Date Archives June 2019

जिंदगी क्या है

जिंदगी क्या है? ये एक गहरा प्रश्न है लेकिन हम अपने जीवन पर गौर नहीं करते बस जीवन में बिना मतलब की भाग दौड़ में व्यस्त है, जिसके कारण मिलन ओर बिछड़ना बना हुआ है, एक बार तो सबको बिछड़ ही जाना है

लेकिन हम जिंदगी में जीते हुए भी बिछड़ जाते है, जो नहीं होना चाहिए हमारी खुद की गलतिया जिंदगी की तकलीफ को बढ़ा देती है इसलिए हमे अपनी जिंदगी को बहुत संभाल कर जिन चाहिए, हम सभी को मिलजुल कर रहना चाहिए।

जिंदगी को मिलकर बिताया जाए इसको बिछड़ने ना दिया जाए जब तक हम जी रहे है, हमे सब संग साथ रहना है यही जीवन है।

जीवन का जीवन से मिलन है जिंदगी और मिलकर बिछुड़ना भी है जिंदगी
जिंदगी क्या है

जिंदगी का जिंदगी से मिलना है, जिंदगी ओर मिलकर बिछड़ना भी है जिंदगी

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क्या है जिंदगी?

क्या है जिंदगी? नए मतलब सिखाने का नाम है जिंदगी।

दुनिया कितनी भी मतलबी हो लेकिन यह जिंदगी हमे बहुत कुछ सिखाती है।

इस दुनिया के बीच में हमे जीना आता है, और मतलबी है जीवन तो ओर भी रंगीन, हसीन बन जाती है यह दुनिया वरना शायद बेरंग हो जाती, जो इतना शोर है।

इस जीवन का वो शायद मतलब होने के कारण ही तो है यही मतलब न होता तो मौन कहला रही होती यह जिंदगी।

मतलबी दुनिया के बीच अलग अलग मैने, मतलब सिखाती है यह जिंदगी

न मतलब की बात करो बस बिना मतलब के जिन सिखाती बताती भी है जिंदगी

बहुत सारे अर्थ बताती है यह जिंदगी इसलिए इस जीवन को जरा गौर से देखिए कही छूट न जाए कुछ, हर लम्हे में कुछ खास छिपा है इस जिंदगी के हर पल को इस जिंदगी का बेहतरीन बनाइये।

क्या है जिंदगी?
क्या है जिंदगी ?

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जीवन विचार

जीवन विचार क्या है, जीवन को बदल देने वाले कुछ ऐसे विचार जो हमारे पुरे जीवन का दृश्य बदल देते है, जैसा आप सोचते है वैसे ही आप होते जाते है, आपके जीवन पर आपकी सोच का प्रभाव पड़ता है प्रतिदिन लाखो ही विचार आपके मस्तिष्क में आते और जाते है उनमे से आप कितने विचारो पर गौर करते है, यह महत्वपूर्ण है और जिन पर नहीं करते उनका भी प्रभाव आपके जीवन पड़ता है परंतु कम लेकिन असर कम हो ज्यादा असर तो असर है छोटा या बड़ा उसका प्रभाव ही जीवन की दिशा और दशा बदल देता है, हर समय आप कौनसे विचारो के साथ जीना चाहते हो आपके जीवन के लक्ष्य क्या है जो आपको प्राप्त करने है, यदि आपके विचारों में भटकाव है तो क्या आप अपने लक्ष्य तक पहुँच सकते ? नहीं आपको अपने लक्ष्य तक पहुचने के लिए अपने विचारों को एक ही दिशा की अग्रसर करना होगा।

