शिक्षा का संस्कार

शिक्षा का संस्कार
दिखता व्यक्ति का व्यवहार  ।
शिक्षा एक निरंतर प्रक्रिया…
बनता वो ख़ुशियों का ज़रिया ।

सच्ची शिक्षा सिखाती झुकना….
सिखाती साहस नहीं किसी से है डरना ।
शिक्षा से ख़ुशहाली समाज का सुधार….
शिक्षा के बीज की शक्ति अपरंपार ।

माँ व्यक्ति की पहली शिक्षक….
कार्य में वो पूर्ण दक्ष और रक्षक ।
बच्चा अच्छे बुरे की लेता शिक्षा….
माँ ज्ञान बांचती कक्षा दर कक्षा ।

ज्ञान की धारा, शिक्षा की नदी,
हमेशा बहती रहे, प्रगति की सदी।
ज्ञान और सद्गुणों से युक्त,
व्यक्ति को बनाए समर्पित।

ज्ञान का प्रकाश, शिक्षा की आग,
जीवन को बनाए उजाला और ताग।
शिक्षा ही है जो अंधकार को हराए,
ज्ञान के पंखों से व्यक्ति को उड़ाए।

आचार्य की शांति, शिक्षक की क्षमा,
छात्र को बनाए सच्चे नेतृत्व का धर्मा।
अद्यापि बनी हुई है विद्यालयों की वाणी,
शिक्षा का यह समर्पण, नगर से नगर तक पहुंचा रही सुख-दानी।

शिक्षा से बनता है मनुष्य का भाग्य,
ज्ञान की उड़ान से बदल जाता है यह समाज।
समय के साथ, शिक्षा ने तरक्की की ओर बढ़ाया कदम,
हर व्यक्ति बना है आदर्श नागरिक, विचारशील और धर्मप्रिय व्यक्ति अपार ध्यान से ध्यान देता है सबको।

शिक्षा ही विचारशीलता की भूमि,
व्यक्ति को देता है सच्ची संतोष की गाढ़ी।
जीवन की प्रेरणा, बन जाती है शिक्षा से प्राप्त,
ज्ञान की राह पर अग्रसर बन जाता है व्यक्ति संपन्न।

शिक्षा का संस्कार, मार्गदर्शक होता है,
सोच और विचारों को सदैव नया दिखाता है।
इसलिए, हमेशा शिक्षा की ओर बढ़ते रहें,
जीवन कोअच्छी शिक्षा से सजाएं।

शिक्षा का संस्कार, जीवन की महत्वपूर्ण खंड,
व्यक्ति को बनाता है समर्पित और गुणवान।
ज्ञान की पुष्टि, शिक्षा की देन,
व्यक्ति को उच्चतम सफलता की ओर ले जाती है यह सेन।

शिक्षा का संस्कार, आदर्शों की पहचान,
व्यक्ति को बनाता है नेतृत्व के योग्य और धार्मिक व्यक्ति सम्मान।
ज्ञान की उड़ान, शिक्षा की बांह,
व्यक्ति को बनाता है समय के साथ बढ़ता हुआ नागरिक सम्मान।

शिक्षा का संस्कार, ज्ञान की उगाह,
व्यक्ति को बनाता है उज्ज्वल और सुखी जीवन का मार्गदर्शक।
ज्ञान का ताज, शिक्षा की महिमा,
व्यक्ति को बनाता है सदैव अच्छे कर्मों का प्रेमी और विचारशील व्यक्ति सम्मानित।

शिक्षा का संस्कार, विश्वास की धारा,
व्यक्ति को बनाता है नए और उच्चतम सपनों के आकाश में स्वप्न संचारा।
ज्ञान की ज्योति, शिक्षा की दीप्ति,
व्यक्ति को बनाता है अच्छे समाज का निर्माता और नेतृत्व की दीक्षा।

शिक्षा का संस्कार, एक अमृत समान,
व्यक्ति को बनाता है समृद्ध, सद्गुणी, और समर्पित।
ज्ञान की वृद्धि, शिक्षा की महिमा,
व्यक्ति को बनाता है सबके लिए आदर्श और उच्चतम स्थान।

शिक्षा ही जीवन का सशक्त आधार,
व्यक्ति को बनाता है विचारशील, समर्पित, और समाजसेवी

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