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विवेकानंद विचार

स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचार जो जीवन बदल सकते हैं।

स्वामी विवेकानंद एक ऐसे महान संत और विचारक थे, जिन्होंने न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व को अपने प्रेरणादायक विचारों से दिशा दी। स्वामी विवेकानंद के विचार आज भी लोगों को जागरूक और प्रेरित करते हैं। इस ब्लॉग में हम उनके कुछ महत्वपूर्ण विचारों को गहराई से समझेंगे और जानेंगे कि इन्हें अपने जीवन में कैसे लागू किया जा सकता है।


1. “उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।”

गहराई से समझें:

यह विचार हमें यह सिखाता है कि जीवन में धैर्य, समर्पण और निरंतर प्रयास ही सफलता की कुंजी हैं। जब तक हम अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर लेते, तब तक हमें न रुकना चाहिए और न ही हार माननी चाहिए।

उदाहरण:

मान लीजिए कि एक छात्र UPSC परीक्षा की तैयारी कर रहा है। पहले प्रयास में उसे सफलता नहीं मिलती, लेकिन अगर वह धैर्य रखता है, मेहनत जारी रखता है और अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहता है, तो एक दिन वह निश्चित रूप से सफलता प्राप्त करेगा।

👉 सीख: असफलता से घबराने की बजाय, उसे सीखने का अवसर मानना चाहिए और तब तक प्रयास करते रहना चाहिए जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।


2. “खुद को कमजोर मत समझो, क्योंकि यह सबसे बड़ा पाप है।”

गहराई से समझें:

स्वामी विवेकानंद आत्मविश्वास को सबसे महत्वपूर्ण गुण मानते थे। यदि कोई व्यक्ति खुद को कमजोर या अयोग्य समझता है, तो वह कभी भी जीवन में आगे नहीं बढ़ सकता। आत्मविश्वास की कमी इंसान को आगे बढ़ने से रोक देती है।

उदाहरण:

अगर कोई नया व्यवसाय शुरू करना चाहता है, लेकिन यह सोचकर डर जाता है कि वह सफल नहीं होगा, तो उसकी असफलता पहले ही तय हो जाती है। लेकिन अगर वह खुद पर विश्वास रखता है और मेहनत करता है, तो सफलता निश्चित होती है।

👉 सीख: खुद पर विश्वास रखें और आत्म-संदेह से बचें। आत्मविश्वास ही आपको आगे बढ़ने में मदद करेगा।

स्वामी विवेकानंद

3. “एक विचार लो, उसे अपनी जिंदगी बना लो, उसी के बारे में सोचो, उसी का सपना देखो और उसी को जियो।”

गहराई से समझें:

यह विचार हमें एकाग्रता और समर्पण का महत्व सिखाता है। जब तक हम किसी एक लक्ष्य पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित नहीं करेंगे, तब तक उसमें सफलता पाना कठिन होगा।

उदाहरण:

अगर कोई व्यक्ति क्रिकेटर बनना चाहता है, लेकिन वह अपने समय को कई दूसरी चीजों में बर्बाद करता है, तो वह अपने खेल में उत्कृष्टता हासिल नहीं कर पाएगा। लेकिन अगर वह पूरी तरह से क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करता है, रोज़ अभ्यास करता है और अपनी गलतियों से सीखता है, तो वह एक दिन सफल क्रिकेटर बन सकता है।

👉 सीख: जीवन में किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरा ध्यान और समर्पण आवश्यक है।


4. “सच्चा ज्ञान उसी को मिलता है जो स्वयं पर विश्वास करता है।”

गहराई से समझें:

यह विचार हमें यह सिखाता है कि ज्ञान और आत्म-विश्वास आपस में जुड़े हुए हैं। जब हम खुद पर विश्वास रखते हैं, तो हम अपने निर्णयों में अधिक सशक्त होते हैं और सीखने की प्रक्रिया में अधिक गहराई तक जा सकते हैं।

उदाहरण:

अगर एक लेखक को खुद पर विश्वास नहीं होगा कि वह अच्छी किताब लिख सकता है, तो वह कभी भी लिखना शुरू नहीं करेगा। लेकिन अगर वह अपने अंदर के डर को छोड़कर लेखन की प्रक्रिया शुरू कर देता है, तो धीरे-धीरे उसका आत्मविश्वास बढ़ता जाएगा और वह एक महान लेखक बन सकता है।

👉 सीख: आत्म-विश्वास ही ज्ञान और सफलता की पहली सीढ़ी है।


निष्कर्ष

स्वामी विवेकानंद के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने उनके समय में थे। यदि हम उनके विचारों को अपने जीवन में लागू करें, तो हम अपने व्यक्तित्व को निखार सकते हैं और अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।

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क्रिकेट विचार

क्रिकेट पर विचार: खेल नहीं, जुनून है! क्रिकेट सिर्फ़ 22 गज की पिच पर खेला जाने वाला खेल नहीं, बल्कि यह एक जज़्बा, एक जूनून, और एक भावना है जो करोड़ों दिलों में बसती है। यह खेल धैर्य, रणनीति और आत्मविश्वास की परीक्षा है। यह खेल आपको एक उद्देश्य की और एक साथ बढ़ने के लिए प्रेरित करता है, आइए, कुछ बेहतरीन उद्धरणों के माध्यम से क्रिकेट की सुंदरता को समझते हैं।

क्रिकेट पर अनमोल विचार

  1. “क्रिकेट जीवन की तरह है – कभी तेज़ रफ़्तार गेंदबाज़ी का सामना करना पड़ता है, तो कभी धैर्य से टिकना पड़ता है।”
  2. “हर बॉल एक नया अवसर है, हर मैच एक नया अध्याय – यही क्रिकेट की ख़ूबसूरती है।”
  3. “हार और जीत खेल का हिस्सा हैं, लेकिन मैदान पर डटे रहना असली खिलाड़ी की पहचान है।”
  4. “क्रिकेट सिर्फ़ बैट और बॉल का खेल नहीं, यह धैर्य, साहस और टीम भावना की परीक्षा भी है।”
  5. “जो खिलाड़ी दबाव में मुस्कुराना सीख ले, वही असली चैंपियन बनता है।”
  6. “सचिन के स्ट्रेट ड्राइव की तरह ज़िंदगी में भी फोकस ज़रूरी है।”
  7. “धोनी की तरह शांत, कोहली की तरह आक्रामक और रोहित की तरह समझदार बनो – यही क्रिकेट की सीख है।”
  8. “जीवन में हर मुश्किल को बाउंसर समझो और सही टाइमिंग से चौका मारो।”
  9. “क्रिकेट हमें सिखाता है कि हर मुश्किल परिस्थिति में संयम और रणनीति से जीत हासिल की जा सकती है।”
  10. “क्रिकेट सिर्फ़ एक खेल नहीं, यह भावना है जो हर भारतीय के दिल में बसती है।”

क्रिकेट हमें धैर्य, अनुशासन और मेहनत से अपने सपनों को सच करने की प्रेरणा देता है। इस खेल में गिरकर उठना, हारकर सीखना और हर पल अपना सर्वश्रेष्ठ देना ही असली सफलता है। 🏏🔥


क्या आप क्रिकेट प्रेमी हैं? आपका पसंदीदा क्रिकेट विचार कौन सा है? कमेंट में बताइए! 😊

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म्यूजिक

म्यूजिक आज कल सभी को बहुत पसंद है, हर किसी की जुबान पर गाने ही होते है, लोग सफर में भी गाने सुनकर मनोरंजन करते है कुछ लोग गुनगुनाकर उनको म्यूजिक बहुत पसंद है, लेकिन ये गाने आपके दिमाग में लगातार चलते ही रहते है, जिसकी वजह से दिमाग में शोर बना ही रहता है। कभी भी हमारा दिमाग शांत नहीं होता, इसी वजह से हम ध्यान ओर पूजा में अपना मन नहीं लगा पाते, ओर मन अशांत सा बना ही रहता है, इस मन में फिर शांति आना मुश्किल सा लगता है जब संगीत किसी ना किसी प्रकार की ध्वनि दिमाग में बनी रहती है।  

