बारे में कितना चिंतित हैं कि दूसरे क्या सोचते हैं?
Answer
मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता लोग क्या सोचते है यह उनका दिमाग है , उनकी सोच है उन्हें को करना है करे
मै जो पहनना चाहता हूं पहनता हूं , घूमता हूं , खाता हूं , करता हूं

19
What have been your biggest mistakes ?
आपकी सबसे बड़ी गलतियाँ क्या रही हैं?
Answer
गलतियां तो बहुत सारी हुई लेकिन मै उन्हें गलतियां नहीं कहता क्युकी उन्होंने ही मुझे जिंदगी को जीने का सही तरीका है बताया।

20
Your favourite place ?
आपकी पसंदीदा जगह कौनसी है ?
Answer
मेरी कोई पसंदीदा जगह नहीं है बस इस धरती पर मुझे एक  छोटी सी कुटिया मिल जाए जहां पर शांति हो कोई आता जाता ना हो , ना कोई शोर हो और में अपना सम्पूर्ण जीवन ध्यान में व्यतीत कर सकू।

21
Your favourite food ?
आपका पसंदीदा खाना क्या है।
Answer
राजमा चावल

22
Your achievements in life ??
जीवन में आपकी उपलब्धियाँ ?
Answer
मैं जीवन के अस्तित्व में हूं यह उपलब्धि है और मै जीवन को जी रहा हूं तथा मौत के लिए तैयारी कर रहा हूं।

23
Where you wanna see yourself after 10 year ?
आप आज से 10 साल बाद स्वयं को कहां देखते है?
Answer
मै सन्यासी के रूप में देखता हूं

24
What you think of life ?
आप जिंदगी के बारे में क्या सोचते है ?
Answer
जीवन सम्पूर्ण आनंद है जो पूर्ण है इससे ज्यादा सुखद कुछ और हो ही नहीं सकता हम बहुत सौभाग्यशाली है कि हमें जीवन मिला है और हम जितना भी ईश्वर का धन्यवाद करे इतना ही काम है।

25
Do you believe in religion ??
Yes/no
क्या आप धर्म में विश्वास रखते है ?
Answer
नहीं , क्युकी मै धर्म का वर्गीकरण नहीं समझता सिर्फ धर्म एक ही हो सकता है वह है मानव , स्व धर्म इसके विपरीत कुछ नहीं।

26
Who is your role model ??
आपका रोल मॉडल कौन है ??
Answer
स्वयं मै जितना आप स्वयं से सीख सकते है उतना आपको दूसरा कोई भी नहीं सीखा सकता इसलिए मेरा कोई रोल मॉडल नहीं है।

27
What changes you wanna see in life ??
आप जीवन में क्या बदलाव देखना चाहते हैं ??
Answer
मै कोई बदलाव नहीं देखना चाहता जीवन स्वयं में परिवर्तनशील है इसलिए मै क्यों इसमें हस्तक्षेप करू

28
Are you happy with life ??
Yes/No
क्या आप जिंदगी के साथ खुश है ?
Answer
हां मै जिंदगी के साथ खुश हूं क्युकी मेरे पास दुखी होने का कोई कारण नहीं है।

29
How you keep yourself happy
खुद को खुश रखने के लिए आप क्या करते है ??
Answer
यह ब्रह्माण्ड लगातार सकारात्मक शब्दों को हमारी ओर फेकता है ओर में उन्ही शब्दों को पकड़ने में लगा रहता हूं हू जो मुझे बहुत खुशी देती है।

30
What you want to achieve in your life ?
आप क्या achieve करना चाहते है जिंदगी में ??
Answer
वैसे तो जीवन में कुछ ऐसा नहीं है जिसे पाने के लिए मै बहुत पागल हो जाऊ इसलिए मै जियासा हूं वैसा ही रहना चाहता हूं।

31
What is your weekness ?
आपकी कमजोरी क्या है ???
Answer
जीवन से प्रेम

32
What’s your strength ?
आपकी ताकत क्या है ?
Answer
जीवन से प्रेम

33
What makes you worried in your life
आप किस चीज या बात से डरते है
Answer
नकारात्मक विचारो से

34
Whats your philosophy in life ?
जीवन में आपका दर्शन क्या है?
Answer
जीवन सुखद आनंद है इसे पूर्णतय जिओ ओर जीने दो

35
What’s the one thing you would like to change about yourself
वह कौन सी चीज है जिसे आप अपने बारे में बदलना चाहेंगे।
Answer
मैं खुद कुछ नहीं बदलना नहीं चाहता एक समय पर वह स्वेम बदल जाएगी

