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जीवन पथ

जीवन पथ में काँटे बिछे हे लाखों हज़ार….
आत्मविश्वास से आँखे खोल के रहना तैयार ।
इस जीवन पथ पर सभी चलते …..
व्यक्तित्व हो ऐसा नए पथ चले गढ़ते


आत्मविश्वास एक मशाल….
जो अंधेरे जीवन का काल ।
आत्मविश्वास संग सत्य का तड़का….
निर्माण पथो का , चाहे तगड़ा आए झटका ॥

आत्मविश्वास एक शक्ति एक ऊर्जा , इस ऊर्जा के उत्सर्जन के लिए एक लक्ष्य निर्धारित हो वो वहाँ नया निर्माण सम्भव कर देगी ओर दूसरो के लिए भी मील का पत्थर बनेगी , आत्मविश्वास संग सत्य को लेकर चलेंगे साथ
तो जीवन की कई अंधेरी गुफाओं से सुगमता से नए पथो का निर्माण कर पाएँगे ओर अपने जीवन को नई दिशा ओर गति में सहायक होंगे ।

कहने को बहुत कुछ लेकिन कम कहा जाए अधिक उसकी गूंज हो तों बहुत शुभ ।
सब की जय हो विजय हो इस बात में नही कोई संशय हो ।

हँसना मुस्कुराना

किसी दिन नही हंसे मुस्कुराए वो दिन ख़राब बेकार…..
हँसना मुस्कुराना मनुष्य का गहना , जीवन का उपचार ।
खुद हंसे ओर दूसरो में बाँटिए हँसी प्रसन्नता…
हँसी ख़ुशी से एक खुशहाल जीवन पनपता ॥

आप प्रतिदिन हंसे कहते हे “laughter is a medicine “तो सदा नया अच्छी दिशा का
सोचे जीये ओर जेसे ख़रबूज़ा ख़रबूज़े को देख के रंग बदलता हे तो आपके सुंदर स्वस्थ जीवन से किसी का जीवन भी सुधर सकता हे खुशहाल हों सकता हे तो आप हँसते रहे मुस्कुराते रहे सदा प्रसन्नचित खुश रहे आपके स्वभाव में ख़ुशियों के रंग बिखरे हुए दिखेंगे जो बहुत शुभ हे ।
अपना कर्तव्य हँसते मुस्कुराते करते रहे ओर हर समय को गरिमामय बना दे ।
पढ़ के इसको हँसना मुस्कुराना
चाहे रहो इंडिया में रहो तुम चाइना ।

मेरे अल्फाज

कुछ इस तरह से मेरे अल्फाज खूबसूरत होते है
कभी दर्द छुपा लेते है तो कभी एहसास छुपा लेते है.

हमारी हर दुआ में हम तुमको मांग लेते है, तुम्हारा हर गम हम अपना बनाले बस यही चाहते है।

असंभव को संभव

असंभव को संभव करना ही बहुत अच्छा लगता है ओर यह बात बिल्कुल खरी है की जब प्रयत्न किया जाए तो हर असंभव चीज संभव परिणामों से के साथ या जाती है इसलिए लगातार प्रयतन करना चाहिए ,

जिंदगी इसी को कहते है हमेशा लगता हे असम्भव,
जब तक कार्य हो नही जाता सम्पन्न ….
असम्भव बदल जाता हो जाता सम्भव,
जब कार्य को लेते जेसे बीता बचपन ॥

क़ार्य को माने बच्चा ,
ओर उसके साथ खेले ।
खेल खेल में कार्य को
सही दिशा में धकेले ॥

हम जब तक किसी भी कार्य की शुरुआत नहीं करते हमे उसके बारे में पता ही नहीं लगता, और वो कार्य कठिन भी बहुत है लगता है, इसलिए किसी भी को कठिन ना समझे बस शुरुआत करके के देखे जब तक शुरुआत नहीं होगी कोई परिणाम नहीं निकलेगा ओर वह कार्य भी असम्भव ही लगेगा , यदि कार्य को करने से पहले ही हार मान लोगे, तो सफलता कैसे मिलेगी इसलिए कोई भी कार्य असम्भव नहीं है बस उसकी शुरुआत जरूरी है। तभी असंभव को संभव किया जा सकता है।

यह भी पढे: असम्भव याद रखना, असम्भव बात, सब संभव, पेड़ का पहला पत्ता, शब्द, काल,

हँस कर बुलाया

किसी ने हँस कर बुलाया तो मर मिटे उस पर
हमें किसी को परखने का फन नही आया…

हँस कर बुलाया
हँस कर बुलाया

मैं कुछ लिखना चाहू

मन के इन सदृश पन्नों पर

मैं कुछ लिखना चाहू

मन भीतर की कल्पनाओ से

इस जीवन को जैसा चाहू वैसा मैं बनाऊ

इस मन को

इस मन को

जीवन की

उधेड़ बुन में

मैं ना उलझाऊ – मैं ना उलझाउ

मन अलग अलग राहों में उलझे

कैसे मैं इसको सुलझाऊ

मन भीतर

मन भीतर

मन भीतर करे राग द्वेष

तन बैरी हो जाए

इच्छाओ का लगाके मेला

इस तन को खूब नाच नचाए

जगत के इन दृश्यों में

यह मन अटक बार बार जाए

जगत जाल में यह तन फँसता जाए

अरे मेरा तन बैरी हो जाए

यह तन बैरी हो जाए

कुछ बेहतर

कुछ बेहतर जो होता हे सिर्फ़ ऑर सिर्फ़ वो एक खूबी वो सदा ही अच्छा….
न जाइए वहाँ जहां आपको किया जाता सहन स्वयं की दो ऐसी शिक्षा…
जाइए वहाँ जहाँ आपका जाना ही उत्सव….
मेला उत्साह उल्लास का हो जाए सब सम्भव।

तारीफ में क्या लिखू

तेरी खूबसूरती की तारीफ में क्या लिखू ,
कुछ खूबसूरत शब्दों की अभी तलाश है मुझे

तारीफ में क्या लिखू
शायरी दिल से

2) अर्ज़ किया है
उनकी तारीफ कैसे करू ?
मेरे शब्दों को ही उन्होंने अपनी
खूबसूरती से निशब्द किया है।

3) उन्होंने आज इजाज़त है दी हमको कुछ बयान करने की
ए मेरे दिल खुल कर तारीफ कर उनकी ये जो तस्वीर उन्होंने लगाई है इसमें उन्होंने अपनी खूबसूरती एक झलक दिखाई है।