कोई मेट्रो में गाना सुनता हुआ जा रहा है, तो कोई गाड़ी में तेज आवाज में गाना सुनता हुआ लेकिन हर जगह म्यूजिक चल रहा है, इतना शोर हो रहा है, जिससे हमारा दिमाग शांत नहीं बैठ पा रहा है। इतना शोर जब चलेगा हर जगह तो कैसे ही मन शांत हो पाएगा, इस शोर में कैसे इंसान अपने मन की बात सुन पाएगा।

अब बच्चे यदि पढ़ते है तो उनको किसी विषय को ज्यादा समय तक याद रखना मुश्किल हो जाता है, यदि बच्चे अधिक गाने सुनते है, इस तरह से उनकी यादस्त कमजोर होने लगती है, उनको किसी विषय को लंबे समय तक याद रखने में कठिनाई भी होती है। जिसका कारण म्यूजिक है, हम आज शास्त्रीय संगीत नहीं सुनते जो संगीत उनकी बुद्धि का विकास करते है, हम उन शोर गुल वाले गानों को सुनते है जिनकी वजह से दिमाग शांत नहीं बल्कि अशांत होता है।

इसलिए बचहो व बड़ों हम सभी को उसी तरह का संगीत सुनना चाहिए जो हमारे मन को शांत करता हो, नाकी उस संगीत को जो हमारे मन मस्तिष्क में शोर गुल पैदा करे, उस शोरगुल से हमारे सोचने ओर समझने की शक्ति पर बहुत असर पड़ता है इसके साथ ही हमारी भावनाए भी बदल भी जाती है, हमारे भीतर उन शब्दों का प्रवाह किया जाता है आजकल के संगीत से जिसकी आवश्यकता नहीं है। जिसमे जीवन के प्रति सजगता नहीं है उस प्रकार के संगीत को सुनने का कोई लाभ नहीं है।

एक उम्मीद

एक उम्मीद यह शब्द है जो हमे कही से कही तक ले जा सकते है, और फिर वापस घूम कर ज्यों का त्यों खड़ा कर देता है यह शब्द है, जिसकी वजह से सारा संसार चक्कर पर चक्कर लगा रहा है यदि आपको किसी ने बोल दिया बस उम्मीद लगा कर रखो की सब ठीक हो जाएगा तो आप अब उम्मीद का ऐसे साथ पकड़ लोगे और उसके साथ नए नए अनेको शब्दों को जोड़ने की कोशिश करने लगोगे की कुछ और आपको समझ नही आएगा।

जैसे की मुझे उम्मीद है , जो तुम कह रहे हो वही ठीक है ,
भरोसा है मुझे , उम्मीद करता हूं ऐसा ही हो
इत्यादि अनेको शब्द आप उसी भरोसे पर अब जीने लग जाओगे तथा उन शब्दों को अपना सहारा बना लोगे
यदि इस एक उम्मीद के बीच एक शब्द ऐसा जुड़ गया “शंका”

तो अब क्या होगा ?? हमने जितनी उम्मीद लगाई है उसमे शंका आने लगेगी जिसकी वजह से मन के भीतर “भय” शब्द उतपन्न होगा उस भय के कारण आपके भीतर एक और सोच उतपन्न होगी नकरात्मक यदि ऐसा हुआ तो फिर आप दो शब्दों के मध्य में आ जाओगे “हुआ तो” ,
“नही हुआ तो” फिर आप अपने मस्तिष्क में कुछ विचार लाते हो

अब इसके ऐसा होने पर मैं तो बिल्कुल ही समाप्त हो जाऊंगा अगर ऐसा होता है , तो बहुत सारे अन्य अन्य विचारो का हमारे भीतर प्रकट होना जिस के कारण मानसिक असन्तुलन हो सकता है और जिस वजह से हमारे सुख और दुख की निर्भरता बढ़ती और घटती है तथा जिन कारणों से हम हमेसा दुख को कम और सुख को ज्यादा करने में लगे रहते है तथा इसी सुख के कारण हम अनेको शब्दों का सहारा लेते है।

