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चिंतन मनन

क्या विचार एक विद्युत है? चिंतन, मनन, और विचार में आपको क्या फर्क नजर आता है?
विचार विद्युत नहीं बल्कि विद्युत से भी कई गुना अधिक है,इन विचारों को समझना आसान नहीं है , यह विचार इस सम्पूर्ण ब्रह्मांड में चर विचर कर रहे है , विचार इस सम्पूर्ण ब्रह्मांड का जोड़ है, जिसकी वजह से ही यह सम्पूर्ण ब्रह्मांड जुड़ा हुआ है यह विचार काही से भी अलग नहीं है

जिस प्रकार से श्री मद भागवत गीता में लिखा हुआ है शब्द आकाश के विकार है। यदि आप विचारों को समझेंगे तो सम्पूर्ण चराचर जगत में विचार ही विचार है जिसकी वजह से हमारे इस ब्रह्मांड का विस्तार हो रहा है, यह कभी ना रुकने वाली वाली प्रक्रिया है।

अब बात करते है मनन , चिंतन, ओर विचार की यह एक ही प्रक्रिया से जुड़े हुए तीन आकार में बदलाव है इसके विपरीत कुछ नहीं यदि आपके भीतर कोई विचार प्रकट होता है तो आपका उस पर अपनी क्रिया ओर प्रतिक्रिया रूप देते है जो मनन वाली श्रेणी में रखते है इसके बाद इन विचारों के समूह पर शांत चित से चिंतन करते है वही आपका चिंतन है।

चिंतन, मनन और विचार तीनों ही मानसिक क्रियाएँ हैं जो हमारे मन और बुद्धि की गतिविधियों को व्यक्त करती हैं। हालांकि, इन तीनों में थोड़ा अंतर होता है।

चिंतन एक ऐसी मानसिक क्रिया है जो हमारे मन में उत्पन्न होने वाले विचारों को ध्यान से सोचने का काम करती है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जो हमें अपने विचारों के बारे में सोचने की समझ देती है और हमें अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं के बारे में सोचने की अनुमति देती है। चिंतन हमें अपनी विचारों के बारे में गहनता से सोचने की अनुमति देता है ताकि हम अपनी जिंदगी के विभिन्न पहलुओं को बेहतर बनाने के लिए उन्हें समझ सकें।

मनन एक ऐसी क्रिया है जो हमें अपने विचारों को विस्तार से विचार करने की अनुमति देती है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें हम अपने मन की समस्याओं को हल करने के लिए उनसे निपटने की अनुमति देते हैं। मनन हमें अपने विचारों के पीछे छिपी हुई भावनाओं और दृष्टियों को समझने की अनुमति देता है ताकि हम अपनी समस्याओं के समाधान के लिए उचित कदम उठा सकें।

विचार एक ऐसी मानसिक क्रिया है जो हमारे मन में उत्पन्न होने वाले विभिन्न विचारों को व्यक्त करने की अनुमति देती है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें हम अपने मन में उत्पन्न होने वाले विभिन्न विचारों को संगठित करने का काम करते हैं और उन्हें व्यक्त करने के लिए उचित शब्दों का चयन करते हैं। विचार हमें अपने अंतर्मन के भावनाओं और विचारों को समझने की अनुमति देता है और हमें विभिन्न मुद्दों और समस्याओं के समाधान के लिए उचित विचारों का चयन करने में मदद करता है।

इस प्रकार, चिंतन, मनन और विचार तीनों ही मानसिक क्रियाएं हैं जो हमारे मन और बुद्धि की गतिविधियों को व्यक्त करती हैं, लेकिन इनमें थोड़ा अंतर होता है। चिंतन हमें अपने विचारों के बारे में सोचने की समझ देता है, मनन हमें अपने विचारों को विस्तार से विचार करने की अनुमति देता है और विचार हमें अपने विभिन्न विचारों को व्यक्त करने की समझ देता है।

दिमाग का उपयोग

क्या लगता है ? क्या दिमाग का उपयोग करने की कोई सीमा होती है?

दिमाग की सीमा नहीं होती है यह असीमित होता है। इसे सबसे शक्तिशाली तंत्र में से एक माना जाता है जो मानव ने विकसित किया है। इसे संवेदनशील, ज्ञानात्मक, रचनात्मक और क्रियाशील बनाने के लिए तरह-तरह के उपाय उपलब्ध हैं।

इसके अलावा, दिमाग का उपयोग करने के लिए कोई सीमा नहीं है, लेकिन उसका उपयोग उतना ही अधिक प्रभावी होगा जितना आप उसे अच्छी तरह से विकसित करेंगे।

आप अपने दिमाग के पोतेंशियल को बढ़ा सकते हैं जब आप नए चुनौतियों से निपटने का सामना करते हैं, नए कौशल विकसित करते हैं और नई जानकारी प्राप्त करते हैं।

लेकिन एक बात याद रखनी चाहिए कि जैसे ही आप अपने दिमाग का उपयोग करने के लिए अधिक जोखिम लेते हैं, आपके दिमाग को अधिक काम करना पड़ता है, जिससे वह थक जाता है।

इसलिए, जब आप अपने दिमाग को विकसित करने के लिए उत्साहित होते हैं, तो आपको इसके लिए पूर्ण आराम और उपयुक्त खान-पान की जरूरत होती है।

दिमाग की सीमा नहीं होती है, इसमें असीमित क्षमता होती है। दिमाग को उत्प्रेरण देने वाले उपायों की मदद से आप अपने दिमाग को विकसित कर सकते हैं। कुछ उपाय निम्नलिखित हैं:

नए कौशल विकसित करें: नए कौशल विकसित करना दिमाग को विकसित करने का एक अच्छा तरीका है। नए कौशल विकसित करने के लिए आप उपलब्ध संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं, जैसे कि अनलाइन ट्यूटोरियल, बुक्स, जानकारी वेबसाइट आदि।

व्यायाम करें: व्यायाम दिमाग को ताकतवर बनाने में मदद कर सकता है। व्यायाम से आपके दिमाग में ऑक्सीजन का संचार मजबूत होता है और आपकी मानसिक तनाव कम होता है।

नई गतिविधियों का सामना करें: नई गतिविधियों का सामना करना दिमाग को विकसित करने के लिए एक अच्छा तरीका होता है। यह आपके दिमाग को नयी जानकारी और अनुभवों से भर देता है जो आपके दिमाग को बाकी सामान्य गतिविधियों से अलग बनाते हैं।

अध्ययन करें: अध्ययन दिमाग को विकसित करने का एक अच्छा तरीका है। यह आपके दिमाग को नई जानकारी के साथ भर देता है और आपकी समझ में नई बातें आती हैं।

मनोविज्ञान प्रशिक्षण: मनोविज्ञान प्रशिक्षण एक अच्छा तरीका हो सकता है दिमाग को विकसित करने के लिए। यह आपको अपने व्यक्तित्व को समझने में मददद कर सकता है और आपके सामाजिक और संबंधों को समझने में मदद कर सकता है।

अधिक ध्यान केंद्रित करें: ध्यान केंद्रित करना दिमाग को विकसित करने का एक अच्छा तरीका है। यह आपके दिमाग को शांत करता है और आपकी संवेदनशीलता और संचार कौशल को बढ़ाता है।

स्वस्थ खान-पान: दिमाग को स्वस्थ खान-पान की आवश्यकता होती है। स्वस्थ खाने से आपके दिमाग की क्षमता बढ़ती है और आपके शारीरिक स्वास्थ्य को भी सुधारती है।

इन उपायों के अलावा, आप अपने दिमाग को विकसित करने के लिए अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने, नियमित रूप से अभ्यास करने और अपने दिमाग को असाधारण काम करने के लिए उत्साहित करने के लिए भी सक्षम हैं।

