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काल

परिवर्तन काल क्या है?

एक बार यह प्रश्न पूछा मुझसे किसी ने चलिए आज इस प्रश्न को मै एक ओर तरीके से समझाता हूं।
हमारा जीवन इस समय किस काल में चल रहा है, यह जो जीवन है वो वर्तमान काल है और हम सभी भविष्य की रचना कर रहे है एक एसा समय जिसकी हम सभी रचना करने में सहायक तत्व है वो किस प्रकार है यह आप स्वयं की हर एक प्रकार कि गतिविधि से समझ सकते है।

भूतकाल:
भूतकाल जिसे बदला नहीं जा सकता और हम सभी बहुत लंबी अवधि तय कर चुके इससे पूर्व भी हमारे अनेकानेक जन्म हो चुके है। यह समय का बहुत बड़ा हिस्सा है लगभग 14 करोड़ साल हो चुके है एक खोज के अनुसार जिसमे हस्तक्षेप करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। 

वर्तमान काल:
वर्तमान काल जिसे हम जी रहे है जिसका धागा भूतकाल से जुड़ा हुआ है जो कार्य हो रहा है हम भूतकाल में अधूरा छोड़ आए या फिर किसी कारण वश अधूरा रह जाता है और साथ साथ हम अपने भविष्य को और बेहतर बनाने के लिए यह वर्तमान काल जीवन व्यतीत कर रहे है परन्तु यह समय का एक बहुत छोटा हिस्सा है। जो भूतकाल में हमारी इच्छाएं, मिलना , घटना , स्तिथि , परिस्थिति बाकी थी वह वर्तमान में पूरी हो रही है जैसा की हमें लगता है इसके पहले भी यह घटना हो चुकी है , हम यहां आ चुके है , हम इसे मिल चुके है इसी प्रकार जो इच्छाएं हमारी अभी नहीं पूरी हो रही वह सभी भविष्य काल में जा रही है और हम सारी अधूरी इच्छाओं को भविष्य में पूरा करेंगे।

भविष्य काल:
भविष्य काल  आज हम अपनी अनेकानेक इच्छाएं छोड़ रहे है कि वो सभी इच्छाएं आगे पूरी करेंगे इसी तरह से भविष्य काल लगातार असीमित हो रहा है यह एक अनंत समय अवधि में फैला हुआ है।
भविष्य काल पूर्ण रूप है जैसी हमारी इच्छाएं वर्तमान काल के समय में थी वह सभी भविष्य काल में बनी हुई होती है हमें उसी प्रकार का संसार भविष्य काल में मिलता है।

हम जिस पृथ्वी पर है उसे वर्तमान ग्रह कहते है उसके अलावा तो समानंतर ग्रह है भूतकाल ग्रह और भविष्य काल जिसमे समय कही से कही तक नही है।
क्या यह हमें ज्ञात है ? कि समय कितनी दूरी तय कर चुका नहीं हमे नही पता की भविष्य कितनी दूरी तय कर चुका होगा और अभी तक हमे यह भी नही ज्ञात की भूतकाल कितनी दूर तय करके आया है सिर्फ अनुमानित दृष्टिकोण है।

जिस ग्रह पर आज हम है यह एक सीधी रेखा की भांति है जो बार बार भूतकाल और भविष्य काल की घटनाओ से टकरा रहा है हम वर्तमान काल के जिस हिस्से में है जिसमें
कुछ भी आसानी से एडजस्ट किया जा सकता है परंतु दूसरे कालो में नहीं जैसे भूतकाल में कुछ भी संशोधन नही किया जा सकता  और वही दूसरी ओर भविष्य काल में बहुत सारी संभावनाएं पैदा की सकती है परंतु वर्तमान काल में  करने वाली एक कोशिश है आप वर्तमान काल में हो जो की बहुत छोटा हिस्सा है जो हम और आप शायद सोच भी ना सकते यह वो हिस्सा है

