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hi papa

hi papa बहुत समय बाद एक पारिवारिक बेहतरीन फिल्म देखी hi nana विराज उर्फ नानी इस फिल्म में एक पिता की भूमिका निभाते है, ओर उनकी एक बेटी होती जिसे वो बेहद प्यार करते है, वैसे तो हर पिता अपने बच्चों से बहुत प्रेम करता है, चाहे वो लड़का हो या लड़की उसे इस बात से कोई लेना देना नहीं होता लेकिन नैनी आपको बहुत रुलाते है इस फिल्म उनका अन्कन्डिशनल लव अपनी पुत्री के प्रति बहुत ही भावुक कर देता है। इस फिल्म में मृणाल ठाकुर उर्फ यासना, शरुती हसन, अंगद बेदी, किआरा खन्ना जिन्होंने विराज की बेटी का रोल किया है, इस नन्ही कलाकार ने दिल ही जीत लिया बहुत बेहतरीन ऐक्टिंग की है, बहुत शानदार किरदार निभाया है हर किसी का रोल बहुत ही उम्दा है।  

hi papa फिल्म एक रोमांटिक ड्रामा है जिसे देख मन में संगीत बज उठता है, यह फिल्म आपको रुलाती है बहुत मीठी मीठी हंसी का एहसास कराती है, भावनाओ से ओत प्रोत कर देती है।

खैर आजकल की फिल्मों से तो प्यार नाम का मतलब ही कुछ ओर हो गया है, इस फिल्म में बहुत अच्छे तौर पर प्रेम को दर्शाया गया है, इस रकर की फिल्मों को बार बार बनाया जाना चाहिए जिससे हमारी भावनए जीवित रहे नहीं तो वही मार काट देख कर हम लोग जानवरों की तरह व्यवहार करने लग जाएंगे शायद उनसे भी बदत्तर हो जाएंगे जिस तरह से आजकल फिल्मों में खून खराबा दिखाया जा रहा है।

फिल्म की कहानी में नानी ओर मृणाल ठाकुर एक दूसरे से प्रेम करते है ओर शादी कर लेते है उनका एक बच्चा होता है, ओर कुछ समय बाद यासना ओर विराज का एक्सीडेंट हो जाता है, लेकिन दोनों बच जाते है, लेकिन यासना विराज की पत्नी अपनी यादस्त खो बैठती है जिसके कारण वह अपनी पिछली जिंदगी भूल जाती है ओर उन्हे कुछ याद नहीं रहता यही से दोनों अलग अलग हो जाते है। ओर फिर से कहानी एक नया मोड लेती है जिसे आपको खुद ही देखकर रोमांचित होना चाहिए इसलिए मैं पूरी कहानी नहीं बता रहा इस फिल्म को देखिए ओर बताए की फिल्म आपको कैसी लगी।

hi papa फिल्म इस समय नेटफलिक्स पर उपलब्ध है

टाइगर 3

टाइगर 3 की कहानी

कहानी की शुरुआत फ्लैशबैक से होती है, जहां जोया अपनी किशोरावस्था में है। वह पाकिस्तान के अपने ISI एजेंट पिता नजर (आमिर बशीर) से किक बॉक्सिंग की ट्रेनिंग ले रही है। बाप-बेटी दोनों ही खुश हैं, मगर तभी एक आंतकी बम विस्फोट में जोया के पिता को जान गंवानी पड़ती है और वहीं से वह अपने पिता के शागिर्द आतिश रहमान (इमरान हाशमी) के प्रशिक्षण में ISI एजेंट बनने का फैसला करती है। फिर कहानी आती है, वर्तमान में जहां टाइगर (सलमान खान) जोया (कटरीना कैफ) और अपने बेटे के साथ खुशहाल जिंदगी बिता रहा है, मगर तभी आतिश रहमान अपनी गर्भवती पत्नी की मौत का बदला लेने के लिए टाइगर और जोया के बेटे को एक ऐसा इंजेक्शन दे देता है, जिसका एंटीडोट 24 घंटे में नहीं देने पर वह मर सकता है। बेटे की जान बचाने के लिए आतिश, टाइगर और जोया को एक ऐसा काम करने को मजबूर करता है, जिसके कारण ये दोनों ही इंडिया-पाकिस्तान में देशद्रोही साबित हो जाते हैं।

