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संकट एक मुश्किल

संकट एक मुश्किल परेशानी….
सब जाएगा कट मन को है समझानी ।
संकट बने शक्ति नहीं उससे घबराना….
घटनाओं को कैसे लेते यह चाहिए आना ।

लोग बहुत बहुत मुश्किल जीवन जी रहे…
आस नहीं खोते साहस का शरबत पी रहे।
समय अच्छा हो या बुरा नहीं रहता सदा..
जीवन की यही सादगी यही उसकी अदा।

संकट एक मुश्किल परेशानी,
सब जाएगा कट मन को है समझानी।
संकट बने शक्ति नहीं उससे घबराना,
घटनाओं को कैसे लेते यह चाहिए आना।

जब आवेश में हो तुम, चिंता भरी हो दुनिया,
ज़रा सोचो अपने अंदर की शक्ति और ज्ञान की भूमि को।
संकट तो सिर्फ एक पथिक है, जो आता जाता रहेगा,
तुम्हारा मन है वो दिव्य आधार, जो तुम्हें सदा बचाएगा।

इंसान का जीवन चरागों का सफर है,
प्रतिदिन आते हैं नये संकट, नयी मुश्किलें पास।
पर धैर्य रख, मजबूत बन अपना मन,
जब भी आए संकट की घड़ी, खड़ा रहे हमेशा अपनी ज़मीन पर।

चिंता न लो, घबराहट न करो, जीवन की गति बनाओ स्थिर,
संकट बने तुम्हारी शक्ति, उस पर विजय प्राप्त करो वहीर।
घटनाओं को जैसे लेते हो, उसमें अग्रसर बनो आप,
करो विचार और कार्य, बन जाओ अविचलित और अद्वितीय स्वभाव के स्वामी।

संकट एक परीक्षा है, जो तुम्हें मजबूती से विश्राम कराती है,
नया अवसर, नया सफलता का मार्ग खोलती है।
अपने आप को विश्वास दो, अपनी क्षमताओं को जानो,
संकट बन जाए तुम्हारी शक्ति, जो तुम्हें उच्चताओं की ओर ले जाएगी।



अकेले बैठ

अकेले बैठ स्वय को भी दे समय…..
आत्ममंथन में समय को करे व्यय ।
क्रिया प्रतिदिन सोने से पहले करे …..
जन्मी समझ से नये दिन में ख़ुशियाँ भरे ।

बेंठे अकेले और स्वय को दे समय….
व्यर्थ की बाँतो में हो रहा वो व्यय ।
रात्रि में करे दिन का लेखा जोखा….
व्यर्थ को छोड़े नहीं तो खा जाएँगे धोखा ।

अकेले बैठ स्वय को भी दे समय…
आत्ममंथन में समय को करे व्यय।
क्रिया प्रतिदिन सोने से पहले करे…
जन्मी समझ से नये दिन में ख़ुशियाँ भरे।

जीवन की भागदौड़ में जब हम टूटे जाते हैं,
समय के चक्र में खो जाते हैं,
तब अकेले बैठ कर स्वयं को ध्यान देना होता है,
अपनी प्रतिभा को जगाना होता है।

जब जीवन की उचाईयों पर चढ़ना होता है,
समय के साथ कदम साथी रखना होता है।
आत्ममंथन करें और समय को व्यय करें,
इस रूप में अपने लक्ष्य को प्राप्त करें।

हर दिन क्रियाएं करें सोने से पहले,
अपने सपनों को पूरा करने के लिए जगें।
आत्मा की ऊर्जा को जगाएं और बढ़ाएं,
नये दिन में खुशियों से भरी जिंदगी पाएं।

जन्मी समझ से नये दिन का स्वागत करें,
खुशियों के फूलों से आगाज करें।
अपनी कविता के रंग में रंग जाएं,
और जीवन की हर बाधा को संग जाएं।

अकेले बेंठ स्वय को भी दे समय…
आत्ममंथन में समय को करे व्यय।
क्रिया प्रतिदिन सोने से पहले करे…
जन्मी समझ से नये दिन में ख़ुशियाँ भरे।

जीवन की रेखाएं हम खुद खींचते हैं,
खुद ही अपने भाग्य की रचना करते हैं।
समय को सदा महत्व देते रहें,
और सपनों को पूरा करते जाएं।



सुविधाये

सुविधाये बन जाती दुविधाएँ….
जब जब वो सर चढ़ जाए ।
सुविधा है नहीं है वो हक़…..
कभी भी सकती वो सरक ।

धन्यवाद कीजिए मिली है सुविधा….
निपट रहे कार्यक्रम दूर हो रही दुविधा ।
चार दिन की ज़िंदगानी है जनाब …..
मिलजुल के ले सुविधाओ का लाभ ।