जो कि एक पल का भी एक लाखवा हिस्सा हो हो सकता है और शायद उससे भी कई गुना छोटा हिस्सा जिसमे कुछ भी छोड़ा जा सकता है जिसमे किसी का प्रवेश संभव है

परंतु भूतकाल में किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप नही किया जा सकता क्युकी वह हो चुका है और जो हो चुका है उस घटना क्रम को बदलना असम्भव है जिस तरह वाणी से निकला वचन वापस नहीं लिया जा सकता , मृतक को जीवित नहीं किया जा सकता उसी प्रकार भूतकाल में
वापस नहीं जाया हा सकता है।

लेकिन ये वर्तमान काल ऐसा काल जिसमे आप बार बार एक घटना को कई बार देख सकते हो एवम कर सकते हो यहाँ पर आपके द्वारा की कोई भी गलती या घटना पुनः ठीक की जा सकती है आप अपनी भूल को सुधार करने के लिए बहुत सारे प्रयत्न कर सकते हो।

  परंतु भूतकाल में जो गलतियां हो चुकी है उन्हें ठीक नही किया जा सकता या फिर उनसे कोई भी और किसी भी प्रकार की छेड़खानी नही की जा सकती वो ज्यो की त्यों ही रहेगी परंतु भविष्य के लिए उनमें संभावनाएं पैदा की जा  सकती है जिनसे वो ठीक हो सके हम उस काल में है जो इन सभी घटनाओ को ठीक कर रहा है और हमारे भविष्य में होने वाले कार्य को सुचारू रूप से चलाया जा सके उन्हें पूरी तरह से ठीक किया जा रहा है हम उस एक पल में है जहा पर छेड़खानी की, संशोधन की असीम संभावना है लेकिन यह एक बहुत छोटी और सीधी रेखा है जिसमे किसी का प्रवेश होना मुश्किल है परन्तु असम्भव नहीं।
 
  क्युकी  यह दोनो कालो के मध्य में रगड़ होने पर कोई मिलाप रेखा है जिसे हम युग परिवर्तन रेखा भी कह सकते  है इस काल को शायद इसलिए यह भी कहा जाता है कि परिवर्तन ही जीवन का नियम है हो सकता है यह इसी आधार पर कहा गया हो।  यह घटना हमारे हिसाब से बहुत बड़ी है परंतु यह घटना एक बहुत छोटी घटना का रूप है

Pareller universe concept ( Theory )
We are living in the present universe which is a straight line in btw past and future universe and this present universe is just a millionth second which can’t be seen by past and future both of them are enjoying the unlimited time and period where there is no time , no boundaries , no discussion about time
{ future }—-{present }—{past } these are Parller to each other when ever they come in connection we call it Yug Parivartan
In our present universe we can make multiple change for the future but in past universe this can not be change
And in the future universe there are million of possibilities even we can call it perfect universe for all of us who thinking about to be there who all are working and giving effort for the better future —  “A perfect future”

जिस ब्रह्मंड के बारे में हम सभी सोच रहे है यदि उसके बारे में अंदाज लगाया जाए तो वह बहुत आगे की सभ्यता हो चुकी है, क्योंकि यदि हम समझें तो हमारा जीवन हमारी गणना के अनुसार 14 करोड़ साल पुराना है।

उसके हिसाब से हम जितने तकनीकी हो चुके है, उसके हि्साब से हमारी भविष्य की सभ्यता बहुत उन्नत होगी जो सभी आराम दायक और सभी प्रकार के औजारों से समृद्ध हो चुकी हो शायद टेक्नॉलजीसे भरपूर सभी कुछ होगा और जिसे और बेहतर होने से कोई नही रोक पा रहा है,
उन्होंने अपने खाने पीने कमाने के सभी साधनों को पूरा कर लिया होगा अथवा यह भी हो सकता है उन्होंने अपने खाने को त्याग ही दिया हो, यह एक पूर्ण विकसित सभ्यता हो चुकी होगी।

