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रोहित शब्द के जवाब

Hi all these are few questions I’m asking to you please answer to these all question that’s kind of a conversation between you and me रोहित शब्द के जवाब, उन सवालों के जवाब जो उनकी जिंदगी से जुड़े हुए थे , कुछ सवालों के उत्तर बेहद खूबसूरत भी थे , जिन्हे जानकार जिंदगी में साहस मिलता है।

1. Name
नाम:
Answer
मेरा नाम रोहित गोयल है

2
School/collage/university
स्कूल / महाविद्यालय / विश्वविद्यालय
Answer
सर्वोदय विद्यालय में पढ़ा हूं

3
Your age ?
आपकी उम्र :
Answer
मेरी उम्र 35 साल है

4
What you do for survival ?
अस्तित्व के लिए आप क्या करते हैं?
Answer
मै एक व्यवसायिक हूं, यह काम मैं सिर्फ ये के साधन के रूप में करता हूँ।

5
Do you like traveling ??
क्या आप घूमना पसंद करते है ?
Answer
हां घूमना मुझे बेहद पसंद है, मुझे नई नई जगह जाना अच्छा लगता है।

6
What inspire you most in your life ??
आपको अपने जीवन में सबसे ज्यादा क्या प्रेरणा देता है ??
Answer
मेरा जीवन ही मेरी प्रेरणा का स्रोत है

7
What you wanna be in your life ??
आप अपने जीवन में क्या बनना चाहते हैं ??
Answer : सन्यासी

8
Am I who I want to be ?
क्या मैं वह बनना चाहता हूं जो मैं बनना चाहता हूं?
Answer
जी हां , आप वहीं होते है जहां आप होना चाहते है क्युकी आप आज जहां भी वो अपने विचारो के कारण ही है ओर स्तिथि वह परिणाम है।

9
What are you so afraid of ?
आपको किस बात का इतना भय है ?
Answer
यह कहना मुश्किल है कि मुझे किस बात का भय है  वैसे कहीं ना कहीं भीतर भय जरूर है। ओर यह भय स्तिथि ओर आने वाली परिस्थिति का हो सकता है। जो सिर्फ भीतर चल रही घटनाओं के कारण है वरन् मुझे भय किसी भी बात नहीं है।

10
What would you be doing if you had six month to live ?
अगर आपके पास रहने के लिए छह महीने हैं तो आप क्या कर रहे होंगे?
Answer
कुछ भी ख़ास नहीं मैं लगातार मौत के स्वागत की तैयारी कर रहा हूं

11
What do you hate ?
आप किससे घृणा करते हैं ?
Answer
झूठ , दोगले चेहरे ,

12
Are you using your strength ?
क्या आप अपनी ताकत का इस्तेमाल कर रहे हैं?
Answer : नहीं बिल्कुल नहीं मैं अपनी क्षमता के अनुसार कार्य नहीं प रहा हूँ लेकिन जल्द ही मैं उस स्तिथि में पहुच जाऊंगा जहा मई अपना सारा ध्यान अपने लक्ष्य पर केंद्रित कर सकूँगा क्युकी मै लगातार अपने जीवन के लक्ष्य को और अग्रसर हूं।

13
What will happen if you continue to live this way ?
अगर आप इसी तरह से जीते रहेंगे तो क्या होगा?
Answer ;
यह कहना मुश्किल है क्युकी स्तिथि ओर परिस्थती दोनों लगातार बदल जाती है फिर भी यदि इसी तरह जिऊंगा तो मैं एक सन्यासी अवश्य बनूंगा।

14
When is the last time you’ve gone outside of your comfort zone ?
आखिरी बार आप अपने कम्फर्ट जोन से बाहर कब गए हैं?
Answer
जब मैने अपने पिता जी दुकान पर आना शुरू किया और उसके 6 महीने बाद मैने संडे बुक बाज़ार में पटरी लगाई वो सबसे अलग समय था मेरे लिए

15
Is your health helping or harming your purpose in your life ?
क्या आपका स्वास्थ्य आपके जीवन में आपके उद्देश्य की सहायता या हानि कर रहा है?
Answer
मेरा स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक नहीं है मुझे पर को बीमारी है जिसकी वजह मुझे डर लगता है यह मेरे एक डर का भी कारण है जैसा आपने पहले पूछा , ओर यह मुझे लगातार हानि करवाता है। मेरे घूमने , मेरे कार्य और आदि काफी जगह

16
Are you moving in the right direction to achieve success in your life
क्या आप अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
Answer
हां मैं पिछले 18 सालो से एक ही दिशा में अग्रसर हूं

17
What do you do for fun ?
आप मस्ती के लिए क्या करते हो ?
Answer
मैं खुद के साथ बाते करता हूं , लोगो को देखता हूं , उन्हें घूरता हूं , यह मुझे बहुत आनन्द देता है। परन्तु किसी को घूरना, देखना बहुत खतरनाक भी साबित हो जाता है कई बार

18
How much do you worry about what others think ?
आप इस बारे में कितना चिंतित हैं कि दूसरे क्या सोचते हैं?
Answer
मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता लोग क्या सोचते है यह उनका दिमाग है , उनकी सोच है उन्हें को करना है करे
मै जो पहनना चाहता हूं पहनता हूं , घूमता हूं , खाता हूं , करता हूं

19
What have been your biggest mistakes ?
आपकी सबसे बड़ी गलतियाँ क्या रही हैं?
Answer
गलतियां तो बहुत सारी हुई लेकिन मै उन्हें गलतियां नहीं कहता क्युकी उन्होंने ही मुझे जिंदगी को जीने का सही तरीका है बताया।

20
Your favourite place ?
आपकी पसंदीदा जगह कौनसी है ?
Answer
मेरी कोई पसंदीदा जगह नहीं है बस इस धरती पर मुझे एक  छोटी सी कुटिया मिल जाए जहां पर शांति हो कोई आता जाता ना हो , ना कोई शोर हो और में अपना सम्पूर्ण जीवन ध्यान में व्यतीत कर सकू।

21
Your favourite food ?
आपका पसंदीदा खाना क्या है।
Answer
राजमा चावल

22
Your achievements in life ??
जीवन में आपकी उपलब्धियाँ ?
Answer
मैं जीवन के अस्तित्व में हूं यह उपलब्धि है और मै जीवन को जी रहा हूं तथा मौत के लिए तैयारी कर रहा हूं।

23
Where you wanna see yourself after 10 year ?
आप आज से 10 साल बाद स्वयं को कहां देखते है?
Answer
मै सन्यासी के रूप में देखता हूं

24
What you think of life ?
आप जिंदगी के बारे में क्या सोचते है ?
Answer
जीवन सम्पूर्ण आनंद है जो पूर्ण है इससे ज्यादा सुखद कुछ और हो ही नहीं सकता हम बहुत सौभाग्यशाली है कि हमें जीवन मिला है और हम जितना भी ईश्वर का धन्यवाद करे इतना ही काम है।

