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समस्या

हर समस्या का समाधान होता …..
ध्यान की कमी से नही पाते पहचान ।
समस्या का समाधान हमारे भीतर ….
दूसरो के पास सिर्फ़ सुझाव की खबर ।

भीतर करे समस्या का चिंतन ….
जन्मेगा समाधान समस्या का निश्चित पतन ।
अपने ध्यान की रखे सही दिशा और दशा ….
उत्तर मिलेगा न छोड़े समाधान की आशा ।

खूबसूरत चेहरा बूढ़ा

खूबसूरत चेहरा बुढ़ा जाता हे….
मज़बूत शरीर समय अनुसार पड़ता कमजोर
पद भी एक दिन वो होता समाप्त
लेकिन एक अच्छा व्यक्ति हमेशा अच्छा व्यक्ति रहता हे ।
अच्छे बने अच्छाई की आयु हमेशा होती
बड़ी ….
पद चेहरा हो शरीर समय रहते हो जाते जैसे दीमक लगी लकड़ी ।
अच्छाई अंदर स्वय को होती वो ढके ….
जैसे प्याज़ या बंद गोभी की भीतरी परते ।

हमारी रियाशी

आज का शब्द “हमारी रियाशी” है

हमारी रियाशी जगह वीआईपी….
इतने गड्डे सड़क पे जैसे वाहन ने शराब पी ।
समझ नहीं आता हे सड़क में गड्डे या फिर गड्डे में बनी हे सड़क……
ख़ासकर दुपहिया वाहन उछल उछल जाते दिल जाता धड़क ।

अभी होगी जब बारिश गड्डे में भर जाएगा लबालब पानी …..
गिरेंगे चोटिल होंगे लोग होगा समय बर्बाद याद आएगी नानी ।
ट्रेफ़िक पुलिस क्यू नहीं लेती इन गड्डों की ज़िम्मेदारी….
क्या सिर्फ़ मोटे मोटे चालान करना उनका फ़र्ज़ हे यह कहाँ की ईमानदारी ।

रुपए पैसे

रुपए पैसे से बड़ी लाइन याद की,
उससे भी बड़ी लाइन याद वाले व्यक्ति से
मुलाक़ात की ।
भीतर यादों को सजोय रखना महत्वपूर्ण….
रुपया पेसा इस कार्य में कभी नहीं सम्पूर्ण ।
यादे दिल का हिस्सा उससे वो होती जुड़ी…..
प्रेम प्यार की दिलकश वो बारीक हथकड़ी ।।

बैलन्स आपके स्वभाव

जीवन को बैलन्स बनाकर चलना ही बेहतर विकल्प है यही हमारे जीवन के बैंक बैलन्स है, इसलिए हमे अपने स्वभाव का बैलन्स बना कर रखना चाहिए, आज का शब्द “बैलन्स आपके स्वभाव का गहना”

बैलन्स आपके स्वभाव का गहना …
यह साधने से पूरे करता जीवन का सपना ।
बैलेन्स बैंक का या हो जीवन का हो भरपूर ….
बीमारियाँ ओर दुःख रहेंगे सदा दूर दूर ।

बैलेन्स ( संतुलन) से यह पृथ्वी भी टिकी….
निरंतर चलते चलते भी लगती रुकी रुकी ।
बैलेन्स ( संतुलन ) सदा इसे बनाए रखे ….
इस नियम का सुखद पक्ष जीवन में दिखे ॥

प्रभु का आशीर्वाद

प्रभु का आशीर्वाद निरंतर हर दिन
करे प्रभु से प्रति दिन निरंतर संवाद ।
जो चाहते वो करे प्रभु जी से प्रार्थना …..
मिलेगा प्रभु जी बनाएँगे देने का भी बहाना ॥

प्रभु देकर देखते क्या बदला इसका स्वभाव ..
प्रभु चाहते दूर हो दुखी जीवनो से अभाव ।
अपनी ख़ुशियाँ दूसरे से उन्हें बाँटे….
प्रभु जी चाहते , कमियों को सुख से पाटे ॥