ऐसे हालात आतिश रहमान उस वक्त पैदा करता है, जब इंडिया-पाकिस्तान अमन की पहल कर रहे होते हैं। वह पाकिस्तान में जम्हूरियत खतम करके डिक्टेटरशिप लाना चाहता है। अब टाइगर उर्फ अव‍िनाश को न केवल अपनी बेगुनाही साबित करनी है बल्कि पाकिस्तान के लोकतंत्र के साथ-साथ वहां की वजीरे आजम को भी बचाना है। क्या टाइगर खुद को निर्दोष साबित कर पाता है? क्या वह अपने ससुराल में जम्हूरियत को कायम रख पाता है? क्या उसे एक बार फिर जोया का साथ मिल पाता है? ये जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।

टाइगर 3′ का रिव्यू:

निर्देशक मनीष शर्मा फिल्म की शुरुआत स्पाई यूनिवर्स को सार्थक करने वाले धमाकेदार फाईट सीक्वेंस से शुरू करती है और लगता है कि यह फर्राटे से दौड़ेगी, मगर फर्स्ट हाफ में फिल्म सुस्त हो जाती है। इंटरवल के बाद जब इमरान हाशमी की एंट्री होती है, तब फिल्म अपनी गति पकड़ पाती है। फिल्म का प्लस पॉइंट है, इसका रोगंटे खड़े कर देनेवाला एक्शन। फिल्म को बॉलीवुड की सर्वाधिक एक्शन दृश्यों वाली फिल्म के रूप में प्रचारित किया गया है, जो किसी हद तक सच भी साबित होती है, मगर कमजोर स्क्रीनप्ले फिल्म को नुकसान पहुंचाता है। हां, बॉलिवुड की नायिका का एक्शन के दांव-पेंच से मर्दों को चित करना अच्छा लगता है। फिल्म में एक जगह यंग कटरीना कहती भी है कि वो लारा क्राफ्ट (टॉम्ब राइडर की मशहूर जांबाज फाइटर) बनना चाहती है। मनीष कहानी को इंडिया-पाकिस्तान की जासूसी दुनिया जैसे परंपरागत सांचे में ढालते हुए आगे बढ़ाते हैं। उन्होंने फिल्म में हर तरह के मसाले डाले हैं। इस टाइगर को पठान (शाहरुख खान) का साथ भी मिला है।

संगीत की बात करें, तो प्रीतम के ‘रुंवा’ और ‘लेके प्रभु का नाम’ जैसे दोनों गाने अच्छे बन पड़े हैं। मगर डायलॉग उतने दमदार नहीं बन पाए। सिनेमटोग्राफर अजय गोस्वामी ने दिल्ली, मुंबई, इस्तांबुल, सेंट पीटसबर्ग, ऑस्ट्रिया जैसे लोकेशनों को बहुत ही कमाल अंदाज में फिल्माया है। फिल्म का प्री-क्लाइमेक्स लंबा हो जाता है, मगर अंत में दर्शकों के लिए एक सरप्राइज एलिमेंट जरूर है।

सलमान से लेकर इमरान हाशमी और कटरीना की परफॉर्मेंस

टाइगर 3 फिल्म में परफॉर्मेंस की बात करें, तो सलमान खान अपने चिरपरिचित अंदाज में हैं। उनका एक्शन और स्वैग उनके फैंस को भाता है और इस बात का सबूत है, सुबह के शो में दिवाली के दिन दर्शकों की मौजूदगी और उनकी एंट्री पर लोगों की सीटियां। कटरीना कैफ परिपक्व अपने एक्शन दृश्यों के साथ पूरा न्याय करती हैं। एशियाई अभिनेत्री मिशेल ली के साथ उनका टॉवल सीक्वेंस वाला एक्शन दृश्य रोमांचक है। इमरान हाशमी फिल्म का मजबूत पहलू हैं। उन्होंने अपनी भूमिका में जान लगा दी है। उन्हें विलेनिश अंदाज में देखने का अनुभव अलग है। पठान के रूप में शाहरुख खान का कैमियो और टाइगर के साथ उनका ब्रोमांस मजेदार है। कुमुद मिश्रा, विशाल जेठवा, रिद्धि डोगरा, रेवती, रणवीर शौरी जैसे कलाकार अपनी भूमिकाओं में जमे हैं।

भगवांथ केसरी

भगवांथ केसरी में नंदमुरी बालाकृष्ण, श्रीलीला, काजल अग्रवाल और अर्जुन रामपाल जैसे सितारों वाली फिल्म अक्टूबर में रिलीज हुई थी और जैसे ही फिल्म रिलीज हुई हर तरफ इसी के चर्चे होने लगे. इसी का असर था कि कई बड़े ओटीटी प्लेटफॉर्म इस फिल्म को खरीदने की होड़ में थे. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर फिल्म किस ओटीटी प्लेटफॉर्म ने भगवंत केसरी के राइट्स खरीदे हैं तो आपको बता दें कि अमेजन प्राइम वीडियो पर ये फिल्म रिलीज हो गई है.

सिनेमाघरों में कुछ ऐसी फिल्में भी रिलीज होती हैं, जिन्हें देखने के लिए सिेमाघरों के बाहर दर्शकों की भीड़ इकट्ठी हो जाती है. भले ही ये फिल्में कम बजट में बनी हों, लेकिन इनकी कहानी इतनी जबरदस्त होती है कि कोई भी खुद को ये फिल्में देखने से रोक नहीं पाता. पिछले महीने ऐसी ही एक फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी, जिसे देखने वालों की सिनेमाघर में भीड़ लग गई. इस फिल्म की सफलता को देखते हुए अब फिल्म के मेकर्स इसे ओटीटी पर रिलीज करने की तैयारी में जुट गए हैं. ये फिल्म है ‘भगवंत केसरी’, जो ‘गणपत’ और ‘टाइगर नागेश्वर राव’ के साथ सिनेमाघरों में रिलीज हुई और दोनों ही फिल्मों को जबरदस्त पटखनी देते हुए कमाई के मामले में काफी आगे निकल गई.

भगवांथ केसरी फैंस लंबे समय से फिल्म के ओटीटी पर रिलीज होने का इंतजार कर रहे थे, जो अब खत्म हो गया है. नटसिंह्मा नंदमुरी बालकृष्ण और श्री लीला की फिल्म के राइट्स ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम ने खरीद लिए हैं. यानी अब आप ये फिल्म अमेजन प्राइम पर आसानी से देख सकेंगे. फिल्म 24 नवंबर को ही ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज की जा चुकी है, अब इसका हिन्दी वर्जन अमेज़न उपलब्ध है, फिल्म बहुत ही शानदार है। फिल्म की कहानी में दम है,

नंदा बालकृष्ण मूरी अपनी बेहतरीन ऐक्टिंग के लिया बहुत ही विख्यात है, इनका अपना ही एक अलग अंदाज है, इनके डाइअलॉग दर्शकों को बहुत लुभाते है, गुंडे तो कांपने लगते है इनको देखकर फिल्मों में जब ये बोलते है सब चुप हो जाते ओर जब मारते है तो बचते नहीं मार ही जाते है।

ताली सीरीज

सुष्मिता सेन की ताली सीरीज आज जिओ सिनेमा पर आज लॉन्च हुई है , थोड़ा पतंग उड़ाने में व्यस्त रहे हम इसलिए देख नहीं बस जब रात को काम करने के लिए बैठे तो याद आया की फिल्म भी लॉन्च हुई है , तो देख लेते है , तो हम बैठ गए देखने के लिए आपको फिल्म के बारे में बताना भी था न तो ये भी बनता है की फिल्म देख ली जाए , वैसे तो सोने का मन कर रह था लेकिन जब सीरीज शुरू कर दी तो बंद करने का मन नहीं किया इसलिए पूरी देखली।

