जीवन का काम हे कुछ न कुछ देना……
ख़ुशियाँ या अनुभव आपका क्या कहना ?
अनुभव समय और नुक़सान से बचाता…..
जैसे बारिश में कार्य करता छाता ।
जीवन का काम हे वो कुछ न कुछ देता….
बदले में वो समय आयु को हर लेता ।
या तो ख़ुशियों या अनुभवों से भर देता ….
जीवन के पथ पर चलते-चलते,
अनुभवों का साम्राज्य बनाते।
हर एक सदीव पल में जीवन सिखाता,
नये रंग और चेहरे प्रकट करता।
खुशियाँ और दुःख, जीवन के बादल,
आते-जाते हर पल बनाते संगीत।
अनुभवों की बौछार में खेलता जीवन,
देता है नया आयाम, नया परिचय।
जैसे बारिश में कार्य करता छाता,
अनुभव जीवन को रंगीन बनाता।
हर एक बूंद में छिपी होती खुशियाँ,
प्रकट होतीं हैं जब बरसात की धारें।
जीवन का अनुभव, एक अमूल्य उपहार,
हर एक क्षण में छिपी होती ताक़त।
नुक़सानों से सीखता, आगे बढ़ता,
नये सपनों को पंख देता है बढ़त।
जीवन की बारिश में, आनंद बरसाता,
आपके अनुभव से रंग भराता।
जीवन का काम है कुछ न कुछ देना,
खुशियाँ या अनुभव, यही हैं कहना।
जीवन खिसका जाए जैसे मुट्ठी से रेता
यह भी पढे: जीवन में सफलता, हमारा जीवन, प्रेरणा जीवन, जीवन के नियम,