25
Do you believe in religion ??
Yes/no
क्या आप धर्म में विश्वास रखते है ?
Answer
नहीं , क्युकी मै धर्म का वर्गीकरण नहीं समझता सिर्फ धर्म एक ही हो सकता है वह है मानव , स्व धर्म इसके विपरीत कुछ नहीं।

26
Who is your role model ??
आपका रोल मॉडल कौन है ??
Answer
स्वयं मै जितना आप स्वयं से सीख सकते है उतना आपको दूसरा कोई भी नहीं सीखा सकता इसलिए मेरा कोई रोल मॉडल नहीं है।

27
What changes you wanna see in life ??
आप जीवन में क्या बदलाव देखना चाहते हैं ??
Answer
मै कोई बदलाव नहीं देखना चाहता जीवन स्वयं में परिवर्तनशील है इसलिए मै क्यों इसमें हस्तक्षेप करू

28
Are you happy with life ??
Yes/No
क्या आप जिंदगी के साथ खुश है ?
Answer
हां मै जिंदगी के साथ खुश हूं क्युकी मेरे पास दुखी होने का कोई कारण नहीं है।

29
How you keep yourself happy
खुद को खुश रखने के लिए आप क्या करते है ??
Answer
यह ब्रह्माण्ड लगातार सकारात्मक शब्दों को हमारी ओर फेकता है ओर में उन्ही शब्दों को पकड़ने में लगा रहता हूं हू जो मुझे बहुत खुशी देती है।

30
What you want to achieve in your life ?
आप क्या achieve करना चाहते है जिंदगी में ??
Answer
वैसे तो जीवन में कुछ ऐसा नहीं है जिसे पाने के लिए मै बहुत पागल हो जाऊ इसलिए मै जियासा हूं वैसा ही रहना चाहता हूं।

31
What is your weekness ?
आपकी कमजोरी क्या है ???
Answer
जीवन से प्रेम

32
What’s your strength ?
आपकी ताकत क्या है ?
Answer
जीवन से प्रेम

33
What makes you worried in your life
आप किस चीज या बात से डरते है
Answer
नकारात्मक विचारो से

34
Whats your philosophy in life ?
जीवन में आपका दर्शन क्या है?
Answer
जीवन सुखद आनंद है इसे पूर्णतय जिओ ओर जीने दो

35
What’s the one thing you would like to change about yourself
वह कौन सी चीज है जिसे आप अपने बारे में बदलना चाहेंगे।
Answer
मैं खुद कुछ नहीं बदलना नहीं चाहता एक समय पर वह स्वेम बदल जाएगी

36
Are you religious or spiritual ??
क्या आप धार्मिक या आध्यात्मिक हैं ??
Answer
मैं दोनों में से अब कुछ भी नहीं हूं यह दोनों मेरे लिए मात्र एक शब्द है जिनका कोई अर्थ नहीं है

37
Do you consider yourself on introvert or extrovert ?? Why ?
क्या आप खुद को अंतर्मुखी या बहिर्मुखी मानते हैं ?? क्यों?
Answer
अंतर्मुखी , क्युकी बाहर कुछ ऐसा है ही नहीं जिसकी वजह से आकर्षित हुआ जाए , बाहर शोर है , भीतर शांति है

38
What was the best phase in your life ?
आपके जीवन में सबसे अच्छा चरण क्या था?
Answer
मेरा सम्पूर्ण जीवन ही एक सार रहा है ना अच्छा ना बुरा

39
What was the worst phase in your life ?
आपके जीवन का सबसे बुरा दौर क्या था?
Answer
जीवन का कोई दौर बुरा नहीं हर एक दौर एक नई शुरुआत को जन्म देता है इसलिए बुरा समय जैसा कुछ नहीं रहा मेरे जीवन में

40
What’s your favorite book/movie of all time and why did it speak to you so much ?
आपकी सभी समय की पसंदीदा पुस्तक / फिल्म क्या है और इसने आपसे इतनी बात क्यों की?
Answer
रोहित शब्द के जवाब में जिंदगी का एक विचार है
” Do not read books just read yourself”
मै किताब नहीं पढ़ता मै स्वयं को पढ़ता हूं और स्वयं के अनुभव से ही सीखता हूं , मै खुद से ही बहुत सारी बताए करता हूं।

41
Are you more into looks or brain ??
क्या आप लुक या ब्रेन में अधिक हैं?
Answer
आप कह सकते है चेहरा आकर्षण है परन्तु मस्तिष्क आपको जीवन की उन उचाईयो तक ले जाता है जहां तक चेहरा कभी नहीं पहुंचा सकता इसलिए में सिर्फ मस्तिष्क को ही महत्व देता हूं।

42
How do you feel about sharing your password with your partner ?
आप अपने साथी के साथ अपना पासवर्ड साझा करने के बारे में कैसा महसूस करते हैं?
Answer
मेरा कोई पार्टनर नहीं है और अगर होता भी तो मुझे कोई आपत्ति नहीं होती क्युकी जीवन भरोसे पर ही कायम होता है।
43
When do you think a person is ready for marriage
आपको कब लगता है कि कोई व्यक्ति शादी के लिए तैयार है।
Answer
शादी एक जिम्मेदारी है , दो अस्तित्व के लिए इसलिए हमेशा काबिल होने पर ही यह निर्णय लेना चाहिए। जबरदस्ती नहीं क्युकी शादी कोई महत्वपूर्ण विषय नहीं है जितना इस समाज ने बना दिया है।

44
What kind of parents do you think you will be ?
आपको लगता है कि आप किस तरह के माता-पिता होंगे?
Answer
इस विषय मे मेरी कोई राय नहीं क्युकी मै आजीवन शादी नहीं करूंगा।

45
Have you ever lost someone close to you ?
क्या आपने कभी अपने किसी करीबी को खोया है?
Answer
मेरे लिए यह प्रश्न नहीं है क्युकी मैने कभी किसी को इतना करीब समझा ही नहीं जिसके खोने के दुख असहनीय हो।

46
What’s an ideal weekend for you ?
आपके लिए एक आदर्श सप्ताहांत क्या है?
Answer
मेरे लिए हर दिन उत्सव है कोई सप्ताहांत महत्व नहीं रखता

47
Do you judge a book by it’s cover ??
क्या आप इसे कवर द्वारा एक पुस्तक का न्याय करते हैं ??
Answer
नहीं , क्युकी यह अन्याय है

48
Do you believe in second chance ?
क्या आप दूसरे मौके पर विश्वास करते हैं?
Answer
जी बिल्कुल जीवन पुनः अवसर जरूर देता है।

49
What are you most thankful for ?
आप किसके लिए सबसे आभारी हैं?
Answer
अपने माता पिता क्युकी मुझे यह जीवन मिला जिसमे मुझे प्रभु चिंतन करने का अवसर प्राप्त हुआ।

50
What’s the one thing that people always misunderstand you ?
एक बात क्या है जो लोग हमेशा आपको गलत समझते हैं?
Answer
यह लोगो की सोच है उनके समझने ओर न समझने से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता

51
What did you past relationship teach you ?
पिछले रिश्ते ने आपको क्या सिखाया?
Answer
जीवन एक उत्सव है इसे पूर्णतय के साथ जिओ

52
If a genie granted you 3 wishes right now, what would you wish for ?
अगर किसी जिन्न ने आपको अभी 3 इच्छाएं दी हैं, तो आप क्या चाहते हैं?
Answer
वैसे तो मेरी इच्छाएं अब शेष नहीं है फिर भी दूसरो के लिए सभी लोग खुश रहे भूखे ना रहे , स्वस्थ रहे।

53
What’s your biggest regret in life ?
जीवन में आपका सबसे बड़ा पछतावा क्या है?
Answer
मुझे किसी भी बात का कोई पछतावा नहीं है बल्कि मै धन्यवाद देता हूं परमेश्वर का की मुझे यह जन्म दिया जिसमे मै प्रभु चिंतन , मनन , ध्यान करता हूं।

54
What do you think you are still single ?
आपको क्या लगता है कि आप अभी भी सिंगल हैं?
Answer
मुझे तो हमेशा ही सिंगल रहना है ओर यह मुझे बेहद अच्छा लगता है।

55
What are three things you value most about a person ?
किसी व्यक्ति के बारे में आप किन तीन चीजों को महत्व देते हैं?
Answer
मधुर भाषी , सच बोलता हो , शांत स्वभाव

56
What is the greatest struggle you’ve overcome ?
आपके द्वारा सबसे बड़ा संघर्ष क्या है?
Answer
खुद के नकारात्मक विचारों को हटाने की कोशिश में लगातार प्रयास

57
Who was your favourite teacher and why ?
आपका पसंदीदा शिक्षक कौन था और क्यों?
Answer
किशन सर वह सामाजिक विज्ञान पढ़ाते थे ओर साथ साथ बहुत सारी नैतिक कहानियां भी सुनाते थे

58
What is weirdest things about you ?
आपके बारे में अजीब बातें क्या है?
Answer
मैं जोर जोर से हंसने लगता हू।

59
What food could you not live without ?
आप किस भोजन के बिना नहीं रह सकते थे?
Answer
ऐसा कुछ भी नहीं है जीवन को चलाने के लिए भोजन आवश्यक सामग्री है बस इतना ही

60
What your best birthday ??
आपका सबसे अच्छा जन्मदिन क्या ??
Answer
जब मै 31 साल का था।

61
When was the last time you told yourself that “I LOVE MYSELF”
जब आखिरी बार आपने खुद से कहा था कि “I LOVE MYSELF”
Answer
मै स्वयं को रोज ही बोलता हूं यदि आप खुद को प्रेम नहीं कर सकते तो दूसरो को कैसे करोगे

In last say few words for Me
मै बहुत साधारण जीवन को जीने पसंद करता हूं और खुद से बहुत प्रेम करता हूं।

Thanks
Rohit Shabd

प्रश्न और उत्तर

Hi all these are few questions I’m asking to you please answer to these all question that’s kind of a conversation between you and me

Name
नाम- आयुष भट्ट

2
School/collage/university
स्कूल / महाविद्यालय / विश्वविद्यालय- RCU PG कालेज उतरकाशी

3
Your age ?
आपकी उम्र- 18 वर्ष

4
What you do for survival ?
अस्तित्व के लिए आप क्या करते हैं?- फिल्हाल तो मैं पढाई करता हूँ और टयूशन पढाता हूँ

5
Do you like traveling ??
क्या आप घूमना पसंद करते है ?

  • नहीं
  • 6
  • What inspire you most in your life ??
    आपको अपने जीवन में सबसे ज्यादा क्या प्रेरणा देता है ??
  • घरेलू परिस्थितियां

7
What you wanna be in your life ??
आप अपने जीवन में क्या बनना चाहते हैं ??

  • मैं एयर फोर्स/बैंकिंग field में जाना चाहता हूँ
    8
    Am I who I want to be ?
    क्या मैं वह बनना चाहता हूं जो मैं बनना चाहता हूं?- बिल्कुल

9
What are you so afraid of ?
आपको किस बात का इतना भय है ?- असफलता का

10
What would you be doing if you had six month to live ?
अगर आपके पास रहने के लिए छह महीने हैं तो आप क्या कर रहे होंगे?- किसी को पढा रहा होगा, मुझे दूसरो को पढाना बहुत पसंद हैं

11
What do you hate ?
आप किससे घृणा करते हैं ?

  • बनावटी लोगो से

12
Are you using your strength ?
क्या आप अपनी ताकत का इस्तेमाल कर रहे हैं?- नहीं

13
What will happen if you continue to live this way ?
अगर आप इसी तरह से जीते रहेंगे तो क्या होगा?- तो शायद में सफलता प्राप्त न कर सकूँ

14
When is the last time you’ve gone outside of your comfort zone ?
आखिरी बार आप अपने कम्फर्ट जोन से बाहर कब गए हैं?- पिछले कुछ समय में

15
Is your health helping or harming your purpose in your life ?
क्या आपका स्वास्थ्य आपके जीवन में आपके उद्देश्य की सहायता या हानि कर रहा है?- सहायता

16
Are you moving in the right direction to achieve success in your life
क्या आप अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं- हां

17
What do you do for fun ?
आप मस्ती के लिए क्या करते हो ?- Anime देखता हूँ

18
How much do you worry about what others think ?
आप इस बारे में कितना चिंतित हैं कि दूसरे क्या सोचते हैं?- बहुत ज्यादा

19
What have been your biggest mistakes ?
आपकी सबसे बड़ी गलतियाँ क्या रही हैं?-

समय को महत्व न देना, दूसरो की बात पर अधिक ध्यान न देना

20
Your favourite place ?
आपकी पसंदीदा जगह कौनसी है ? – चिन्यालीसौड़

21
Your favourite food ?
आपका पसंदीदा खाना क्या है

  • कंडाली का साग(गढवाली व्यंजन)

22
Your achievements in life ??
जीवन में आपकी उपलब्धियाँ ?

  • National science Congress में राष्ट्रीय स्तर के लिए चयनित होना

23
Where you wanna see yourself after 10 year ?

  • एक अच्छी नौकरी

24
What you think of life ?
आप जिंदगी के बारे में क्या सोचते है ?

– जिंदगी बडी होनी चाहिए लंबी नहीं

25
Do you believe in religion ??
Yes/no
क्या आप धर्म में विश्वास रखते है ? – हाँ

26
Who is your role model ??
आपका रोल मॉडल कौन है ??- स्वामी विवेकानंद और राहुल सांकृत्यायन

27
What changes you wanna see in life ??
आप जीवन में क्या बदलाव देखना चाहते हैं ??

– मैं बस अपने माता पिता की अपेक्षाओं को पूरा करना चाहता हूँ

28
Are you happy with life ??
Yes/No
क्या आप जिंदगी के साथ खुश है ? –

yes

29
How you keep yourself happy
खुद को खुश रखने के लिए आप क्या करते है ??-

अपने करीबी मित्र से बात

30
What you want to achieve in your life ?
आप क्या achieve करना चाहते है जिंदगी में ??

– मुझसे बहुत सारे लोगों की अपेक्षाएँ है मै उन सबको खुश करना चाहता हूँ

31
What is your weekness ?
आपकी कमजोरी क्या है ??? –


मैं स्वयं

32
What’s your strength ?
आपकी ताकत क्या है ?-

मेरा विशवास

33
What makes you worried in your life
आप किस चीज या बात से डरते है –

Oअसफलता से और गलत काम करने से

34
Whats your philosophy in life ?
जीवन में आपका दर्शन क्या है?-

धार्मिक

35
What’s the one thing you would like to change about yourself
वह कौन सी चीज है जिसे आप अपने बारे में बदलना चाहेंगे

  • मैं अपना आलस्य दूर करना चाहता हूँ
    36
    Are you religious or spiritual ??
    क्या आप धार्मिक या आध्यात्मिक हैं ??
  • धार्मिक