36
Are you religious or spiritual ??
क्या आप धार्मिक या आध्यात्मिक हैं ??
Answer
मैं दोनों में से अब कुछ भी नहीं हूं यह दोनों मेरे लिए मात्र एक शब्द है जिनका कोई अर्थ नहीं है

37
Do you consider yourself on introvert or extrovert ?? Why ?
क्या आप खुद को अंतर्मुखी या बहिर्मुखी मानते हैं ?? क्यों?
Answer
अंतर्मुखी , क्युकी बाहर कुछ ऐसा है ही नहीं जिसकी वजह से आकर्षित हुआ जाए , बाहर शोर है , भीतर शांति है

38
What was the best phase in your life ?
आपके जीवन में सबसे अच्छा चरण क्या था?
Answer
मेरा सम्पूर्ण जीवन ही एक सार रहा है ना अच्छा ना बुरा

39
What was the worst phase in your life ?
आपके जीवन का सबसे बुरा दौर क्या था?
Answer
जीवन का कोई दौर बुरा नहीं हर एक दौर एक नई शुरुआत को जन्म देता है इसलिए बुरा समय जैसा कुछ नहीं रहा मेरे जीवन में

40
What’s your favorite book/movie of all time and why did it speak to you so much ?
आपकी सभी समय की पसंदीदा पुस्तक / फिल्म क्या है और इसने आपसे इतनी बात क्यों की?
Answer
रोहित शब्द के जवाब में जिंदगी का एक विचार है
” Do not read books just read yourself”
मै किताब नहीं पढ़ता मै स्वयं को पढ़ता हूं और स्वयं के अनुभव से ही सीखता हूं , मै खुद से ही बहुत सारी बताए करता हूं।

41
Are you more into looks or brain ??
क्या आप लुक या ब्रेन में अधिक हैं?
Answer
आप कह सकते है चेहरा आकर्षण है परन्तु मस्तिष्क आपको जीवन की उन उचाईयो तक ले जाता है जहां तक चेहरा कभी नहीं पहुंचा सकता इसलिए में सिर्फ मस्तिष्क को ही महत्व देता हूं।

42
How do you feel about sharing your password with your partner ?
आप अपने साथी के साथ अपना पासवर्ड साझा करने के बारे में कैसा महसूस करते हैं?
Answer
मेरा कोई पार्टनर नहीं है और अगर होता भी तो मुझे कोई आपत्ति नहीं होती क्युकी जीवन भरोसे पर ही कायम होता है।
43
When do you think a person is ready for marriage
आपको कब लगता है कि कोई व्यक्ति शादी के लिए तैयार है।
Answer
शादी एक जिम्मेदारी है , दो अस्तित्व के लिए इसलिए हमेशा काबिल होने पर ही यह निर्णय लेना चाहिए। जबरदस्ती नहीं क्युकी शादी कोई महत्वपूर्ण विषय नहीं है जितना इस समाज ने बना दिया है।

44
What kind of parents do you think you will be ?
आपको लगता है कि आप किस तरह के माता-पिता होंगे?
Answer
इस विषय मे मेरी कोई राय नहीं क्युकी मै आजीवन शादी नहीं करूंगा।

45
Have you ever lost someone close to you ?
क्या आपने कभी अपने किसी करीबी को खोया है?
Answer
मेरे लिए यह प्रश्न नहीं है क्युकी मैने कभी किसी को इतना करीब समझा ही नहीं जिसके खोने के दुख असहनीय हो।

46
What’s an ideal weekend for you ?
आपके लिए एक आदर्श सप्ताहांत क्या है?
Answer
मेरे लिए हर दिन उत्सव है कोई सप्ताहांत महत्व नहीं रखता

47
Do you judge a book by it’s cover ??
क्या आप इसे कवर द्वारा एक पुस्तक का न्याय करते हैं ??
Answer
नहीं , क्युकी यह अन्याय है

48
Do you believe in second chance ?
क्या आप दूसरे मौके पर विश्वास करते हैं?
Answer
जी बिल्कुल जीवन पुनः अवसर जरूर देता है।

