Date Archives August 2023

ख्वाब यू तुम

ख्वाब यू तुम इतने मुझे दिखाते हो, इन ख्वाबों को क्यू मेरे मन दर्पण में सजाते हो , इन ख्वाबों से मैं बेचैन हो जाता हूँ बस याद भर तुम्हारी में मैं रहता हूँ, कुछ न कहता हूँ बस चुप यू ही रह जाता हूँ

क्यों इतने ख्वाबों को सजाते हो

मेरे ख्वाबों मे रोज चले आते हो

मुझे मदहोश कर चले जाते हो

मौत की आगोश में जाना चाहता हूं

जिंदगी से रूबरू कर चले जाते हो

क्यों इतना बेचैन कर तन्हाईयों का साथ करवाते हो

लूट जाता हूँ भरे बाजार मैं , अपनी ही जिंदगी लिए

बस तुम मेरे ख्यालों को अकेला छोड़ चले जाते हो !

ख्वाब यू तुम इतने मुझे दिखाते हो

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उत्तम व्यवहार

उत्तम व्यवहार रहता हमेशा खुशियों पर सवार हर रिश्ते मजबूत करता एक बड़ी पहचान बनता , अच्छे व्यवहार से जीवन में सरलता आती है जीने का एक तरीका बताती है, खुल जाते खुशियों के द्वार है होने से अच्छे व्यवहार यही है आज का विचार रहे सदा उत्तम व्यवहार

उत्तम व्यवहार,
ख़ुशियों पे सवार …..
अच्छे रिश्ते के,
खुलते उससे द्वार ।

व्यवहार कुशलता,
जीवन में सरलता…..
जीवन ताले की चाभी,
सरलता ख़ुशियों की नाभि ॥

टालने की आदत

टालने की आदत छोड़िए कुछ बच्चे अपनी पढ़ाई को बहुत देर से शुरू करते है, ओर कुछ बहुत जल्दी यह जो बहुत देर वाले बच्चे है न कुछ ज्यादा ही पीछे रह जाते है, कुछ जल्दी वाले कुछ ज्यादा ही आगे भी निकल जाते है , इतने लटक लटक कर यह बच्चे चलते है, की इनको पकड़ कर चलना पड़ता है, यदि इनको कोई काम दिया जाए तो यह बच्चे उस काम को टालते रहते है, समय पर कोई काम नहीं करते बस टालते रहते है, आखरी समय में इनको याद आता है की कुछ काम करना है, इनका काम पूरा नहीं होता।

आखरी समय में कुछ बच्चे पढ़ते है, पूरा साल पढ़ाई को स्किप करते है वह सिर्फ बहाने लगते रहते है, की मैं पढ़ाई को कल शुरू करूंगा लेकिन शुरुआत होती नहीं दिखती है।

किसी भी कार्य को टालना कोई अच्छी आदत नहीं है, टालने से समय की हानी होती है, ओर समय को बर्बाद नहीं करना चाहिए। इसका भरपूर अत्रिके से प्रयोग करना चाहिए।

कुछ बच्चे लगातार यही बोलते है, की अभी तो पूरा साल बच हुआ है पढ़ लेंगे आराम से लेकिन वो कल नहीं, आता वो किसी का नहीं आया तो, आपका कैसे आएगा इसलिए शुरुआत आज से करे, चाहे थोड़ा थोड़ा पढे लेकिन पढ़ना शुरू कीजिए, जिससे की आपका कोर्स जल्द से जल्द खतम हो ओर आखिरी में आपको बोझ ना लगे।

365 दिनों को अच्छे से प्लान करे की आपको किस तरह से पढ़ाई करनी है, सभी दिनों अच्छे से मैनेज करे क्युकी साल में लगभग 112 छुट्टिया होती है, इसलिए इसमे भी पढ़ाई करे इनको टाले नहीं।

पूरे साल में बहुत सारी छूटिया आती है, उनको भी आपको मैनेज करना है उन छूटियों का सही उपयोग करना है।