37
Do you consider yourself on introvert or extrovert ??
क्या आप खुद को अंतर्मुखी या बहिर्मुखी मानते हैं ??

अंतर्मुखी

38
What was the best phase in your life ?
आपके जीवन में सबसे अच्छा चरण क्या था?

अच्छा चरण आना अभी शेष है

39
What was the worst phase in your life ?
आपके जीवन का सबसे बुरा दौर क्या था? –

फिल्हाल तो नहीं

40
What’s your favourite book/movie of all time and why did it speak to you so much ?
आपकी सभी समय की पसंदीदा पुस्तक / फिल्म क्या है और इसने आपसे इतनी बात क्यों की?–

पुस्तक – वोल्गा टू गंगा( क्योंकि इस पुस्तक में बहुत सी रोचक जानकारिया हैं)
फिल्में में देखता नहीं

41
Are you more into looks or brain ??
क्या आप लुक या ब्रेन में अधिक हैं?-

ब्रेन में

42
How do you feel about sharing your password with your partner ?
आप अपने साथी के साथ अपना पासवर्ड साझा करने के बारे में कैसा महसूस करते हैं?-

मेरा कोई साथी नहीं है,लेकिन अगर होता तो मुझे कोई परेशानी नहीं होती

43
When do you think a person is ready for marriage
आपको कब लगता है कि कोई व्यक्ति शादी के लिए तैयार है-

जब वहाँ पूरी तरह mature हो जाये और उसके पास आय का एक अच्छा साधन उपलब्ध हो जाए

44
What kind of parents do you think you will be ?
आपको लगता है कि आप किस तरह के माता-पिता होंगे?-

मुझे नहीं पता या मै अभी इतना mature नहीं हूँ

45
Have you ever lost someone close to you ?
क्या आपने कभी अपने किसी करीबी को खोया है?-

पिछले कुछ समय में मैने बहुत से करीबी दोस्तों को खोया है

46
What’s an ideal weekend for you ?
आपके लिए एक आदर्श सप्ताहांत क्या है?-

47
Do you judge a book by it’s cover ??
क्या आप इसे कवर द्वारा एक पुस्तक का न्याय करते हैं ??-

कभी नहीं

48
Do you believe in second chance ?
क्या आप दूसरे मौके पर विश्वास करते हैं?-

हाँ

49
What are you most thankful for ?
आप किसके लिए सबसे आभारी हैं?-

अपने माता पिता के लिए

50
What’s the one thing that people always misunderstand you ?
एक बात क्या है जो लोग हमेशा आपको गलत समझते हैं?-

मेरा सामाजिक न होना

51
What did you past relationship teach you ?
पिछले रिश्ते ने आपको क्या सिखाया?-

मैं कभी relationship में नहीं रहा

52
If a genie granted you 3 wishes right now, what would you wish for ?
अगर किसी जिन्न ने आपको अभी 3 इच्छाएं दी हैं, तो आप क्या चाहते हैं?-

(1) मेरे माता पिता 100 साल जिये
(२) कोई भी भूखा न सोये
(३) कोई भी गरीब न रहे

53
What’s your biggest regret in life ?
जीवन में आपका सबसे बड़ा पछतावा क्या है?-

समय को महत्व न देना

54
What do you think you are still single ?
आपको क्या लगता है कि आप अभी भी सिंगल हैं?-

नहीं

55
What are three things you value most about a person ?
किसी व्यक्ति के बारे में आप किन तीन चीजों को महत्व देते हैं?-


अच्छा व्यव्हार, अच्छा चरित्र और खुले विचार

56
What is the greatest struggle you’ve overcome ?
आपके द्वारा सबसे बड़ा संघर्ष क्या है?-

माता पिता की अपेक्षाओं को पूरा करना

57
Who was your favourite teacher and why ?
आपका पसंदीदा शिक्षक कौन था और क्यों?-

श्री रिषिराम कौठियाल आचार्य जी। क्योंकि उनका पढाने का तरीका और बच्चों को बाते समझाने का तरीका अमूठा था, वो पढाई से ज्यादा संस्कारों पर ध्यान देते थे यही बात मुझे अच्छी लगती थी।

58
What is weirdest things about you ?
आपके बारे में अजीब बातें क्या है?

– मैं ज्यादा सामाजिक व्यक्ति नहीं हूँ, मुझे अकेला रहना ही पसंद हैं।

59
What food could you not live without ?
आप किस भोजन के बिना नहीं रह सकते थे?

– भात दाल

60
What your best birthday ??
आपका सबसे अच्छा जन्मदिन क्या ??-

मैं जन्मदिन को विशेष महत्व नहीं देता

61
When was the last time you told yourself that “I LOVE MYSELF”
जब आखिरी बार आपने खुद से कहा था कि “I LOVE MYSELF”- कभी नहीं

In last say few words for Rohit shabd
रोहित भैया बहुत ही सुलझे हुए और खुले विचारों के हैं। और उनका style सबसे अलग हैं


Thanks
Rohit Shabd

कौन हूँ मैं?

“निकला हूँ उस ठिकाने को ढूंढने जिसका पता भी ना मालुम मुझे”
मैं निकल चला हूँ उस राह पर जिसके बारे में मुझे कुछ भी नहीं पता, ना उस मंजिल की खबर है न रास्ते  का पता बस निकल चला हूँ मैं, कौन हूँ मैं? प्रश्न यही मेरे मन मस्तिष्क में घूम रहा है,
अब लौटना संभव नहीं है और अब मै वापस लौटना भी नहीं चाहता क्युकी मै स्वयं को जानना चाहता हूं कौन हूं मैं ? यह प्रश्न मेरे मन को कचोट डालता है,

तलाश पूरी मेरी होगी
या अधूरी रह जायेगी?
ये भी नहीं पता मुझे
लेकिन
मैं निकल पड़ा हूँ,

अब लौट कर वापस नहीं आना है
मुझे बस मंजिल को पाकर ही रहना है
सफ़र में आयेे कितनी भी रुकावट
मैं रुकुंगा नहीं, थकूँगा नहीं
बस चलते ही रहना है मुझे
अपनी मंजिल को हासिल ही करना है मुझे

सवाल है कुछ इस तरह
जिनके जवाब मै खोज रहा हूं
ना जाने किस किस तरह

कौन हूँ मैं ?
किसलिए मैं आया हूँ यहाँ?
यहां मेरे आने का क्या कारण है ?
 

