भागम भाग

जिंदगी एक भागम भाग दौड़ है जिसमे लाखो इच्छाएं है जिन्हें पूरा करने की एक नाकाम कोशिश है, उन सभी इच्छाओं को पूरा कर फिर यही छोड़ जाना है, ना कोई मुकाम पाना है ना कुछ कर दिखाना है फिर भी बस इस जिंदगी के साथ भागते ही जाना है।

बार बार असफल होने के बावजूद भी जीतने और कुछ कर दिखाने की इच्छा का नाम ही है जिंदगी 
कुछ करके दिखाना भी है जिंदगी 
क्या करना और क्यों करना, किसके लिए करना 
यह भी ना समझ पाना है जिंदगी
और समझ जाने का नाम ही तो है जिंदगी 

बहुत सारे सपनो को साकार करने का नाम भी है
जिंदगी उन सपनों से हार कर बैठ जाना भी है,
जो सपने देखे थे उनके लिए फिर से उठ जाना है 
जिंदगी और उनके साथ फिर नए सपनो को देखना और 
उठ कर हिस्सा लेना भी है यह जिंदगी 

जिंदगी भी गणित के उस 0 और इंफिनिटी की तरह लगती है, जो शुरुआत तो 0 से करती है और खत्म इंफिनिटी मतलब कभी ना खत्म होने वाली है यह जिंदगी 

एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने की बाद दूसरा सपना देखने के हौसले को जिंदगी कहते है। 
जीत और हार का सिलसिला है जिंदगी 
कभी जीत है तो हार भी है जिंदगी 

जिंदगी एक भागम भाग दौड़ है।

यह भी पढे: टालने की आदत, लक्ष्य, अकेले बैठ, ख्वाबों की डोर, जल्दी तो कभी देर,

Leave A Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *