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प्रेरणादायक किताब

Who Moved My Cheese? – “Who Moved My Cheese?” एक छोटी लेकिन प्रेरणादायक किताब है, जो बदलाव (change) को अपनाने और उसे सफलतापूर्वक संभालने की सीख देती है। यह कहानी एक काल्पनिक भूलभुलैया (maze) में रहने वाले चार किरदारों के इर्द-गिर्द घूमती है, जो “Cheese” (सफलता, खुशी, अवसर) की तलाश में हैं। इस किताब की सहायता से आपको जीवन के प्रति प्रेरणा मिलती है, जिससे आप अपने जीवन की दिशा को बदलने का प्रयास करते है।

इसलिए आपको हू मूव्ड़ माय चीस जैसी प्रेरणादायक किताब पढ़ते रहना चाहिए

लेखक: डॉ. स्पेंसर जॉनसन
शैली: सेल्फ-हेल्प, मोटिवेशन
प्रकाशन वर्ष: 1998


कहानी का सारांश

📍 चार मुख्य किरदार:

  1. स्निफ़ (Sniff) – जो पहले ही बदलाव को सूंघ लेता है।
  2. स्करी (Scurry) – जो तुरंत एक्शन लेता है।
  3. हेम (Hem) – जो बदलाव से डरता है और उसे स्वीकार नहीं करता।
  4. हॉ (Haw) – जो बदलाव से डरता है, लेकिन धीरे-धीरे उसे अपनाना सीखता है।

ये सभी एक भूलभुलैया में रहते हैं और “Cheese” की तलाश करते हैं, जो सफलता, नौकरी, रिलेशनशिप, पैसा, खुशी या जीवन के लक्ष्य को दर्शाता है।

📌 कहानी की शुरुआत:

चारों किरदार हर दिन भूलभुलैया में जाकर Cheese Station C से चीज़ (सफलता) प्राप्त करते थे। लेकिन एक दिन वहां का सारा Cheese खत्म हो जाता है

  • Sniff और Scurry तुरंत नई चीज़ की तलाश में निकल जाते हैं और अंततः Cheese Station N में ढेर सारा नया Cheese ढूंढ लेते हैं।
  • Hem और Haw बदलाव से डरते हैं और सोचते हैं कि कोई उनके लिए Cheese वापस लाएगा। वे यहीं रुके रहते हैं और शिकायत करते हैं।

📌 संघर्ष और बदलाव:

  • धीरे-धीरे Haw को समझ आता है कि अगर वह कुछ नहीं करेगा, तो वह भूखा रह जाएगा।
  • वह हिम्मत जुटाकर भूलभुलैया में नई चीज़ की तलाश करता है।
  • रास्ते में उसे कई मुश्किलें आती हैं, लेकिन वह सीखता जाता है कि “बदलाव से डरना नहीं चाहिए, बल्कि उसे अपनाना चाहिए”।
  • अंततः Haw भी Cheese Station N तक पहुँच जाता है और Sniff और Scurry के साथ खुशी से रहने लगता है।

Hem क्या करता है? – कहानी में यह नहीं बताया गया कि वह बदलाव अपनाता है या नहीं। यह इस बात को दर्शाता है कि कुछ लोग कभी बदलाव को स्वीकार नहीं करते।

who moved my cheese एक प्रेरणादायक किताब
ek prernadayak kitaab

मुख्य सीख (Life Lessons from the Book)

✅ 1. बदलाव हमेशा होता रहेगा:

  • जीवन में बदलाव अपरिहार्य है, इसलिए हमें उसके लिए तैयार रहना चाहिए।

✅ 2. बदलाव को जल्दी स्वीकार करें:

  • जितनी जल्दी हम बदलाव को अपनाते हैं, उतना ही जल्दी हमें नई संभावनाएं मिलती हैं।

✅ 3. डर को छोड़ो और नई चीजें एक्सप्लोर करो:

