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सुपर 30

सुपर 30 फ़िल्म में कुछ लोग ऐसा कह रहे है की ह्रितिक रोशन बिल्कुल भी आनंद कुमार से मेल नही खाते लेकिन क्या शक्ल मिलनी जरूरी है?

Super 30
super 30

ह्रितिक रोशन ने सुपर 30 में बेहतरीन एक्टिंग की है। अब से पहले इस यारह के किरदार को उन्होंने कभी नही किया लेकिन उनकी एक्टिंग बहुत जबरदस्त है सुपर 30 में

सुपर 30 के अंदर ह्रितिक रोशन में कुछ बनने और बनाने के लिए बहुत जुनून दिखाया गया है जो पहले मेने किसी भी फ़िल्म में नही देखा।

सुपर 30 के पहले सीन से लेकर आखिरी सीन तक रोमांच भरा हुआ है।

अब छलांग लगाने का वक़्त आ गया है – इस लाइन अर्थ है बहुत समय से हम सभी तैयारी कर रहे है परंतु अब तैयारी का वक़्त नही अब कुछ कर दिखाने का वक़्त है कुछ बड़ा , कुछ बेहतर ओर लोगो से एक लंबी छलांग लगाने का वक़्त है।

परिस्थितियां जो हमे बहुत कुछ ऐसा करने पर मजबूर कर देती है जो हम कभी नही करना चाहते।

आनंद कुमार जो किसी भी चीज़ को आसानी से सुलझा सकते थे और किसी भी आसान चीज़ को आसानी से उलझा भी सकते थे।

जिंदगी ? Mark की तरह है जिंदगी से सवाल पूछते जाओ और जिंदगी जवाब देती जाएगी।

आपके अंदर सीखने की भूख होनी चाहिए फिर आप कही से भी कैसे भी सीख सकते है।

यदि आपके मन में कोई प्रश्न है तो उसका उत्तर अवश्य मिलेगा बस यह आपके जानने की ललक पर निर्भर करता है।

सफलता किसी की जात पात नही पूछती वह उसीके पास आती है जो उसके काबिल होता है।

सफलता को प्राप्त करना यह हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है।

हर उस घटना से सीखा से जा सकता है जो आपके आसपास हो रही है।

जादू कही और नही है जादू सिर्फ हमारी सोच में है।

हौसले बुलंद होने चाहिए फिर कुछ भी नामुमकिन नही है।

जिंदगी क्या है

जिंदगी क्या है? ये एक गहरा प्रश्न है लेकिन हम अपने जीवन पर गौर नहीं करते बस जीवन में बिना मतलब की भाग दौड़ में व्यस्त है, जिसके कारण मिलन ओर बिछड़ना बना हुआ है, एक बार तो सबको बिछड़ ही जाना है

लेकिन हम जिंदगी में जीते हुए भी बिछड़ जाते है, जो नहीं होना चाहिए हमारी खुद की गलतिया जिंदगी की तकलीफ को बढ़ा देती है इसलिए हमे अपनी जिंदगी को बहुत संभाल कर जिन चाहिए, हम सभी को मिलजुल कर रहना चाहिए।

जिंदगी को मिलकर बिताया जाए इसको बिछड़ने ना दिया जाए जब तक हम जी रहे है, हमे सब संग साथ रहना है यही जीवन है।

जीवन का जीवन से मिलन है जिंदगी और मिलकर बिछुड़ना भी है जिंदगी
जिंदगी क्या है

जिंदगी का जिंदगी से मिलना है, जिंदगी ओर मिलकर बिछड़ना भी है जिंदगी

यह भी पढे: जिंदगी कैसी है, जिंदगी से जिंदगी,

क्या है जिंदगी?

क्या है जिंदगी? नए मतलब सिखाने का नाम है जिंदगी , दुनिया कितनी भी मतलबी हो लेकिन यह जिंदगी हमे बहुत कुछ सिखाती है, इस दुनिया के बीच में हमे जीना आता है, और मतलबी है जीवन तो ओर भी रंगीन, हसीन बन जाती है यह दुनिया वरना शायद बेरंग हो जाती, जो इतना शोर है इस जीवन का वो शायद मतलब होने के कारण ही तो है यही मतलब न होता तो मौन कहला रही होती यह जिंदगी।

क्या है जिंदगी?
क्या है जिंदगी ?

मतलबी दुनिया के बीच अलग अलग मैने, मतलब सिखाती है यह जिंदगी

न मतलब की बात करो बस बिना मतलब के जिन सिखाती बताती भी है जिंदगी

बहुत सारे अर्थ बताती है यह जिंदगी इसलिए इस जीवन को जरा गौर से देखिए कही छूट न जाए कुछ, हर लम्हे में कुछ खास छिपा है इस जिंदगी के हर पल को इस जिंदगी का बेहतरीन बनाइये।

यह भी पढे: जिंदगी कैसी है, जिंदगी की राह, जिंदगी की राह में,

हंसने रुलाने

हंसने रुलाने का नाम है जिंदगी , यू ही गुदगुदाती है जिंदगी, कभी हसाती तो कभी रुलाती है जिंदगी, यह जिंदगी है साहब कुछ अटपटी तो चटपटी सी है जिंदगी

हंसने रुलाने का नाम है जिंदगी
ज़िंदगी क्या है

जीवन विचार

जीवन विचार क्या है, जीवन को बदल देने वाले कुछ ऐसे विचार जो हमारे पुरे जीवन का दृश्य बदल देते है, जैसा आप सोचते है वैसे ही आप होते जाते है, आपके जीवन पर आपकी सोच का प्रभाव पड़ता है प्रतिदिन लाखो ही विचार आपके मस्तिष्क में आते और जाते है उनमे से आप कितने विचारो पर गौर करते है, यह महत्वपूर्ण है और जिन पर नहीं करते उनका भी प्रभाव आपके जीवन पड़ता है परंतु कम लेकिन असर कम हो ज्यादा असर तो असर है छोटा या बड़ा उसका प्रभाव ही जीवन की दिशा और दशा बदल देता है, हर समय आप कौनसे विचारो के साथ जीना चाहते हो आपके जीवन के लक्ष्य क्या है जो आपको प्राप्त करने है, यदि आपके विचारों में भटकाव है तो क्या आप अपने लक्ष्य तक पहुँच सकते ? नहीं आपको अपने लक्ष्य तक पहुचने के लिए अपने विचारों को एक ही दिशा की अग्रसर करना होगा।

हमने बहुत सारे विचार पढ़े और समझे तथा शेयर भी किये। यदि आपने उन्ह विचारो पर अपनी असल जिंदगी में कोई कार्य नहीं किया तो वो सभी विचार कही बह जायेंगे जिनका फिर कोई मोल नहीं होगा आपके जीवन में। लेकिन अब इन विचारो को अपने जीवन का एक हिस्सा बनालो जिनसे आपकी पूरी जिंदगी परिवर्तित हो सकती है। क्योंकि सिर्फ आप खुद अपनी जिंदगी को बदलने में सामर्थ्य रखते है दूसरा कोई और नहीं। यदि आप इन् को मन्त्र की तरह रोज अपने जीवन में प्रयोग करेंगे तो अवश्य ही आप अपने जीवन अद्भुत परिवर्तन देखेंगे।

कौन हूँ मैं ?
मैं कौन और क्या होना चाहता हूँ ? यह आप पर निर्भर करता है यह आपका जीवन है जिस प्रकार से आप अपने जीवन के बारे में सोचेंगे उसी प्रकार से आप स्वयं का जीवन बना सकते है

मैं ऊर्जा हूँ

मैं ऊर्जा हूँ यही है जीवन विचार
मैं ऊर्जा हूँ

मैं बलवानो का बल हूँ

मैं बलवानों का बल हूँ यही है जीवन विचार
मैं बलवानों का बल हूँ
मैं बुद्धिमानों की बुद्धि हूँ यही है जीवन विचार
मैं बुद्धिमानों की बुद्धि हूँ
मैं प्रेम हूँ यही है विचार
मैं प्रेम हूँ
मैं जीवन की मुस्कुराहट हूँ यही है जीवन विचार
मैं जीवन की मुस्कुराहट हूँ
मैं निशब्द हूँ  यही है जीवन विचार
मैं निशब्द हूँ
मैं शब्द हूँ  यही है जीवन विचार
मैं शब्द हूँ
मैं जीवन की प्रेरणा हूँ यही है जीवन विचार
मैं जीवन की प्रेरणा हूँ
मैं ही निशब्द हूँ यह है जीवन विचार
मैं ही निशब्द हूँ
मैं जीवन का आधार हूँ यही है जीवन विचार
मैं ही जीवन का आधार हूँ
मैं जीवन का श्रोत्र हूँ यही है जीवन विचार
मैं जीवन स्रोत हूँ

जिंदगी अनमोल

जिंदगी जिसको मिली है उसको कद्र नही होती और जिसको नही मिलती उससे पूछो जरा क्या है जिंदगी ? वही कद्र करता है जिसको एहसास होता है कि जिंदगी अनमोल है। इस जिंदगी का मोल कोई चुका नही सकता।

जिंदगी अनमोल

सुखद आनंद

मुस्कुराहट का ही तो एक नाम है जिंदगी , ये जिंदगी रोने के लिए नही है इसे मुस्कुराना सिखाओ ओर खो जाओ उन सभी लम्हो में जो तुम्हे सुखद आनंद देते है।

सुखद आनंद

क्या है जिंदगी

क्या है जिंदगी ? यह एक बहुत बड़ा विषय है और जिंदगी को आसानी से समझ पाया है। जिसने समझने की कोशिश की है वो खुद ही उलझा हुआ नजर आया है।

जीवन का पहला पड़ाव है जिंदगी उस पहले पड़ाव से मिलों तक का लंबा सफर तय कारणए का नाम है जिंदगी
क्या है जिंदगी

शब्दों का सलीका

शब्दों का सलीका शब्दों को कहने के लिए एक सलीका चाहिए होता है हुजूर जो हममे नही है आया अब तक बस इसलिए दुनिया वाले हमे बतमीज कहते है। लेकिन हम क्या करे हमारे शब्द तो बेबाक निकल जाते है।

शब्दों का सलीका जब सही हो जाए,
तब उनसे विचारों का अभिप्राय बन जाए।

शब्दो की दुनिया बहुत रंगीन होती है,
जो जीवन के दुख सुख का अभिव्यक्ति करती है।

कुछ शब्द गहराई तक जा पहुंचते हैं,
तो कुछ बस छोटी सी बातों को दर्शाते हैं।

शब्दों का सलीका शब्दों को कहने के लिए एक सलीका चाहिए होता है
shabd

शब्दो की बारिश हो जब बाहर,
तब रहते हम अपने अंदर।

शब्दों की धुन हो जब सुहानी,
तब दिल के सारे गम हो जाते पानी।

शब्दों की सलाह से मिलती है हमें राहत,
जो जीवन की कठिनाइयों से देती है छुटकारा।

शब्दो का सलीका जब सही हो जाए,
तब उनसे विचारों का अभिप्राय बन जाए।

शब्दों को सही ढंग से उच्चारित करो,
तब उनका असली मतलब सबको समझ में आएगा।

शब्दों का जो सलीका सही हो जाए,
तो उनसे विचारों का अभिप्राय बन जाए।

शब्दो का सलीका होता है,
जो इंसान को अलग बनाता है,
कुछ शब्द चुने तो आदमी बदल जाता है,
और कुछ शब्दों से इतिहास बन जाता है।

शब्दों का सलीका होता है,
जो दिल को छू जाता है,
जो दिल को झकझोर देता है,
जो दिल को खुशी से भर जाता है

शब्दों की ताकत होती है, जिनसे व्यक्ति जीवन बदल जाता है,
बच्चे की हंसी से दिल खुश हो जाता है,
और किसी के दुख से दिल दुखी हो जाता है।

शब्दों के सलीके से कुछ नया करो,
जो दुनिया में नहीं होता है,
कुछ नया सोचो, कुछ नया बोलो,
जो लोगों को मोहित करता है।

शब्दो का सलीका होता है,
जो दिल में रहता है,
जो दिल से निकलता है,
वो आदमी को अलग बनाता है।

सलीके से बोलो, सलीके से सुनो,
जो दुनिया को नया करता है,
शब्दों का सलीका होता है,
जो इंसान को अलग बनाता है।

परीक्षा

परीक्षा से पहले डर और परीक्षा के बाद सफलता के बीच एक कड़ी होती है, जिसका नाम है रिवीजन:, यह उस चिड़िया का नाम है जो आपकी कमजोरी को कम और मजबूती को और मजबूत करती है. लेकिन आप जानते हुए भी रिवीजन नहीं कर पाते हैं.

1⃣. सबसे पहले और सबसे अहम- अपना सिलेबस को ध्यान में रखें. कहने का मतलब है कि अगर आपको सिलेबस का पता नहीं तो पढ़ाई कैसे करेंगे?

2⃣. खुद को सुनियोजित करें खुद की जरूरत को ध्यान में रखते हुए एक टाइम टेबुल बनाएँ. चाहे आपकी परीक्षा 2 माह या 1 माह हो चाहे जितना समय हो खुद को सुनियोजित करके ही कर सकते हैं. इसलिए एक टाइम टेबुल बनाएँ और उसका अनुसरण करें.

3⃣. जितनी उपर कही गई है उन बातों को ध्यान दें. बहुत से लोग छोटी मोटी गलतियाँ कर बैठते हैं. उदाहरण के लिए एक दिन किसी कारणवश यदि नियमित अध्ययन से आप चूक गए तो यह आप कभी मत सोचिए कि आज का दिन बेकार चला गया, अब मैं कल पढ़ुंगा. कड़वा लेकिन सत्य है कल कभी नहीं आता.

परीक्षा से पहले रिवीसन जरूर करे
सफलता की कुंजी

4⃣. यह याद रखें कि परीक्षा के 10 मिनट पहले किसी प्रकरण पर चर्चा न करें.

5⃣. अब आप सही रूप मेे रिवीजन कर रहे हैं, तो पिछले वर्ष का पेपर हल करें, ऐसा इसलिए कि ताकि परीक्षा का पैटर्न आपको मालूम हो जाएगा.

6⃣. परीक्षा में दूसरों की सहायता न करें, न दूसरों से सहायता लेने की कोशिश करें.

7. अपने साथ जरूरत का पूरा समान लेकर जाए ताकि आप अपने समान पेन , रबर और इत्यादि की चीज़ों को मांगने मैं व्यर्थ न करे