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एक सकारात्मक बुद्धि

एक सकारात्मक बुद्धि जब हर दिशा में कार्य करती….
जीवन बाँटता अनंत ख़ुशियाँ, सब कमियों की क्षतिपूर्ति ।
सकारात्मक बुद्धि अच्छे सच्चे कर्मों का वो कारण…..
वर्तमान प्रकाशमय ओर भविष्य भी प्रकाशित होता असाधारण ॥

एक सकारात्मक बुद्धि सुलझी होती ,नहीं वो जाती चिंता में घुल …
समस्या की जड़ में करती आक्रमण ओर जड़ करती निर्मूल ।
सकारात्मक सोच ओर विचारो को करे प्रचारित विस्तारित….
जीवनो में भर जाए नई ऊर्जा , सुदृढ़ विचारो हो अवतरित ॥

सकारात्मक बुद्धि अच्छे सच्चे कर्मों का वो कारण,
जो देता है जीवन को सार्थकता का मान।

सोच विचारों को ऊँचा उठाए,
नकारात्मकता को दूर भगाए।

बुद्धि में ज्ञान की बारिश हो,
सकारात्मकता से हमेशा ऊपर रहो।

दृष्टि में उजाला और सच्चाई की चमक,
हर कार्य में सकारात्मकता का अभियान चलाएं।

अच्छे कर्मों का फल यहाँ भोगें,
ख़ुशियों के रंगों में धूम मचाएं।

नकारात्मकता को दूर कर खुद को परिवर्तित करें,
सकारात्मक बुद्धि से जीवन को सजाएं।

ऐसी सकारात्मक बुद्धि हमारे जीवन में बसे,
जो खुशियों के पर्वत में हमेशा उड़ान भरे।

सकारात्मक बुद्धि की ज्योति हमेशा जले,
खुशहाल और सफल जीवन की मुस्कान सदा बने।

नमस्ते का अर्थ

नमस्ते का अर्थ हम आपके प्रति प्रकट करते सम्मान….
नमस्ते हमारी संस्कृति का हिस्सा उसका स्वाभिमान ।
नमस्ते से जब होती दिन कि शुरुआत….
मन होता प्रसन्न चेहरे पे ख़ुशियों की बात ॥

नमस्कार के संस्कार से खुले हृदय का द्वार….
हृदय से खूब खूब करते इसका प्रचार प्रसार ।
अच्छी बांतो की समाज को प्रचार करना ज़रूरी….
मेरा नमस्कार करे स्वीकार नहीं तो बात रहेगी अधूरी ॥

नमस्ते कहने से जगमगाता है आसमान,
यह नभ बदलता है रंग और छान।
हमारी संस्कृति की गहराई छुपी है इसमें,
नमस्ते का शान है उसकी मधुर गीता।

हर बात का होता है एक आरंभ नमस्ते से,
हर मिलन सा लगता है अनुपम नमस्ते से।
जब आँखों में आपसी स्नेह छा जाता है,
दूर होती है सभी दुर्भावनाएं जब नमस्ते बोलता है।

प्रेम, सम्मान और आदर्शों की बात करता है यह,
नव जीवन की शुरुआत करता है यह।
नमस्ते की सुरीली आवाज से बसती है खुशियाँ,
नमस्ते के प्रहार से हर बुराई दूर हो जाती है।

नमस्ते की भावना से जीवन बनता है मधुर,
आपसी सम्बंधों में आत्मीयता बनती है जब आदर।
चाहे जितना भी विभाजित हो जगत,
नमस्ते की एकता में होती है आपसी मिलाप।

नमस्ते कहने से मन को शांति मिलती है, खुशियाँ बरसती है।
इसलिए आओ मिलकर बोलें नमस्ते

थामिए अच्छे से

थामिए अच्छे से हाथों को , शिकायतों का छोड़िए दामन …
सम्भालिए किसी के जीवन को, जगाने के लिए हे तो सही “अपनापन “।
सम्भालने के लिए दे प्रोत्साहन, न कि करे उसकी आलोचना….
जीवन की सीख जीवन को खुल के हे बाँटना ही उसकी अर्चना ॥

अपने कार्य में ध्यान देकर लाए दक्षता ओर कुशलता ….
जीवन होगा सुगंधित खुशहाल , हिलोरे मारेगी अपार सफलता ।
स्वभाव दक्षता , कुशलता संग सरलता का घालमेल…
जीवन को जीये ऐसे ये नहीं प्रतियोगता बस एक खेल ॥

थामिए अच्छे से हाथों को, शिकायतों का छोड़िए दामन…
सम्भालिए किसी के जीवन को, जगाने के लिए हे तो सही “अपनापन”।

सम्भालने के लिए दे प्रोत्साहन, न कि करे उसकी आलोचना…
जीवन की बाधाओं से न डरें, अपनी राह खुद चुनें बिना रुके।