इसका उदाहरण मैं आपको इस तरह से दे सकता हूं जैसा की हमारे माननीय प्रधानमंत्री ने जी नारा दिया अच्छे दिन आने वाले है।

अब हम सभी इस उम्मीद में रहने लगे की अच्छे दिन आने वाले है, हमारी उम्मीद जिसके साथ हमारे भीतर बहुत सारे ऐसे विचार, शब्द जुड़ गए जिनकी वजह से हमने अपने सपने , अपनी , अकांशाएँ बढ़ा ली और और हम भविष्य की और देखने लगे , जैसे की

“हमारा स्वछ भारत”
“युवा वर्ग को नौकरी ”
मंहगाई पर अंकुश
जल्दी तरक्की
चोर बाजारी बन्द
सुनहरे अवसर उधोगपतियो के लिए
बेहतर जीवन
हमारे धन का उचित प्रोयोग
और इत्यादि बहुत सारे ऐसे सपने जो हम देखने लगे
लेकिन जैसे जैसे समय बित्त रहा था हमारे मन मस्तिष्क में शंका पैदा होने लगी
क्या सच में ?
ऐसा होगा क्या ?

शब्दों की माया

यह शब्दों की माया तो देखो
शब्दो को ना कांट सकते है,
ना जला सकते है , ना भीगा सकते है।

यह शब्द रचित संसार इन शब्दो की माया का
शब्दों की माया

इन शब्दों की माया को किसने है जाना, ओर कौन ही इन शब्दों को अब तक समझ पाया है, जिसने शब्दों को जाना है वो तो मौन को कहलाया है, वह स्वयं को शब्दों से पार ले जा पाया है।

अच्छे शब्द

महान लोगों के अच्छे शब्द जो हमारे जीवन को बदलने में सक्षम है, इन शब्दों को हमे अपने जीवन में उतारना चाहिए, जिससे हमारा बदल सके ओर हम नई दिशा की ओर अग्रसर हो। हमारे जीवन पर इन शब्दों को बहुत असर पड़ता है इसलिए इन शब्दों को हमे हर रोज स्मरण करना चाहिए।

“गरीब से गरीब इंसान भी अपनी मेहनत और ईमानदारी की बदौलत दुनिया का सबसे महान व्यक्ति बन सकता है।

हम यहाँ किसी विशेष कारण से हैं। इसीलिए अपने भूत का कैदी बनना छोड़िये। अपने भविष्य के निर्माता बनिए। – रोबिन शर्मा / Robin Sharma

“जो लोंग मन को नियंत्रित नहीं करते। उनके लिए मन शत्रु के समान कार्य करता है। – श्रीमद्भगवद्गीता / Srimadbhagwadgita

गुरु का भी दोष कह देना चाहिए। – स्वामी रामतीर्थ / Swami Ramtirth

“धीरज सारे आनंदों और शक्तियों का मूल है। – फ्रैंकलिन / Franklin

“हम किसी को आसानी से हरा तो सकते हैं, लेकिन किसी को जिताना उतना ही मुश्किल होता है।

जैसे सूर्य सबको एक-सा प्रकाश देता है। बरसात सबके लिए बरसती है। उसी तरह विद्यावृष्टि सब पर बराबर होनी चाहिए। – महात्मा गांधी / Mahatma Gandhi

“एक अनपढ़ व्यक्ति का जीवन उसी तरह बेकार है जैसे कुत्ते की पूँछ होती है। जो ना उसके पीछे का भाग ढकती है। ना ही उसे कीड़े-मकौडों के डंक से बचाती हे। – चाणक्य सुविचार / Chanakya quotes