कौनसा ऐसा कार्य है जिसको पूर्ण करना है ?
यह मुझे न खबर ना ही पता है मुझे बस मंजिल की तलाश है, मैं भटक रहा हूँ इधर उधर अपनी मंजिल मैं 

मैं खोजता रहा बस अपनी मंजिल और अपना सफ़र मैं
ना मुझे नाम पता है,
ना निशान पता है
कौनसी छाप छोड़ी  थी,
ना ही मुझे उसका निशान पता है,
बस ढूंढ रहा हूँ अपने आपको
ढूंढता हूं मैं अपने आपको
ढूंढता हूँ हर जगह हल पल,
मैं भटकता फिर रहा हूं ना जाने

कभी मैं  सवयम को किसी वस्तु मे ढूंढता हुूं
तो कभी किसी वस्तु से अलग होकर मै देखता हूं
मुझे नहीं पता
की मैं अपने आपको कहा ढूंढ पाउँगा या फिर मै स्वयं को ढूंढ पाऊंगा भी या नहीं लेकिन चलना खोजना मेरा  काम है यही मेरा नियत कर्म है जिसे मुझे पूरा करना है।
मुझे ना रास्ता पता है
ना किसी दिशा का ज्ञान है
बस एक कोशिश है, अपने आपको जानने की मैं निकल चला हूँ उस रास्ते पर जहा मैं अपने आपको जान सकु ये मेरे पहला पड़ाव है जिंदगी में अपने आपको खोजने के लिए मैं आतुर हूँ मुझे कुछ पाना नहीं है बस जानना है, स्वयं को स्वयं की अनुभूति होती है कैसे ? बस यही समझ जाना है मुझे
नहीं पता क्यों ?  मुझे मेरे अंदर हजारो लाखो विचार उमड़ रहे है ? जो सिर्फ सवाल है जिनके जवाब नहीं है मेरे पास………..

वो क्यों इतने सारे विचार एकत्रित हो रहे है इनका जवाब कहां खोज पाऊंगा मै ?
कहां मिलेंगे मुझे उन सवालों के जवाब ?

मेरे मैं और मस्तिस्क में जिनके बारे में मैं भी नहीं जानता मैं क्यों इतने विचारो से मैं भरा जा रहा हूँ,कहा से आ रहे है? क्या कारण है इन्ह विचारो के आने का? क्यों मुझे ये विचार कही ले जाना चाहते है ?मैं जाना तो कही और चाहता हूँ ये विचार मुझे कही और खीच रहे है जैसे मैं विवश हूँ इन्ह विचारो के साथ लेकिन मुझे अपनी मंजिल हासिल करनी है मैं निकल हूँ सिर्फ अपनी मंजिल को हासिल करने के लिए तलाश भी उसी की बस कुछ और नहीं चाहिए मुझे चाहे मेरे विचार मुझे कितना ही भटक रहे हो कितना भी डरा रहे हो कभी भी ले जाने की कोशिश करे लेकिन मैं वापस ना जाऊंगा मैं अपनी मंजिल को पाकर ही रहूँगा ये मेरा विशवास स्वयं में जिसे मैं पूरा करके ही रहूँगा

कौन हूँ मैं?
कौन हूँ मैं?


कौन हूँ मैं?
किसमे हूँ मैं?
मेरे यहां होने का कारण क्या है ?
क्यों मेरा जन्म हुआ है?
ऐसा कोनसा कार्य है जिसे मैं करने यहाँ आया हूँ ?
कभी लगता है की मुर्गे की बांग में हूँ
तो कभी सूरज की रोशनी में हूँ
मैं हूँ कहाँ ? कौन हूँ मैं?
यह एक प्रश्न जो मेरे मस्तिस्क को झुझला देता है,
की क्यों नहीं जान पा रहा हूँ अपने आपको, मैं तो एक शरीर हूँ या मन , लेकिन फिर वो भी नहीं हूँ,
तब कौन, कौन हूँ मैं ? आवाज़, सुर, ध्वनि किसमे हूँ में ?
कौन हूँ मैं?

किर्या में हूँ
या
कार्य में हूँ ?
विचार,
सोच,
हाव-भाव,
शब्द,
किर्या,
प्रतिकिर्या बस सवाल यही की कौन हूँ मैं?

मैं मुर्गे की कुकड़ू कु में हूँ, या
चिड़िया की ची ची में हूं मै,
सूरज की रोशनी में मैं हूँ ?
मैं प्रकाश हूँ या अँधेरा हूँ मैं?
कौनसी दिशा में हूँ या दिशाहीन भटकाव हूँ मैं
क्या दसो दिशाओ में मैं हूँ?
समय की तरह बीतता हुआ हूँ मैं
या समय हूँ मैं ?
बचपन,जवानी या बुढ़ापा हूँ मैं?
या इनके पड़ाव में हूँ मैं ?
टूटता हुआ हूँ मैं ?
या जुड़ा हुआ हूँ मैं ?
लड़खड़ाता हुआ हूँ मैं या
संभालता हुआ इंसान हूँ ?
पूर्ण हु मैं या
अपूर्ण हु मैं ?
शांति हूँ मैं या
शोर हूँ मैं ?
खेलता हुआ बचपन हूँ या
शांति का अनुभव हूँ मैं ?
खेलता हुआ बच्चा हूं मैं या
रोता हुआ ?
राह पर चलता हुआ इंसान हूं या
भटक गया हूं राह से कही ? 
खेलता हुआ बच्चा हूं मैं या
रोता हुआ इंसान हूं ?

प्रश्नों की झड़ी लगी हुई है मेरे मन मस्तिष्क में लेकिन जवाब कुछ नहीं आ रहा है, बस चल रहा हूँ मैं उस रहा पर जिसके लिए मैं निकला था।

मैं किस तरह से कर रहा हूं?
खुद की तलाश ये भी नही पता मुझको 

लेकिन तलाश कर रहा हूं
वो कौनसा रास्ता है?
जिससे मैं अपने आपको जान सकता हूं ? 
मैं अपने विचारों को देख रहा हूं , समझ रहा हूं जानने की कोशिश कर रहा हूं ,
किस ओर से ये विचार मेरे मन मस्तिष्क में आ रहे है इनका उद्गम स्थान कौनसा है और क्यों इतने विचार मेरे मस्तिष्क में आ रहे है ?