अच्छाई की किरणें फैलाएं, दूसरों को आशा की सुगंध दें,
प्रेम और समझदारी से बांधें, जीवन के रंगों को झलकाएं।

दूसरों की गलतियों पर मत व्याकुल हों,
सहानुभूति और समबन्ध को ऊंचा रखें निकृष्टता से।
सबको सम्मान और प्यार दें, खुशहाली की राह पर सदा चलें।

अपनापन का एहसास जगाएं, हर दिन दूसरों को ख़ुश बनाएं,
आपसी मिलन से जीवन को सजाएं, आदर और स्नेह से गहराएं।

जीवन की राहों में बनाएं सदैव नयी पहचान,
खुशियों की बौछार में बढ़ाएं प्रेम की अमृत बारिश।
अपनापन के रंगों में रंग जाएं, आपसी में जुड़ जाएं,
यही है वो सच्चा संबंध, जो देता है जीवन को आनंद अधिक।

यह भी पढे: संबंध नहीं टूटते, संबंध जो सुंदर हो, जीवन की परिस्थितिया, मालूम नहीं,

कभी मत करना

कभी मत करना “don’t give up”….
बनना rocket , ध्यान लक्ष्य पे ऊपर up and up ।
लक्ष्य सही जो कुछ भी होगा सुखदायक….
तुम ख़ुद के भाग्य विधाता तुम इस जीवन film के नायक ।

बुरा न किसी का सोचना यह महा दुःखदायक….
अपना पथ सही चुनना इस चुनाव के तुम महानायक ।
जो बीता अच्छा या बुरा वो करे आपको प्रकाशित….
फिर सब अच्छा हे नये शुभ विचारो से हो विकसित पुलकित ।

चलो उड़ जाएं उच्च स्वर्ग की ओर,
इस कविता में बनाएं नए सपने और उम्मीदें।
जीवन के खेल में, निरंतर आगे बढ़ें,
खोया हुआ लक्ष्य ढूँढ़ें और प्राप्त करें।

जीवन की सफलता की ओर बढ़ते चलो,
हार न मानो, पिछड़े रहो नहीं।
इस संगीत में नए स्वर गाते चलो,
हो जाओ एक रॉकेट, ऊपर, ऊपर फिरते चलो।

जब जीवन की गाथा मुश्किल हो जाए,
जब दूरीयाँ और बाधाएँ आ जाएं।
याद रखो, लक्ष्य है वह सुखदायक द्वार,
जो प्राप्त करेगा आपको खुशियों का उपहार।

थक जाओ तो नहीं, हार मत मानो,
अपनी मंजिल की ओर बढ़ते चलो।
जीवन की रेलगाड़ी बढ़ती रहे,
नये अवसर आपके पास आते चलो।

जहां आपका लक्ष्य वहां सुंदरता है,
खुशियों का संगम है और आनंद है।
तो अपने सपनों को पूरा करने का प्रयास करो,
और खुद को उच्चतम ऊंचाइयों तक ले जाओ।

इसलिए कभी मत करना “थक मत जाओ”,
आगे बढ़ो और जीवन को जीतो।
रॉकेट बनो, ऊपर की ओर उड़ो,
और जीवन को सुखदायक बनाओ।

सकारात्मक विचार

सकारात्मक विचार का जेसे जेसे होगा विकास गतिमान होंगे सकारात्मक बदलाव….
विकास ओर बदलाव पूरक ओर समान्तर का दोनो में निहित भाव ।
विकास हो चाहे व्यक्ति का , चाहे समाज हो विकसित…
सोचने का दृष्टिकोण में बदलाव होता अपरिमित ॥

हर समाज हर व्यक्ति की चाहत आए विकास की लहर…
कर्म करे निरंतरता से इसी दिशा में सुबह हो या शाम पहर ।
फिर विकास बनेगा अधिकार ओर सोच होगी सम्मानित…
यह परम सुख जीवन का सब कुछ इसमें हे समाहित ॥

सकारात्मक विचार जब विकास की राह पर जाते हैं हम,
तो सकारात्मक बदलाव होते हैं क्रमशः।
संघर्षों से भरी है यह यात्रा,
पर सफलता की ओर हैं हम जुनूनी।

विकास और बदलाव दोस्त हैं हमारे,
स्वभाव समान्तर दोनों के विचारे।
चमकती है जब सभ्यता की रौशनी,
तब विकास का दीप प्रज्वलित होता है।

व्यक्ति का विकास हो या समाज का,
आगे बढ़े रास्ते पर जब राज करता है।
प्रगति के पथ पर नए आयाम होते हैं,
और सबको मिलता है नया सामर्थ्य का आभास।

समृद्धि और समाजिक न्याय की ओर हम,
बढ़ रहे हैं जब एकसाथ जोड़ते कदम।
विकास के रंग से रंग रहा है यह संसार,
हर दिन हो रहा है समृद्धि का उद्घाटन।

जगमगाती है जब विज्ञान की ज्योति,
तब तकनीकी उन्नति का अहसास होता है।
विकास और बदलाव का संगम होता है,
जब सबको मिलता है सुखी जीवन का आदान।

चलो आगे बढ़ें विकास की ओर,
बदलाव के रास्ते में हों साथी हम।
सकारात्मकता से जीने का संकल्प लें,
बनाएं यह दुनिया सुंदर और विकसित हम।

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कुछ यादे है

हाँ, कुछ यादे है जिन यादों के सहारे मैं बैठा हूँ, इन यादों को

हाँ, कुछ यादे है जिनके संग मैं बैठा हूँ,
इन यादों को मैं अपनी कविता में ढालता हूँ।

यादें वो हैं, जो बीते लम्हों को जीवंत करती हैं,
वो पल जब सपने सच होने की घोषणा करती हैं।

वो पहली मुस्कान, वो प्यार की झलक,
जब मन था मस्ती और दिल भरा उमंग से।
वो दोस्ती की मिठास, वो खुशियों का संगम,
जिन्हें याद करके हर दिन हो जाता है रंग।

यादें वो हैं, जो हृदय को छू जाती हैं,
वो गम को दूर भगाती हैं और खुशी बढ़ाती हैं।

वो रंगीन चिड़िया की उड़ान, वो बारिश की बूंद,
जो भर देती हैं जीवन को हर तरफ मस्ती से।
वो माँ के प्यार की गोद, वो पिता की मुस्कान,
जिन्हें याद करके आता है शांति का अनुभव।

यादें वो हैं, जो जीवन को महकाती हैं,
वो खोये हुए सपनों को फिर से जगाती हैं।

वो सूरज की किरण, वो चाँद की चमक,
जो दिल में उम्मीद की आग जगाती हैं।
वो गीतों की धुन, वो किताबों की कहानी,
जिन्हें याद करके जीवन बन जाता है मधुर।

हाँ, कुछ यादे है जिनके सहारे मैं बैठा हूँ,
इन यादों को मैं अपनी कविता में ढालता हूँ।

ज़िंदगी भर का साथ

ज़िंदगी भर का साथ है निभाना,
ना इस जीवन में कोई चलेगा बहाना।
हर पल, हर लम्हे को संग संग जीना,
मिलकर खुशियों को बांटना और दुःखों को हराना।

जब बारिश के बूंदें गिरती हैं धरती पर,
हाथ थामकर चलना, मुस्कान बिखेरते हुए जीना।
मिलकर खुशियों के रंगों में रंग जाना,
ना जीवन में दरारें, ना किसी को थहराना।

हर उड़ान को पूरा करने की आस रखना,
हकीकत से दूरी नहीं, सपनों को संग लेना।
चोट खाए दिल को सहलाना, मुस्कान बनाए रखना,
दरिया भी कठिनाइयों को लेकर बह जाता है आगे बढ़ना।

ज़िन्दगी का सफर है यह, एक अद्वितीय यात्रा,
हर मोड़ पर नई चुनौतियों का सामना करना।
बिना बहानों के, साथ चलना है यहां,
हर एक दिन को खूबसूरत बनाना, खुशियों को बांटना।

ना रुकना, ना हार मानना, जीना है खुलकर,
ज़िन्दगी के रंगों में रंग बनकर बहना।
साथ चलना है, संगीत बनकर बजना,
ना इस जीवन में कोई बहाना, ज़िंदगी भर का साथ है निभाना।

कठिन परिस्थिति

कठिन परिस्थिति निर्माणकर्ता मज़बूत व्यक्तित्व के लोग….
वही लोग लिए मशाल अग्रसर खोजते करते नूतन नूतन प्रयोग ।
परिस्थिति के गर्भ में छिपा अनंत अनंत सम्भावनाओं का भंडार…
हर परिस्थिति के लिए रहे तेयार खिले व्यक्तित्व ओर आए निखार ॥

कुछ लोग खुद कठिन परिस्थिति का आवाहन उसको बुलाते….
उसकी हद को तोड़ कर नूतन कीर्तिमान खड़े कर दिखलाते ।
अनबूझ परिस्थिति आए अचानक या खुद हम जाके स्वीकारे…..
मन की स्थिति सदा होवे मजबूत चाहे हम जीते या हम हारे ॥

दृढ़ता से चमकते, अग्रसर होते ये व्यक्तित्व,
कठिनाइयों को चुनौती स्वीकारने के लिए समर्पित।
मशाल उठाते हैं, नये-नये अनुभवों की खोज में,
परिस्थिति के आवरण में छिपे अनंत सम्भावनाओं के।

