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कुछ इस तरह से

कुछ इस तरह से दिल की धड़कने धड़क रही थी,
मानो अभी दिल निकल ही पड़ेगा।
ये अजनबी ख्वाहिशें उठती जा रही थीं,
मेरी रूह को छूने को तरस रही थीं।

अनजाने संगीत की लहरें बहा रही थीं,
इसका कोई नाम नहीं, पर ज़बान ये बता रही थीं।
जैसे दरिया बहने को तड़प रहा हो,
मेरे अंतर को ये खींच रही थीं।

क्या ये प्यार की लहरें हैं जो मचल रहीं हैं,
या फिर कोई और राज है जो चुपके से बता रहीं हैं।
मन में अनगिनत सवाल उठते हैं जब,
ये धड़कनें मेरे दिल को जगा रहीं हैं।

कुछ इस तरह से दिल की धड़कने धड़क रही थी,
मानो अभी दिल निकल ही पड़ेगा।
कभी हुई ना थी ऐसी हलचल इस दिल में,
अब तक ना जाने क्यों ये जगा रही थीं।

कभी हँसती, कभी रोती थी ये धड़कनें,
पर आजकल खोई नज़र आ रही थीं।
ज़िंदगी की इस रेस में जब सब भाग रहे हैं,
ये धड़कनें मेरे संग ठहर रही थीं।

इस तरह से दिल की धड़कने धड़क रही थी,
मानो अभी दिल निकल ही पड़ेगा।
शायद ये संकेत है कुछ नया शुरू होने का,
ये धड़कनें मेरी कहानी सुना रही हैं।

माँ प्रकृति

एक लंबी साँस लीजिए यह माँ प्रकृति रखती सबका ध्यान……
हम सब प्रकृति माँ के अंश इसी से हे जन्मे यही निकलेंगे प्राण ।
साँसे मिली हे गिनतियों की लंबी लंबी लेंगे तो जियेंगे भी लंबी आयु …..
जहाँ रहे रखे सफ़ाई स्वच्छता रहे ,आयु रहेगी जब शुद्ध होगी वायु ।

सांस एक विज्ञान अपनी सांसो को पहचाने…
सारा जगत भी लेता साँस जीवित उसे जाने ।
माँ प्रकृति सबका समान रूप से रखती ध्यान..
हर दृश्य में उसका खेल हरेक दृश्य का उसे संज्ञान

सांस एक विज्ञान, अपनी सांसों को पहचाने,
जीवन की गहराईयों में उसकी महत्वपूर्ण उपस्थिति जाने।
सारा जगत भी लेता सांस, जीवित उसे जाने,
इस निर्जीव विज्ञान के बिना, जीवन नहीं बन सकता थामे।

माँ प्रकृति सबका समान रूप से रखती ध्यान,
वायुमंडल में सांसों की महत्वपूर्ण गति पहचान।
हर उस संवेदनशील जीव को ऊर्जा की आवश्यकता होती है,
माँ प्रकृति संभालती है, सांसों की खुदाई करती है।

सांसों का जीवन के साथ गहरा संबंध है,
हर इंसान के लिए यह अपार महत्व रखता है।
प्राणी जीवन की शुरुआत सांसों से होती है,
उसकी गति का आदान-प्रदान सांसों में होता है।

सांसों की महक प्रकृति का चमत्कार है,
वातावरण को धरती के आदर्शों से सजाती है।
जीवन की प्रवाह को संतुलित रखने का काम,
धरती माता का है, सांसों की वर्तमान का साथी काम।

सांस एक विज्ञान, जीवन की संवेदनशील धारा,
हमें यह याद रखना चाहिए, हर पल, हर बारा।
चाहे जीने के लिए या मुक्ति की आशा के लिए,
सांसों के महत्व को हमेशा समझना चाहिए।

यह भी पढे: प्रकृति को शीघ्रता नहीं, प्रकृति का नियम, प्रकृति का स्वरूप, प्रकृति का सौन्दर्य,

सब समान

समय के लिए सब समान बुरा समय या हो अच्छा समय…..
कोशिश हो कि न विचलित हो सदा संतुष्टि से समय का हो व्यय ।
समय ज्ञाता लिए है प्रश्न और उत्तर पुस्तिका…..
प्रश्नों का कैसे देना उत्तर यह सबका अपना अपना तरीक़ा ।

वर्तमान बीता जाये कल कल ध्वनि सी बहती सरिता …..
कर्मों की भी होती चीख पुकार चुप्पी शांति भ्रम और ममता ।
वर्तमान से होता निर्धारित कैसा होगा भविष्य…..
हम स्वय रचियता , पहचाने स्वय का वास्तव ध्येय ।
समय में संतुष्टि माया और यथार्थ …
करे न्याय समय से बने सच्चे पार्थ ।

समय का चक्र चलता रहता है,
जीवन के हर लम्हे में बदलता रहता है।
कभी बुरा समय आता है हमारे पास,
कभी अच्छा समय देता है खुशियों का आगाज।

पर सबसे महत्वपूर्ण है समय संतुष्टि का,
न विचलित होने की हो चेष्टा सदा।
समय का व्यय करें आनंद से और संयम से,
जीवन के सभी क्षणों को महत्वपूर्ण बनाएं सदा।

समय ज्ञाता है हमारे प्रश्न और उत्तर को,
हमेशा हमारे साथ रहता है यह पुस्तिका।
जीवन के पाठ पढ़े हमें समय के साथ,
ज्ञान और अनुभव से बनाएं हमें सबका।

समय का सम्बंध है जीवन के हर अंग से,
इसे समझें और महत्वपूर्णता दें हमेशा।
समय को सदा सम्मान दें और सदा सदा,
जीवन के हर पल में खुशहाली का बनाएं वातावरण।
समय के लिए सब समान बुरा समय या हो अच्छा समय…..
कोशिश हो कि न विचलित हो सदा संतुष्टि से समय का हो व्यय ।

यह भी पढे: जीवन की कटु सच्चाई, अपमान ओर अहंकार, यह खाली हाथ, कामयाबी,

कुछ सुनहेरी यादें हैं

कुछ सुनहेरी यादें हैं तेरी,
जो दिल को छू जाती हैं खुशी से भरी।
तेरी हँसी की मुस्कान, तेरे प्यार की मिठास,
हर लम्हे को यादगार बनाती हैं वो आस्था।

यादें वो धुंधली सी, मधुर सी और सुहानी,
जो भर देती हैं दिल को अमन और भरोसा नयी।
तेरे साथ बिताए हर वो पल, जो अद्वितीय हैं,
हमेशा याद रहेंगे, वे अनमोल दिन और रातें।

तेरी हंसी का चमकता है आसमान,
तेरे साथ बिताए हर वो पल हैं महान।
जीवन की यात्रा में, तू है मेरी साथी,
तेरी यादें बनी हैं मेरी आत्मा की अभिलाषी।

जब भी याद आती हैं तेरी हंसी की धुन,
मन होता है प्रसन्न, खुशियों से भर जाता हूँ।
तेरी यादों के संग, चलता हूँ जीवन की राहों पर,
मुस्कान बनाती हैं वो यादें, अनमोल हैं वो लम्हों की बारिश।

कुछ सुनहेरी यादें हैं तेरी जिनके संग, जीता हूँ खुशियों से भरी ज़िन्दगी,
हर एक पल बनता हैं यादों का एक सुंदर पहरी।
तेरी यादों के जरिए, जीने को मिला सच्चा अर्थ,
बन गई हैं वो सुनहेरी यादें, जो हैं मेरी आत्मा की मृदुल अर्ग्य।

समय का अंधेरा तला

समय का अंधेरा तला
जिसके अंदर तू बैठा छिपा आ बाहर आज तू फिेर से कर
चहल पहल
कुछ तो कर
ना बैठ यू तू

क्यों तू है सहमा सहमा
क्यों है तू बैठा यू
समय के उस अंधेरे तले में
ना छुपकर यू बैठ तू

आ बाहर कुछ फुसफुसाहट करे
आ चल उठ कुछ बात करे
थोड़ा सा साथ चले
थोड़ी सी कुछ शरारत, गुदगुदाहट करे
आपस में कुछ और की बात करे

चल उठ खड़ा हो कुछ दूरी ,
कुछ फासले हम तय करे
जो मंजिल राह देख रही है तेरी,
उस मंजिल की और आ आज साथ हम चले

कुछ दूरियां कुछ फासले तय करे हम
हो जाने दे कुछ हरकत , हो जाने दे जो होना है
जिंदगी जी लेने से पहले
काहे अंधेरे तले में
हम छिपकर मरे

बाहर आ रोशनी में ,
देख चकाचोंध रोशनी सूरज की ,
यह सूरज कैसे खुद जल कर
दुनिया को रोशन करे

चल उठ खड़ा हो
कुछ दूरी कुछ फासले हम तय करे
तू काहे समय के अंधेरे तले में
जी लेने से पहले क्यों तू मरे

समय का अंधेरा तला
जिसके अंदर तू बैठा छिपा आ बाहर आज तू फिेर से कर
चहल पहल

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