एक निर्धारित समय

एक निर्धारित समय यह ऐसा समय हो जब आप कुछ जरूरी कार्य करना चाहते हो हर रोज उसी समय, वही एक ऐसा समय हो जिस समय आप वही काम करो जिसकी आदत आप बनाना चाहते हो, वो जरूरी कार्य आपकी उन आदतों से जुड़ा होना चाहिए जिसे किसी ओर समय नहीं कर पा रहे हो, लेकिन उस निर्धारित किए हुए समय में आप वही कार्य करो, ओर लगातार करते रहो चाहे उसमे आपको सफलता नहीं मिली हो कभी, लेकिन उस कार्य में कभी तो सफलता मिलेगी इसलिए उस कार्य के प्रति लगातार बने रहे ओर उसी समय पर उस कार्य को करते रहे, एक वो दिन जरूर आएगा जब आपको सफलता मिलेगी आपके मनचाहे कार्य में।

पूरे दिन में एक निश्चित समय हो जब आप अपने दूसरे सारे कार्यों को छोड़कर उस कार्य को करे, उस कार्य को समय दे जिसमे आप सफल होना चाहते है, जो आपको बेहद पसंद है, कभी कभी उस बेहद पसंद आने वाले काम में भी मन नहीं लगता लेकिन कुछ दिन यदि मन नहीं लगता तो कोई बात नहीं लेकिन उस कार्य में मन लौटकर वापस आ जाता है, दूसरों कार्यों की तुलना में यह अधिक अच्छा कार्य है ऐसा आप जानते है इसलिए आपका मन लौटकर आ जाता है इसलिए अपना समय अपने मनपसंद के  कार्य को ओर अधिक दे, जैसे आप लिखना पसंद करते है किसी किसी दिन आपका लिखने का मन नहीं करता लेकिन लिखना आपका शोक है, आज मन नहीं है लेकिन कल फिर लिखने का ही करेगा इसलिए अपने लिखने वाले कार्य को एक निश्चित समय पर करे। मेरा एक निर्धारित समय है, जब मैं अपने लैपटॉप को लेकर बैठ जाता हूँ चाहे मैं काम कर पाउ या नहीं चाहे कुछ लिख पाउ या नहीं, मेरा काम करने का मन हो या नहीं, चाहे मैं कुछ ना करू बस बैठ ही रहु 

लेकिन उस समय मैं बैठ जाता हूँ अपने लैपटॉप के साथ बहुत बार ऐसा होता है जब हमारा किसी कार्य को करने का मन नहीं होता तब हम कुछ नहीं करना चाहते, लेकिन जब मेरा मन नहीं होता तो भी उस काम करने के लिए बैठ जाता हूँ अपना लैपटॉप लेकर चाहे मैं कुछ नहीं लिखू लेकिन उस समय बैठने की वो आदत बनी रहती है, फिर वो आदत टूटती नहीं है, चाहे आप उस समय अपने काम के साथ कुछ ओर भी कर रहे हो लेकिन उस आदत को चालू रखिए ताकि आपकी आदत बनी रहे ओर आप धीरे धीरे अपने कार्य के प्रति प्रेम करने लग जाते है, उस कार्य के आदि हो जाते, फिर आपका मन खुद ही उस कार्य में लगने लग जाता है, फिर आप उन सभी दूसरे कार्यों को छोड़ते चले जाते है जो आपके लिए जरूरी नहीं है, अब आप सिर्फ अपने मनपसंद के कार्य पर ही ध्यान लगाने लग जाते हो।

फिर उस समय आपके मन के भीतर विचार भी उस कार्य के लिए आने लग जाते है, फिर आपकी सराउन्ड वैसी ही बन जाती है उस समय में इसलिए एक निर्धारित समय पर अपनी आदत को बना लीजिए जब आप हो ओर आपका मनपसंद काम हो आपके साथ ओर कुछ नहीं हो।

एक निर्धारित समय पर किया गया कार्य आपकी आदत बन जाता है, जिससे आप उस कार्य में लगातार बने रहते है, ओर किसी भी कार्य को लगातार करने से आप उस कार्य में कुशल हो जाते है।

इसलिए एक निर्धारित को चुनिये ओर अपने मनपसंद के कार्य को हर रोज निर्धारित समय पर ही करिए, एक निर्धारित समय पर किया गया कार्य आपकी आदत बन जाती है, इसलिए उसी समय पर हर रोज उस कार्य को करे।

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