हमने बहुत सारे विचार पढ़े और समझे तथा शेयर भी किये। यदि आपने उन्ह विचारो पर अपनी असल जिंदगी में कोई कार्य नहीं किया तो वो सभी विचार कही बह जायेंगे जिनका फिर कोई मोल नहीं होगा आपके जीवन में। लेकिन अब इन विचारो को अपने जीवन का एक हिस्सा बनालो जिनसे आपकी पूरी जिंदगी परिवर्तित हो सकती है। क्योंकि सिर्फ आप खुद अपनी जिंदगी को बदलने में सामर्थ्य रखते है दूसरा कोई और नहीं। यदि आप इन् को मन्त्र की तरह रोज अपने जीवन में प्रयोग करेंगे तो अवश्य ही आप अपने जीवन अद्भुत परिवर्तन देखेंगे।

कौन हूँ मैं ?
मैं कौन और क्या होना चाहता हूँ ? यह आप पर निर्भर करता है यह आपका जीवन है जिस प्रकार से आप अपने जीवन के बारे में सोचेंगे उसी प्रकार से आप स्वयं का जीवन बना सकते है

मैं ऊर्जा हूँ

मैं ऊर्जा हूँ यही है जीवन विचार
मैं ऊर्जा हूँ

मैं बलवानो का बल हूँ

मैं बलवानों का बल हूँ यही है जीवन विचार
मैं बलवानों का बल हूँ
मैं बुद्धिमानों की बुद्धि हूँ यही है जीवन विचार
मैं बुद्धिमानों की बुद्धि हूँ
मैं प्रेम हूँ यही है विचार
मैं प्रेम हूँ
मैं जीवन की मुस्कुराहट हूँ यही है जीवन विचार
मैं जीवन की मुस्कुराहट हूँ
मैं निशब्द हूँ  यही है जीवन विचार
मैं निशब्द हूँ
मैं शब्द हूँ  यही है जीवन विचार
मैं शब्द हूँ
मैं जीवन की प्रेरणा हूँ यही है जीवन विचार
मैं जीवन की प्रेरणा हूँ
मैं ही निशब्द हूँ यह है जीवन विचार
मैं ही निशब्द हूँ
मैं जीवन का आधार हूँ यही है जीवन विचार
मैं ही जीवन का आधार हूँ
मैं जीवन का श्रोत्र हूँ यही है जीवन विचार
मैं जीवन स्रोत हूँ

जिंदगी का हाल

जिंदगी का हाल क्या बताऊ

तेरे बिना कुछ ऐसी है और कुछ वैसी है जिंदगी

और जब  तू साथ है तो  लगता है कि कुछ है जिंदगी

जिंदगी का हाल क्या बताऊँ ?

कुछ हाल ऐसा है कुछ हाल वैसा है

बस मसक्कत से भरी है जिंदगी

जब 

तू दूर जाती है तो रूठ जाती है जिंदगी

तू पास आती है

 तो मुस्कुराती और खिलखिलाती भी खूब है ये जिंदगी 

गम ए छुपाये नहीं ये छुपता

लगता है बेमुरम्मद सी है जिंदगी

आंसुओ से आँखे भर भर जाती है

जब तू इन आँखों से दूर चली जाती है

चिरागे रोशन तू  कर जाती है

 जब तू फिर से पास आती है

ना जाने 

क्यों तेरे बिना ?

बेतहासा बेहाल सी है जिंदगी

लगता है कुछ फटेहाल सी है जिंदगी

लेकिन

जब तू पास होती है तो कमाल सी है जिंदगी

ना जाने क्या क्या करती धमाल सी है ये  जिंदगी

इसलिए

तू दूर जाना मत मुझे छोड़ कर

वरना लगेगी दुर्भर सी ये जिंदगी

अगर

तू पास है तो हर हाल में मस्त है ये जिंदगी

तू साथ है इसलिए जबरदस्त भी है ये जिंदगी

कुछ हाल ऐसा है कुछ हाल वैसा है 

तेरे बिना कुछ ऐसी है कुछ वैसी है जिंदगी

जिंदगी जिंदगी जिंदगी।

शब्दों का सलीका

शब्दों का सलीका शब्दों को कहने के लिए एक सलीका चाहिए होता है हुजूर जो हममे नही है आया अब तक बस इसलिए दुनिया वाले हमे बतमीज कहते है। लेकिन हम क्या करे हमारे शब्द तो बेबाक निकल जाते है।