सेवा से शत्रु भी मित्र हो जाता है। – वाल्मीकि / Valmiki

“गरीबों की सेवा ही ईश्वर की सेवा है। – सरदार वल्लभभाई पटेल / Sardar Vallabhbhai Patel

“हर इंसान को परछाई और आईने की तरह ही दोस्त बनाने चाहिए, क्योंकि परछाई कभी साथ नहीं छोड़ती और आईना कभी भी झूठ नहीं बोलता।

आप अगर ऐसा सोचते हो, की सब कुछ अच्छा होगा, तो जरुर वाही होगा।

“वह जो अपने प्रियजनों से अत्यधिक जुड़ा हुआ है। उसे चिंता और भय का सामना करना पड़ता है। क्योंकि सभी दुखों कि जड़ लगाव है। इसलिए खुश रहने कि लिए लगाव छोड़ दीजिये। – चाणक्य

विश्व में कोई वस्तु इतनी मनोहर नहीं। जितनी कि सुशील और सुंदर नारी। – Hant

इस प्रकार के अच्छे शब्द पढ़ने के लिए हमारे साथ जुड़े रहिए ओर भी बहुत सारे विहार हम आपके साथ सांझा करते रहेंगे।

मुस्कुराओ

मुस्कुराओ ….क्युकी दुनिया का हर आदमी खिले फूलों और खिले चेहरों को पसंद करता है, जो मुसकुराता है वो दुनिया को बदलने की हिम्मत रखता है, उसका विश्वास अपनी मुस्कुराहट से ओर बढ़ जाता है, वो मुरझाए हुए चेहरों को फिर से नई जान देता है, उनके भीतर नई ऊर्जा भर देता है।

मुस्कुराओ क्युकी दुनिए का हर आदमी कहिले फूलों ओर कहिले चेहरे को पसंद करता है।
मुस्कुराओ

मुसकुराना मानो दुनिया का खुद से ही बदल जाना है, मुसकुराना एक कला है भीतर चाहे कितने ही दुखी दुखी लेकिन आपके होंठों पर मुस्कुराहट दूसरों के चेहरों पर भी मुस्कुराहट भर देता है।

यह भी पढे: मेरी मुस्कुराहट, मुस्कुराहट छुआ छूत, चेहरे की खूबसूरती, चेहरे पे मुस्कान,

पहली बार

वो जो तुमसे पहली बार मिला था मैं, आज भी उस बात का एहसास है मुझे बस तुमसे मिलने की चाहत आज भी बहुत है, इकरार ऐ जिंदगी का एहसास आज भी बहुत है, कुछ दूरिया कुछ फासले कम हुए है शायद फिर भी लगता है ये दूरिया, ये फासले है बहुत।

इन दूरियों को मिटाने की कोशिश में खुद को मिटा दु तो गम नहीं, बस तेरी चाहत, तेरी मोहब्बत कम हुई तो ये गम बहुत…..

दिन की उम्र 24 घंटे

दिन आता है , दिन चला जाता है इस दिन की उम्र 24 घंटे ही है लेकिन ये संपूर्ण संसार को कार्यरत होने के लिए बाध्य कर देते है कुछ न करने के लिए , क्या आपके जीवन में भी स्वयं को बाध्य करने के लिए कोई नियम है ?  उम्र कितनी भी हो परंतु कार्य बड़ा होना चाहिए।

दिन की उम्र 24 घंटे
समय

हमे अपनी उम्र से बड़ा कार्य करने के लिए सोचना चाहिए, हम सभी के पास समय की एकदम बराबर मात्रा होती है हर दिन लेकिन हम उस समय का सदुपयोग किस तरह से करते है यह बात बहुत म्हटवपूर्ण है, यदि हम समय की हानी करते रहे तो समय कब समाप्त हो जाएगा हमे पता नहीं चलेगा ओर हमारे पास कुछ नहीं होगा, सुख ओर दुख भी समय की सीमा में है, इनका आना जाना भी समाए के अनुसार ही होता है। इसलिए हमे हमेशा सोच समझकर ही अपने समय का इस्तेमाल करना चाहिए।