  • हमें अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर आकर नई संभावनाओं की तलाश करनी चाहिए।

✅ 4. बीते हुए पर पछताने से अच्छा है आगे बढ़ना:

  • पुरानी असफलताओं या नुकसान के बारे में सोचते रहने से बेहतर है नए मौके तलाशना

✅ 5. खुद बदलाव का हिस्सा बनो:

  • बदलाव को रोकने की बजाय, खुद उसे लाने की कोशिश करें।

निष्कर्ष:

“Who Moved My Cheese?” हमें सिखाती है कि परिस्थितियां हमेशा बदलती रहेंगी और हमें बदलाव के साथ खुद को ढालना सीखना होगा। अगर हम डर छोड़कर आगे बढ़ने का साहस दिखाते हैं, तो हमें सफलता जरूर मिलेगी😊🚀


क्या आपको यह किताब पढ़नी चाहिए?

अगर आप बदलाव से डरते हैं, नई चीजें अपनाने में झिझकते हैं या किसी असफलता से बाहर निकलना चाहते हैं, तो यह किताब आपके लिए एक बेहतरीन प्रेरणादायक किताब हो सकती है। 📖✨

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विश्व पुस्तक मेला

विश्व पुस्तक मेला जहां हर साल हजारों लोग अपनी पुस्तकों की प्रदशनी करते है, हर बार की तरह यहां बहुत सारे प्रकाशन और व्यापारी इस पुस्तक मेले में अपनी पुस्तकों की प्रदर्शनी करते है।

जैसे जैसे हम डिजिटल युग की और बढ़ रहे है पढ़ने वाले की संख्या कम होती जा रही है, यह एक आम बात है और ऐसा होना निश्चित ही है, यदि हम समय के साथ स्वयं को नहीं बदलते तो समय ही हम एक दिन बदल देगा। और हम उस समय, समय के दौर से बाहर हो चुके होंगे।

फिर दुबारा उस स्थान पर फिट होना बहुत मुश्किल होगा इसलिए हमें समय के साथ साथ बदल ही जाना चाहिए।

जैसे ही यह आर्टिकल मैं लिख रहा था सामने एक अंकल बैठ कर बहुत पुरानी किताब ही पढ़ रहे थे टूटी दीवारें जिसका पब्लिशर मीरा पॉकेट बुक्स है। मन तो कर रहा था कि एक तस्वीर की जाए लेकिन बिना उनकी अनुमति कैसे तस्वीर लु बस यही सोचकर रुक गया वो मेरे बिल्कुल सामने वाली सीट पर बैठे थे, और उनको देख बहुत मेरे मन में प्रसन्नता थी जहां हम डिजिटल युग की बात करने जा रहे है वहीं किताबों को स्पर्श करने का आनंद ओर अनुभव कुछ और ही होता है जब आपके हाथों में किताब होती है और आप उसको पढ़ते है तो आप किताब में पूरी तरह से खो जाते है।

मैं अपने मन को रोक नहीं पाया और मैंने उनकी एक तस्वीर ले ही ली बिना चेहरे की।

आज मैं दिल्ली विश्व पुस्तक मेला लगा है जिसमे मैं जा रहा था जहां मैं पिछले 20 वर्षों से जा रहा हूं। बचपन से ही मुझे पुस्तकों से लगाव रहा है। मुझे लाखों किताबें एकसाथ देख ऐसा लगता है कि मैं उन सभी पुस्तकों को पढ़ रहा हूं।

एक किताब ही होती है जिसके साथ आप बहुत सारी बातें कर सकते हो अपने मन की, वो आपकी मनपसंद की बाते आपसे करती है।

आज मैंने विश्व पुस्तक मेले बहुत सारी किताबे देखी ओर अलग अलग जगह गया कुछ नई चीज़े तो कुछ पुरानी चीज़े भी देखने को मिली हर वर्ष हजारों किताबे छपती है, हर रोज एक नया लेखक भी आ जाता है, और बहुत तो पुराने लेखक ही किताबे लिखते रहते है।