सुष्मिता सेन पहले से ही एक बेहतरीन अदाकारा है , इस फिल्म में तो उन्होंने अपनी ऐक्टिंग से चार चाँद लगा दिए है , सुष्मिता सेन उर्फ गौरी

समानता की लड़ाई : सबको समान अधिकार का कानून , एक ट्रैन्ज़्जेन्डर को भी वही हक मिलना जो स्त्री ओर पुरुष के लिए। सीरीज के पहले में भाग में सुष्मिता सेन कोर्ट पहुचती है तब उनके ऊपर हमला होता है।

सीरीज के दूसरे भाग में : सुष्मिता सेन के डाइअलॉग काफी अच्छे लिखे गए है। जिंदगी की जद्दोजहत सर्वाइवल की लड़ाई ये दूसरी लड़ाई है इस कहानी में
सुष्मिता सेन इस चैप्टर का नाम देती है फीलिंग इस चैप्टर में ईमोशन है कहानी बनती है , एक ट्रैन्ज़्जेन्डर की ओर यहाँ गौरी ट्रैन्ज़्जेन्डर बनने की कोशिश करती है ओर उनके रहन सहन से रूबरू होती है।

कहानी का तीसरा भाग जिसमे राही चल रहा है : अब सुष्मिता सेन वापस मुंबई आ जाती है
ओर अब वह एक ट्रैन्ज़्जेन्डर बनती है अभी तक वह अंदर से ट्रैन्ज़्जेन्डर नहीं बनी थी, इस फिल्म में सुष्मिता सेन ट्रैन्ज़्जेन्डर के हक की लड़ाई लड़ती है। जिसमे उनको भी आधार कार्ड , पान कार्ड , ओर व्यवसाय करने का हक मिले जो अभी तक इस हक से यह वंचित थे, समाज इन्हे बुरी नजरों से देखता है उन नजरों में बदलब लाने की लड़ाई , उनके हक की लड़ाई, इसी पर यह कहानी आगे बढ़ती है।

कहानी के 4 से 6 भाग तक कहानी बहुत तेज भागती है ओर इस सीरीज को बंद करने का मन नहीं करता, क्युकी हर एक सीन इस तरह से दर्शाया गया है मानो आप उस घटना को होते हुए अपनी आँखों के सामने ही देख रहे है।

इस कहानी में वो समाज भी है जो किसी को उभरने नहीं देता , उस समाज का कड़वा सच जो किसी को समान अधिकार देने से अब भी घबराता है, ओर उस समाज का एक भद्दा चेहरा भी नजर आता है जो किसी को घृणा की नजर से भी देखता है।

कहानी आगे बढ़ती है ओर जिस तरह से कहानी आगे बढ़ती है सुष्मिता सेन कमाल करती ही नजर आती है उनकी ऐक्टिंग इस सीरीज को चार चाँद लगा देती है, हर एक सीन में तालिया बजाने को मन करता है। जैसा की सुष्मिता सेन कहती है ताली बजाऊँगी नहीं बजवाऊँगी

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गदर 2 टिकट बुकिंग

जिस तरह से GADAR-2 की advance टिकट बुकिंग हो रही है उस हिसाब से omg कही भी स्टैन्ड करती हुई नहीं दिख रही , OMG 10% ही टिकट बुकिंग होती दिख रही है, 1.5 लाख टिकट के आसपास अभी तक बिक चुकी है। इस तरह से लगता है की पठान फिल्म का भी रिकार्ड तोड़ देगी।

