यह जो फ्यूचर है ना
इसके लिए क्या करूँ
क्या रोउ, चिल्लाऊं, भागू
या
दौड़ लगाऊ
क्या मैं पागल हो जाऊं ?
कुछ समझ नही आता
उठ खड़ा तो जाता हूं
लेकिन भाग नही पाता हूं
क्योंकि जो होना है
वो तो होकर ही रहना है
फिर क्यों मै घबराउ
डर के उठ खड़ा क्यों हो जाउ ?
दौड़ मैं लगाऊ क्यों ?
उस दौड़ का है क्या फायदा ?
जिसमे कुछ हासिल नही होता है
सिर्फ इंसान रोता है
अपने चाहे कितने अपने हो
अंत मे सब को खो देता है
क्यों इंसान रो देता है
सबकुछ तो वो खो ही देता है
कुछ करना चाहे भी
तो कर नही पाता है
बस चुपचाप खड़ा तमाशा देखते है
और खुद भी एक तमाशा बन जाता है
#Rohitshabd