दुख अतीत की बाते

दुख अतीत की बाते सोचने पर ही होता है इसलिए हमे अपने अतीत की बातों भूल जाना चाहिए ओर स्वयं को वर्तमान के विचार पर ही ध्यान केंद्रित करना चाहिए,

दुःख की नज़र होती पीछे अतीत में…
अत्तीत में रहने से वर्तमान में नुक़सान हमे ।
व्यक्ति दुखी और ख़राब कर रहा वर्तमान..
दुखो से बोझिल चलता फिरता शमशान ।

जगाये विश्वास कि सब कुछ होगा सही…
विश्वास का बल अंधेरों की चढ़ा देगा बलि ।
विश्वास में निहित सुंदर भविष्य की कामना…
पूरे होंगे सारे सपने पूरी होगी सब मनोकामना।

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