टिकट बुकिंग
चित्र स्रोत : गूगल, रिकार्ड तोड़ टिकट बुकिंग

22 साल बाद गदर 2 रिलीज हो रही है पहली गदर जब आई थी तब भी यही हाल हुआ था लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी सिनेमाघरों में सनी देओल की ऐक्टिंग ओर एक्शन सीन को देखने के लिए 2-3 हफ्ते तक टिकट ही नहीं मिली थी उनका HANDPUMP उखाड़ने वाला सीन इतना फेमस हुआ की लोग आज तक नहीं भूले, लोग इंतजार कर रहे थे की टिकट मिले ओर हम फिल्म देखने जाए , उन दिनों गदर के साथ आमिर खान की लगान भी आई थी, जिन्ह लोगों को शायद गदर की टिकट नहीं मिल पा रही थी वो लोग लगान ही देखने चले इसमे कोई शक नहीं है लगान एक फिल्म थी।

लेकिन गदर फिल्म के आगे लगान फीकी पड़ गई थी इस बार भी कुछ इसी तरह से होता दिख रहा है, जब मैंने टिकट बुक कराई थी उसी दिन से लग रहा था की टिकट फिल्म के रिलीज होने से पहले ही खत्म हो जाएगी ओर जिस दिन फिल्म देखने के लिए जाना होगा टिकट नहीं मिल पाएगी, इस दिन अक्षय कुमार की OMG-2 भी रिलीज हो रही है ।

लेकिन Theater में भीड़ नहीं दिख रही OMG-2 के लिए सभी सिनेमा हाल में आराम से टिकट उपलब्ध है OMG-2 की , दर्शक सिर्फ ओर सिर्फ गदर 2 ही देखना पसंद कर रहे है , जो लोग सोच रहे है , की अनलाइन क्या बुक करनी उसी दिन लेलेंगे टिकट उनको टिकट नहीं मिलने वाली जिस तरह से हर घंटे बुक मी शो पर टिकट बुक हो रही है। उस समय जो लगान के साथ हुआ था की , GADAR-2 की टिकट नहीं मिली तो लगान ही देख लेते है, बस यही OMG-2 फिल्म के होता दिख रहा है अगले एक हफ्ते या 2 हफ्ते टिकट तो मिलती हुई नहीं दिख रही है, जिस तरीके से सिनेमा हाल में जाने को लोग बेकरार है, बाकी फिल्म देखने के बाद पता चलेगा, की फिल्म में कितना दम है।

उम्मीद करते है फिल्म अच्छी ही होगी

आदिपुरुष फिल्म रिव्यू

बात करते है आदिपुरुष फिल्म के बारे में इस फिल्म की कहानी तो हम सभी जानते है, लेकिन रामायण जितनी बार देखी व सुनी जाए उतनी बार नई शिक्षा मिलती है , कुछ नया सीखने को मिलता है बस यही कारण था मेरा इस फिल्म को देखने का वैसे भी काफी लंबे समय से कोई ऐसी फिल्म नहीं देखी है।

रावण

मुझे सैफ अली खान से कोई एतराज़ नहीं है न ही फिल्म के किरदारों से मुझे दिक्कत है om raut से क्युकी जिस तरह से दिखाना या दर्शाना चाहिए था ऐसा कुछ नही था, फिल्म में इस दशानन वाले सीन के अलावा सैफ अली खान की एक्टिंग थोड़ी बहुत ठीक थी, लेकिन इतने सारे दृश्य ऐसे थे जहां पर सिर्फ हसीं आ रही थी, और फिल्म को बीच में छोड़ कर जाने का मन कर रहा था परंतु पैसे तो मेरे लगे थे, Om Raut के नही इसलिए मैने फिल्म को पूरा देखा।

यह 2.59 घंटे की फिल्म है जिसमें आपको अच्छे डायलॉग , इमोशन नहीं मिलते और हम सभी के प्यारे हनुमान जी के मुख से एक बार भी जय श्री राम नही सुनाई देता, इस फिल्म में श्री राम जी को राघव नाम से संबोधित किया गया व लक्ष्मण जी को शेष नाम से।

सबसे गजब की बात तो यह दिखती है की फिल्म में खतम करने की जल्दी बहुत दिखाई गई है। कोई भी अच्छे से कवर किया ही नहीं है पता नहीं फिल्म के डायरेक्टर इस फिल्म को खत्म करके जाना कहां चाहते थे।