शब्दों का सलीका जब सही हो जाए,
तब उनसे विचारों का अभिप्राय बन जाए।

शब्दो की दुनिया बहुत रंगीन होती है,
जो जीवन के दुख सुख का अभिव्यक्ति करती है।

कुछ शब्द गहराई तक जा पहुंचते हैं,
तो कुछ बस छोटी सी बातों को दर्शाते हैं।

शब्दों का सलीका शब्दों को कहने के लिए एक सलीका चाहिए होता है
shabd

शब्दो की बारिश हो जब बाहर,
तब रहते हम अपने अंदर।

शब्दों की धुन हो जब सुहानी,
तब दिल के सारे गम हो जाते पानी।

शब्दों की सलाह से मिलती है हमें राहत,
जो जीवन की कठिनाइयों से देती है छुटकारा।

शब्दो का सलीका जब सही हो जाए,
तब उनसे विचारों का अभिप्राय बन जाए।

शब्दों को सही ढंग से उच्चारित करो,
तब उनका असली मतलब सबको समझ में आएगा।

शब्दों का जो सलीका सही हो जाए,
तो उनसे विचारों का अभिप्राय बन जाए।

शब्दो का सलीका होता है,
जो इंसान को अलग बनाता है,
कुछ शब्द चुने तो आदमी बदल जाता है,
और कुछ शब्दों से इतिहास बन जाता है।

शब्दों का सलीका होता है,
जो दिल को छू जाता है,
जो दिल को झकझोर देता है,
जो दिल को खुशी से भर जाता है

शब्दों की ताकत होती है, जिनसे व्यक्ति जीवन बदल जाता है,
बच्चे की हंसी से दिल खुश हो जाता है,
और किसी के दुख से दिल दुखी हो जाता है।

शब्दों के सलीके से कुछ नया करो,
जो दुनिया में नहीं होता है,
कुछ नया सोचो, कुछ नया बोलो,
जो लोगों को मोहित करता है।

शब्दो का सलीका होता है,
जो दिल में रहता है,
जो दिल से निकलता है,
वो आदमी को अलग बनाता है।

सलीके से बोलो, सलीके से सुनो,
जो दुनिया को नया करता है,
शब्दों का सलीका होता है,
जो इंसान को अलग बनाता है।

प्रदूषण की समस्या

परदूषण की समस्या बहुत गंभीर समस्या है इस विषय पर गंभीरता से सोचन चाहिए , जब आप रोड पर गाडी चला रहे है।अथवा चल रहे है कृप्या मुह पर कपडा बाँध कर चले या मास्क ले ले ताकि आप प्रदूषण से बच सके इसी के साथ साथ यदि आपको थूकने की आदत है तो वो भी धीरे धीरे छूटने लगेगी

आप पान,बीड़ी,तम्बाकू आदि का सेवन करते है तो उस आदत से भी कुछ समय के लिए बच पाएंगे

दिल्ली जैसे शहर में 50 साल की उम्र में आपके गुर्दे ख़राब होने लग जाते है। और जीवन पर उसका बहुत असर पड़ता है। छोटी-छोटी बातो से अपने जीवन को स्वस्थ और सुन्दर बनाये जिससे जीवन जीने के लिए और बेहतर हो पाये

आज हमारे जीवन जीने की सिमा छोटी होती जा रही है आप 100 साल का जीवन भी आराम से व्यतीत कर सकते है यदि आप स्वस्थ है उस स्वस्थता को पाने के लिए आप खुद और अपने आस पास के वातावरण को सुन्दर और स्वस्थ बनाये

1.अपने आस पास के वातावरण में पेड़ पोधे लगाये यदि आपकी छत पर जगह है तो उस स्थान पर पोधे लगाये ताकि हम अपने वातावरण को और सुरक्षित कर सके पेड़ पोधे से जीवन को स्वस्थ होने के लिए शक्ति प्राप्त होती है।