49
What are you most thankful for ?
आप किसके लिए सबसे आभारी हैं?
Answer
अपने माता पिता क्युकी मुझे यह जीवन मिला जिसमे मुझे प्रभु चिंतन करने का अवसर प्राप्त हुआ।

50
What’s the one thing that people always misunderstand you ?
एक बात क्या है जो लोग हमेशा आपको गलत समझते हैं?
Answer
यह लोगो की सोच है उनके समझने ओर न समझने से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता

51
What did you past relationship teach you ?
पिछले रिश्ते ने आपको क्या सिखाया?
Answer
जीवन एक उत्सव है इसे पूर्णतय के साथ जिओ

52
If a genie granted you 3 wishes right now, what would you wish for ?
अगर किसी जिन्न ने आपको अभी 3 इच्छाएं दी हैं, तो आप क्या चाहते हैं?
Answer
वैसे तो मेरी इच्छाएं अब शेष नहीं है फिर भी दूसरो के लिए सभी लोग खुश रहे भूखे ना रहे , स्वस्थ रहे।

53
What’s your biggest regret in life ?
जीवन में आपका सबसे बड़ा पछतावा क्या है?
Answer
मुझे किसी भी बात का कोई पछतावा नहीं है बल्कि मै धन्यवाद देता हूं परमेश्वर का की मुझे यह जन्म दिया जिसमे मै प्रभु चिंतन , मनन , ध्यान करता हूं।

54
What do you think you are still single ?
आपको क्या लगता है कि आप अभी भी सिंगल हैं?
Answer
मुझे तो हमेशा ही सिंगल रहना है ओर यह मुझे बेहद अच्छा लगता है।

55
What are three things you value most about a person ?
किसी व्यक्ति के बारे में आप किन तीन चीजों को महत्व देते हैं?
Answer
मधुर भाषी , सच बोलता हो , शांत स्वभाव

56
What is the greatest struggle you’ve overcome ?
आपके द्वारा सबसे बड़ा संघर्ष क्या है?
Answer
खुद के नकारात्मक विचारों को हटाने की कोशिश में लगातार प्रयास

57
Who was your favourite teacher and why ?
आपका पसंदीदा शिक्षक कौन था और क्यों?
Answer
किशन सर वह सामाजिक विज्ञान पढ़ाते थे ओर साथ साथ बहुत सारी नैतिक कहानियां भी सुनाते थे

58
What is weirdest things about you ?
आपके बारे में अजीब बातें क्या है?
Answer
मैं जोर जोर से हंसने लगता हू।

59
What food could you not live without ?
आप किस भोजन के बिना नहीं रह सकते थे?
Answer
ऐसा कुछ भी नहीं है जीवन को चलाने के लिए भोजन आवश्यक सामग्री है बस इतना ही

60
What your best birthday ??
आपका सबसे अच्छा जन्मदिन क्या ??
Answer
जब मै 31 साल का था।

61
When was the last time you told yourself that “I LOVE MYSELF”
जब आखिरी बार आपने खुद से कहा था कि “I LOVE MYSELF”
Answer
मै स्वयं को रोज ही बोलता हूं यदि आप खुद को प्रेम नहीं कर सकते तो दूसरो को कैसे करोगे

In last say few words for Me
मै बहुत साधारण जीवन को जीने पसंद करता हूं और खुद से बहुत प्रेम करता हूं।