इमोशन का कोई स्थान नहीं है, ना ही कोई भी सीन बहुत अच्छी तरह से फिल्माया गया है, जिस जगह जरूरत थी फिल्म को दर्शकों के साथ जोड़ने की वो कोशिश भी पूरी तरह से नही की गई।

इस फिल्म में एक गलती नही बल्कि खूब सारी गलतियां की गई है शब्दों को पूरी तरह से तोड़ मरोड़ दिया गया है,भाषा का दुरुपयोग किया गया है रामायण के नाम पर इन लोगो एकता कपूर का सीरियल दिखा दिया।

जब रावण सीता माता का हरण कर रहा था तब श्री मुख से एक बार भी सीता सीता नही निकला था यह एक साधारण सी बात हुई है जैसे इस तरह से फिल्माया गया।

माता शबरी वाला सीन भी बिलकुल खराब कर दिया साथ ही सीन सही तरीके से नही दिखाया गया।

मनोज मुंतशीर के कुछ भद्दे शब्द जिन्होंने फिल्म का स्तर गिरा दिया

1) “कपड़ा तेरे बाप का! तेल तेरे बाप का! जलेगी भी तेरे बाप की”

(2) “तेरी बुआ का बगीचा है क्या जो हवा खाने चला आया”

(3) “जो हमारी बहनों को हाथ लगाएंगे उनकी लंका लगा देंगे”

(4) “आप अपने काल के लिए कालीन बिछा रहे हैं”

(5) “मेरे एक सपोले ने तुम्हारे शेषनाग को लंबा कर दिया अभी तो पूरा पिटारा भरा पड़ा है”

Point 1. Single star movie
2 ticket price high on weekend because they know after this week no one will see
3 fault language and dialogue are so bogus
4. Acting level is like Tv serial
5. No emotion in this Epic tale
6. Chanting of Ram Ram and Jai Hanuman is missing
7. First part bit ok but 2 half is completely flat
8. Ye film toh baccho ke liye bhi nahi hai bachhe kya sikhenge is film ko dekhkar ki hanuman ji is tarah se baat karte hai?


I think don’t waste your money anymore
in cinema for this Adipurush movie  better to watch Ramayan at home

Is film ko 1.5 staar ki rating bahut hai wo isliye ki Bollywood ne aese effect and all ke liye effort lgai otherwise movie is not worth watch

इरफान खान

अभी बस यू ही बैठा हुआ था और ऐसे ही यू ट्यूब पर कुछ नहीं दिख रहा था देखने को आजकल मिलता भी क्या है कुछ अच्छा देखने को , तो रीमोट के कान मरोड़ते हुए अब फिल्म लग गई मदारी बस फिर क्या था देखना शुरू कर दिया सोच थोड़ी देर देखते है , फिल्म इतनी बेहतर थी एक और बार पूरी फिल्म देख डाली इरफान खान की ऐक्टिंग तो बहुत ही शानदार है, उन्होंने अपना किरदार बहुत ही जबरदस्त तरीके से निभाया है एक मँझा हुआ कलाकार , साथ ही इसमे जिम्मी शेरगिल की ऐक्टिंग भी बहुत बढ़िया है, जिमी शेरगिल एक अच्छे मंझे हुए कलाकार है फिर भी पता नहीं क्यू लगता है की जहां उन्हे होना चाहिए था वो आज वहाँ नहीं है।

जिम्मी शेरगिल ने कई फिल्मों बहुत अच्छा अभिनय निभाया है परंतु वह एक बड़े कलाकार के रूप कभी नहीं दिख पाए या फिर उन्हे आगे कभी आने नहीं दिया।

यह बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री सिर्फ कुछ लोगों के लिए चल रहा है ऐसा बहुत बार लगता है जिसमे खान ओर कपूर इन लोगों का नाम सबसे पहले आता है इनके अलावा स्टार किड जिनको बहुत आसानी से फिल्मों में जगह मिल जाती है चाहे उन्मे ऐक्टिंग का गुण ही न हो।