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असम्भव याद रखना

जो आज लग रहा असम्भव याद रखना उसकी आपने भविष्य में
सुनानी हे कहानी….
असम्भव को संभव करने का अथक अथस प्रयास कीजिए तो कहानी होगी सुहानी ।

जीवन ऐसा जीया जाए जिसकी चर्चा हो धरती आकाश….
प्रयास इतने ऊँचे जितना पर्वत पवित्र कैलाश ।

जो आज लग रहा असम्भव,
असम्भव याद रखना उसकी आपने भविष्य में।
सुनानी है कहानी,
असम्भव को संभव करने का अथक अथस प्रयास।

जब दुःख की घड़ी संभाले,
और आगे बढ़ने का वचन लें।
जो दृढ़ता से तैरे,
वो ही असम्भव को प्राप्त करें।

कभी न छोड़े हौसलों को,
जीवन की मुसीबतों में भी।
मन में दृढ़ निश्चय रखे,
असम्भव को जीत लें आप ही।

जो आज अज्ञात लगे,
कल उन्हें हकीकत बनाएं।
अथक प्रयासों से सुखी हों,
असम्भव को साकार कराएं।

जीवन की राहों में चलते,
हमेशा प्रगति का मार्ग चुनें।
जो आज लग रहा असम्भव,
उसे हम आपने भविष्य में सुनाएं।

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कर्म से भाग्य

कर्म से भाग्य बदल सकते है, ये बात क्या पूर्णतया सत्य है ?
जी हाँ, कर्म से आपके भाग्य में बदलाव होता है साथ ही जो हाथ की रेखाए उन्मे भी परिवर्तन होता है, ऐसा अनुभव से ही कह पा रहा हूँ,

भूतकाल जिसमे हम जाकर कुछ भी ठीक नहीं कर सकते लेकिन कुछ फेर बदल की जा सकती है, जो आपके पूर्व के कर्म बन चुके है उनको पूर्णतया बदलना मुश्किल है परंतु असंभव नहीं असंभव का अर्थ यहाँ इस प्रकार है की जो घटना आपके साथ होनी थी उसका रुख बदल जाएगा, उसमे कई ओर रास्ते खुल जाएंगे , आपको दरवाजों की चाबी मिल जाएगी जिन दरवाजों पर आपके लिए ताले लगे हुए थे उनकी या तो चाबी मिल जाएगी या फिर पहले से ही खुले हुए मिलेंगे ( इसीको फेर बदल कहते है )

जैसे जैसे आपके कर्म , आपके विचार अच्छा सोचते है, आपके साथ फिर से कुछ नई घटनाओ का जमा घटा होता है जिसके कारण आने वाली घटनाए बदल जाती है उनका परिणाम बदल जाता है।

इसको करके देखे : आप किसी ज्योतिष के पास जाए ओर उनसे पूछे की क्या अंदेशा है मेरे साथ अगले 5-10-15 साल में घटनाओ का फिर आप उसके हिसाब से अपने विचार ओर कर्मों में बदलाव कीजिए ओर उन्हे लिखित रूप में अपने पास रखे आपको समझ आ जाएगा की घटना तो उन्होंने सही बताई लेकिन परिणाम बड़े रोचक आ रहे है यह सब आपके साथ तभी होगा जब आप अपने विचारों ओर कर्मों को एक साथ पूरी मेहनत के साथ कार्य करेंगे, और आप अपने कर्म से भाग्य को बदल पाएंगे।

स्वयं के अनुभव से मैं आपको यह बात बता रहा हूँ, क्युकी हमारी सोच हमारे आने वाले भविष्य का निर्माण करते है, जैसा आप सोचते है वैसा होता हुआ चल जाता है, जिस प्रकार के कार्य करते है उसी तरह के परिणाम आपके सामने आते है, आपके कर्म से भाग्य का निर्माण होता है, इसी को जानकार ओर समझकर हमे सभी कार्यों को करना चाहिए।

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