ढूँढता ही रहा zindagi June 20, 2023 0 Comments ढूँढता ही रहा जिंदगी को ना जाने कहाँ काहाँ ए ख्वाब जिंदगी तू इतनी हसीन क्यों बस थोड़ी बहुत नमकीन हो , मेरी जिंदगी इस कद्र रह की भरपूर सुकून हो। ढूँढता ही रहा Share This Post Previous Postजिंदगी को समझने Next Postइश्क की चर्चा