सपना बुक हाउस
सपना बुक हाउस

किताब

क्या आप को मालूम है दुनिया की पहली किताब या कहे धर्मग्रन्थ ऋग्वेद है जो भोज पत्र पे लिखा गया था और उसकी प्रति पुणे में फ़िलहाल भंडारकर ओरिएंटल रिसर्च इंस्टिट्यूट में रखी हुई है
सबसे पहले मानव पत्थरों में उकेर के लिखता था और लेखन का सबसे पहले प्रमाणित सूचना आती है प्राचीन सुमेर से वहाँ कृषि के लेन देन और अनुबंधों के दस्तावेज़ो को संभलने के लिए किया गया था फिर यह फैलते फैलते इसका उपयोग वित्त , धर्म ,सरकार , क़ानून आदि अन्य विषयों को अपने ऊपर आश्रित कर लिया

यह एक पूरा विशाल चक्र है जिससे किताबें गुज़री है आज जो हम किताबों का स्वरूप देख रहे है वो इतने सारे बदलावो के बाद हम तक पहुँची है ।

किताबों का अर्थ हो सिर्फ़ और सिर्फ शुद्ध ज्ञान का विस्तार प्रचार चाहे वो विज्ञान हो चिकित्सा हो सामाजिक हो आर्थिक हो शैक्षिक हो या प्रेरणादायक हो कला से जुड़ी हो आध्यात्मिक ज्ञान धार्मिक ज्ञान की हो वहीं सच्ची और अच्छी जिनमे लेश मात्र भी लाग लपेट ना हो और प्रामाणिक हो तभी वो आपने श्रोता से न्याय कर सकेंगी और सच्ची बातों और ज्ञान का प्रचार हो सकेगा तब अच्छे शिक्षक बन सकेंगे और इस ज्ञान का प्रचार प्रसार में सहायक बन पायेंगे ।

किसी देश की जैसी किताबें प्रारंभिक शिक्षा , माध्यमिक शिक्षा या उच्च शिक्षा में होंगी वेसे ही वहाँ के लोगो का माँग , सोच और व्यक्तित्व होगा ये सत्य है ।

मैं इस लेख के माध्यम से कहना चाहूँगा जो मुझे बहुत दिल से लगता है कि आक्रांताओं द्वारा देश और हमारी शिक्षा को नुक़सान पहुँचाया गया चाहे वो नालंदा विश्वविद्यालय को आग लगाकर इतनी बेशक़ीमती ज्ञान की पुस्तकें जल कर राख हो गई जिसकी क्षतिपूर्ति कभी नहीं हो सकती या फिर अंग्रेज बहुत ही चालाक थे उन्होंने भारत देश की पीढ़ी को बर्बाद करने के लिए हमारी शिक्षा प्रणाली जो की गुरुकुल माध्यम की थी उसको पलट दिया और अंग्रेज़ी भाषा को बढ़ावा देने का माध्यम से लार्ड मेकले की शिक्षा नीतियों के आधार से कितावों का निर्माण किया और उनकी नीति इस प्रकार बनाई गई जिसने भारतीय व्यक्ति ग़ुलाम ( नौकरी माँगने वाला ) बने ज़्यादा सोच न सके और हमेशा ग़ुलामों की तरह सोचे जिसका भुगतान हम आज तक भोग रहे है बच्चे पढ़ते है अंक अर्जित करना उसका उद्देश्य चाहे सामाजिक ज्ञान शून्य हो उनका दिमाग़ सरकार से नौकरी माँगता है इसमें उनकी गलती नहीं है यह होता है किसी सभ्यता को नष्ट करने का तरीक़ा तो यह ताक़त है किताबों की ।

