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एक्स्ट्रा मेरिटल

आजकल तो क्या क्या नहीं हो सकता , जो हो सकता है वो शायद हम लोग सोच भी नही पाते कुछ लोग इतनी आगे निकल जाते है। अपनी सोच के साथ की पता नही चलता एक औरत का एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर शुरू हुआ उसका एक बच्चा भी था, अब वो एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर था या नहीं ये भी नही पता किसी को लेकिन सभी देखकर यही बोलते थे, जब आप अपनी आँखों से नहीं देखते तब तक आपको किसी पर दोष लगाना सही नहीं है, किसी के चरित्र पर कीचड़ उछालना उचित नहीं क्युकी सच आपको ओर मुझे नहीं पता यह तो सिर्फ उसी व्यक्ति को पता होता है जो कर रहा होता है।

एक औरत जो हमारी घर के सामने वाले घर की बहु हर रोज 4:25 पर आती थी जब वह बस या ऑटो में आती थी, ऐसे ही लगातार आती रही उसी समय अपने समय से वो सिर्फ 5 पहले या देर में ही आती होगी कभी कभी लेकिन जब वह रैपिडो की मोटरसाइकिल बुक करने लग गई तो उस औरत के समय में धीरे धीरे बदलाव होना शुरू हो गया, ओर वो बदलाव अब उस स्त्री के ससुर को खलने लग गया, उनका ससुर अब नीचे ही आकार खड़ा होने लग गया, उसके आने के समय पर वो देखने लग गया की क्या बुक करके आती है बहू, ऑटो से आजाए ये बाइक पर क्यू आ रही है, क्या अच्छा लगता है ऐसे इसका आना यू ही वो नीचे खड़े होकर बड़बड़ाता था।

अब वह अपने समय से 20 मिनट देर से आने लगी, और जब वह अपने घर के सामने बाइक उतरती तो सभी आस पड़ोस के लोग उसे देखने लगे की यह बहु इस तरह से हर रोज बैठकर किसी बाइक वाले साथ आकर आती है। यही व्यक्ति हर रोज वही होने लगा तब उसके ससुर को शक होने लगा, की बहुरानी का कही चक्कर चल रहा है।

अब उसका ससुर हर रोज ऊपर से उस व्यक्ति को देखता की यह वही व्यक्ति जो कल भी आया था या कोई और अलग है व्यक्ति है , इस औरत के ससुर का शक धीरे धीरे बढ़ रहा था। अब वह ससुर नीच उतर कर इंतजार भी करने लगा की कौन है ये बंदा जो हर रोज उसकी बहु छोड़ने आता है।

अब उसकी बहु घर के बाहर नहीं उतरती घर से थोड़ी दूर पर ही उतर जाती है और वहां से पैदल चल कर घर तक आती है। ताकि किसी को बुरा भी नहीं लगे और पता भी नही चले साथ ही समाज भी देखकर आपत्ति न जताए, लेकिन यह किसी को नहीं पता था की उसका एक्स्ट्रा मेरिटल अफेर है या नहीं बस शक के दायरे थी, यह एक बिना वजह का शक था, जिसका किसी के पास कोई सबूत नहीं था ओर जब तक आँखों से देखा ना हो तब तक उस पर यकीन नहीं करना चाहिए।

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