2 जब तक आयु 18 वर्ष न हो तब तक उन्हें वहां चलाने की आज्ञा न दे कानूनी रूप से भी अधीकृत ना करे आजकल हमारे घरो में इतने सारे स्कूटर एवम् बाइक साइकिल है उस पर भी प्रतिबंध लगाये प्रदूषण रोड से घर आ पंहुच जायेगा वो वक़्त दूर नहीं है जब हमे घर पर भी मास्क पहन कर बैठना पड़ेगा ।

यदि हो सके तो अपने बच्चों को साइकिल दे जिससे उनका शरीर भी तंदुरस्त और मजबूत साथ ही आपका वातावरण भी स्वस्थ रहेगा, और परदूषण की समस्या से बचा जा सकेगा

3.ज्यादा से ज्यादा सार्वजानिक वाहन का प्रयोग करे और निजी प्रयोग में कमी लाये इससे धन की बचत भी होती है तथा प्रदूषण पर भी नियंत्रण होता है। हम सभी वातावरण को साफ़ करने की कोशिश करे नाकि उसे अस्वस्थ करे।

4.ध्वनि प्रदूषण की समस्या – सार्वजनिक वाहन का प्रयोग करने से वातावरण में ध्वनि प्रदूषण में भी कमी आती है। निजी वाहन से हम ध्वनि प्रदूषण को बढ़ावा देते है। तथा वायु प्रदूषण भी फैलाते है।

5.साइकिल व् पैदल चलने की कोशिश ज्यादा से ज्यादा करे जिससे आप अपना स्वास्थ्य भी अच्छा रख पाएंगे जिससे हमे आयुष्य प्राप्त होता है। हम उम्र की सिमा बढ़ती है, हम बीमारियो तथा रोग ग्रस्त जीवन से दूर रहते है।

6.अच्छा भोजन – अपने आहार को बदले आजकल हम ज्यादातर बर्गर,पिज़्ज़ा,ब्रेड, मैदा आदि की चीज़ों का सेवन ना करे जिससे आपका स्वस्थ अच्छा रहे बर्गर आदि से हमारा पेट,लिवर,पाचन करने की क्षमता कम हो जाती है। जैसे जैसे हमारी उम्र बढ़ती है हम बहुत सारी चीज़ों का सेवन नहीं कर पाते तथा बीमारियो से ग्रस्त हो जाते है इसलिए हमे Junk food के सेवन दूर रहना चाहिए

7.तम्बाकू- तम्बाकू,बीड़ी,सिगरेट, आदि का सेवन ना करे इससे बहुत खतरनाक बीमारिया उत्पन्न होती है।

परीक्षा

परीक्षा से पहले डर और परीक्षा के बाद सफलता के बीच एक कड़ी होती है, जिसका नाम है रिवीजन:, यह उस चिड़िया का नाम है जो आपकी कमजोरी को कम और मजबूती को और मजबूत करती है. लेकिन आप जानते हुए भी रिवीजन नहीं कर पाते हैं.

1⃣. सबसे पहले और सबसे अहम- अपना सिलेबस को ध्यान में रखें. कहने का मतलब है कि अगर आपको सिलेबस का पता नहीं तो पढ़ाई कैसे करेंगे?

2⃣. खुद को सुनियोजित करें खुद की जरूरत को ध्यान में रखते हुए एक टाइम टेबुल बनाएँ. चाहे आपकी परीक्षा 2 माह या 1 माह हो चाहे जितना समय हो खुद को सुनियोजित करके ही कर सकते हैं. इसलिए एक टाइम टेबुल बनाएँ और उसका अनुसरण करें.

3⃣. जितनी उपर कही गई है उन बातों को ध्यान दें. बहुत से लोग छोटी मोटी गलतियाँ कर बैठते हैं. उदाहरण के लिए एक दिन किसी कारणवश यदि नियमित अध्ययन से आप चूक गए तो यह आप कभी मत सोचिए कि आज का दिन बेकार चला गया, अब मैं कल पढ़ुंगा. कड़वा लेकिन सत्य है कल कभी नहीं आता.