Thanks
Rohit Shabd

कोरोना कोविड-19

कोरोना कोविड-19 ऐसे वायरस का नाम है जो आज के समय में पूरे विश्व में तेजी से फैल चुका है कोविड-19 के संक्रमण की गति भी उसी तरह है जिस तरह एक छोटी सी चिंगारी पूरे जंगल में पलक झपकते ही आग लगा देती है कोविड-19 संक्रमण जानलेवा भी साबित हुआ है इससे कई लाख लोगों की मृत्यु हो चुकी है यह संक्रमण तेजी से फैलता है और यह वायरस हर वर्ग सभी व्यक्ति बूढ़े बच्चे जवान और प्रत्येक लिंक के व्यक्ति को अपने संक्रमण से प्रभावित कर उनके जीवन को आघात पहुंचा रहा है कोविड-19 का इतिहास बहुत पुराना है यह कोरोनावायरस परिवार का ही सदस्य हैं अगर हम इतिहास के तरफ रूख करें और अपने बीते हुए कल को याद करें तो करोना RNA वायरस के समूह का सदस्य है जो कि स्तनधारियों तथा पक्षियों में पाया जाता है।                                                                     यह वायरस संक्रमण फैलाता है (Respitatory infection)कहते है  जुखाम गले में दर्द और सांस लेने में दिक्कत आती है कोरोनावायरस जैसे कि ऐसे SARS , MERS ,  कोविड-19 है  इस वायरस के लक्षण अलग-अलग तरह के हैं यह वायरस Chicken pig cow  में भी अलग-अलग तरह के लक्षण पैदा करता है और ध्यान देने वाली बात यह है कि इस वायरस के लिए किसी तरह की वैक्सीन एंटीवायरल दवाई नहीं बन पाई है।   कोरोनावायरस का इतिहास बताता है इस वायरस का पहला आक्रमण 1930 में हुआ था जो कि जानवरों में फैला इसके चलते जानवरों को श्वसन संक्रमण फैला और इस और इसे आईवीबी के नाम से जाना गया और 4 साल और एमसी होने 1931 में यह जानकारी दी कि यह वायरस जानवरों में फैल रहा है और इस वायरस में जानवरों को शोषण संक्रमण हो रहा है यह वायरस जानवरों में नॉर्थ डकोटा में फैला था इसके बाद 1940 में दो और करो ना परी वार के वायरस ने जन्म लिया जो कि एमएचवी तथा टीजीवी के नाम से जाना गया कोरोना वायरस के बाद करो ना वायरस के नए सदस्य का जन्म हुआ और वह वायरस हुमन कोरोनावायरस था यह वायरस में आया और इसके चलते यूएसए और यूके में वायरस को एकांत में रखा गया इसके अलावा कोरोनावायरस 2003 में एस ए आर एस के तीन प्रकोप के बाद एशिया तथा विश्व में वायरस का प्रकोप शुरू हुआ उसे डब्ल्यूएचओ ने एक प्रेस रिलीज द्वारा बताया कोरोनावायरस 2019 कोरोना कोविड-19 3:00 का एक विश्व प्रसिद्ध शहर वहां जहां पर एक व्यापार केट में मीट का व्यापार होता है वहां के इस मार्केट में जिंदा तथा मरे हुए दोनों प्रकार के जीवो का मीट मिलता है चाइना के नागरिकों द्वारा चमगादड़ को खाए जाने और जिंदा चूहों को खाए जाने के कारण कोविड-19 नामक वायरस की उत्पत्ति हुई क्योंकि चमगादड़ में हजारों तरह के वायरस होते हैं जो कि मनुष्य उन वायरस को जेल नहीं सकता मनुष्य के अंदर इन भयंकर वायरस से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता नहीं होती है इसलिए चमगादड़ तत्वों को भोजन में शामिल करने का नतीजा हम को भी के रूप में भुगत रहे हैं यह वायरस 2019 दिसंबर में चाइना के शहर वहान में फैला तथा चाइना में डब्ल्यूएचओ को इस वायरस से ग्रसित होने का मामला बताया तथा डब्ल्यूएचओ ने 31 दिसंबर को द्वारा की गई नामक वायरस फैल चुका है तथा इसकी कोई भी दवा एंटीवायरस नहीं है यह एक बीमारी है कोरोनावायरस कोविड-19 भारत विश्व