सुविधाये बन जाती दुविधाएँ,
जब जब वो सर चढ़ जाए।
सुविधा है नहीं है वो हक़,
जग जमाने में यही अहम सवाल बन जाए।

आदत सी बन गई हैं हमारी,
सब कुछ चाहे बिना मेहनत के पाए।
पर यह भूल रहे हैं हम शायद,
जो ऐसे हक़ को हासिल करने का बन जाए।

हक़ वो नहीं होता सिर्फ सुविधा,
जो मिले बिना किसी प्रयास के।
समय, मेहनत, और संघर्ष से,
हक़ को हम प्राप्त कर सकते हैं अपने मायने में।

ज़रूरत से ज़्यादा दौलत और आराम,
वास्तविकता से दूरी बढ़ा देते हैं।
पर असली महत्व हक़ का होता है,
जो मनुष्य को सच्ची ख़ुशी देते हैं।

हक़ को पाने के लिए संघर्ष करो,
खुद को प्रशासित करो, संयम रखो।
सुविधाओं की जगह हक़ को दो,
और जीवन को सत्य और न्याय से सजो।

इसलिए, सुविधाये बन जाती दुविधाएँ,
जब जब वो सर चढ़ जाए।
पर याद रखो, हक़ का मोल नहीं है,
सुविधाओं की दौलत में, असली ख़ुशी छिपी होती जाए।

लक्ष्य की होगी प्राप्ति

लक्ष्य की होगी प्राप्ति ….
सब आत्मविश्वास की शक्ति ।
आत्मविश्वास की जोत….
अवसरों से होती ओतप्रोत ।

ख़ुद पे विश्वास समस्याओं को
मिटाने का प्रयास….
ये शक्ति का अहसास देता
आत्मविश्वास ।
आत्मविश्वास की जोत…
अवसरों से होती ओतप्रोत ।

आत्मविश्वास खोलता बंद ताले…
दिमाग़ की खुराक होते उजाले ।
आत्मविश्वास की जोत…
अवसरों से होती ओतप्रोत।

लक्ष्य की होगी प्राप्ति….
सब आत्मविश्वास की शक्ति ।

आत्मविश्वास की जोत….
अवसरों से होती ओतप्रोत ।

जीवन की राहों पर चलो,
हौसला बनाएं बढ़ाएं आपको।
आपकी चाह की उड़ान को,
खुद उड़ान दें आपको।

सोचो मत चिंता की बातें,
आपकी मेहनत को मानें।
विश्वास रखें अपने सपनों में,
हर कठिनाई को पार करें।

कृतज्ञता रखें सदा ह्रदय में,
बढ़ाएं स्नेह का घड़ा।
अपने कर्मों को सदैव भरोसे,
हर मार्ग पर रहेंआपके साथ खड़ा।

जीवन की मशाल को जलाएं,
हर सपने को पूरा करें।
आत्मविश्वास का बांध बनाएं,
खुद को नया महान बनाएं।

लक्ष्य की ओर चलें, अग्रसर बनें,
अपने कर्मों को आदर्श बनाएं।
जीवन के हर मोड़ पर जीत हासिल करें,
खुद को सबूत बनाएं और दृढ़ बनाएं।

आपकी हर मेहनत को सफलता मिले,
आत्मविश्वास से जीने का आदेश मिले।
अपने सपनों को पूरा करके आप जींदे,
खुद को सबूत बनाकर आप दिखाएं।

लक्ष्य की होगी प्राप्ति,
जगाएं आत्मविश्वास की जोति।
चलें आगे बढ़कर खुद को प्रकट करें,
भविष्य को सजाएं, खुद को दुनिया में स्थापित करें।



बात तो उन्ही की

बात तो उन्ही की होती है, जिनमे कुछ बात होती है जब दिल से निकलते हैं शब्द,
भावों के पर्वत बन जाते हैं। बात तो उन्ही की होती है, जिनमें बात होती है।

बात तो उन्ही की

विचारों की लहरें छू जाती हैं,
जब कहीं उन्हें बस पाती हैं।

भाषा की सामर्थ्य होती है यहाँ,
जिससे बातें सबको समझ आएं।

सरलता और सहजता का जादू होता है,
जब शब्दों में बात विभोर होती है।

कविता बन जाती है एक आइना,
जो दर्पण बनकर दिखलाती है सच्चाई।

बात तो उन्ही की होती है,
जिनमें बात होती है।

अक्सर तुम और मैं

अक्सर तुम और मैं , कुछ कुछ बाते करते है, उनही पुरानी पलों को संग बैठ याद करते है, कभी संग हम मिल जाते है, कभी तन्हा भी हो जाते है,