बढ़ते हैं वे मजबूती के साथ, आगे बढ़ने के लिए,
विपरीत परिस्थितियों में भी खुद को साबित करने के लिए।
उनका विश्वास अटूट होता है, कठिनाइयों के बीच,
जैसे बवंडर के आगे भी खड़े रहें शिखर पहाड़ों सीख।

नए नए प्रयोग करते हैं, नूतनता की खोज में,
उनकी चेष्टाएं निरंतर, बढ़ाती हैं समृद्धि के रास्ते।
क्योंकि परिस्थिति के गर्भ में छिपे हैं अनगिनत सम्भावनाएं,
जो व्यक्तित्व को बढ़ाने के लिए होती हैं अद्यायेश।

संघर्षों के माध्यम से निकलता है अद्भुतता का सिरोमणि,
जो बनाता है उन्हें बेहतर, बनाता है अद्यतित भविष्य का नगरी।
कठिन परिस्थितियों में उनका जीवन निःस्वार्थ होता है,
समाज के लिए जीने की उनकी निश्चितता उठाती है आदर्श प्रतीति।

इसलिए जो लोग लिए मशाल अग्रसर, करते हैं नूतन प्रयोग,
वे निर्माता हैं अपार संभावनाओं के, जो बाहर करेंगे उन्हें खोज।
क्योंकि कठिनाईयाँ सिर्फ एक चुनौती होती हैं उनके लिए,
जिनमें छिपा है अनंत सफलता का सौंदर्य और वही करेंगे अपने नए सपनों का विस्तार।

कुछ सुनहेरी यादें हैं

कुछ सुनहेरी यादें हैं तेरी,
जो दिल को छू जाती हैं खुशी से भरी।
तेरी हँसी की मुस्कान, तेरे प्यार की मिठास,
हर लम्हे को यादगार बनाती हैं वो आस्था।

यादें वो धुंधली सी, मधुर सी और सुहानी,
जो भर देती हैं दिल को अमन और भरोसा नयी।
तेरे साथ बिताए हर वो पल, जो अद्वितीय हैं,
हमेशा याद रहेंगे, वे अनमोल दिन और रातें।

तेरी हंसी का चमकता है आसमान,
तेरे साथ बिताए हर वो पल हैं महान।
जीवन की यात्रा में, तू है मेरी साथी,
तेरी यादें बनी हैं मेरी आत्मा की अभिलाषी।

जब भी याद आती हैं तेरी हंसी की धुन,
मन होता है प्रसन्न, खुशियों से भर जाता हूँ।
तेरी यादों के संग, चलता हूँ जीवन की राहों पर,
मुस्कान बनाती हैं वो यादें, अनमोल हैं वो लम्हों की बारिश।

कुछ सुनहेरी यादें हैं तेरी जिनके संग, जीता हूँ खुशियों से भरी ज़िन्दगी,
हर एक पल बनता हैं यादों का एक सुंदर पहरी।
तेरी यादों के जरिए, जीने को मिला सच्चा अर्थ,
बन गई हैं वो सुनहेरी यादें, जो हैं मेरी आत्मा की मृदुल अर्ग्य।

प्रति दिन चिन्ह

प्रति दिन चिन्ह वो मिले नव जीवन के , वो ध्वनि उसका उद्घोष…..
तो भूले कल की बुरी यादें , ले आनंद आज जगे अंग अंग जोश ।
जीवन निकला वो अपनी यात्रा पे बिना रुके बिना थके….
योगदान करे दे साथ जीवन तो जीवन फल सही पके ॥

रात्रि की निद्रा प्रतिदिन उदाहरण मृत्यु का वो छोटा प्रारूप….
सुबह उठे दे धन्यवाद जीवन का मिलता नव जन्म स्वरूप ।
भूले की ग़लतियाँ उठे नए सिरे से , करे बेहतर शुरुआत ….
होगा सब विशेष ,होगी नए नए सुंदर विकल्पों से मुलाक़ात॥

प्रति दिन चिन्ह वो मिले नव जीवन के,
वो ध्वनि उसका उद्घोष।
तो भूले कल की बुरी यादें,
ले आनंद आज जगे अंग अंग जोश।

जीवन चलता रहे बिना रुके बिना थके,
योगदान करे दे साथ जीवन,
तो जीवन फल सही पके॥

यह कविता जीवन की महत्वपूर्णता को व्यक्त करती है। हर दिन नए जीवन के चिन्ह और उसकी उद्घोष ध्वनि को प्राप्त करें। कल की बुरी यादें भूल जाएं और आज के आनंद को हर अंग में जगाएं। जीवन बिना रुके और थके आगे बढ़ता रहे और हम उसे योगदान करके अपने साथ ले जाएं, तो जीवन के फल सही समय पर पकेंगे।