मैं तुम्हें अपने ख्यालों में भी पनाह नही दूंगा इतराओ मत अब तुम मुझे पता है तुम मेरी धड़कनों में धड़क रही हो बस अब तुम्हे मैं अपनी धड़कनों से भी निकाल दूंगा
जब तुम्हें खुश देखना चाहता हूँ,
तो मुझे तुम्हारे ख्यालों में छोड़ देना होगा।
फिर तुम मेरी ज़िन्दगी का हर पल सजाओगे,
मुझे नहीं पता कि तुम मेरे बिना क्या करोगे।
मेरी खुशियों का सबब तुम हो,
मेरी आँखों में तुम ही नज़र आते हो।
मुझे तुमसे बेहद मोहब्बत है,
लेकिन मुझे भी तुमसे अलग होना है।
आज तुम मेरे साथ हो, लेकिन कल कहाँ होगे,
मेरे ख्यालों में भी तुम अब नहीं रहोगे।
मेरी जिंदगी का सबसे अहम रिश्ता हो तुम,
पर मैं तुम्हें अपने ख्यालों में भी पनाह नहीं दूंगा।
हम आँखों में तस्वीरें समेटे रहते हैं,
जो अपनों से दूर रहते हुए भी,
हमें हमेशा पास लगती हैं।
ये तस्वीरें हमें अपनों की याद दिलाती हैं,
जो हमें अपनी ज़िन्दगी की सबसे अहम चीज़ याद दिलाती हैं।
आँखों में तस्वीरें समेटे रहने से हमें उनसे नहीं दूर होने का एहसास होता है,
और हमें उनसे जुड़े रहने की ताकत देता है।
ये तस्वीरें एक संग्रह हैं,
जो हमें उन खुश पलों का याद दिलाती हैं,
जो हम अपनों के साथ बिताए थे।
ये तस्वीरें हमें हमारे अपनों के साथ बिताए वो पल याद दिलाती हैं,
जो कभी फिर से नहीं आ सकते।
आँखों में तस्वीरें समेटे रहने से हमें उनसे जुड़े रहने की ताकत मिलती है,
जो हमें अपनों से जुड़े रहने की ज़रूरत होती है।
ये तस्वीरें हमें उन लम्हों की याद दिलाती हैं,
जो हमारी ज़िन्दगी के सबसे ख़ास होते हैं।