होली हो या दिवाली लेकिन आपको पढ़ना है, अपनी पढ़ाई से कोई समझोंता नहीं करना है।

आजकल बच्चों के पास कुछ एक्स्ट्रा सब्जेक्ट भी होते है, जिन वह ध्यान नहीं देते ओर न ही उनको पढ़ते है, लेकिन वह सब्जेक्ट उनकी प्रतिशत की मात्र को बढ़ाने के लिए काम आते है, इसलिए इन सब्जेक्ट को भी अच्छे से पढ़ना चाहिए।

जो एक्स्ट्रा सब्जेक्ट है, वो आपके शारीरिक शिक्षा, भारतीय कला का इतिहास , हिन्दी , या कोई ओर भी हो सकता है, लेकिन इन सब्जेक्ट को आप ध्यान से पढे जिससे की आपको आपकी परीक्षा में यदि किसी सब्जेक्ट में कम नंबर हो तो उसका संतुलन हो सके इन सब्जेक्ट को बाद के लिए ना टाले इन सब्जेक्ट पर भी पूरा ध्यान दीजिए।

हममे से बहुत सारे बच्चे ट्यूइशन भी पढ़ते है लेकिन इन बच्चों को आखिरी के 15 दिन पहले याद आता है, की अब पढ़ना भी है तो ट्यूइशन लगा लेते है, यदि आपको लगता है की खुद ही तैयारी कर सकते है ओर आपको ट्यूइशन की आवश्यकता नहीं है, तो यह कोई जरूरी अनही है लेकिन यदि आपको लगता है, की मैं बिना ट्यूइशन के नहीं कर पाऊँगा तो आप देरी नया करे।

यदि आप आज से शुरुआत कर रहे है , तो आपको ज्यादा से ज्यादा पढ़ने का मौका मिलेगा ओर जो पढ़ा है, वह याद भी रहेगा बस उसको एक बार रिवीसीऑन ही करना पड़ेगा ओर वह पूरा याद हो जाएगा।

पढ़ाई में कभी टालमटोल न करे क्युकी यह आपका भविष्य बना रही है।

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छात्रों के लिए

छात्रों को रात को जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठना बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारता है और उनके विद्यार्थी जीवन को बेहतर बनाने में मदद करता है। छात्रों के लिए ये कुछ बाते है जिन्हे ध्यान में रखना चाहिए:

1. शारीरिक स्वास्थ्य: जल्दी सोने से शारीर को पर्याप्त आराम मिलता है और शरीर के उत्तेजना स्तर को बढ़ाकर उचित स्वास्थ्य सुनिश्चित करता है।

2. ध्यान केंद्रित करना: जल्दी सोने से छात्रों का मन अगले दिन के लिए ताजगी से भर जाता है, जिससे वे अध्ययन और संबोधन में अधिक ध्यान केंद्रित कर पाते हैं।

3. अच्छे अभियांत्रिकी क्षमता: जल्दी उठकर सुबह के समय विद्यार्थी अधिकतर शांति और चुपचाप होते हैं, जिससे उनकी अभियांत्रिकी क्षमता बढ़ती है और पढ़ाई में अधिक फोकस और प्रभावी होते हैं।

4. नियमित दिनचर्या: समय पर सोने और उठने से छात्रों के दिनचर्या में नियमितता आती है, जिससे उन्हें समय का बेहतर व्यवस्था करने में मदद मिलती है।

5. स्वास्थ्य लाभ: जल्दी सोने से छात्रों का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है जिससे उन्हें बीमारियों से लड़ने की क्षमता मिलती है।

इसलिए, एक विद्यार्थी को रात को जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठने का प्रयास करना चाहिए ताकि उनके शिक्षा और विकास के लिए समय का बेहतर उपयोग हो सके।

मन को वश में करे

अपने मन को कैसे वश में करे

मन को वस में रखना एक सबसे मुश्किल काम हो सकता है, लेकिन इसे करना बहुत जरूरी होता है। यह हमारी ज़िन्दगी में सकारात्मकता को बढ़ाने में मदद करता है और हमें एक शांत, स्थिर और संतुलित दिमाग देता है।

