नैशनल गांधी शिल्प बाजार दिल्ली के द्वारका सेक्टर 11 में लगा मेला जिसमे आर्ट प्रदशनी लगी हुई है, ओर बहुत सारे आर्टिस्ट ने अपनी स्टॉल वहाँ लगी हुई है, अलग अलग तरह के स्टॉल लगे हुए जो बहुत आकर्षक है, लगभग 250 स्टॉल लगे हुए है, यह घूमने ओर नई नई चीजों के देखने के लिए एक बेहतरीन जगह है, जहा आप अपना दिन भी व्यतीत कर सकते है, काफी सारे फूड स्टॉल भी लगे हुए है।
गांधी शिल्प बाजार में स्टॉल लगाने के लिए सरकार शिल्पकारों को प्रोत्साहन देती है, इन सभी स्टॉल का कोई चार्ज नहीं लेती सरकार ओर देश भर में जहां कही भी गांधी शिल्प बाजार का आयोजन किया जाता है वहाँ इन सभी लोगों को सूचित किया है।
मैं मिला जागृति से जिसने वहाँ पर अपना एक स्टॉल लगा रखा है, जागृति को मैं काफी समय से जानता हूँ जब वो मेरी किताबों की दुकान पर अपनी स्कूल की किताबे लेने के लिए आया करती थी तब से मैं उसे जानता हूँ, जागृति का बचपन से पेंटिंग में बहुत मन था, यह अपना स्टैशनेरी व आर्ट का सारा समान वही से लेकर जाती थी।
जो ये अपनी दीवारों को भी पैन्ट करती है, यह एक अनुभवी लड़की है ओर इसके अंदर काफी प्रतिभा भारी हुई है, आज जागृति को यहाँ देखकर बहुत खुशी हुई की उसने अपना स्टॉल लगाया है यह उसने पहली बार लगाया है, अब आगे उसे चीज का अनुभव होगा ओर वह धीरे धीरे अपने जीवन में आगे बढ़ेगी, इसकी जिंदगी का लक्ष्य पेंटिंग बनाना ही है बहुत कम लोग उसी के साथ अपना जीवन व्यतीत करते है जो उन्हे पसंद होती है। जागृति भी उनही में से है एक है।
जागृति की उम्र महज 26 साल है। जागृति ने अपनी पढ़ाई मास्टर ऑफ फाइन आर्ट की पढ़ाई जयपुर से पूरी की है। जागृति का स्टॉल नंबर 189 है। जहा पर आप उससे मिल सकते है, ओर उसके द्वारा बनाई गई पेंटिंग को भी देख व खरीद सकते है, ओर उनकी आर्ट देख भी सकते है यदि आपको पसंद आती है तो उन्हे जरूर खरीदे ओर अपने घर की दीवारों को सजाए, साथ ही आप उन्हे अपनी दीवारों को सजाने के ऑर्डर भी कर सकते है, वह वाल पेंटिंग भी करती है, दीवारों पर आपकी मनपसंद का रंग भी भर देती है, दिवारे ओर सुंदर दिखने लगती है, तब भी कह पाएंगे की ये दिवारे कुछ कहती है। कुछ गुनगुनाती है कोई गीत सुनाती है।