बात इरफान खान की मदारी फिल्म की कर रह थे हम, यदि आपने पहले यह फिल्म नहीं देखी तो जरूर देखिए ओर पहले देख रखी है तो दुबारा भी देखी जा सकती है।

क्या आपके पास कुछ ऐसी फिल्मों की सूची है जिन्हे बहुत बार देखा जा सकता हो यदि है तो मुझे भी बताए इंतजार रहेगा आपकी सूची का

Bloody Daddy

Bloody daddy यह फिल्म का नाम है जो इसी हफ्ते जिओ सिनेमा पर वर्ल्ड वाइड रिलीज हुई है, इस फिल्म में मुख्य पात्र शाहिद कपूर है इस फिल्म में शाहिद कपूर की ऐक्टिंग एकदम दमदार है पूरी फिल्म में सिर्फ शाहिद को देखने का मन करता रहेगा उनका किरदार बेहद उम्दा है, फिल्म में संजय कपूर, रॉनित रॉय, डायना पेन्टी ओर राजीव खंडेलवाल भी है।

Bloody Daddy फिल्म की कहानी 50 करोड़ के कोकैन पर घूमती है जो शाहिद कपूर जब्त कर लेते है उसके बदले में रॉनित रॉय उनका बेटा किड्नैप कर लेता है बस इसी के बीच में कहानी घूमती है लेकिन कहानी से ज्यादा मजेदार शाहिद कपूर की ऐक्टिंग है जिसके लिए फिल्म से आँख नहीं हटती कहानी में कुछ नया नहीं सब प्रीडिक्ट किया जा सकता है लेकिन फिल्म में एक्शन सीन बहुत बढ़िया है।

इस फिल्म में रॉनित कपूर ओर राजीव खण्डेलवाल का सही तरीके से प्रयोग नहीं किया गया नहीं तो फिल्म ओर भी शानदार हो सकती हो थी।

एक तरफ तो Fathers Day आ रहा है लोगों की भवनाए सकारात्मक है दुसर ओर ये बॉलीवुड की फिल्म वाले इस प्रकार के नाम रखते यही फिल्मों के आप खुद ही सोचिए इस प्रकार के नाम अच्छे है ?

कितना भद्दा नाम है इस नाम से हटकर भी कई ओर नाम रखे जा सकते थे इस फिल्म के लिए, कही न कही कुछ न कुछ इस बॉलीवुड इंडस्ट्री के लिए अब आपत्ति उठ ही रही है क्युकी अब यह समझ नहीं आता की यह क्या सोचकर फिल्मों के नाम का चुनाव , कहानी का चुनाव करते है जिससे जनता कही न आहात हो ही जाती है।

एक सलाह इस फिल्म को परिवार के संग न देखिए क्युकी बीच में गालियों का प्रयोग ओर उपयोग दोनों किया गया है जो बिल्कुल भी सही नहीं है, हम ऐसी चीज़े कन्सूम कर रहे है जो हमारे लिए कोई फायदे की नहीं है, साथ फिल्म का नाम भी इतना भद्दा क्यू रखा गया यह भी एक सोचने लायक बात है वैसे तो ओर शाहिद कपूर उस तरह के बाप बिल्कुल नहीं है।

आप भी देखिए ओर भरपूर आनंद लीजिए

फिल्म को 3 ***

अनुपम खेर

अनुपम खेर की अगली मूवी कौनसी है ?

अनुपम खेर की आने वाली फिल्म जिसका नाम यह है Shiv Shastri Bolboa

इस फिल्म की चर्चा खूब होने लगी है जैसा की आप जानते है अभिनेता अनुपम खेर जिनकी उम्र 67 है इस फिल्म के पोस्टर में दर्शा रहे है की वह एक रेस्लर है ओर जैसा की मैं पिछले काफी समय से उनको फॉलो भी कर रहा हूँ वह अपनी बॉडी पर काफी ध्यान दे रहे थे अब समझ आया की वह इस फिल्म के लिए अपनी बॉडी को बना रहे थे बहुत अच्छे लग रहे है इस उम्र आकार उन्होंने जितनी बॉडी बनाई वो काबिले तारीफ है अनुपम खेर सर ने यह सच कर दिखाया की “उम्र सिर्फ आकडा है

