Date Archives July 2019

मंत्रों का प्रभाव

क्या मंत्रों का हमारे जीवन पर प्रभाव पड़ता है?

हाँ मंत्रो का हमारे जीवन पर प्रभाव पड़ता है मंत्र बहुत ही प्रभावी होते है तथा हमारे जीवन को एक नई दिशा और दशा भी मन्त्र देते है मंत्रो में अद्भुत शक्ति होती है।

जब साधारण से शब्द हमारे जीवन को इतना प्रभावित करते है तो सोचिये की मंत्रो की शक्ति तो अतुल्य होगी लेकिन मैं आपसे अनुभव की बात कहता हूँ, की मंत्रों का हमारे जीवन बहुत प्रभाव पड़ता है , मन्त्र हमे शुद्ध करते है, मन्त्र हमे शक्ति प्रदान करते है,मन्त्रो से हमारे जीवन में शांति आती है, हमारे सोचने और समझने की क्षमता बढ़ जाती है,मन्त्र हमारे शरीर में नई ऊर्जा देते है ॐ मंत्र ही सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड की रचना का कारण है, दिव्य ॐ से सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड का विस्तार हुआ है।

यह शब्द जिस प्रकार से आकाश का विकार होता है। जब आप शब्द का उच्चारण करते है तो उन्ह शब्दों का प्रभाव हमारे दैनिक जीवन पर पड़ता है आप पूछेंगे कैसे ?  शब्द तो बहुत मामूली सी बात है, यह तो हम रोज बोलते लेकिन कुछ नहीं होता इन्ह शब्दों से तो ,परंतु शब्द बहुत शक्तिशाली होते है आप इस तरह से इन्हें जाने।

शब्द = अर्थ
शब्द = निरर्थक
शब्द = एहसास और भावना
यही सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड का ज्ञान है, इसके विपरीत कुछ भी नहीं है, जैसे शब्दों को अर्थ मिलते है वह शब्द एक रूप ले लेने की प्रकिर्या शुरू कर देता है तथा जब उन्ही शब्दों में एहसास और भावना आने लगती है वह साकार रूप में परिवर्तित होना शुरू कर देती है।

यही वो प्रकिर्या है जब शब्द आगे बढ़ कर शब्दातीत होता है और शब्दातीत से मन्त्र होना शुरू करता है हमारे जो स्वच्छ शब्द है वही मन्त्र बनते है।

एक छोटा सा शब्द हमारे जीवन अस्त व्यस्त कर देता है और एक छोटा ही शब्द हमारे जीवन को नई दिशा भी दे देता है शब्द हमारे शरीर पर नकरात्मक और सकरात्मक प्रभाव डालते है परंतु मंत्र तो हमे सिर्फ सकरात्मक ऊर्जा ही प्रदान करते है तथा शुद्धता प्रदान करते है।

आओ हम एक प्रयोग करे इस 2023 को उत्सव में बदले और एक नया रूप दे हमारे जीवन में उन्नति हो हमारे आध्यत्मिक जीवन के लिए हम अपने जीवन के अर्थो को जान पाये इसलिए सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड को ॐ मन्त्र के उच्चारण से गूंजा दे और ब्रह्माण्ड को एक नया प्रकाश दे इस शताब्दी का सबसे बड़ा पर्व माने।

हमे शब्द से निशब्द होने तक का सफ़र पूरा करना है इसलिए हमे यह जानना जरुरी है की हम शब्द क्यों है? कौनसे शब्द है ? इन्ह सभी प्रश्नो के उत्तर हमारे इन्ह मंत्रो में ही छिपे हुए है यही हमे जानना है

अक्षर परब्रह्म ॐ ही इस ब्रह्माण्ड का जनक बीज मंत्र है, प्रथम अक्षर है ॐ से ही पूरे ब्रह्माण्ड की संरचना हुई है, आओ हम सभी 2023 को उत्सव और आनंद विभोर करदे इस दिव्य प्रह्मब्रह्म अक्षर ॐ से, ॐ ही बीज मंत्र है हम सभी ॐ मंत्र का उच्चारण कही से भी कर सकते है , जहाँ आप हो उस समय वही पर इस दिव्य ॐ का उच्चारण शुरू करे चाहे, आप घर हो या बाहर सिर्फ ॐ मंत्र का जप शुरू करे, आपके जीवन में सुख,शांति,समृद्धि और नई चेतना का विकास होगा, आपका जीवन नए नए अनुभवो को प्राप्त होगा।

आप अपने जीवन के स्तर को ऊपर उठाना चाहते हो तो अपने भीतर अच्छे शब्दों का संकलन करे अपने जीवन को उच्च करे स्वच्छ शब्दों से ,अपने शब्दों को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाये तथा इस ब्रह्माण्ड को और प्रकाशमान होने में सहायक तत्व बने