स्तर पर कोविड-19 फैसले के बाद भारत में भी इस वायरस ने अपनी दस्तक दी तथा भारत भी इस वायरस की चपेट में आ गया भारत में कोरोना कोविड-19 का पहला मामला 30 जनवरी 2020 को दक्षिण भारत के एक शहर केरला में आया इसके बाद भारत में ज्यादातर दक्षिण भारत में इसके बाद भारत में ज्यादातर दक्षिण भारत में कोरोना कोविड-19 का प्रकोप बढ़ता ही गया तथा धीरे-धीरे दक्षिण भारत से उत्तरी भारत में भी कोविड-19 फैल गया भारत सरकार द्वारा कोविड-19 से बचने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए भारत सरकार द्वारा पहला कदम था जनता कर्फ्यू देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी भारत देश को संबोधन करते हुए 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की घोषणा करी तथा देश के प्रत्येक नागरिक ने इस कर्फ्यू का पालन किया इसके बाद कोविड-19 का खतरा देखते हुए भारत देश में पहला लॉकडाउन की घोषणा भारत सरकार सरकार द्वारा की गई जो कि 25 मार्च से 14 अप्रैल तक घोषित हुआ कोविड-19 के बढ़ते संकट तथा भयंकर महामारी तथा इसके बचाव के लिए किसी भी तरह की दवाई anti-drug के ना होने के कारण भारत ने चार लॉकडाउन लगे जो कि पहला 25 मार्च 14 मार्च दूसरा 15 अप्रैल से 3 मई तीसरा 14 मई 17 मई 31 मई थे यह लोग महामारी से बचने के द्वारा भारत सरकार द्वारा पूरे देश में लगाए गए का तरीका बहुत आसान व सरल दिखाई पड़ता है परंतु यह चार लोग अपने आप में वायरस से भी बड़ी महामारी बने महामारी तथा उनका भारत पर असर हमारी समस्या बनी में और भारत में भी अपनी समस्याओं को अपने साथ लाया पहला लॉकडाउन 1.0 के चलते देश में निषेध गतिविधियां योगदान की वजह से पूरे देश की देश की सीमाएं बंद कर दी गई सारी हवाई यात्राएं रोक दी गई अब देश में बाहर से ना कोई आ सकता था है ना कोई जा सकता है लॉकडाउन 2.0
देश के प्रत्येक राज्य में अपने राज्य की सीमा बंद कर दी ताकि किसी भी राज्य के नागरिक इधर उधर ना जा सके पॉइंट 3 पूरे देश में रेलगाड़ी बसे हवाई जहाज सब पर प्रतिबंध लग गया पूरे देश में प्रतिबंध लगने से परिवहन पूरी तरीके से बंद हो गया पॉइंट 4 देश की सारी गतिविधियों पर रोक लगा दी गई सारी सारे बाजार व्यापार बंद हो चुके थे किसी भी तरीके का बाजार बंद था सिर्फ दवा की दुकान राशन की दुकान तथा अस्पताल ही खुले थे परंतु इन अस्पतालों में भी कोविड-19 से सुरक्षित मरीजों से बुरा हाल था पॉइंट 5 सभी तरह की जगह निर्माण व्यापार बंद था सरकारी दफ्तर अस्पताल प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां प्राइवेट उद्योग संबंध था पॉइंट 6 पूरे देश में सन्नाटा छाया था जीव जंतु सड़कों पर आ गए थे क्योंकि देश के किसी भी नागरिक को घर से निकलने की अनुमति नहीं थी कोई भी व्यक्ति किसी भी कार्य के लिए बाहर नहीं जा सकता था बीमारी दबाव आर अश्विन की खरीदारी करने के अलावा पॉइंट 7 प्रो दवाइयों की दुकानों के सामने 2 फीट की दूरी पर निशान बनाए गए थे अब इन्हीं गैरों में लोगों को खड़े होकर सामान लेना होगा देश में किसी भी तरह आपके जैसे सूरज सिनेमा समारोह पर प्रतिबंध था किसी भी व्यक्ति को बाहर ना निकलने की निकलने का आदेश था और किसी दवा अस्पताल राशन की की जरूरत की चीजों के लिए सिर्फ एक व्यक्ति ही घर से बाहर जा सकता था इन सब के कारण देश में

