आसरा

जो हो रहा है वो बेहतर है बस यही एक विचार तेरा ही आसरा यह की जो हो रहा है वो सबसे बेहतर सबसे सर्वोत्तम

यह क जो हो रहा है वो सबसे बेहतरीन सबसे सर्वश्रेष्ठ………..
बस आसरा एक कि चरित्र में प्राण डाल सकूँ
तो कार्य हो जाए दी बेस्ट ।

मर्जी अपनी तो अक्सर सभी चलाना चाहते……
चाहूँ जो सही हे वही हो चाहे मेरे हो विरुद्ध कार्य जो मुझे नहीं भाते।

यह जो हो रहा है,
वो सबसे बेहतरीन, सबसे सर्वश्रेष्ठ,
हर गिरती शाम के पीछे छुपा हो,
कोई नया सवेरा स्वर्णरेष्ठ।

आसरा यह कि जो राहें मुड़ीं,
वो मोड़ किसी मंज़िल तक जाएँ,
हर दर्द की लकीरें मिट जाएँ,
हर अधूरा ख़्वाब खिलखिलाएँ।

बस आसरा एक कि शब्दों में,
कोई धड़कन उकेर सकूँ,
संवेदनाओं को साँस दे सकूँ,
चरित्र में प्राण डाल सकूँ।

हर कहानी में कुछ धड़कनें हों,
हर किरदार में कोई आत्मा,
सिर्फ़ अक्षर न हों पन्नों पर,
बल्कि गूँजे जीवन की गाथा।

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