मेरा कहना है हम् सब को मिलकर निरंतर शोध कर अच्छी पुस्तकें और हो वो सस्ती किताबे जो व्यक्ति के ज्ञान और उसके विकास में सहायक हो करमबद्ध तरीक़े से हमारी आने वाली नस्लों को पढ़ने के लिए मिले हर विषय में हर क्षेत्र जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो और देश का विकास हो।
किताब या कहे पुस्तक देश को व्यक्ति को बना सकती है या उसकी हस्ती मिटा सकती है ।
तो बड़ी ही जागरूकता से अपने पठन के लिए पुस्तकों का चुनाव करे और सरकार देश के शिक्षाविद और प्रभुद्ध वर्ग से हम सब मिलकर माँगे की एक उज्वल शिक्षा नीति और पुस्तकें वो जो देश और व्यक्ति के विकास में अच्छी किताबों का प्रचार प्रसार करे ताकि भविष्य का भारत खूब तरक़्क़ी करे उसका भविष्य उज्जवल हो।

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Rich Dad Poor Dad

Rich Dad Poor Dad” एक विश्वव्यापी बेस्टसेलर पुस्तक है जिसे रॉबर्ट कियोसाकी ने लिखा है, यह पुस्तक वित्तीय स्वतंत्रता, निवेश, और धन का उपयोग करने के बारे में बताती है। यह पुस्तक रॉबर्ट कियोसाकी के व्यक्तिगत अनुभवों और उनके दो पिताओं के सुझावों पर आधारित है, जो उन्हें फिनेंशियल फ्रीडम की ओर ले जाने में मदद करते थे।

इस पुस्तक में रॉबर्ट कियोसाकी दो विभिन्न पिताओं के बारे में बताते हैं – एक गरीब पिता जो नौकरी करता था और एक अमीर पिता जो निवेशक था, इस पुस्तक में रॉबर्ट कियोसाकी ने अपने अमीर पिता के सुझावों के आधार पर अमीरी के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियमों को समझाया है। इस पुस्तक में वह बताते हैं, कि अमीर लोग अपने पैसे को कैसे निवेश करते हैं , और अपने धन को कैसे बचाते हैं, इस पुस्तक में रॉबर्ट कियोसाकी द्वारा दिए गए नियम आपको फिनेंशियल फ्रीडम हासिल करने में मदद कर सकते हैं।

रॉबर्ट कियोसाकी ने अपने व्यक्तिगत अनुभवों को एक कहानी के रूप में बताया है जो उनके दो पिताओं के जीवन और उनकी वित्तीय दृष्टिकोण को दर्शाती है, इस पुस्तक के जरिए रॉबर्ट कियोसाकी ने लोगों को फिनेंशियल फ्रीडम हासिल करने के लिए उन्हें धन का उपयोग करना सिखाया है।

Rich Dad Poor Dad
book review in hindi rich dad poor dad

इस किताब में कौन से नियम हैं जो फिनेंशियल फ्रीडम हासिल करने में मदद करते हैं?

“Rich Dad Poor Dad” पुस्तक में रॉबर्ट कियोसाकी ने कुछ महत्वपूर्ण नियम बताए हैं जो फिनेंशियल फ्रीडम हासिल करने में मदद करते हैं। ये नियम निम्नलिखित हैं:

अपनी असली आय को बढ़ावा दें: रॉबर्ट कियोसाकी ने बताया है कि अमीर लोग अपनी आय को बढ़ाने के लिए नई आय के स्रोत खोजते हैं वहीं गरीब लोग सिर्फ अपनी नौकरी या बिजनेस से ही आय कमाते हैं।

धन को बचाना सीखें: रॉबर्ट कियोसाकी ने बताया है, कि अमीर लोग अपने धन को बचाने के लिए समय पर बचत करते हैं। इसलिए, उन्हें अपने खर्चों को कम करने और धन को बचाने की आदत होती है।