सभी तरह का व्यापार तथा मजदूरों का बच्चे बत्तर हाल हो चुका था गरीबों को गरीबों के पास खाने के लिए रोटी भी नहीं थी आम आदमी की जिंदगी में त्राहि-त्राहि हो गई थी मजदूर अपने घर नहीं जा सकते मालिकों द्वारा रोजगार से निकाले जाने के कारण मजदूरों का जीवन नर्क बन गया था इन्हीं कारणों से लाखों मजदूर पैदल ही भूखे अपने गांव की तरफ निकल पड़े सैनिकों के छोटे बच्चे के चलते हुए अपनी जान से हाथ धो बैठे हो ना काल महाकाल साबित हुआ सबसे ज्यादा बुरा हाल रोज खाने कमाने वालों पर हुआ परंतु इस करो ना के प्रकोप में महा मध्यमवर्ग भी और संपन्न वर्ग भी नहीं बच पाया हर व्यक्ति का बहुत बुरा समय

सरकार द्वारा उठाए गए कदम सरकार ने गरीब लोगों को ज्यादा से ज्यादा राशन देने की कोशिश करें सरकार द्वारा प्रत्येक गरीब वर्ग को मुक्त राशन बांटा गया इस महामारी के काल में पूरे भारत की अर्थव्यवस्था डगमगा गई मंदी का दौर वापस आ गया इसके चलते सरकार ने श्रमिक वर्ग के लिए 170000 करोड का राहत पैकेज निकाला ताकि श्रमिकों को कुछ राहत मिल सके इसी के चलते सरकार ने 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज की घोषणा करी सरकार द्वारा श्रमिकों के छोटे व्यापारी मध्यमवर्ग श्रमिकों को कामकाज के लिए दोबारा से शुरुआत करने का प्रोत्साहन मिला, सरकार द्वारा मुफ्त का राशन बांटने का सिलसिला बढ़ता रहा था कि देश का कोई भी वर्क भूखा ना मरे लॉकडाउन के चलते सरकार द्वारा शिविर लगाए गए खाना पकाकर बांटा गया बनाई गई ताकि किसी को भी ना हो कोई व्यक्ति भूख से ना मरे सरकार ने प्रत्येक व्यक्ति को संक्रमण से बचाने के लिए निर्देश देगी से कोरोना से बचने के लिए राहत निर्देश जारी किए सभी व्यक्ति मार्क्स लगाने के निर्देश दिए गए सभी व्यक्तियों को निर्देश दिए गए जरूरी काम से ही बाहर निकलने के निर्देश दिए जाने लगे अपने आप को करो ना के संक्रमण से बचाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग आयुर्वेदिक दवा गाड़ी की विधियां बताई गई हाथ साफ करना सैनिटाइजेशन करने के निर्देश दिए गए सरकार द्वारा कौन बना सरकार द्वारा कोविड-19 से देश के प्रत्येक व्यक्ति को बचाने में एक प्रयास यह भी था कि देश में बीमार तथा स्वस्थ लोगों का वर्गीकरण करना सरकार द्वारा इस महामारी के खिलाफ उठाया गया एक कदम था रे ड्रोन ड्रोन वह दौर था,

जिससे उसका अधिकतर लोगों अधिकतर लोग महामारी से पीड़ित थे उसे राज्यों की श्रेणी में डाला गया रेड जोन को पूरी तरीके से सील कर दिया गया रेड जोन का कोई भी व्यक्ति अपने घर बाहर नहीं जा सकता राशन का दवाई की सुविधा आपको अपने घर पर मिलेगी रेड जोन का मतलब सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र और जोखिम का जोखिम भरा क्षेत्र है ऑरेंज ऑरेंज और रेड जोन के मुकाबले जोखिम स्थिति कम होती है वहां संक्रमण का खतरा होता है और जो व्यक्ति का राशन दवाई का में बाहर जाने की अनुमति होती है का पालन करते हुए तथा करना जरूरी है गिरिडीह में आता है जहां महामारी का खतरा बहुत ही कम या ना के बराबर होता है उसे ग्रीन कहते हैं परंतु विभीषण का पालन करना जरूरी है एक ही है कि प्रत्येक व्यक्ति को बचाना है सरकार द्वारा पूरे क्षेत्र कंटेंटमेंट जोन घोषित करना करो ना के मरीजों के लिए अस्पताल में ज्यादा से ज्यादा इंतजाम करना सैनिटाइजेशन पर तथा मार्क्स पर कालाबाजारी पर रोकथाम निजी अस्पतालों को कम से कम फीस पर कोरोना कोविड-19 का टेस्ट व इलाज करने का निर्देश देना व्यापारियों कंपनियों के मालिक मकान मालिकों पर किसी भी तरीके के अनुशासनहीनता पर रोक लगाना यह सभी कदम व्यक्तियों को महामारी के प्रकोप से बचाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए आज के समय में विश्व बैंक पर भारत कोरोना कोविड-19 ग्रसित देशों में तीसरे नंबर की श्रेणी में आ गया है पहले नंबर पर दूसरे नंबर पर भारत है आज की तारीख में भारत में 7 से ज्यादा लोग बनाने में लगे हुए हैं और इसमें भारत का नाम भी शामिल है भारत की दवा बनाने में जुटी हुई है इसी के साथ-साथ सरकार द्वारा भारत को अनलॉक करने के लिए शुरू हो गई है धीरे-धीरे सभी व्यवसाय खुलने लगे हैं फिर से सभी व्यक्तियों को रोजगार मिलने लगा है दो अनलॉक हो चुकी है 1 जून से 30 जून 1 जुलाई से 31 जुलाई हम सभी आशा करते हैं भारत के साथ-साथ पूरे विश्व को कोविड-19 जल्द से जल्द महामारी खत्म हो हमारे देश और विश्व में शांति बनी रहे।

