कई बार हम जो फैसला सोच कर करते है उस पर अडिग नहीं हो पाते ओर उस फैसले से हट जाते है हमे लगता है की यह फैसला हमने गलत ले लिया है ओर उस पर पछताते है, किसी भी निर्णय पर आने के लिए हमे काम से काम 2-3 बार सोचना चाहिए की हम सही है या गलत
इसलिए अपने किसी भी निर्णय को लेने के लिए उसके बारे में कई बार सोचना चाहिए की यह निर्णय सही है या नहीं बिना सोचे समझे हमे कुछ नहीं करना चाहिए क्युकी आगे जो चुनोती आती है, ओर भी बड़ी हो सकती है इसलिए फैसले जल्दबाजी में नहीं हो वह शांत दिमाग से लिए जाए तो बेहतर है!
फैसला सोच समझकर कर लिया जाए, फैसला लेने से पहले हमे यह सोचना चाहिए की हमारे पीछे कई ओर जिंदगी भी है। सिर्फ हम ही नहीं है उस निर्णय के पीछे, उसके पीछे बहुत सारे लोग होते है जिनका आपसे कोई संबंध है।