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कामयाबी

सफल होने के लिए यहाँ कुछ महान व्यक्तियों के अनमोल शब्द हैं, जिन विचारों से हम कामयाबी के शिखर तक पहुच सकते है, इन अनमोल शब्दों को हमे अपने जीवन में लाना चाहिए इन महान लोगों के उत्तम विचारों, शब्दों का चिंतन , मनन, अनुसरण करना चाहिए।

1.”जब तक आप अपने सपनों का पीछा नहीं करते, तब तक आप अपने सपनों को जीना नहीं चाहते।” – एपीजे अब्दुल कलाम

2.”सफलता का रहस्य वही है जो हमें कभी नहीं बताया गया है। यह आपके विश्वास और मेहनत में है।” – धीरुभाई अंबानी

3″कामयाबी खुद के अंदर होती है, उसे भरोसा रखिए और कोशिश करते रहिये।” – महात्मा गांधी

4. “जो आप कर सकते हैं, उसे कीजिए। जो आप नहीं कर सकते, उसकी चिंता मत कीजिए।” – मदर टेरेसा

5. “कामयाबी के पीछे भागते रहिए, पर कभी अपने सपने से नहीं भागते।” – सचिन तेंदुलकर

6. “जिंदगी में कामयाबी के लिए, मेहनत और आज़ादी दोनों की ज़रूरत होती है।” – स्वामी विवेकानंद

7. “कामयाबी तब तक संभव है जब तक आप हार नहीं मानते।” – स्टीफ़न हॉकिंग

8. “सफलता का राज़ एक अच्छा प्लान है और उससे भी ज़रूरी है उसे पूरा करने की प्रेरणा।” – बिल गेट्स

9. “अपने इरादे को इतना मजबूत बनाओ कि सफलता के सामने कोई बार नहीं आ सके।” – वाल्ट डिस्नी

10. “अपने सपने को पूरा करने के लिए, आपको उनसे ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी।” – लियोनेल मेस्सी

11. “कामयाबी के लिए, आपको पहले अपने आप में विश्वास होना चाहिए।” – विराट कोहली

12. “सफलता तब तक दूर नही है जब तक आप हार नहीं मान लेते।” – अर्नोल्ड श्वर्ज़नेगर

13. “जीवन का सबसे बड़ा उपहार है आपकी समझदारी।” – भगत सिंह

14. “मुझे अच्छे लोगों के साथ रहने का शौक है।” – महात्मा गांधी

15. “शिक्षा अपनी आत्मा का सबसे बड़ा उद्देश्य होना चाहिए।” – स्वामी विवेकानंद

16. “सफलता एक तनावमुक्त जीवन होता है।” – महात्मा गांधी

17. “अगर आप एक अच्छे व्यक्ति बनना चाहते हैं, तो अपने आप को निर्मल और स्पष्ट बनाइए।” – महात्मा गांधी

18. “आपका समय अतुलनीय है। उसे बेकार न करें, इसे किसी अच्छे काम में लगाएं।” – स्वामी विवेकानंद

19. “जब तक आप अपने लक्ष्य के प्रति निष्ठावान नहीं होते, तब तक आप उसे प्राप्त नहीं कर सकते।” – महात्मा गांधी

20. “जो लोग सोचते हैं कि वे कुछ नहीं कर सकते, वे असल में कुछ नहीं करते।” – महात्मा गांधी

21. “जीवन का उद्देश्य न केवल एक नायाब अनुभव है, बल्कि एक उच्चतम उद्देश्य की भी तलाश है।” – स्वामी विवेकानंद

22. “आप अपने जीवन की गाड़ी खुद चलाते हैं। अपनी मनचाही दिशा में बढ़ने के लिए इसे सही दिशा में सेट करें।” – रवींद्रनाथ टैगोर


23. “समय अभी भी हमारी तरफ अपना चेहरा नहीं फिराया है।” – महात्मा गांधी

24. “अपनी विश्वासयोग्यता के बारे में विश्वास रखें, और उसे बढ़ाएँ। आप जो कुछ चाहते हैं, उसे प्राप्त कर सकते हैं।” – स्टीव जॉब्स