कुछ आसान तरीके हैं, जो मन को वस में रखने में मदद कर सकते हैं:

1 ध्यान करें – ध्यान एक बहुत ही अच्छा तरीका है मन को वास में रखने के लिए। ध्यान करने से मन शांत होता है और आप सकारात्मक सोच सकते हैं।

2 . व्यायाम करें – व्यायाम करने से शरीर से तनाव दूर होता है और मन भी शांत होता है। आप योगा या मेडिटेशन भी कर सकते हैं।

3. सकारात्मक सोचें – सकारात्मक सोच से मन शांत होता है और आपकी सोच भी सकारात्मक होती है। आप दूसरों को सकारात्मक सोचने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।

4. संगीत सुनें – संगीत सुनने से मन शांत होता है और आपकी मूड भी अच्छा होता है।

5 खुश रहें – खुश रहने से मन वास में रहता है। आप अपनी दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं और उनसे मज़ाक करें।

इन तरीकों के साथ-साथ, आप अपने मन को वश में रखने के लिए दैनिक रूप से सकारात्मक अभिव्यक्ति करें। आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ बातचीत करें, अपने विचारों को लिखें और अपने अनुभवों को शेयर करें। इससे आपको अपने मन को वश में रखने में मदद मिलेगी और आप अपनी सोच और भावनाओं को स्पष्ट रूप से समझ सकेंगे। अंततः, मन को वश में रखना एक सतत प्रयास होता है और इसके लिए आपको धैर्य और निरंतर प्रयास करने की जरूरत होती है।

चिंतन मनन

क्या विचार एक विद्युत है? चिंतन, मनन, और विचार में आपको क्या फर्क नजर आता है?
विचार विद्युत नहीं बल्कि विद्युत से भी कई गुना अधिक है,इन विचारों को समझना आसान नहीं है , यह विचार इस सम्पूर्ण ब्रह्मांड में चर विचर कर रहे है , विचार इस सम्पूर्ण ब्रह्मांड का जोड़ है, जिसकी वजह से ही यह सम्पूर्ण ब्रह्मांड जुड़ा हुआ है यह विचार काही से भी अलग नहीं है

जिस प्रकार से श्री मद भागवत गीता में लिखा हुआ है शब्द आकाश के विकार है। यदि आप विचारों को समझेंगे तो सम्पूर्ण चराचर जगत में विचार ही विचार है जिसकी वजह से हमारे इस ब्रह्मांड का विस्तार हो रहा है, यह कभी ना रुकने वाली वाली प्रक्रिया है।

अब बात करते है मनन , चिंतन, ओर विचार की यह एक ही प्रक्रिया से जुड़े हुए तीन आकार में बदलाव है इसके विपरीत कुछ नहीं यदि आपके भीतर कोई विचार प्रकट होता है तो आपका उस पर अपनी क्रिया ओर प्रतिक्रिया रूप देते है जो मनन वाली श्रेणी में रखते है इसके बाद इन विचारों के समूह पर शांत चित से चिंतन करते है वही आपका चिंतन है।

चिंतन, मनन और विचार तीनों ही मानसिक क्रियाएँ हैं जो हमारे मन और बुद्धि की गतिविधियों को व्यक्त करती हैं। हालांकि, इन तीनों में थोड़ा अंतर होता है।

चिंतन एक ऐसी मानसिक क्रिया है जो हमारे मन में उत्पन्न होने वाले विचारों को ध्यान से सोचने का काम करती है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जो हमें अपने विचारों के बारे में सोचने की समझ देती है और हमें अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं के बारे में सोचने की अनुमति देती है। चिंतन हमें अपनी विचारों के बारे में गहनता से सोचने की अनुमति देता है ताकि हम अपनी जिंदगी के विभिन्न पहलुओं को बेहतर बनाने के लिए उन्हें समझ सकें।

मनन एक ऐसी क्रिया है जो हमें अपने विचारों को विस्तार से विचार करने की अनुमति देती है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें हम अपने मन की समस्याओं को हल करने के लिए उनसे निपटने की अनुमति देते हैं। मनन हमें अपने विचारों के पीछे छिपी हुई भावनाओं और दृष्टियों को समझने की अनुमति देता है ताकि हम अपनी समस्याओं के समाधान के लिए उचित कदम उठा सकें।