इन विचारो के कारण और परिणाम क्या है ?
शायद यह विचार ही है जो मुझे मेरी मंजिल तक मुझे पहुंचा सकते है
मुझे यही जानना है इन्हीं विचारों पर मुझे बल देना है,
इन्ही विचारो को सही ढंग से समझना है क्योंकि इन्ही विचारो के कारण मेरा जीवन कदम कदम पर बदल रहा है इसलिए मुझे इन्ह विचारो को ध्यांपूर्वक देखना है  ये विचार कैसे बहुत सारे विचारो में बदल जाते है और विचारो इकठ्ठा कर लेते है मुझे ये जानना है इसी किर्या को देखना है जाने अनजाने में उन्में मिल जाता हूं क्यों मिल जाता हूं ये भी मुझे समझना है।ये विचार कैसे बहुत सारे विचारो मैं बदल जाते है और विचारों का समूह रूप बना लेते है मुझे यह जानना है इसी किर्या को देखना है जाने अनजाने में मै उस किर्या मैं मिल जाता हूं लेकिन क्यों मिल जाता हूं यह भी मुझे समझना है।

हमको कुछ खबर नही इसका ना पता मालुम मुझे ना ही मंजिल की खबर फिर भी मैं चलता ही जा रहा हूं किश और मैं निकल चला ?किश सफर किस मंजिल की तलाश में मैं भटक इधर उधर हूं रहा बस अब मुझे बढ़ना है और आगे लेकिन कैसे मेरे ही विचार मुझे दबा रहे मेरे ही विचार मेरे रास्ते की रुकावट है मेरे विचार आगे नहीं बढ़ने देते है और रोक लेते है बार बार सारे विचार मेरे एक विचार को दबा रहे मुझमे डर पैदा पैदा कर रहे है उस डर से आगे निकलू कैसे बस वही सोचता हूं रुकावट से भर जाता जाता ह् मंजिल की औए आगे बढ़ नहीं पाता बार बार फिर वापस पीछे आ जाता हूं.

मुझे खुद की तलाश है में बेखबर हूं अपने ही लिए ना मुझे पता अपने ही होने का ना ही रकस्त कुछ मिल रहा बस युही में चलता जा रहा हूं जिसका न होश है मुझे ना खबर है रहो की भी बड़ी अजीब सी मिल रही है रहे भी मुझे लोग मिल रहे है करवा यू बढ़ रहा सफर में क्या होना था और हो क्या रहा है इसका भी होश नही है मुझको बस में आगे बढ़ युही चल रहा हूं मंजिल मील या ना मिले लेकिन मैं आगे बढ़ रहा हूं।

इसमे बताया जा रहा है हम अपनी मंजिल को भूलकर अलग अलग राहो पर निकल पड़ते है जिसका कोई मेल नही है मिलान नही है हमारी मंजिल जिसका दूर दूर तक कोई नाता नही है बस चलते रहते है हैम ओर फेर भटकाव जिंदगी का पेड़ होता ही जाता है पता भी होता है कुछ फिर भी कुछ न कुछ भूल कर ही देते है हम मनीला को पाने के लिए जैसे मम्मी मार्किट सामान लेने के लिए भेजती है तो हम किसी से बात करते हुए रुक जाते है और भूल जाते है कि किस लिए आया या फिर कौनसा समान लेने के लिए आया था।

लोग अब मिलते जा रहे है मुझे मेरी इन्ह राहो मैं मुझे कारवा भी यू जुड़ता ही जा रहा रहा है बस में सफर के साथ चलता ही जा रहा हूं मंजिल की तलाश में , मैं ना जाने कहा कहा मैं भटकता जा रहा हूं बार बार मेरे मन में आ रहा यही सवाल की कौन हूँ, मैं किधर जा रहा हूँ, स्वयं की तलाश में बस मैं चला जा रहा हूँ।

क्या शब्दों का संचार हूं मैं या आसमान से विस्तार हूं मैं क्रोध हूं मैं या प्रेम हूं मैं 
क्यों विचार टूटे टूटे से लगते है क्या, उसमे हूं मैं क्या इंसान ना समझ है , या आज का इंसान सब कुछ समझता है हम सभी बुद्धिमान समझते है।


कौन है इंसान?  लक्ष्य क्या है ?
फिर ना जाने क्यों चल रहा है ये इंसान 
क्या इस इंसान को पता है वो क्या चाहता है ?


टूटता हूं मैं या जुड़ता हुआ मैं , समय के साथ साथ बैतब हूआ बिता हूं पल में या समय के आने बाप काल या पल में हूं मैं ? लेकिन कौन हूं मैं परिस्तिथयो से भाग रहा इंसान हूं मैं या जूझ रहा परिष्तिथियो में ठहरा हुआ रुक हुआ देखता हुआ एहसास  हूं मैं या कल या देखती हुई आंख महसूस कर रहा है शरीर हूं मैं या मूर्च्छा में पड़ा हूआ शरीर 

बहता हुआ प्रेम हूं मैं या
इंसान का क्रोध ?
विपरित दिशा में मुड रहा इंसान हूं मैं
या ब्रह्मांड का विस्तार हूं मैं ? 
अनुकूल परिस्तिथयो में बह रहा इंसान हूं विप्रिप जाने की कोसिह हूं मैं ? 
लड़ता हुआ इंसान हूं मै या चुप रहता हूं मै?
हर पल हर समय में बढ़ाने वाली परिस्थितियों
से भरा हुआ इंसान हूं मैं ?
उधेड़ बुन में जा रहा इंसान हूं मैं
या सुलझाने की कोशिश हूं मैं ?

उधेड़ बन में जा रहा इंसान हूं मैं ?
या
सुलझाने की कोशिश हूं मैं ?
घबराहट हूं मैं या साहस हूं मैं ?
हाथी की गर्जना हूं ? हिम्मत हूं मैं ? 

इंसान की पूर्णता हूं मैं या
उसकी अपूर्णता हूं मैं ?

रिक्त स्थान हूं या
भर हुआ आसमान ?
सवाल हूं मैं या जवाब हूं मैं
समस्या हूं या समाधान  हूं मैं ?
जानने की इच्छा या
पहचानने की समझ हूं मैं ?
चलता हुआ मुसाफिर हूं मै? या
रुका हुआ इंसान हूं मै?
परिसिथतियों के साथ बह रहा हु मै
परिष्तिथियो से लड़ता हुआ इंसान ? 

खुशी हूं मैं या दुख हूं मैं ?
अंधेरा हूं मैं या प्रकाश हूं?
हर जगह ढूंढ रहा इंसान हूं मैं
कौन सा उद्गम स्थान हूं मैं ?

इस स्तिथि में हु मैं ?
कोनसी सी परिस्तिथत में हूं
चांद की शीतलता हूं या
सूरज की ज्वलनशीलता हु मैं ? 

बिंदु सा आकर हूं मैं या
ब्रह्मांड जैसा निराकार हूं ? 
शब्द सा मीठा हूं या
नीम से कड़वा हूं मैं

कौन हूं मैं ? 