Written By Utkarsha

भारतीय शिक्षा प्रणाली

भारतीय शिक्षा प्रणाली : भारत में शिक्षा सरकारी व निजी दोनों तरीके से दी जाती है। भारतीय संविधान के अनुसार 6 से 14 वर्ष की आयु तक के बच्चों को शिक्षा शिक्षा प्राप्त करना उनके मूल अधिकारों में शामिल किया गया है। यह नीति 1 अप्रैल 2010 से लागू की गई थी।    
 
           इसके बाद भारत की प्राथमिक शिक्षा में काफी बढ़ोतरी हुई, 7 से 10 साल तक की बच्चों में लगभग तीन चौथाई जनसंख्या आज शिक्षित है। इसके अलावा भारत में अपनी उच्च शिक्षा प्रणाली में भी कई सुधार किए हैं जो कि आर्थिक सुधारों के अंतर्गत आते हैं। उच्च शिक्षा में अधिकतम सुधार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में की गई हैं। 2013 में उच्च शिक्षा में जनसंख्या का 24% शामिल था।        
  प्राथमिक और माध्यमिक स्तर पर भारत में निजी शिक्षा क्षेत्र भी 6 से 14 वर्ष की आयु के 29% छात्रों को शिक्षित करने में लगा है। वार्षिक शिक्षा सर्वे 2012 के अनुसार 96% ग्रामीण क्षेत्रों के 6 से 14 आयु के बच्चे भी शिक्षा प्राप्ति की ओर अग्रसर है। एक और सर्वे जो कि 2013 में शुरू किया गया था उसके अनुसार 229 मिलियन छात्र भारत के ग्रामीण और शहरी इलाकों से कक्षा शिक्षा क्षेत्र में संलग्न है।  
                     
  जनवरी 2019  तक भारत में 900 विश्वविद्यालय और 40000 कॉलेजों की स्थापना हो चुकी थी। भारत की उच्च शिक्षा प्रणाली में काफी संख्या अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति अथवा कुछ पिछड़े वर्ग के छात्रों के लिए भी आरक्षित की गई है।     
            

भारतीय शिक्षा प्रणाली
भारतीय शिक्षा प्रणाली

भारतीय शिक्षा का इतिहास:         
भारत में शिक्षा प्रणाली का इतिहास बहुत पुराना है।भारत के इतिहास में हमें तक्षशिला विश्वविद्यालय के बारे में पता लगता है जो कि आठवीं शताब्दी ईसा पूर्व में स्थापित किया गया था। इसके अलावा हमें नालंदा विश्वविद्यालय के बारे में भी इतिहास में जानकारी मिलती है जो कि पूर्वी भारत में स्थित था। इसके साथ ही यह दुनिया की प्राचीनतम शिक्षा व्यवस्था का विश्वविद्यालय था ऐसी जानकारी मिलती है। यहां सभी विषय पाली भाषा में पढ़ाए जाते थे। वह पूरी दुनिया में विख्यात आचार्य चाणक्य भी यही के एक अध्यापक थे जिनका की मौर्य साम्राज्य के बसने में एक महत्वपूर्ण योगदान था। 
  
   आधुनिक शिक्षा प्रणाली: 
भारत में अधिकतर शिक्षा बोर्ड 10 + 2 प्रणाली पर शिक्षा देते हैं। इस प्रणाली में 12 साल तक विद्यार्थी विद्यालय में शिक्षा प्राप्त करने के बाद 3 साल वह विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण करता है।  
             
आज जो हम भारत की शिक्षा प्रणाली को देखते हैं । वह कई चरणों से होकर गुजरी है। प्राचीन काल में भारत में गुरुकुल में शिक्षा दी जाती थी, जहां की एक विद्यार्थी अपने गुरु के सानिध्य में एक निश्चित अवधि तक घर से दूर रह कर के शिक्षा प्राप्त करता था।       परंतु सन 1835 में राजा राममोहन राय की सहायता से लॉर्ड विलियम बेंटिक ने आधुनिक शिक्षा प्रणाली को लागू किया वे उस का माध्यम अंग्रेजी रखा। इसी शिक्षा प्रणाली को लॉर्ड मैकाले शिक्षा पद्धति भी कहा जाता है, क्योंकि विलियम बेंटिक है यह कार्य लॉर्ड मेकाले की सहायता से किया था।

Change

Change is a law of life, the only unchanging law it is often said. But we are in a time-frame right now n which change is accelerating its pace as in no other recorded historical time.