25. “अपने दोस्तों के साथ समय बिताना एक उत्तम विचार है।” – अब्राहम लिंकन

26.”आपका विश्वास आपके आप से शुरू होता है।” – जिम रोहन

27. “जब आपको दुःख होता है, आप उससे सीखते हैं।” – अमिताभ बच्चन

28. “जो चीजें आपको दुखी करती हैं, उससे दूर रहिए। जो आपको खुश करती हैं, उनसे संबंध बनाइए।” – महात्मा गांधी

29. “आप जितने सक्षम हैं, उतने ही तरक्की करें।” – विवेकानंद

30. “जीवन का आनंद उसे बांटने से बढ़ता है।” – श्री रविशंकर

31. “जीवन का अर्थ अपने आप को दूसरों के लिए सेवा करने में है।” – महात्मा गांधी

32. “जीवन में सफल होने के लिए, आपको बड़े सपने देखने होंगे।” – महेंद्र सिंह धोनी

33. “जीवन का रहस्य सफलता के लिए मेहनत करना है।” – लटा मंगेशकर

34. “अपने आप में विश्वास करें और दूसरों का सम्मान करें।” – सुभाष चंद्र बोस

35. “धन अच्छी चीज है, लेकिन धन से बढ़कर अच्छी चीज है समझदारी।” – महात्मा गांधी

36. “अपने सपनों के लिए लड़ना जरूरी है।” – स्वामी विवेकानंद

37. “जो लोग आपके बारे में बुरा कहते हैं, उन्हें ध्यान में न रखें।” – माँ तेरेसा

38. “जीवन एक संघर्ष है। आपको हार नहीं मानना होगा।” – अमिताभ बच्चन

39. “असफलता एक अवसर है फिर से प्रयास करने का।” – अपजेफा

40. “आप जो चाहते हैं, वह संभव है।” – विवेकानंद

41. “आपकी सफलता आपके अंदर है।” – जिम रोहन

42. “जो लोग सफल होते हैं, वे लोग नहीं होते हैं जो हमेशा सही होते हैं।” – विश्वास खरे

43. “आप जितना विश्वास रखते हैं, उतनी ही शक्ति आपको मिलती है।” – जिम मुहर

44. “जब आप अपनी आँखें बंद करते हैं, तब आप वह देखते हैं जो आप चाहते हैं।” – अमिताभ बच्चन

45. “जो आपको खुशी देता है, उससे जुड़े रहिए।” – स्टीव जॉब्स

46. “जो आपके सपनों को असंभव कहते हैं, उनसे दूर रहिए।” – आचार्य बालकृष्ण जी महाराज

47. “जब आप अपने सपनों को पूरा करते हैं, तब आप खुशी महसूस करते हैं जो कुछ भी नहीं बदल सकती।” – ओप्रा विनफ्री

48. “जीवन का सबसे बड़ा उपहार है कि आप जीवन को जीएं।” – विल रॉजेंबर्ग

49. “सफलता उसी के लिए होती है जो कुछ करता है, न कि उसके सपनों को देखता है।” – संदीप माहेश्वरी

50. “जीवन का उद्देश्य नहीं है केवल जीना, बल्कि एक अर्थपूर्ण जीवन जीना है।” – विलियम शेक्सपियर

51. “आप अपनी सोच के अनुसार बनते हैं। जो भी आप सोचते हैं, वह आपकी वास्तविकता बन जाता है।” – विलियम जेम्स

52. “जीवन में सबसे खतरनाक विचार होते हैं, उन विचारों से बचें जो आपके समझ से पार होते हैं।” – एलन मस्क

53. “विफलता सफलता का मूल नहीं होती, यह सिर्फ एक नया प्रयास करने से पहले होती है।” – जॉर्ज एलियट