अक्सर तुम और मैं कुछ कुछ बाते करते है, उनही उलझे किस्सों को सुलझाने की कोशिश में हम घंटों खुद ही उलझ जाते थे, लेकिन फिर उस एक सुलझे हुए हिस्से को पकड़ हम भी सुलझ जय करते थे।

अक्सर तुम और मैं, कुछ कुछ बाते करते हैं,
उनही पुरानी पलों को संग बैठ याद करते हैं।

वह बिते हुए समय की लहरें फिर से जी जगाती हैं,
यादों के संग स्वर्गिक संगीत बजाती हैं।

हम बैठे हैं, विचारों की दुनिया में खोए हुए,
बीते लम्हों को सुलगाते हैं, खुद को ढूंढ़ते हुए।

हंसी, खुशियाँ, गम, और रोने की भी आवाज़ें,
जीवन की इस रेखा पर एक साथ ही साज़ें।

हम याद करते हैं वो मुस्कान और आँखों की चमक,
जो दूरियों को भी मिटा देती थी जब आती थी बातें वक्त की टकटक।

वक्त बदलता है, दिन रात बदलते हैं,
पर हमारी दोस्ती अटूट बनी रहती हैं।

चाहे दूर हों हम आपस में भावनाएं,
यादों की इन ठंडी रातों में भी बचाती हैं।

चलते चलते, जब इस यात्रा का अंत आएगा,
तो यादें हमें फिर वहीं ले जाएगी जहां शुरुआत हुई थी।

तब तक रहेंगी हम यादों के उस दरिया में खोए,
जहां तुम और मैं, कुछ कुछ बाते करते हैं, संग बैठ याद करते हैं।

ख्वाबो की डोर

कुछ ख्वाबो की डोर किसी और के हाथ में होती है जब वो साथ होता है तो जिंदगी ऊची उडान भर्ती है और जब उसका साथ छूट जाता तो ना जाने कहाँ जाकर ये जिंदगी गिरती है।

कुछ ख्वाबों की डोर
ख्वाबों की डोर

कुछ ख्वाबो की डोर किसी और के हाथ में होती है,
जब वो साथ होता है, तो जिंदगी ऊची उड़ान भरती है।

वो हर ख्वाब को सपना बना देता है,
जीने की आशा को लहरों में बहा देता है।

उठती है रौशनी उसके साथ जब,
हर तंदरुस्त दिल को मुस्कान दिखा देता है।

वो साथ चलता है जब रास्तों में,
हर गम की गहराई को छूने से रोक देता है।

जहां ख्वाबों की डोर किसी के हाथ में होती है,
वहां जिंदगी की रौशनी हर पल सजा देती है।

चाहे हो जो भी मुश्किल, चाहे हो जो भी रास्ता,
साथी है ख्वाबों का वो जो सबको संग ले जाता।

क्योंकि ख्वाबों की डोर किसी और के हाथ में होती है,
जब वो साथ होता है, तो जिंदगी ऊची उड़ान भरती है।

खोये हुए सपनों की तलाश में,
दिल धड़कता है एक नयी आस में।

मंजिलों का सफर था यहाँ तक,
खुद को खोते हुए हमने बनाई राहें।

हर कदम पर उम्मीद की रौशनी,
जीवन की भरी मस्ती और आनंद की झलकें।

जो ख्वाब थे धुंधले, अधूरे से,
उन्हें पाने की चाह में हमने लिए कठिनाईयाँ।

पर हर एक पल था ये यकीन,
कि वक्त की लहरों में तैरकर हम जी सकेंगे।

जब ख्वाबों की डोर किसी और के हाथ में होती है,
तो जिंदगी ऊची उड़ान भरती है।

हर एक चुनौती को गले लगाते हैं हम,
सपनों के पीछे दौड़ते हैं हम।

जीवन के रंगों को चढ़ाते हैं हम,
ख्वाबों की उड़ान को बढ़ाते हैं हम।

जब वो साथ होता है, तो दिल में सौरभ फूलता है,
जिंदगी के सपनों का आदान-प्रदान चलता है।

अपने ख्वाबों को पूरा करने की राह,
दिल की हौसलों से सजी है आज तक।

ख्वाबों की डोर किसी और के हाथ में होती है,
जब वो साथ होता है, तो जिंदगी ऊची उड़ान भरती है।