A dominant factor in that change is the rapid crumbling of the apparent barriers between the physical and metaphysical sciences and the new openness of people on all levels to consider things which would have been unthinkable just a short time ago.

change is a law of life
Change

CHANGE


Besides the obvious changes one notices in the newspapers and magazines, there are a myriad of things going on which never reach broad public attention. Some of them sound minor on the surface, but the significance is profound to those who can see the implications.

A Harvard professor of psychology goes to India to learn meditation. A famous astronaut, one of the first to walk on the moon, states that future interplanetary journeys should be done by astral travel.

A traditional archeologist turns his attention to Atlantis. U.S. Marines use dowsing rods to locate tunnels. Literally thousands of people every year – ordinary, everyday, next-door-neighbor type of people – are joining mind control groups and experiencing and utilizing psychic abilities.

As a personal experience, a short time ago I gave a demonstration at a shopping center in North Hollywood. Hundreds of shoppers with zero knowledge of psychic phenomena saw their own auras, successfully used a dowsing rod, and actually felt the energy emanations from mana generators. Actually, that was less amazing than the fact that I was allowed to put on the demonstration.


Yes, great change is coming, but of what kind? Doom-and-gloom psychics are having a field day predicting the end of the earth (or at least of California), seeing the changes as physical earth changes of a destructive nature.

Others point out the inhuman (?) nature of current wars, the glut of resurrected Christs, the decline of formal religion, and the modification of the moral code and say that Armageddon is at hand and we had better be ready to flee to the hills and wait out the time of dark chaos that is fast approaching.

After that, all the “good guys” (you and me) will be called down to help rule the world under the banner of a god who has come down out of the sky to force us all to be decent folk. Or a variation has it that it’s too late and the world is just going to go kaput!


I would like to point out a few things. First of all, at no time in the present recorded history of man has there been as much altruism between totally different peoples.

Consider the fact that an earthquake in Peru, an epidemic in Africa, a hurricane in Bangladesh result in free, unqualified aid in the form of clothing, medicine, and supplies from all over the world. Former enemies make peace and cooperate.

Nations join together to form organizations to socially and economically help other nations. Vast organizations of private individuals do the same.

We tend to take this all for granted, but it was virtually unheard of before World War II. Yes, there are still ugly wars, but there have always been ugly wars, some far, far worse than what we think of as bad today.

Yet, there has never been such an outpouring of good works. We still have wars, but we also have good works now. That sounds like progress to me.

Next, you must understand that many modern prophets can’t read their own symbolism, and when they can, they often exaggerate it.

An earthquake in a vision is almost invariably a symbol of great mental change, usually in the life of the visionary himself. One modern psychic also predicted a polar shift that would devastate the world at a particular time.

The time came and went and nothing apparently happened. Later it was found out that there was a shift, but so minute as to have virtually no effect on anything. The socially-oriented psychics who are predicting great earth changes are really predicting great changes in consciousness and attitudes, and the destruction of old ways of life.

Do not forget that we create our own reality. This is our world, and it will not be totally destroyed until all our high selves get together and agree that we don’t need it anymore.

I hope this doesn’t disappoint too many of you, but Christ is not going to come swinging down on a white cloud to rule the earth for us. Armageddon and the coming of Christ are symbolic of inner struggle and the realization of union with the High Self. Both occur individually for each one of us. The world will only change as we change ourselves.

Written by Arif Ali

तालियों में शोर है

तालियों में शोर है मुझे तालियों की गड़गड़ाहट का शोर नही चाहिए
इसमे भी मुझे हिंसा दिखती है,

दो हाथो के बीच जो आवाज होती है उसे शब्दो की
की गूंज को दबाना कहते है

तालिया बजाकर मेरी तौहीन ना करो
ये दो हाथो के बीच का शोर बस इसे थोड़ा कम ही करो

ये जो तुम्हारी तालियो की गड़गड़ाहट है न मुझे अच्छी नही लगती
आजकल तो ये तालिया हर गली चौराहे पर 10-10rs में बिकती है

तुम्हारे जो इन हाथो के बीच का शोर है ना
किसी ने इसे भी हिंसा कहाँ है