हिम्मत कर राही
कोशिश करते रहो, कभी न मानो हार ।
हर मुश्किल से लड़ने को,
हरदम रहो तैयार।
अच्छा हो चाहे , चाहे हो बुरा समय ।
तुम्हें रहना होगा, सदा ही निर्भय।
हिम्मत की बागडोर को, कभी न छोड़ना बीच राह ।
आगे ही बढ़ते रहना, होना न गुमराह।
जिंदगी की डगर माना है नहीं आसान ।
आखिर तुम्हें बनानी है अपनी नई पहचान।
भीड़ से अलग हो जाने का , न करना कोई गुमान ।
मिलकर आगे बढ़ते रहना , छिपाना ना मुस्कान।
इस दुनिया की फुलवारी में, हैं खिले अनेकों सुमन ।
पर तुम्हें बनाना है, गुलाब जैसा मन।
अपने होठों की हंसी को, रखना हमेशा बरकरार।
वक्त आकर ठहरेगा , तुम्हारे लिए इक बार।
Akme mittal