परीक्षा से पहले रिवीसन जरूर करे
सफलता की कुंजी

4⃣. यह याद रखें कि परीक्षा के 10 मिनट पहले किसी प्रकरण पर चर्चा न करें.

5⃣. अब आप सही रूप मेे रिवीजन कर रहे हैं, तो पिछले वर्ष का पेपर हल करें, ऐसा इसलिए कि ताकि परीक्षा का पैटर्न आपको मालूम हो जाएगा.

6⃣. परीक्षा में दूसरों की सहायता न करें, न दूसरों से सहायता लेने की कोशिश करें.

7. अपने साथ जरूरत का पूरा समान लेकर जाए ताकि आप अपने समान पेन , रबर और इत्यादि की चीज़ों को मांगने मैं व्यर्थ न करे

जीवन की परिस्थितिया

हम सभी के जीवन की परिस्थितिया जीवन का परिस्थितियों के साथ बड़ा गहरा संबंध है, जीवन में अलग-अलग समय पर अलग-अलग परिस्थितियां आती- जाती है, और यह सब परिस्थितियां हमारे द्वारा किये गए कर्मो के अनुसार ही आती है।

अच्छा और बुरा समय तो सबके साथ आता- जाता है, सब अपने अपने तरीके से अपने जीवन की परिस्थितियां निकालते है, कुछ लोग बुरा समय देखकर टूट जाते है तो कुछ निखर जाते है।

कुछ लोग किसी तरह से जीते है, तो कुछ लोग किसी तरह से कौन बेहतर ढंग से जीता है ? यह निर्भर करता है उस समय आपके मस्तिष्क के विचारो पर

जीवन की परिस्थितिया कैसी भी हो परंतु इंसान को हारना नही चाहिए, हर एक व्यक्ति के जीवन में अलग अलग प्रकार की परिस्थितिया आती है, सभी को अपनी परेशानिया और परिस्थितियां ज्यादा मुश्किल लगती है।

वह व्यक्ति किस प्रकार के निर्णय लेता है किस तरह से चलता है क्या संभल पाता है या नही यह उसका अनुभव ही तय करता है, उसको संभल कर कदम बढ़ाना चाहिए और उस समय को बहुत सजगता से जीना चाहिए।

यह कहना हमारे लिए आसान है, परंतु उस समय हर एक व्यक्ति की मानसिकता भिन्न होती है।आप किस प्रकार के इंसान हो ? और आप अपने समय और परिस्थितितयो से किस प्रकार से सामना करते हो ? यह आप पर ही निर्भर करता है, कोई और आपको संभालने के लिए नही आता सिर्फ एक दिलासे के रूप में आपके साथ दिखाई तो देते है, परन्तु वो साथ नही होते अक्सर परिस्थितियां देख कर लोग मुह मोड़ लेते है। लेकिन कुछ साथ भी होते है।

बुरा समय ही आपको आपके जीवन में सबसे बेहतर लोगो से मिलवाता है।

जीवन की परिस्थितिया कैसी भी हो लेकिन हमे डटे रहना है
जीवन की परिस्थितिया

कुछ लोग खराब समय को देख कर भाग जाते है और
कुछ लोग समय को तब तक देखते है। जब तक वो समय निकल नही जाता।

जब तक वो ठीक ना हो जाए उस पर पूरी तरह से निगरानी रखते है की समय अब कोई हरकत तो नही कर रहा वह हर प्रकार का मौका ढूंढते है की समय या परिस्थितियां एक मौका दे और हम फिर से करवट ले अपनी परिस्थितयो को बदले वह लोग डर कर भागते नही है सामना करते है और हिम्मत से खड़े रहते है। आख़िरी वक़्त तक जब तक समय बदलता नही है।

कुछ लोग समय के साथ समझौता कर लेते है की हमारा तो समय खराब है, हम कुछ नही कर सकते है और हार कर बैठ जाते है।