हमारे दिन की उम्र तो 24 घंटे ही है लेकिन इन 24 घंटों का इस्तेमाल आपको ही करना है, आप इन 24 घंटों का इस्तेमाल कहाँ करेंगे यह निर्णय भी आपका ही होता है, कोई ओर इस समय का निर्णय नहीं ले रहा।

इन्हे भी पढे: समय की बचत, समय की बर्बादी, समय का सदुपयोग

फोकस

कैसे करे अपने गोल को सेट ? फोकस, फोकस, फोकस ओर सिर्फ फोकस कीजिए , क्या करना है क्या नहीं उस पर फोकस करो जहां opportunity देखी वही भाग जाना नहीं खुद को उसी जगह पर बिल्ड करो

किसी ने सच ही कहाँ है की सक्सेस इस डूइंग राइट थिंग नोट एनीथिंग ओर मेनी थिंग

1. घर ओर परिवार में संतुलन : जो तस्वीर में होते है वो परिवार नहीं है जो तकलीफ में होते है वो परिवार है , घर को ऑफिस ले जाना ओर ऑफिस को घर ले जाना ये ठीक नहीं है , जिन लोगों को आदत होती है की अपनी सारी ऑफिस की टेंशन को घर में उठाकर ले आए ओर घर की परेशानी अपने ऑफिस में तो इसे बंद करे।

2. फाइनैन्शल : खाली पेट ईमानदारी , सच्चाई की बड़ी बड़ी बाते करना कोई ठीक नहीं है इसलिए पैसा कमाओ लेकिन ईमानदारी से ही , पैसा खराब नहीं होता लेकिन यदि आप पैसे से प्रेम करते है तो वह गलत है।

3. शारीरिक दुरुस्त: होना चाहिए सेहत बहुत जरूरी है , जब हम मानसिक तौर पर अच्छे होते है तब अच्छा महसूस करते है ,तभी हम अच्छे बड़े ओर फायदेमंद फैसले ले पाते है।

4. मेंटली स्ट्रॉंग – यदि हम 1 हफ्ते में एक किताब पढ़ते है तो इसी तरह साल में 52 किताबे पढ़ सकते है, जो आपकी बुद्धि को बढ़ाए , आपको नया सोचने कए लिए प्रेरक करे , एक आइडीअ मिलियन डोलोर के बराबर है , सफल होने के लिए सिर्फ एक idea ही बहुत है।

लर्निंग एण्ड अर्निंग , लर्न मोर अर्न मोर , हमेशा पढ़ने की कोशिश करे यह आपको एक बेहतर इंसान बनाने में भी बहुत मदद करता है , समय कितना भी हो लेकिन पढ़ना बहुत जरूरी है, और अच्छी किताब को एक बार नहीं पढ़ना जितनी बार पढ़ सको उतना अच्छा हर बार कुछ नया सीखने को मिलता है , अच्छी किताब सिर्फ पढ़ी नहीं जाती उससे बातचीत की जाती है।

5. आपका सोशल सर्कल – आपका सोशल कितना जरूरी है , आपकी संगत ओर आपकी किताबे जो पढ़ते है वो कहाँ पर है , आज से 5 साल बाद आप कहाँ होंगे, ओर आपका सोशल सर्कल कहाँ होगा क्या आज भी आप उन लोगों के साथ ठहरे हुए है या आप उन्हे भूल गए या वो आपको आपने अपनी जिंदगी में कितने लोगों को संभाल कर रखा है। इस बात से अंदाज लगाया जा सकता है आप आज कहाँ है।

6. आध्यात्मिक – झूठ नहीं बोलना , अपने आप से चोरी नहीं करना, अच्छे रास्ते पर चलना दूसरों को ओर साथ ही खुद को धोखा नहीं देना ,

इन 6 चीजों में से कोई भी एक चीज मिस करोगे तो आपकी गाड़ी झटके मारेगी , इन सभी बातों में से कोई भी एक चीज आप छोड़ते हो तो आपकी गाड़ी डोलेगी।