विचार एक ऐसी मानसिक क्रिया है जो हमारे मन में उत्पन्न होने वाले विभिन्न विचारों को व्यक्त करने की अनुमति देती है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें हम अपने मन में उत्पन्न होने वाले विभिन्न विचारों को संगठित करने का काम करते हैं और उन्हें व्यक्त करने के लिए उचित शब्दों का चयन करते हैं। विचार हमें अपने अंतर्मन के भावनाओं और विचारों को समझने की अनुमति देता है और हमें विभिन्न मुद्दों और समस्याओं के समाधान के लिए उचित विचारों का चयन करने में मदद करता है।

इस प्रकार, चिंतन, मनन और विचार तीनों ही मानसिक क्रियाएं हैं जो हमारे मन और बुद्धि की गतिविधियों को व्यक्त करती हैं, लेकिन इनमें थोड़ा अंतर होता है। चिंतन हमें अपने विचारों के बारे में सोचने की समझ देता है, मनन हमें अपने विचारों को विस्तार से विचार करने की अनुमति देता है और विचार हमें अपने विभिन्न विचारों को व्यक्त करने की समझ देता है।

उम्मीद पर जीवन

उम्मीद पर जीवन आशा की किरणें दिल में जगाती हैं,
उनके संग सदा जीवन जगमगाता है।

अँधेरे में भी वो रोशनी दिखाती है,
जो जीवन के हर मोड़ पर साथ दिखाती है।

जब तक आशा है दिल में जगमगाती,
जीवन संघर्षों के बीच भी मुस्कुराती है।

उम्मीद पर जीवन की नई कहानी लिखते हैं,
होते हैं अगर आशाओं के लिए जुटे हम सब मिलकर तो उसमें नई उमंग समाते हैं।

अपने सपनों को हम सच करते जाते हैं,
हर कदम पर आगे बढ़ते जाते हैं।

आशा की किरणें दिल में जगाती हैं,
उनके संग सदा जीवन जगमगाता है।

जीवन के हर मोड़ पर आशा हमें संभालती है,
जीवन में नयी ऊर्जा भर जाती है।

जब तक आशा है दिल में जगमगाती,
जीवन संघर्षों के बीच भी मुस्कुराती है।

आशा की किरणें दिल में जगाती हैं,
उनके संग सदा जीवन जगमगाता है।

जीवन में उलझन

उलझन क्या है ? उलझन एक अवसर होता है, जो हमें अपने दोषों को स्वीकार करने के लिए प्रेरित करता है। जब हम उलझन से निपटते हैं, तो हम अपने अनुभवों से सीखते हैं और अपने दोषों को स्वीकार करते हैं। ये हमें अपने आप को सुधारने की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करता है, जो हमें अपनी सीमाओं को छोड़कर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। जब हम उलझन से निपटते हैं, तो हम अपनी आत्मा को विकसित करते हैं और जीवन में एक नयी दिशा के साथ आगे बढ़ते हैं।

जिंदगी में उलझन एक स्थिति है जो हर किसी को सामने आती है। जब हम अपने जिंदगी में उलझे हुए होते हैं, तो हमें अधिक सोचने की आवश्यकता होती है। ये उलझन हमारे मन को अधिक चिंतित और उत्तेजित करती हैं।

उलझन से निपटने के लिए, हमें धैर्य और संयम रखने की आवश्यकता होती है। हमें उलझन से निपटने के लिए अपनी आत्मविश्वास और विश्वास को बढ़ाने की आवश्यकता होती है। जब हम अपने आप में विश्वास रखते हैं तो हम उलझन से निपटने में सफल होते हैं।

उलझन एक संदेश होता है: जो हमें बताता है कि जीवन में सफलता के लिए हमें संकटों का सामना करने की क्षमता होनी चाहिए। जब हम उलझन से निपटते हैं, तो हम जीवन में सफल होने के लिए तैयार होते हैं।