आज कुछ बताता हूं की ये कौन है
लोग जो कहलाते है ये काका बाबू
इनकी वजह से ही चल रहा है
कारोबार अखबारों का
इसलिए यह वो है जो कर रहे काम सलाहकारों का ( काका बाबू )
हर बात की होती है खबर
रखते है सारी जानकारी और इसलिए होती इनके पास अपडेट खबर
इनकी जानकारी होती है सबसे ऊपर
इसलिए कहलाते है यह काका बाबू
कौन है काका बाबू और कहाँ से मिलती इतनी अपडेट इनको
क्या करते है काका बाबू
कहाँ से आते है यह काका बाबू
हर बात में टांग अड़ाते है काका बाबू
और अलग अलग सलाह देते हुए नजर आते है
पता कुछ भी नही होता,
लेकिन अपनी टांग हर बात में वो अड़ाते है
कभी हिन्दू तो कभी मुस्लिम मुद्दा वो उठाते है
जिनको पता कुछ नही, इसलिए
घंटो लेक्चर देते हुए नजर वो आते है
कभी मोदी को चोर
तो कभी राहुल को पप्पू वो बनाते है और कभी राम मंदिर तोडते है
तो कभी बाबरी मस्जिद का मुद्दा भी वो उठाते है।
कभी गली में चिल्लाते है तो
फिर कभी रोड़ पर बैठ जाते है
अपने घर की कलह सुलझा नहीं पाते
दुसरो को सलाह देते हुए ये नजर आते है।
यह भी पढे: छोटी कविता, ना करे चिंता, भीतर का मन, चलते चलो, खाली बैठा हूँ,
Thanks for sharing. I read many of your blog posts, cool, your blog is very good.