तुम हमे याद कब

वो हमे याद ही नही करते शायद, वो हमसे नही खुद से बेमानी करते है। तुम हमे याद कब करोगे, ये सवाल दिल में उठता है,
क्योंकि अक्सर तुम्हारी यादों को हम दिल से जड़ देते हैं।

तुम्हारी यादों की वो खुशबू, जो फैली हुई है दिल में,
हर आहट के साथ हमारे साथ हमेशा रहती है जैसे रेत के सफ़ेद फ़न्दे।

तुम हमें याद कब करोगे, ये हमेशा के लिए नहीं होगा,
बस एक दिन के लिए हम आपकी यादों में खोये रहेंगे।

जब हम तन्हा होकर आपकी यादों को बुलाते हैं,
तो वो यादें हमें फिर से आपके पास ले जाती हैं।

तुम हमें याद कब करोगे, ये हमेशा एक रहस्य बना रहेगा,
पर तुम्हारी यादों के साथ हम हमेशा जीते रहेंगे।

तुम्हारी अभी भी आवाज़, तुम्हारी अभी भी मुस्कान,
ये सब हमें तुम्हारी याद दिलाती हैं, जो बस हमारी होगी हमेशा।

हमे तुम याद कब करोगे, ये सवाल दिल में उठता है,
पर तुम्हारी यादों को हम दिल से जड़ देते हैं, जो हमेशा रहेगी साथ।

वर्ल्ड कप 2019

वर्ल्ड कप फाइनल 2019 का आख़िरी मैच जिसको सभी देश रहे थे क्युकी इस बार इतिहास के पन्नो पर एक नया नाम आना था जो अब से पहले कभी नही हुआ पहले भी ऐसा हुआ है, कि जो एक ऐसी टीम जो वर्ल्ड कप कभी नही जीत पायी परंतु फाइनल तक पहुँची है, लेकिन इस बार बात और अलग हो गयी इस बार आमने सामने दोनो ही ऐसी टीम जो आज तक कभी भी फाइनल नही जीती जिनहोने कभी वर्ल्ड कप नही उठाया था।

इसलिए इस बार लोगो मे ज्यादा उत्साह था, और हुआ भी कुछ इस बार के वर्ल्ड कप फाइनल मैच में कुछ तरह से की लोग भूल नहीं पाएंगे।

क्रिकेट अनिश्चित घटनाओं का खेल है कब क्या होगा? यह किसी को नही पता इस खेल में

इस बार वर्ल्ड कप प्रतियोगिता राउंड रोबिन जिसमे सभी टीमें एक दूसरे के साथ खेलती है इस बार प्रतियोगिता में 10 टीम थी।

यह 2019 का 48वा मैच था ओर आखिरी मैच था।

वर्ल्ड कप फाइनल का मैच बिल्कुल ऐसा की आप नाखून चबाने लग जाए यह मैच बहुत कमजोर दिल वालो के लिए बिल्कुल नही था।

इस बार फाइनल में दो ऐसी टीम पहुँची जो कभी वर्ल्ड कप नही जीती थी अब दो में से एक ऐसी टीम को वर्ल्ड कप की ट्रॉफी मिलनी थी जो पहले कभी नही जीती थी एक नया विश्वविजेता इस दुनिया को मिलना था।

इंगलेंड और न्यूजीलैंड इन दोनो टीमो ने इस मैच को जितने के लिए सबकुछ कर डाला , किसी भी समय ऐसा प्रतीत नही हुआ की मैच एक तरफ का है, पूरी तरह से कांटे की टक्कर थी और लगातार खेल में रोमांच बना हुआ था।

मैच के आखिरी ओवर में एक ओर ऐसा ट्विस्ट हुआ जो इंग्लैंड के लिए जीत में बदल गया, मार्टिन गुप्टिल ने थ्रो कर विकेट की और मारा तो बेन्स्टॉक के बल्ले से लगा जो बाउंडरी के पर हो गया। जिस वजह से इंग्लैंड को 2 रन भागने पर ओर 4 रन ओवरर्थ्रो के मील टोटल 6 रन जो इंग्लैंड को जीत के ओर करीब ले गए, अगर क्रिकेट की रूल बुक में यह 5 रन होने चाहिए थे।

मैच आखिरी बॉल तक किसी के पाले मैं नही रहा और मैच टाई हुआ पहले खेलकर न्यूजीलैंड की टीम ने 241रन बनाये और इंग्लैंड ने भी 241 रन बनाये इस वजह से मैच टाई हुआ और अब सुपर ओवर होना था।