इस जगह खड़ा इंसान हु मैं ?
हर वक़्त , हर पल घटना में मैं
अपने आपको खोजता इंसान हु मैं ?
चट्टान की तरह कठोर हूं मै ? या
माँ की तरह नरम हु मैं
ये मुझे ना पता चल पा रहा है
कि कौन हूं मैं?
हर पल हर जगह खोजता चल रहा मैं
इस सवाल  का जवाब नही मिल रहा है
हर एक वस्तु हर एक घटना में होने की कोशिश है
और
हर घटना को जानने और समझने की
कोशिश में लगा हुआ मैं

किस ओर निकल चला किस मंजिल को पाने को हूं मै ?
निकल चला बस गतिमान हु मैं
अब रुकना मेरा काम नहीं
मुझे मिले मेरी पहचान वहीं है सही
कही ढूंढता स्वयम को चला
पूछता अपने आपको रहा
बतादो मुझे कौन हूं मैं
जानते है लोग मुझे मेरे नाम से
मेरे काम से लेकिन मेरा अस्तित्व है क्या ?
इस वजह मै यहां वहां बस भटकता ही रहा
ना मंजिल न सफर का मुझे पता चला
बस रहा ढूंढ मै स्वयम को हर पल रहा
कौन हूं मैं?
ये प्रश्न मेरे मन में बार बार उठ रहा 
“निकला हूँ उस ठिकाने को ढूंढने जिसका पता भी ना मालुम मुझे”
मैं निकल चला हूँ उस राह पर जिसके बारे में मुझे कुछ भी नहीं पता, ना उस मंजिल की खबर है न रास्ते  का पता बस निकल चला हूँ मैं
अब लौटना संभव नहीं है और अब मै वापस लौटना भी नहीं चाहता क्युकी मै स्वयं को जानना चाहता हूं कौन हूं में ? यह प्रश्न मेरे मन को कचोट डालता है
तलाश पूरी मेरी होगी
या
अधूरी रह जायेगी?
ये भी नहीं पता मुझे
लेकिन
मैं निकल पड़ा हूँ
अब लौट कर वापस नहीं आना है
मुझे बस मंजिल को पाकर ही रहना है
सफ़र में आयेे कितनी भी रुकावट
मैं रुकुंगा नहीं, थकूँगा नहीं
बस चलते ही रहना है मुझे
अपनी मंजिल को हासिल ही करना है मुझे
सवाल है कुछ इस तरह
जिनके जवाब मै खोज रहा हूं
ना जाने किस किस तरह
कौन हूँ मैं ?
किसलिए मैं आया हूँ यहाँ?
यहां मेरे आने का क्या कारण है ? कौनसा ऐसा कार्य है जिसको पूर्ण करना है ?
यह मुझे न खबर ना ही पता है मुझे बस मंजिल की तलाश है, मैं भटक रहा हूँ इधर उधर अपनी मंजिल मैं 

मैं खोजता रहा बस अपनी मंजिल और अपना सफ़र मैं
ना मुझे नाम पता है,
ना निशान पता है
कौनसी छाप छोड़ी  थी
ना ही मुझे उसका निशान पता है
बस ढूंढ रहा हूँ अपने आपको
ढूंढता हूं मैं अपने आपको
ढूंढता हूँ हर जगह हल पल,
मैं भटकता फिर रहा हूं ना जाने

कभी मैं  सवयम को किसी वस्तु मे ढूंढता हुूं
तो कभी किसी वस्तु से अलग होकर मै देखता हूं
मुझे नहीं पता
की मैं अपने आपको कहा ढूंढ पाउँगा या फिर मै स्वयं को ढूंढ पाऊंगा भी या नहीं लेकिन चलना खोजना मेरा  काम है यही मेरा नियत कर्म है जिसे मुझे पूरा करना है।
मुझे ना रास्ता पता है
ना किसी दिशा का ज्ञान है
बस एक कोशिश है अपने आपको जानने की मैं निकल चला हूँ उस रास्ते पर जहा मैं अपने आपको जान सकु ये मेरे पहला पड़ाव है जिंदगी में अपने आपको खोजने के लिए मैं आतुर हूँ मुझे कुछ पाना नहीं है बस जानना है, स्वयं को स्वयं की अनुभूति होती है कैसे ? बस यही समझ जाना है मुझे
नहीं पता क्यों ?  मुझे मेरे अंदर हजारो लाखो विचार उमड़ रहे है ? जो सिर्फ सवाल है जिनके जवाब नहीं है मेरे पास
वो क्यों इतने सारे विचार एकत्रित हो रहे है इनका जवाब कहां खोज पाऊंगा मै ?
कहां मिलेंगे मुझे उन सवालों के जवाब ?

मेरे मैं और मस्तिस्क में जिनके बारे में मैं भी नहीं जानता मैं क्यों इतने विचारो से मैं भरा जा रहा हूँ कहा से आ रहे है ?क्या कारण है इन्ह विचारो के आने का ? क्यों मुझे ये विचार कही ले जाना चाहते है ?मैं जाना तो कही और चाहता हूँ ये विचार मुझे कही और खीच रहे है जैसे मैं विवश हूँ इन्ह विचारो के साथ लेकिन मुझे अपनी मंजिल हासिल करनी है मैं निकल हूँ सिर्फ अपनी मंजिल को हासिल करने के लिए तलाश भी उसी की बस कुछ और नहीं चाहिए मुझे चाहे मेरे विचार मुझे कितना ही भटक रहे हो कितना भी डरा रहे हो कभी भी ले जाने की कोशिश करे लेकिन मैं वापस ना जाऊंगा मैं अपनी मंजिल को पाकर ही रहूँगा ये मेरा विशवास स्वयं में जिसे मैं पूरा करके ही रहूँगा
मैं कौन हूँ?
किसमे हूँ मैं?
मेरे यहां होने का कारण क्या है ?
क्यों मेरा जन्म हुआ है?
ऐसा कोनसा कार्य है जिसे मैं करने यहाँ आया हूँ ?
कभी लगता है की मुर्गे की बांग में हूँ
तो कभी सूरज की रोशनी में हूँ
मैं हूँ कहाँ ? कौन हूँ मैं ?
यह एक प्रश्न जो मेरे मस्तिस्क को झुझला देता है
की क्यों नहीं जान पा रहा हूँ अपने आपको 
मैं तो एक शरीर हूँ या मन
लेकिन फिर वो भी नहीं हूँ
तब कौन कौन हूँ मैं ?
आवाज़, सुर,ध्वनि
किसमे हूँ में ?
कौन हूँ मैं ?
किर्या में हूँ
या
कार्य में हूँ ?
विचार,
सोच,
हाव-भाव
शब्द,
किर्या,
प्रतिकिर्या में हूँ क्या

मैं मुर्गे की कुकड़ू कु में हूँ या
चिड़िया की ची ची में हूं मै
सूरज की रोशनी में मैं हूँ ?
मैं प्रकाश हूँ या अँधेरा हूँ मैं?
कौनसी दिशा में हूँ
या दसो दिशाओ में मैं हूँ?
समय की तरह बीतता हुआ हूँ मैं
या समय हूँ मैं ?
बचपन,जवानी या बुढ़ापा हूँ मैं?
या इनके पड़ाव में हूँ मैं ?
टूटता हुआ हूँ मैं ?
या जुड़ा हुआ हूँ मैं ?
लड़खड़ाता हुआ हूँ मैं या
संभालता हुआ इंसान हूँ ?
पूर्ण हु मैं या
अपूर्ण हु मैं ?
शांति हूँ मैं या
शोर हूँ मैं ?
खेलता हुआ बचपन हूँ या शांति का अनुभव हूँ मैं ?
खेलता हुआ बच्चा हूं मैं या
रोता हुआ ?
राह पर चलता हुआ इंसान हूं या
भटक गया हूं राह से कही ? 
खेलता हुआ बच्चा हूं मैं या
रोता हुआ इंसान हूं ?