यह भी पढे: ख्वाब, अपने ख्वाबों की डोर, ख्वाब इतने,

सुख की अनुभूति है

जीवन की राहों में सुख की अनुभूति है ,
मन का परम आनंद, जीने की विशूद्धता।
चाहे कितनी भी हो मुश्किलें आगे,
खुशियों की बौछारों से होता है सामर्थ्य।

जीवन की हर चुनौती को गले लगाओ,
मुस्कान की चमक से आंखों को जगाओ।
गीतों का संगीत सुनो, खुद को भर दो सुर में,
जीवन की खुशियों को रचो अपनी कविता में।

खेलो, नाचो, गाओ, मुस्कराओ दिल से,
जीवन एक उमंग है, खुद को भरो दिल से।
सपनों की उड़ान भरो, आशाओं के पंखों से,
खुद को उड़ान दो, खुद को विश्राम दो।

जीवन एक सुखमय आनंद का खजाना,
हर पल बिताओ खुशियों की गहराई में।
मित्रों के साथ बिताओ ये अनमोल वक्त,
जीवन की शान्ति और प्रेम का लिए रक्त।

चिड़ियों के गाने सुनो, प्रकृति के संग रहो,
जीवन की रंगीनी में खुद को ढल रहो।
प्यार की ग़रदिश को छूने को जीवन है,
सुख और आनंद से सराबोर जीने को जीवन है।

इस आनंद को अनुभूत करो आज तुम,
जीवन की मधुरता को महसूस करो तुम।
बिना किसी चिंता के जीने की ख्वाहिश,
सुख की अनुभूति है, ये है जीवन की महिमा।

सुख की अनुभूति है
सुख की अनुभूति हैs

जिंदगी एक सुखमय आनंद है , इसको अनुभूत करना ही जीवन है।

इसीका नाम जिंदगी

मिलकर जीने का नाम है जिंदगी, बिछड़ने का नाम है जिंदगी, फिर मिल जाने का नाम भी है जिंदगी, इसीका नाम जिंदगी

इसीका नाम जिंदगी
इसीका नाम जिंदगी

मिलकर जीने का नाम है जिंदगी,
बिछड़ने का नाम है जिंदगी,
फिर मिल जाने का नाम भी है जिंदगी।

यह एक खेल समझो, इसका नाम है जिंदगी,
जो चलती रहती है, बदलती रहती है।
कभी हंसती है, कभी रुलाती है,
खुशियों का त्योहार मनाती है।

यह एक सफर है, इसका नाम है जिंदगी,
हर कोई इसे अपनी अपनी दशा में जीता है।
किसी के लिए यह मुसीबतों का सामरिक,
किसी के लिए यह खुशियों का उत्सव है।

यह एक संघर्ष है, इसका नाम है जिंदगी,
हमेशा आगे बढ़ने का इरादा रखो।
हारना नहीं, हिम्मत कभी न टूटे,
सपनों के पीछे दौड़ते रहो।

मिलकर जीने का नाम है जिंदगी,
बिछड़ने का नाम है जिंदगी,
फिर मिल जाने का नाम भी है जिंदगी।
जीने का हर पल करो खुशहाली के साथ,
क्योंकि यही है असली जिंदगी की बात।

कुछ इस तरह से

कुछ इस तरह से दिल की धड़कने धड़क रही थी,
मानो अभी दिल निकल ही पड़ेगा।
ये अजनबी ख्वाहिशें उठती जा रही थीं,
मेरी रूह को छूने को तरस रही थीं।

अनजाने संगीत की लहरें बहा रही थीं,
इसका कोई नाम नहीं, पर ज़बान ये बता रही थीं।
जैसे दरिया बहने को तड़प रहा हो,
मेरे अंतर को ये खींच रही थीं।

क्या ये प्यार की लहरें हैं जो मचल रहीं हैं,
या फिर कोई और राज है जो चुपके से बता रहीं हैं।
मन में अनगिनत सवाल उठते हैं जब,
ये धड़कनें मेरे दिल को जगा रहीं हैं।

कुछ इस तरह से दिल की धड़कने धड़क रही थी,
मानो अभी दिल निकल ही पड़ेगा।
कभी हुई ना थी ऐसी हलचल इस दिल में,
अब तक ना जाने क्यों ये जगा रही थीं।

कभी हँसती, कभी रोती थी ये धड़कनें,
पर आजकल खोई नज़र आ रही थीं।
ज़िंदगी की इस रेस में जब सब भाग रहे हैं,
ये धड़कनें मेरे संग ठहर रही थीं।

इस तरह से दिल की धड़कने धड़क रही थी,
मानो अभी दिल निकल ही पड़ेगा।
शायद ये संकेत है कुछ नया शुरू होने का,
ये धड़कनें मेरी कहानी सुना रही हैं।