54. “आपका सफलता आपके अंदर की ज़िम्मेदारी है।” – विलियम बूट्स

55. “जितना बड़ा सपना, उतनी ही बड़ी ज़िम्मेदारी।” – विश्वास नायक

56. “जब लोग जुट जाते हैं, तब उनमें शक्ति होती है।” – हेलन केलर

57. जीवन का सबसे बड़ा सूत्र है – अच्छे लोगों का साथ दें। – ए पी जे अब्दुल कलाम

58. “अगर आप आसान रास्ते से सफल होते हैं, तो आपको सोचना चाहिए कि आपने किस चीज का टुकड़ा छोड़ दिया होगा।” – गैरी वास्केज

59. “जीवन एक संघर्ष है जो आपको बेहतर व्यक्ति बनाने में मदद करता है।” – महात्मा गांधी

60. “वृक्ष के समान बनों जो कड़ी गर्मी झेलने के बाद भी सभी को छाया देता है”।– महाकवि कालिदास

उम्र

दिन आता है, दिन चला जाता है इस दिन की उम्र 24 घंटे ही है लेकिन ये सम्पूर्ण संसार को कार्यरत होने के लिए बढ़ी कर देते है कुछ ना कुछ करने के लिए।

उम्र से नहीं कार्य से आँको , उम्र कितनी भी हो परंतु कार्य बड़ा होना चाहिए
उम्र या कार्य

क्या आपके जीवन में भी स्वयं को बाध्य करने के लिए कोई नियम है? उम्र कितनी भी हो परंतु कार्य का बड़ा होना चाहिए।

ध्यान

क्या ध्यान से विचार बलवान और फलित होता है ?
जी हाँ , ध्यान से आपके विचार बहुत बलवान होने लग जाते है, शब्द आकाश का विकार होते है, जब हम ध्यान करते है तो मन ओर बुद्धि शुद्ध विचारों से भर जाती है, ओर इस प्रकृति का मूल ही शुद्ध होना है, जब हमारे विचार शुद्ध होते है ओर प्रकृति का संपर्क ओर गहरा हो जाता है जिससे हमारे विचारों बलवान होते है, तथा यह फलित भी होते है, सम्पूर्ण ब्रह्मांड का आधार ही शब्द है, आपके शब्द ही फलित होते है, जैसे ही विचारों के माध्यम से आप किसी भी चीज का संकल्प करते है, वो फलित होना शुरू जाते है, ब्रह्मांड में जैसे ही आप कोई भी शब्द छोड़ते हो उस पर कार्य होना शुरू हो जाता है, यह आपकी भावनाए, आप कितने सकारात्मक है , इन पर भी निर्भर करता है , जैसे जैसे आप ध्यान की गहराई में भीतर उतरेंगे आप अपने विचारों के प्रति सजग होना शुरू कर देते है ओर उसी तरह से आपका जीवन हो जाता है , यदि आप की इच्छा दृढ़ है ओर विश्वास आपके भीतर बहुत भरा हुआ है, तो आप जो चाहते है वह अवश्य पा लेंगे।

law of attraction

secret

सहायता के तौर पर इन दोनों किताबों को पढ़ जा सकता है।

जानने की शुरुआत

जानने की शुरुआत कहाँ से हुई यह सवाल जीवन में एक बार तो सबके मन में उठता ही है, की मैं कौन हूँ ? और इस जीवन का क्या अर्थ है? फिर चाहे वो इन प्रश्नों पर गौर करे या नहीं बहुत सारे सवालों की भांति इन सवालों को छोड़ देता है ओर जीवन की व्यस्तता में खुद को खो देता है।

लेकिन मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ यह वो प्रश्न था जिस पर मैं अटक गया मैं इस प्रश्न से हटने को तैयार नहीं था, इस प्रश्न का जवाब नहीं मिल रहा था उससे पहले मैं आपको बताता हूँ यह प्रश्न मेरे मन में कब ओर कैसे आया? स्वयं को जानने की शुरुआत होती है।