फिर आगे वो उसी जगह खुद को एडजस्ट कर देते है जिसकी वजह से वे लोग अपने सपने , अपनी इच्छाये मार डालते है। तथा वे कुछ लोग समय और परिस्थितियों को दोष देते है बस और कुछ भी नही करते , ना वो कुछ कर पाते है, समय बलवान है, ऐसा सोचकर लोग हार मान लेते है।

समय के साथ जो दुख और अनेको चीज़ आती है उसको भी साथ पकड़ लेते है, और इंसान कमजोर पड़ जाता है, हार मान लेता है , तथा डरने लग जाता है, जिसके कारण ना जाने वो क्या क्या कर बैठता है, इस बात की समझ नही आती ओर वक़्त गुजर जाता है। परिस्थितियां उनको अपने साथ बहा कर ले जाती है।

प्रेम क्या है

प्रेम क्या है ? यह कैसे बयान कर पाउ , हर छोर हर ओर बस प्रेम ही प्रेम मैं पाउ

इस प्रेम को मेरे सारे शब्द और मेरी उम्र बीत जाए

चन्द लफ्जो में बयान क्या करू ?

लेकिन प्रेम का अर्थ पूरा मेरे शब्द भी ना कर पाए

फिर भी एक नाकाम कोशिश सी है कुछ बताने की,

एक नया रिश्ता बनाने की ये संबंध वो है

जिसमे हर एक रिश्ता नाता समा जाता है

मत भेद दिलो मेंं जो है वो दूर हो जाता है ,

असीम आसमान भी धरती की औढनी नजर आता है

जब कभी सतरंगी होता है आसमान

तब यही आसमान एक छोर से बाहे फैलाये दूसरे छोर को जाता है

प्रेम क्या है यह कैसे बयां में कर पाउ हर छोर पर सिर्फ प्रेम ही प्रेम मैं पाउ
प्रेम क्या है

तब देखो क्या मधुर संबंध धरती और आसमान का बन जाता है यह प्रेम है जो धरती और आसमान को एक करता हुआ नजर आता है

यह प्रेम है जो पूरे ब्रह्मांड को एक शब्द में बांधे नजर आता है

यह प्रेम वो है जो ना शब्दो से बयान हो पाता है

ना मौन से यह प्रेम तो शब्द और मौन दोनो के पार ले जाता है।

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प्यार का इजहार

मेरे दिल का हाल जब वो मेरे सामने से गुजर जाती है ओर प्यार का इजहार न कर पता हूँ मेरा एक तरफ़ा प्यार ना जाने
कितना बढ़ चुका है अपने
प्यार का इजहार करने के लिए
मेरा पागलपन पता नही मुझे

किस हद् तक बढ़ चुका है
जब वो मेरे सामने से गुजर जाती है
मेरी धड़कने तेज़ हो जाती है
सांसे रुक जाती है
बदन में ना जाने कैसी
सरसराहट सी आ जाती है

मेरे शब्द रुक जाते है मेरी नजर
उसकी नजरो से मिल नही पाती है
लेकिन वो तो
इतराती, इठलाती अपनी आंखे झुका
कर बस भागी चली जाती है

एक नजर भर देखती नही
बात नही करती वो मुझसे
बस मुझे और बेचैन कर वो जाती है
मैं घंटो इंतज़ार करता हूं उसका

उसके एक नजर भर देखने के लिए
अपने पहले प्रेम का इजहार करने के लिए
लेकिन वो नजर भर उठाके मेरी और
देखती हुई नजर नही आती है

बस अपनी सहेलियो के संग वो
बाते करती हुई चली जाती है
उसे जरा सा भी इल्म नही है की
मेरे सारे अरमान जो उससे

बात करने
के लिए उमड़ रहे थे
उनका गला घोट वो जाती है
बस मेरे पहले प्यार का पहला इजहार
जो अब तक ना कर पाया हूं
उन सारे अरमानो को ज्यो का त्यों छोड़ वो जाती है।

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