निवेश की आदत बनाएं: रॉबर्ट कियोसाकी ने बताया है, कि अमीर लोग निवेश करने के लिए पैसे बचाते हैं, वे अपने पैसे को सावधानीपूर्वक निवेश करते हैं, ताकि उन्हें ज्यादा धन कमाने का मौका मिल सके।

वित्तीय शिक्षा प्राप्त करें: रॉबर्ट कियोसाकी ने बताया है, कि अमीर लोग वित्तीय शिक्षा प्राप्त करते हैं। वे अपनी वित्तीय जानकारी बढ़ाते हैं ताकि उन्हें सही निवेश को चुनने में मदद मिल सके।

इन नियमों को अपनाकर आप फिनेंशियल फ्रीडम और आर्थिक स्वतंत्रता हासिल कर सकते हैं।

रिच डैड पुअर डैड

10 बेहतरीन पुस्तक

10 बेहतरीन पुस्तक जो यहाँ मैं आपको बता रहा हूँ , जो आपकी जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद कर सकती हैं, इन्हे पढिए ओर अपने जीवन में बदलाव लाए

“द मैजिक” द्वारा रोबिन शर्मा – आत्मविश्वास, सफलता और संतुलन की शक्ति पर एक अद्भुत पुस्तक।

“द फाइव लव लैंग्वेजेज आफ एपोलोजी” द्वारा जी पी मोरलैंड – अपने धर्म या विश्वास से संबंधित सवालों के जवाब खोजने के लिए एक अद्भुत पुस्तक।

“द लास्ट लेक्चर” द्वारा रैंडी पौश – एक मोटिवेशनल बुक जो जीवन के मूल्यों, सफलता और निर्णय लेने के बारे में बात करती है।

“द डेल कार्नेगी हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इंफ्लूएंस पीपल” द्वारा डेल कार्नेगी – समाज में व्यक्तित्व विकसित करने और अधिक संवाद करने के लिए संबंधों बनाने के लिए एक अद्भुत पुस्तक।

“द फाइव सेक्रेट्स यू मस्ट डिस्कवर बेफोर यू डाई” द्वारा जॉन इच्स – एक अद्भुत पुस्तक जो आपको जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए अनुशासन, निर्णय लेने की कला और स्व-विकास में मदद करती है।

“द अर्ट ऑफ़ हैपीनेस” द्वारा डलाई लामा – एक अद्भुत पुस्तक जो आपको खुश और संतुष्ट रहने की कला सिखाती है।

“द फाइव सीक्रेट्स ऑफ एक्स्ट्राओर्डिनरी लीडर्स” द्वारा जॉन मैक्सवेल – अग्रणी लोगों केविशेषताओं को समझने और अपने जीवन में लागू करने के लिए एक अद्भुत पुस्तक।

“द फार्स्ट 90 डेज्स” द्वारा माइकल वॉट्किन्स – एक सफल जीवन और करियर बनाने के लिए आवश्यक संगठन, निर्धारित लक्ष्य और समय प्रबंधन की तकनीकों को समझने के लिए एक अद्भुत पुस्तक।

“द फील गुड हैंडबुक” द्वारा डेविड हैपल – आपकी मानसिक स्थिति को बढ़ावा देने, स्वस्थ मनोवृत्ति को बनाए रखने और जीवन की सभी दिक्कतों से निपटने के लिए एक उपयोगी पुस्तक।

“द वर्क ऑफ लाइफ” द्वारा लिओ बाबौता – एक अद्भुत पुस्तक जो आपको अपने जीवन के उद्देश्य को समझने, अपने जीवन का अधिक महत्वपूर्ण हिस्सा को पहचानने और जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए मदद करती है।

यह हुई 10 बेहतरीन पुस्तक जो माइने आपको बताई कमेन्ट करके अवश्य बताए की आपने इनमे से कौनसी पुस्तक पढ़ी है।