कौन हूँ मैं यह प्रश्न कब ओर कैसे उठा मेरे मन में

मेरी उम्र 13 साल थी जब मैं कक्षा 8 के फाइनल पेपर देकर रिजल्ट का इंतजार कर रहा था, हम एक सयुक्त परिवार में रहते थे अभी सब अलग अलग रहते है जैसे जैसे परिवार बड़े होते गए जगह छोटी पड़ती गई ओर हम इधर उधर बस गए, तो उस दिन घर पर सभी लोग नहीं थे क्युकी बड़े बड़े भाई माँ वैष्णो देवी के दर्शन के लिए निकले थे शाम को उसी शाम अचानक मेरी दादी जी की तबीयत खराब हो गई ओर तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो गई थी, घर वालों को लगा की अब इनका अंतिम समय आ गया है तो अब गीता का पाठ कर लेना चाहिए ताकि अच्छे शब्द कानों में जाए।

तो मैं श्रीमद भागवत गीता अपने कमरे से ले आया ओर मैंने पढ़ना शुरू कर दिया कुछ देर पढ़ने के उपरांत ही दादी जी का देहांत हो गया।

सुबह होते ही उन्हे किरयाकर्म के लिए यमुना घाट ले जय गया जैसे जैसे यह सभी किरयाए चालू हुई मेरे मन में प्रश्न उठने शुरू हो गए की मैं भी एक दिन मरूँगा , मुझे भी इसी तरह से जाना होगा ? जब शरीर अग्नि में दाह हो रहा था तब सिर्फ वह शरीर राख का ढेर हो रहा था तभी मेरे मन से विचार उत्पन्न हुआ यह मिट्टी का शरीर एक दिन यू ही राख ढेर बन जाएगा फिर इस जीवन का क्या फायदा जब यह तन यू ही राख में मिल जाएगा। उस समय प्रश्न यह नहीं उठा की मैं कौन हूँ लेकिन वो शुरुआत हुई जब पूरा शरीर राख ही होना है तो इस शरीर का होना ही क्यू है? इसका क्या करू मैं?

मुझे घर आने के बाद बहुत अजीब से ख्याल आने लगे ओर मेरी तबीयत ठीक न थी मुझे यह सोच घबराहट होने लागि बस उलटी हो रही हो बार ऐसे जी कर रहा था तब मेरी ममी ने मुझे मामी जी के साथ उनके घर भेज दिया था की मैं 2-4 दिन वही रह आऊ बस फिर मैं 2-3 दिन वापस आया घर तब तक सब ठीक लग रहा दुबारा उस समय तो विचार शांत हुए लेकिन मेरे मन में प्रश्न उठने लगे कुछ समय बाद फिर

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पसंद और नापसंद

पसंद और नापसंद

अपनी पसंद का कार्ये करे हम सभी लोग, परंतु अपनी पसंद का काम क्यों नहीं कर पाते?

कहते है जो काम आपको नापसंद है फिर भी आप उसी काम को कर रहे है तो वह काम आपके लिए वैसा ही है जैसे किसी बच्चे से पढ़ाई को छुड़वाकर उसको काम पर लगा दिया हो।

अब उस बच्चे के जीवन की कल्पना करो की क्या होता है उस बच्चे के जीवन के साथ वही दशा आपके साथ होती है जब आप अपनी पसंद का कार्य नहीं करते।

इसलिए अपनी पसंद और नापसंद के कार्य के लिए सोचो जब आप अपनी पसंद का कार्य करेंगे तो आपका मन ज्यादा काम में लगेगा इधर उधर नहीं भटकेगा, आपकी कार्य करने की क्षमता भी बढ़ेगी , साथ ही आप नए नए तरीके सोचोगे उस कार्य को करने के लिए

लेकिन जिस काम में आपका मन नहीं उस काम को उतनी अच्छी तरह से नहीं करते हमेशा चिड़चिड़ापण लगता है , गुस्सा आता है आपकी खुशी कही खो जाती है फिर वो काम सिर्फ साधनों को जुटाने के लिए ही कर रहे होते है।

जीवन में अच्छे विचारों का संग्रह करे

जीवन को बेहतर बनाने के लिए क्या करे?