फिर दुबारा सुपर ओवर के द्वारा मैच का निर्णय होना था, जिसमे पहले इंग्लैंड खेली ओर 6 बॉल पर इंग्लैंड ने 15 रन बनाये और दूसरी 6 बॉल न्यूजीलैंड ने खेली ओर न्यूजीलैंड ने 6 बॉल पर 15 रन बनाये इस वजह से सुपर ओवर भी टाई हुआ।

अब मैच का फैसला उस आधार पर होना था, जिस टीम ने अपनी एक इनिंग में सबसे ज्यादा चौके मारे थे, और इसमें इंग्लैंड की टीम ने सबसे ज्यादा चौके मारे जो 24 थे और न्यूजीलैंड ने 16 चौके मारे तो इस लिहाज से न्यूजीलैंड की टीम हार गयी 8 चौके कम होने पर न्यूजीलैंड की हारी और इंग्लैंड की टीम विश्वविजेता बन गयी।

ऐसा पहली बार हुआ है की इंग्लैंड की टीम वर्ल्ड कप जीती।

इससे पहले ज्यादातर वर्ल्ड कप के फाइनल मैच एक तरफा मैच रहे, जैसे की पिछले वर्ल्ड कप में भी हमने देखा न्यूजीलैंड की टीम फाइनल में थी, परंतु ऑस्ट्रलिया ने आसानी से वो मैच जीत लिया था।

वर्ल्ड कप का फाइनल मैच सबसे यादगार मैच बना क्रिकेट के इतिहास में यह और भी यादगार हो सकता था, यदि वर्ल्ड कप की ट्रॉफी का विजेता इन दोनो टीमो को बना दिया जाता क्योंकि देखा जाए तो कोई भी टीम नही हारी। फैसला हुआ बाउंड्रीज के आधार पर जिसकी सबसे बाउंड्रीज वो टीम विजेता।

वो अंत में इंग्लैंड को विजेता घोषित किया गया, इस फैसले से बहुत सारे क्रिकेट के समर्थक नाराज हुए और बॉलीवुड सिनेमा के बड़े बड़े कलाकार ने भी इस फैसले का विरोध किया।

समर्थक व फिल्मी सितारे भी नाराज                  Amitabh bachchan T 3227 – आपके पास 2000 रूपये, मेरे पास भी 2000 रुपये,
आपके पास 2000 का एक नोट, मेरे पास 500 के 4 …
कौन ज्यादा अमीर??? ICC – जिसके पास 500 के 4 नोट वो ज्यादा रईस..
#Iccrules????
प्रणाम गुरुदेव
Ef~NS

सुपर 30

सुपर 30 फ़िल्म में कुछ लोग ऐसा कह रहे है की ह्रितिक रोशन बिल्कुल भी आनंद कुमार से मेल नही खाते लेकिन क्या शक्ल मिलनी जरूरी है?

Super 30
super 30

ह्रितिक रोशन ने सुपर 30 में बेहतरीन एक्टिंग की है। अब से पहले इस यारह के किरदार को उन्होंने कभी नही किया लेकिन उनकी एक्टिंग बहुत जबरदस्त है सुपर 30 में

सुपर 30 के अंदर ह्रितिक रोशन में कुछ बनने और बनाने के लिए बहुत जुनून दिखाया गया है जो पहले मेने किसी भी फ़िल्म में नही देखा।

सुपर 30 के पहले सीन से लेकर आखिरी सीन तक रोमांच भरा हुआ है।

अब छलांग लगाने का वक़्त आ गया है – इस लाइन अर्थ है बहुत समय से हम सभी तैयारी कर रहे है परंतु अब तैयारी का वक़्त नही अब कुछ कर दिखाने का वक़्त है कुछ बड़ा , कुछ बेहतर ओर लोगो से एक लंबी छलांग लगाने का वक़्त है।

परिस्थितियां जो हमे बहुत कुछ ऐसा करने पर मजबूर कर देती है जो हम कभी नही करना चाहते।

आनंद कुमार जो किसी भी चीज़ को आसानी से सुलझा सकते थे और किसी भी आसान चीज़ को आसानी से उलझा भी सकते थे।

जिंदगी ? Mark की तरह है जिंदगी से सवाल पूछते जाओ और जिंदगी जवाब देती जाएगी।

आपके अंदर सीखने की भूख होनी चाहिए फिर आप कही से भी कैसे भी सीख सकते है।

यदि आपके मन में कोई प्रश्न है तो उसका उत्तर अवश्य मिलेगा बस यह आपके जानने की ललक पर निर्भर करता है।

सफलता किसी की जात पात नही पूछती वह उसीके पास आती है जो उसके काबिल होता है।

सफलता को प्राप्त करना यह हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है।

हर उस घटना से सीखा से जा सकता है जो आपके आसपास हो रही है।

जादू कही और नही है जादू सिर्फ हमारी सोच में है।

हौसले बुलंद होने चाहिए फिर कुछ भी नामुमकिन नही है।