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बेस्ट बुक कौनसी है

मैं आपके लिए धीरे धीरे कौनसी किताब अच्छी है, ओर कौनसी नहीं यह आपको बताऊँगा यदि आप 10 वी व 12 वी कक्षा के छात्र है तो आपको अभी से अच्छे से तैयारी करनी चाहिए।

सबसे पहले तो आपको अपनी एनसीईआरटी की किताब को पूरी तरह से पढ़ लेना चाहिए सबसे बेहतर ओर सटीक जानकारी आपकी एनसीईआरटी की किताब में होती है।

लेकिन अकाउंट में आपको एनसीईआरटी की किताब कोई जरूरत नहीं पड़ती यह बहुत अपडेट किताब नहीं आई है, यदि आती भी तो बाजार में इसकी उपलब्धता बहुत ही ना के बराबर है तो अकाउंट के विषय के लिए आप एनसीईआरटी की किताब पर इतना जोर ना दे।

यह बहुत आसानी से आपके आस उपलब्ध होती है, या तो अपने स्कूल से ले लेते है या फिर नजदीकी बुक शॉप से इन किताबों पर डिस्काउंट नहीं मिलता इसलिए डिस्काउंट की उम्मीद भी ना करे, हाँ यदि आप किसी पब्लिशर की किताब खरीद रहे तो उसमे आपको डिस्काउंट जरूर मिलता है।

इसके बाद आप किस विषय की पुस्तक पढ़ रहे है, उसके हिसाब से आप उसकी अध्ययन सामग्री ले जैसे की आप 12 वी कक्षा के लिए अकाउंट की किताब खरीदना चाहते तो कौनसा writer अच्छा किसके प्रश्न सबसे बेहतर है, लेखक सभी अच्छे होते है बस आपको काउंसे तरीके से समझ आने लग जाता है यह निर्भर करता है इसलिए जो आपको समझ आता है वह बेहतर है।

सिर्फ 2 ही किताबे आज के समय में ज्यादा चलती है दिल्ली में T S Grewal ओर दिल्ली के बाहर D k Goyal कुछ दिल्ली के विधायलों में भी Dk Goyal परंतु ज्यादातर T S Grewal ही है।

दोनों ही बहुत बेहतरीन किताबे है लेकिन DK Goyal के प्रश्न कई बार हल नहीं होते है, इसलिए यदि आप दोनों कहरिडे तो बेहतर है ओर फिर D K Goyal का साल के अंत में एक सैम्पल पेपर भी आता है वह भी जरूर ले।

आप इस तरह से भी कर सकते है की DK Goyal की पुरानी किताब खरीद ले ओर T S Grewal की नई किताब यदि आपके स्कूल में T S Grewal लगाई गई है ओर यदि डक गोयल लगाई है तो DK Goyal को नई खरीदे व T S Grewal को पुरानी आपकी बेहतर तैयारी के लिए ये दोनों किताबे काम आएगी।

अंत में यदि आप अकाउंट के विषय की कोई कोचिंग खोज रहे है तो ओर यदि आप करोल क्षेत्र के नजदीक है, तो आपको Aaka academy का लिंक दे रहा हूँ जहां से आप अकाउंट पढ़ सकते है अत्याधिक जानकारी के लिए इनको संपर्क कर सकते है

https://goo.gl/maps/WhuwGdJNnBGjUdfh8

साथ साथ मैं आपके लिए कुछ पुस्तक विक्रेता के नाम की सूची लिख रहा हूँ,

Arya Book Depot in karol bagh

Janta book depot in gole market

Prakash Brother in gole market

karan book house in pahar ganj

Madaan Brother in daryaganj

यहाँ से आपको ज्यादातर किताबे आसानी से मिल जाएगी

यदि आपके मन में कोई प्रश्न है तो कमेन्ट कर सकते है, ओर यदि किसी ओर किताब के बारे जानकारी चाहिए तो वह पूछ सकते है।

धन्यवाद