छोटे छोटे विचार जो आपके जीवन को लगातार बदल सकते है, आपके जीवन को सकारात्मक बना सकते है, आपके जीवन को बेहतर बना सकते है। 

उन विचारों को अपने जीवन का हिस्सा जरूर बनाए, उन विचारों को अपने में उतारे यही वो विचार है जो आपका जीवन दिन प्रतिदिन बेहतर बनाते है, ओर एक दिन आपका जीवन बहुत बेहतर हो जाता है, जिस भी उम्र के पड़ाव पर हम है उस उम्र की परवाह न करे बस बस स्वयं को बेहतर बनाते जाए एक दिन आप निखर कर सामने आएंगे।

जैसा की हम सभी जानते है एक पूरे दिन में मस्तिष्क में लगभग 60 हजार विचार आते है परंतु क्या वह सभी विचार हमारे लिए महत्वपूर्ण है? नहीं वह सभी विचार हमारे लिए महतवपूर्ण नहीं होते

क्युकी वह सभी विचार हमारे कुछ न कुछ सोचने की वजह से, कुछ न कुछ कार्य करने व देखने की वजह से उत्पन्न हो रहे है या फिर हम पुरानो दिन में खुद को खो देते है बस वही विचार हमारे मस्तिष्क में लगातार घूमते रहते है।  

यदि हम कुछ अच्छे ओर सकारात्मक विचारों लिख कर उन्हे बार बार मन में दोहराए व सिर्फ ओर सिर्फ उन्ही विचारों के बारे सोचे तो आप देखेंगे की आपके जीवन में कितना परिवर्तन आता है।

विचारों का प्रभाव हमारे जीवन पर   

हम हर रोज थोड़े थोड़े बेहतर होते जाएंगे।

हर रोज हमारे भीतर नई ऊर्जा का संचार होगा।  

हर रोज हम जीवन के प्रति सकारात्मक होंगे।

आपका मन सदेव प्रसन्न रहेगा।

यह अनुभव एकदम से होने लग जाता है, जैसे जैसे हम अपने पुराने विचारों की आदतों को तोड़ते रहते है हम नए-नए विचारों के अनुभव को जगह देने लग जाते है, जब तक पुरानी सोच, पुरानी धारणाओ को नई छोड़ेंगे तब तक नई की उपसतिथि कैसे होगी? इसलिए उन पुराने विचारों को मस्तिष्क के भीतर से हटाए ओर खुद को नए विचारों के साथ जोड़े, इन नए विचारों सकारात्मक होने दे अपने भीतर तक और इन नए ओर सकारात्मक विचारों के साथ जिए हमारे भीतर जो नकारात्मक विचार है उनको बाहर निकाले। 

समस्या को सुलझाना

उलझिए नहीं क्युकी सुलझना जीवन का बेहतर विकल्प है। जीवन की हर छोटी बड़ी परेशानी में खुद को खो मत देना बस उन्हे सुलझाते हुए हमे यू ही आगे निकल जाना है, खुद को अपनी मंजिल तक पहुचाना है, बस चलते जाना है, जिंदगी की हर एक समस्या को सुलझाना है अटकना कही नहीं बस आगे जिंदगी संग बढ़ते जाना है, राहे कठिन है लेकिन संभल कर चलना है क्युकी ज़िंदगी की समस्या का हल करना है।

समस्या को सामने खड़ा देख भागना नहीं है उसका डट कर मुकाबला करना है।

लड़को को गलतफहमी

हर लड़के को यही लगता है की वो लड़की उसे घूर रही है,लेकिन वह लड़की ऐसा बिल्कुल भी नहीं कर रही होती ,यह लड़कों की गलतफहमी है जिसमे वह सुधार नहीं कर रहे है। एक दिन उनको पछतावा होता है इस बात का की वो गलत थे इस बारे में

कोई लड़की हँसे इसका मतलब बिल्कुल भी नहीं की वो फंस रही है, इसलिए कृपया कर ऐसी गलतफहमी बिल्कुल न रखे।