उम्मीद नहीं थी की इतनी अच्छी बॉडी वो बनाएंगे साथ ही कुछ ट्वीट में देखा गया अभिनेता अक्षय कुमार ने भी जवाब दिया बॉडी बनाने को कहा था इतनी नहीं।

बात हुई उनकी बॉडी की और अब फिल्म की बात भी कर लेते है साथ ही दोस्तों यह फिल्म 10 फरवरी को सभी सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है उनकी फिल्म से ज्यादा चर्चा उनकी बॉडी की हो रही है अनुपम खेर के ट्वीट में लिखा है मेरी अगली फिल्म रिलीज होने वाली है का नाम है Shiv Shastri Bolboa ये एक साधारण इंसान के असाधारण व्यक्तित्व की कहानी है ये आपको हसने के साथ साथ आपके दिल में एक खूबसूरत भवन भी जगाएगी आत्मविश्वास की releasing on 10th Fabuary only in theater ! जय हो

उम्मीद करते है यह फिल्म बहुत जबरदस्त होगी अभी हाल ही में इनकी एक ओर फिल्म आई थी जो इनकी अमिताभ बच्चन ओर बोमन ईरानी व नीना गुप्ता के साथ थी ओर यह फिल्म भी हिट हुई यदि आपने अभी तक उचाई फिल्म नहीं देखी तो आपको वो फिल्म भी देखनी चाहिए बहुत अच्छी फिल्म है

पंगा फिल्म

इस वक्त इस बात को कहने में कोई दो राय नहीं होनी चाहिए कि वर्तमान समय में कंगना बहुत ही बेहतरीन अदाकारा हैं , पंगा फिल्म केवल एक फिल्म भर नहीं बल्कि सपनों को पूरा करने में केवल जया निगम ही नहीं बल्कि भारत और दुनिया के अन्य देशों की “जया” भी पीछे हट जाती हैं ।

विवाह के बाद नौकरी छूटना या छोड़ना आम बात है तो खेलों की तरफ देखना तो और भी मुश्किल होता है । पति और बच्चों का साथ न देना या देने भर का नाटक भी देखा जाता है ।

अपने सपनों को छोड़ पति और बच्चों के सपनों और जरूरतों को पूरा करने में जुड़ जाना आज भी औरतें अपना परम सौभाग्य मानती हैं ।

पंगा फिल्म कंगना की अदाकारी के साथ साथ अश्विनी तिवारी की दाद देनी होगी जिन्होंने इतनी बारीकी से खेल,परिवार ,शादी और उसके बाद के जीवन को पर्दे पर उकेरा # देखना तो बनता है
साथ साथ नीना गुप्ता की एक्टिंग भी बहुत अच्छी है जिस तरह से उन्होंने एक मां का किरदार निभाया है  इस फिल्म को बहुत ही बारीकी से पिरोया गया सारे सपने पूरे नहीं होते लेकिन जिद्द हो तो उन्हें पूरा करने की तो कोई सपना अधूरा भी नहीं रह सकता।

पंगा फिल्म
panga movie

इसमें औरत अपनी बात को किस तरह से मनवाती है वो भी बहुत खूबसूरती के साथ दिखाया गया है फिल्म के  कुछ दृश्य तो आपका मन पूरी तरह से मोह लेते है मै पहले से ही कंगना का फैन हू इस फिल्म को देखने के बाद और भी ज्यादा बड़ा फं हो गया क्युकी एक औरत को सेंटरिक करके फिल्म को बड़े स्तर तक ले जाना कोई आसान बात नहीं होती।

लेकिन जिस तरह से इस फिल्म बनाया गया है उसमे परिवार , अपने सपने और नौकरी आदि की सभी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया गया है इसलिए फिल्म को जरूर देखने जाइए और अपने सपनों को पूरा करने इच्छा को कभी मरने मत दीजिए