पढ़ाई की आदत

पढ़ाई की आदत कैसे बदली जाए , आजकल हम सभी देख रहे है, कि बच्चो का पढ़ने का तरीका बदल गया ज्यादातर हम सभी हैरान हो जाते है कि बच्चे पढ़ते कम है , परन्तु अच्छे नंबर ना जाने कैसे लेे आते है, कुछ बच्चे वाकई पढ़ते भी बहुत है, लेकिन उनके नंबर कम हो जाते है क्या उनको याद नहीं रहता है? या वो याद किया हुआ भूल जाते है।

यह उन बच्चों के लिए एक समस्या है जब वो पेपर देने जाते है बहुत बार जो याद किया हुआ वो भूल जाते है फिर उन्हे उस प्रश्न का उत्तर देने में मुश्किल होती है इस समस्या से बचने के लिए हमे किसी भी विषय को याद करने से उस विषय को समझना जरूरी है, सिर्फ याद करने से कुछ नहीं होता।

कुछ बच्चो का ऐसा होता है कि वो पढ़ते तो बहुत है परन्तु उनके अंक हमेशा कम आते है।

कुछ बच्चो को याद नहीं रहता जो भी वो पढ़ते है भूल जाते है, कुछ बच्चो को जल्दी समझ नहीं आता तथा उनमें से कुछ बच्चो यदि कुछ समझ आ जाए तो वह बच्चे वहीं बात भूलते नहीं है।

सबका दिमाग अलग अलग प्रकार से कार्य करता है ,

यदि किसी का मन नहीं लगता पढ़ाई में तो उन्हे आधे घंटे पढ़ने के बाद कुछ देर टहलना चाहिए ताकि दिमाग फिर से खुल सके नहीं तो जो पढ़ा है, वो भी भूल जाएंगे इसलिए थोड़ी देर बाद ही पढ़ाई में अंतर देना चाहिए।

जो याद कर रहे है उसको लिखकर याद किया जाए।

जो पढ़ लिया है अब उसको दोहराए, तथा उसे अच्छे तरीके से समझे जिससे की वो देर तक याद रहे।

जिस चीज के बारे में आप पढ़ते है उस टॉपिक को क्लेयर अपने दोस्तों के साथ करे।

पढ़ाई करने की आदत को बदला जाए तभी पढ़ाई का स्तर बेहतर होगा , सिर्फ रटने से कुछ नहीं होता जो पढ़ रहे हो उसे समझना भी जरूरी है।

Leave A Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *