Posts in Ram Lalwani

जिम्मेदारियां

ये जिम्मेदारियां ही हे जो आपको बनाती मजबूत ओर परिपक्व……
परिपक्वता का आयु से कुछ लेना नही ये आती जब जगता अनुभव….

जिम्मेदारियां और अनुभव आपस में हे तालमेल हे जिगरी मित्र…..
जिम्मेदारियां बुरी नही उनके प्रति सोच संवारती आपका चरित्र।

ये जिम्मेदारियां ही हैं जो आपको बनातीं मजबूत और परिपक्व,
परिपक्वता का आयु से कुछ लेना नहीं, ये आती जब जगाता अनुभव।

समय के साथ बदलती हैं ये जिम्मेदारियां,
जब मानसिकता होती हैं प्रगाढ़ और प्रगतिशील।
धीरे-धीरे सीखते हैं हम जीने का कला,
जब जीवन की लहरें आतीं हैं और जातीं हैं अनुभवों की तरंगें।

परिकल्पना की पंखों पर उड़ते हैं हम,
जब सपनों की दुनिया को हम अपनाते हैं।
संघर्षों के मोर्चों पर खड़े होते हैं हम,
जब ज़िन्दगी की मुश्किलें हमें चुनाती हैं।

परिपक्वता की गाथा सुनाते हैं हम,
जब नये अनुभवों के साथ बढ़ते हैं हम।
समय की ओर चलते हैं हम निरंतर,
जब जिम्मेदारियों का भार हमें संभालते हैं।

परिपक्वता के पथ पर चलते हैं हम,
नई दिशा में अपनी आवाज़ उठाते हैं।
जीवन के रंगों को चढ़ाते हैं हम,
जब जिम्मेदारियों को समझते हैं और निभाते हैं।

यह भी पढे: पानी की बर्बादी, तारों का जाल, जरूरी नहीं हर बात, पुराने पत्ते, जिसने दुख दिया,

चिंता में रहोगे

चिंता में रहोगे …..
भीतर के ताप से जलोगे ।
और जो खुश रहोगे….
ख़ुद स्वस्थ दूसरो को खुश कर सकोगे ।

ईर्ष्या भय चिंता और शंका…..
दुःख मुसीबतों का बजेगा डंका ।
ख़ुशी खुशी रहना सुखद संक्रमण…..
शुभ और लाभ ख़ुशी का आचरण ।

चिंता में रहोगे, दुःखों में खो जाओगे,
भीतर के ताप से जलोगे, आत्मा को भस्म करोगे।

पर जो खुश रहोगे, संतुष्ट रहोगे,
जीवन की मधुरता को आसानी से छोड़ोगे।

चिंता और चिंतन से मुक्ति पाने का रहस्य हैं,
आत्म-विश्वास और प्रेम में विलीन हो जाना हैं।

भीतर की आग को बुझाने के लिए,
आत्मा को प्रकाश की ओर ले जाना हैं।

चिंता में रहकर आत्मा तप्त हो जाती हैं,
दुःखों में खोकर जीवन अधूरा हो जाता हैं।

पर जो खुश रहें, जीवन को समझें,
आनंद के बीज बोने में लग जाता हैं।

चिंता से दूरी और मन की शांति पाने का रहस्य हैं,
आनंद का स्रोत और खुशियों का आधार हैं।

जब खुश रहोगे, तो अनुभवों को महसूस करोगे,
आत्मा की गहराई और प्रेम की ऊर्जा में लीन होगे।

तो चिंता में न रहोगे, खुश रहोगे हमेशा,
जीवन की गाथा में आनंद से रंग भरोगे।

यह भी पढे: ना करे चिंता, समस्याओ का निपटारा, दुख क्या है, इंसान, संकट एक मुश्किल,

एक मित्र जो समझे

एक मित्र जो समझे आपके आंसुओ को भी वो बहुत ही नयाब….
बाकी मित्र सिर्फ देखे जाने आपकी हंसी खुशी का रखते वो हिसाब….

असली मित्र वही जो आपके अच्छे बुरे दोनों पक्षों को जाने समझे दे साथ…
बाकी मित्र दुनियादारी वाले सिर्फ़ नाम के, मित्र वही जो दुखो में रखे सिर पर हाथ।

एक मित्र जो समझे आपके आंसुओ को भी वो बहुत ही नयाब,
बाकी मित्र सिर्फ देखे जाने आपकी हंसी खुशी का रखते वो हिसाब।

जब जीवन की लहरें हमें भांपती हैं थकावट,
वो दोस्त हमारा साथ देता है आशा का सहारा।
जब आँखों में भरती है गम की धूप की छाया,
वो दोस्त हमारा सबकुछ भुला देता है मगन होकर आया।

दोस्ती का रिश्ता है ये अद्वितीय और अनमोल,
वो दोस्त हमारा है जीवन का सबसे महत्वपूर्ण खजाना।
हमसे बांटता है वो सब खुशियां और गम के पल,
वो दोस्त हमारा है जो जानता है हमारी राज़-ओ-नियाज़ाना।

जब बैठे होते हैं हम उदास और तनहा,
वो दोस्त हमारा आता है और देता है संगीत की लहरें।
जब नहीं होती है हमें खुशियों की अपेक्षा कोई अपना,
वो दोस्त हमारा है जो बना देता है हमें फिर से ताजगी की बहारें।

जब अनजाने में ढक जाती है जिंदगी की राहें,
वो दोस्त हमारा है जो चलता है साथ हमेशा।
जब लगता है मन में उठेगा कोई बड़ा सवाल,
वो दोस्त हमारा है जो सुनता है ध्यान से हमेशा।

एक मित्र जो समझे आपके आंसुओ को भी वो बहुत ही नयाब,
बाकी मित्र सिर्फ देखे जाने आपकी हंसी खुशी का रखते वो हिसाब।
दोस्ती का इस अनमोल बंधन को सदा निभाना,
क्योंकि आपका दोस्त हमेशा रहेगा आपके पास बना।

यह भी पढे: मित्र या शत्रु, अच्छे लोगों का साथ, मित्र आपका दर्पण, एक दूसरे के दर्द, सच्चा मित्र,

प्रकृति का नियम

इस जीवन को दे झोंके अपनी क्षमता का सर्वोत्तम …….
गहरा ज्ञान ये जो देंगे वो होता कई गुणा ये प्रकृति का नियम ।

गुप्त ओर गहरा ज्ञान यह कि देने का नाम ही जीवन……
देने के लिए प्रकृति ने रखा रचा बीजों का चयन …….

बीजों की गहराई में छिपा है आनंद विशाल,
जो फलों और पुष्पों को देते हैं उच्च विकास।

मिट्टी की गोद में आँखे भरी खुशबू पलती है,
सृष्टि की गोद में नई जीवन की लहर बहती है।

वृक्षों की छाया में प्राकृतिक सुंदरता छाई है,
पक्षियों की चहचहाहट में जीवन की गाथा बांई है।

हर पौधे की जड़ में ताकत बसी होती है,
हर वनस्पति की पत्ती में जीवन का रहस्य छिपी होती है।

जीवन की प्रकृति ने बनाए हैं सृजन के अद्भुत रंग,
जो देते हैं हमें खुशियों का नया संग।

हर बीज अपनी विशेषता लेकर उगता है,
हर फूल अपनी मिठास लेकर मुस्काता है।

जीवन की रचना में प्रकृति का साथ हमेशा रहा है,
हर मनुष्य को यह ज्ञान दिया जाता है।

चाहे जीवन की बारिश हो या तूफान,
प्रकृति हर समय हमें देती है सहारा बन।

समय बीतता रहता है, जीवन की यात्रा में,
पर प्रकृति की रचना हमें हमेशा संजोती रहती हैं।

गुप्त और गहरा ज्ञान यह कि देने का नाम ही जीवन।
देने के लिए प्रकृति ने रखा रचा बीजों का चयन, यही प्रकृति का नियम

यह भी पढे: माँ प्रकृति, प्रकृति को शीघ्रता नहीं, प्रकृति का सौन्दर्य, प्रकृति का स्वरूप,

खुशियां

खुशियां ना कोई गंतव्य

खुशियां न तो कोई गंतव्य ,अधिकार कमाई, न इसे पहने न ही ये भोजन…..
ये एक आध्यात्मिक अनुभव जीवन के हर क्षण में प्रेम कृपा का आभार में लिप्त मन ।

कृपा ओर आभार से लिप्त मन सब के लिए शुभ ओर हितकारी…..
व्यक्ति विकास से होगा समाज का विकास मनुष्यता के लिए श्रेष्ठ शुभकारी ।

खुशियां का न तो कोई गंतव्य, अधिकार कमाई,
न इसे पहने न ही ये भोजन, ये एक आध्यात्मिक अनुभव।
जीवन के हर क्षण में प्रेम, कृपा का आभार में लिप्त मन।

यह जगत भरी माया का खेल, चाहे धन की महिमा हो या ऐश्वर्य।
पर सब छूट जाता है इस अनुभव के सामरिक आयाम से।

जब मन केवल प्रेम में विलीन हो जाता है,
तब खुशियां और प्रकृति के सुंदर रंग दिखाई देते हैं।
आनंद की अनंतता में जीने का अद्भुत गुण,
यही है आध्यात्मिक अनुभव का महान फल।

इस आध्यात्मिक यात्रा में खो जाएं तुम,
अध्यात्मिक गुरु के पास करो शरण।
वह दिखाएगा राह जो अद्वितीय है,
वहाँ निर्मल चित्त और आनंद के आभास हैं।

प्रेम की अमरता से जीने का रहस्य है,
भावों की ऊर्जा से जगाने का रहस्य है।
अनुभवों के साथ जो साझा करें तुम,
वह सत्य का मार्ग है, आनंद का प्रकाश हैं।

इस आध्यात्मिक अनुभव को जीने का आदिकाल से ही तत्व समझा जाता है,
संसार की मोहमय वृत्तियों से जब मुक्त होता है मन।
प्रेम की अनंत झरना जब बहने लगता है,
तब आत्मा को परमात्मा में विलीन होने का अनुभव होता हैं।

खुशियाँ और आनंद की अनंतता का जो एहसास होता हैं,
वही आध्यात्मिक अनुभव का महत्वपूर्ण लक्षण होता हैं।
मन को शांति और सुख का आनंद प्रतथा आनंद प्रदान करने वाला हैं,
आध्यात्मिक अनुभव के माध्यम से जीवन को सजाने वाला हैं।

इस आध्यात्मिक अनुभव में सच्ची खुशियाँ हैं,
जो भाग्यशाली जीवन का सच्चा आधार हैं।
मन को शुद्ध करके जब प्रेम का आनंद मिलता हैं,
तब जीवन निर्मलता और प्रकाश से भर जाता हैं।

इस खोज में रहकर जीने का सच्चा आनंद हैं,
जो वास्तविकता के साथ जीवन को परिपूर्ण करता हैं।
अध्यात्मिक अनुभव के माध्यम से जब सम्पूर्णता का अनुभव होता हैं,
तब मन और आत्मा में प्रेम की अभिव्यक्ति होती हैं।

इसलिए, खुशियां के पीछे न तो कोई गंतव्य होता हैं,
न अधिकार की कमाई, न इसे पहने न ही ये भोजन।
यह एक आध्यात्मिक अनुभव हैं, जो मन को आनंदित करता हैं,
प्रेम और कृपा का आभार में लिप्त होता हैं।

यह भी पढे: खुल के जिये, खुशियों को फैलाना, खुश रहिए, खुशी से पीठ थपथपाना,

उपलब्धियाँ

उपलब्धियाँ नहीं इतनी आवश्यक ।
अच्छे सम्बंध ही जीवन में सहायक ॥
जीवन के अंतिम पड़ाव का ये ज्ञान ।
जियें ओर जाने इस नियम का विज्ञान ॥

उपलब्धियाँ नहीं इतनी आवश्यक,
अच्छे सम्बंध ही जीवन में सहायक॥

जीवन के अंतिम पड़ाव का ये ज्ञान।
समय की चाहत में जब बदल जाए आधार,
थके अरमानों के ये आश्रय के मायने,
मिटें भरोसे के ये भीखारी दिल के।

जीवन की पथचारिनी में चलते चलते,
खो गए बहुत से सपने और कायरतें,
अस्थिरता की लहरों में भटकते भटकते,
ख्वाहिशों के रंगों से रंगते रंगते।

पर जब आया वह दिन जब शोध लिया हाथ,
शुद्धता की लालसा के गहरे सागर में,
बिखरे एहसासों को जोड़कर वहां,
पाया असली सुख का वह अद्वितीय रंग।

उपलब्धियाँ की तो सबने खोजी थी राह,
पर सम्बंधों का बलिदान था वह सच्चा कारण।
जीवन के अंतिम पड़ाव की यही ज्ञान,
बनाता है संगीत सुखी इस मन का वास्तविक आधार॥

यह भी पढे: स्वयं को नहीं रोकना, प्रतिज्ञान क्या है, लगन की चमक, वादा, सदा आशावान,

आशा ओर निराशा

जीवन कभी आशा ओर निराशा के तत्वों से निर्मित…..
आश ओर निराश दोनो ही अस्थाई उनका बल सीमित….

इससे उपजी शिक्षा से स्वयं के जीवन को सजना संवारना ….
मेरे दर्द से बड़े बड़े दूसरों के दर्द इस सत्य को सदा पहचाना ।

जीवन कभी आशा ओर निराश के तत्वों से निर्मित,
आशा ओर निराशा, दोनों ही अस्थाई, उनका बल सीमित।

जब आशा की किरणें बांधती हैं सपनों की डोर,
प्रेरणा के पंखों पर उड़ जाता है मन मोर।

सपनों की भूमि पर खिलती है खुशियों की बारिश,
आनंद के संगीत सुनती है मन में मधुर वादियां।

लेकिन जब निराशा की घटाएं छाती पर सँवार,
धैर्य के पंखों से उड़ जाता है अचल संघर्ष।

परिश्रम की धूप में तपते हैं सपनों के बीज,
उग्र विपत्तियों के मैदान में जीवन भर संघर्ष करते हैं।

आशा और निराशा, जीवन के दो पहलू हैं,
ये चक्रव्यूह बनाते हैं अनुभवों का मेल-जोल।

हर नये सवेरे को लेकर आती है आशा की बूंद,
जो जीने की आग होती है दिलों में नई उमंग।

पर जब तन को घायल करे विचारों की हिमाकारी,
निराशा की धूंस छाती को बांध लेती है बंधकारी।

हार नहीं माननी चाहिए जब आशा की खिलती है खेती,
दृढ़ संकल्प और प्रगति के संग बढ़ती है आगे हर रेती।

निराशा के बादलों को तोड़कर आकाश को छू लो,
नये सपनों की उड़ान भरो आशा की परिंदों के साथ।

आशा ओर निराशा, जीवन के दो पहलू हैं,
इनका संगम बनाता है हमें बेहतर इंसान।

यह भी पढे: आशा न बाँधिए, उम्मीद एक भावना है, उम्मीद पर जीवन, सदा आशावान,

विचार प्रार्थना

विचार प्रार्थना इच्छा जब सब रहेगा सकारात्मक…..
जीवन होगा सुखमय ,अनूठा ओर कलात्मक…..

अच्छे सच्चे विचारो को बाँटे होवे उनका विस्तार…..
दूसरा भी होवे प्रभावित , जीवन पकड़े सही रफ़्तार ।

जब सब रहेगा सकारात्मक, विचार प्रार्थना इच्छा,
जीवन होगा सुखमय, अनूठा और कलात्मक।

विचार शुद्ध और समर्पित, निरन्तर चलते रहें,
सकारात्मकता की आधारशिला पर जीवन बनाते रहें।

प्रार्थना की शक्ति से हर बाधा को दूर करें,
जीवन को खुशियों से आच्छादित, आनंद से भरें।

इच्छाशक्ति से उज्जवल भविष्य को निर्माण करें,
अपने सपनों की पंक्ति आगे बढ़ाते रहें।

जीवन रंगीन हो जाएगा, खुशियों से भर जाएगा,
सकारात्मकता की आग में सब कुछ जलकर रह जाएगा।

कलात्मकता की छांव में सृजनात्मकता खिलेगी,
हर क्षण को सुंदर बनाएगी, नवीनता से बहेगी।

सोचें आगे के मिशन को, सपनों को पकड़ें चोटी,
अपनी कल्पना के पंखों से आसमान छू जाएंगे हम एक सोती।

विचार प्रार्थना इच्छा जब सब रहेगा सकारात्मक,
जीवन होगा सुखमय, अनूठा और कलात्मक।

यह भी पढे: मन के विचार, प्रभु का आशीर्वाद, अच्छे विचार, नया विचार, बुद्धि, अच्छे शब्द,

मन के विचार

मन के विचार, मन में चलते विचारो पर रहे बुद्धि की धार ।
वाणी भी क़ाबू रहेगी होगा मज़बूत आधार ॥
मन वचन कर्म से न किसी का दिल दुखे।
जीवन की कापी में स्वर्ण अक्षर से लिखे ॥

विचारों की धार मन में चलती,
बुद्धि की शक्ति सदा बनी रहती।
जब तक वाणी सच्ची हो और मधुर,
मजबूत आधार बने सबके लिए आदर।

मन, वचन, कर्म की त्रिविधि से,
किसी का दिल न हो कभी दुखे।
आदर के साथ रहे हमेशा,
सुखी बनाए अपने सभी रिश्ते।

प्रेम, शांति, आनंद की देन,
बनाए जीवन को सुंदर और धन्य।
चिंता, कष्ट, द्वेष को छोड़,
अपार खुशियों से भरे हमारे मन्य।

चलते रहें सत्य की मार्ग पर,
उठाएं ऊँचाईयों के पथ पर कदम।
सबका भला करने का हो निश्चय,
हो जाए सबका जीवन सुखदाम।

मन के विचार, मन में चलते विचारों का निर्माण,
बुद्धि की धार से हो संयम।
वचन और कर्म से बने संसार,
दुःख से मुक्ति पाएं सभी आदमी और औरत।

यह भी पढे: नया विचार, विचार प्रार्थना, सबसे अच्छा विचार, विचार क्या है, अच्छे विचार,

नकारात्मक सोच

नकारात्मक सोच , अच्छी अच्छी घटनायें घटती जब नकारात्मक से होती दूरी……
नकारात्मकता मात्र एक पहलू एक पक्ष , उससे दूरी ही ज़रूरी…..

जितना हो सके पर किन्तु परंतु न पड़े इसकी ज़रूरत……
फिर हर समय शुभ ही शुभ हर मुहूर्त ही शुभ मुहूर्त ।

नकारात्मक सोच से परे,
जीवन में उजियारे;
एक दूसरे को समझते,
सहयोग से बदलते हाले।

आँधी चली, तूफान आये,
मगर हम अकेले न जाये;
संगठन में मजबूती है,
संयम से खुशियाँ बांटे।

नकारात्मकता को दूर भगाए,
सकारात्मक सोच से निभाए;
समृद्धि और खुशहाली की राह,
हम सब मिलकर चलें संग।

आपसी मेलजोल का खजाना,
मिटाए असाधारणता का भ्रम;
जीवन में बनाए अच्छी राह,
नकारात्मकता से दूर करें विचार।

सकारात्मकता की ज्योति जलाएं,
प्रकाश फैलाएं, खुशियाँ पाएं;
अच्छी अच्छी घटनाएं होंगी,
नकारात्मकता को हम भगाएं।

सबको आपस में जोड़े रखें,
खुशहाली की राह बनाएं;
नकारात्मकता से हो दूरी,
सबको खुशियों से भरे मौसम से डूबे।

यह भी पढे: मन का भटकाव, एक सकारात्मक बुद्धि, तुम्हारा खुद का समय, दृढ़ निश्चय,