मैं किस तरह से कर रहा हूं? खुद की तलाश ये भी नही पता मुझको 

लेकिन तलाश कर रहा हूं
वो कौनसा रास्ता है?
जिससे मैं अपने आपको जान सकता हूं ? 
मैं अपने विचारों को देख रहा हूं , समझ रहा हूं जानने की कोशिश कर रहा हूं ,
किस ओर से ये विचार मेरे मन मस्तिष्क में आ रहे है इनका उद्गम स्थान कौनसा है और क्यों इतने विचार मेरे मस्तिष्क में आ रहे है ?
इन विचारो के कारण और परिणाम क्या है ?
शायद यह विचार ही है जो मुझे मेरी मंजिल तक मुझे पहुंचा सकते है
मुझे यही जानना है इन्हीं विचारों पर मुझे बल देना है
इन्ही विचारो को सही ढंग से समझना है क्योंकि इन्ही विचारो के कारण मेरा जीवन कदम कदम पर बदल रहा है इसलिए मुझे इन्ह विचारो को ध्यांपूर्वक देखना है  ये विचार कैसे बहुत सारे विचारो में बदल जाते है और विचारो इकठ्ठा कर लेते है मुझे ये जानना है इसी किर्या को देखना है जाने अनजाने में उन्में मिल जाता हूं क्यों मिल जाता हूं ये भी मुझे समझना है।ये विचार कैसे बहुत सारे विचारो मैं बदल जाते है और विचारों का समूह रूप बना लेते है मुझे यह जानना है इसी किर्या को देखना है जाने अनजाने में मै उस किर्या मैं मिल जाता हूं लेकिन क्यों मिल जाता हूं यह भी मुझे समझना है।

हमको कुछ खबर नही इसका ना पता मालुम मुझे ना ही मंजिल की खबर फिर भी मैं चलता ही जा रहा हूं किश और मैं निकल चला ?किश सफर किस मंजिल की तलाश में मैं भटक इधर उधर हूं रहा बस अब मुझे बढ़ना है और आगे लेकिन कैसे मेरे ही विचार मुझे दबा रहे मेरे ही विचार मेरे रास्ते की रुकावट है मेरे विचार आगे नहीं बढ़ने देते है और रोक लेते है बार बार सारे विचार मेरे एक विचार को दबा रहे मुझमे डर पैदा पैदा कर रहे है उस डर से आगे निकलू कैसे बस वही सोचता हूं रुकावट से भर जाता जाता ह् मंजिल की औए आगे बढ़ नहीं पाता बार बार फिर वापस पीछे आ जाता हूं 

मुझे खुद की तलाश है में बेखबर हूं अपने ही लिए ना मुझे पता अपने ही होने का ना ही रास्ता कुछ मिल रहा बस युही में चलता जा रहा हूं जिसका न होश है मुझे ना खबर है राह भी बड़ी अजीब सी मिल रही है।
लोग मिल रहे है, करवा यू बढ़ रहा सफर में क्या होना था, और हो क्या रहा है? इसका भी होश नही है मुझको बस में आगे बढ़ युही चल रहा हूं, मंजिल मील या ना मिले लेकिन मैं आगे बढ़ रहा हूं।

इसमे बताया जा रहा है हम अपनी मंजिल को भूलकर अलग अलग राहो पर निकल पड़ते है जिसका कोई मेल नही है मिलान नही है हमारी मंजिल जिसका दूर दूर तक कोई नाता नही है बस चलते रहते है हैम ओर फेर भटकाव जिंदगी का पेड़ होता ही जाता है पता भी होता है कुछ फिर भी कुछ न कुछ भूल कर ही देते है हम मनीला को पाने के लिए जैसे मम्मी मार्किट सामान लेने के लिए भेजती है तो हम किसी से बात करते हुए रुक जाते है और भूल जाते है कि किस लिए आया या फिर कौनसा समान लेने के लिए आया था।

लोग अब मिलते जा रहे है मुझे मेरी इन्ह राहो मैं मुझे कारवां भी यू जुड़ता ही जा रहा रहा है बस में सफर के साथ चलता ही जा रहा हूं मंजिल की तलाश में, मैं ना जाने कहा-कहा मैं भटकता मैं जा रहा हूं, बार बार मेरे मन में आ रहा ये प्रश्न है।

“क्या शब्दों का संचार हूं?, मैं या आसमान से विस्तार हूं, मैं क्रोध हूं, मैं या प्रेम हूं मैं”

क्यों विचार टूटे टूटे से लगते है क्या उसमे हूं मैं क्या इंसान ना समझ है , या आज का इंसान सब कुछ समझता है हम सभी बुद्धिमान समझते है 

कौन है इंसान?  लक्ष्य क्या है ?
फिर ना जाने क्यों चल रहा है ये इंसान 
क्या इस इंसान को पता है वो क्या चाहता है ?

टूटता हूं मैं या जुड़ता हुआ मैं , समय के साथ साथ बैतब हूआ बिता हूं पल में या समय के आने बाप काल या पल में हूं मैं ? लेकिन कौन हूं मैं परिस्तिथयो से भाग रहा इंसान हूं मैं या जूझ रहा परिष्तिथियो में ठहरा हुआ रुक हुआ देखता हुआ एहसास  हूं मैं या कल या देखती हुई आंख महसूस कर रहा है शरीर हूं मैं या मूर्च्छा में पड़ा हूआ शरीर 

बहता हुआ प्रेम हूं मैं या
इंसान का क्रोध ?
विपरित दिशा में मुड रहा इंसान हूं मैं
या ब्रह्मांड का विस्तार हूं मैं ? 
अनुकूल परिस्तिथयो में बह रहा इंसान हूं विप्रिप जाने की कोसिह हूं मैं ? 
लड़ता हुआ इंसान हूं मै या चुप रहता हूं मै?
हर पल हर समय में बढ़ाने वाली परिस्थितियों
से भरा हुआ इंसान हूं मैं ?
उधेड़ बुन में जा रहा इंसान हूं मैं
या सुलझाने की कोशिश हूं मैं ?

उधेड़ बुन में जा रहा इंसान हूं मैं ?
या
सुलझाने की कोशिश हूं मैं ?
घबराहट हूं मैं या साहस हूं मैं ?
हाथी की गर्जना हूं ? हिम्मत हूं मैं ? 

इंसान की पूर्णता हूं मैं या
उसकी अपूर्णता हूं मैं ?

रिक्त स्थान हूं या
भर हुआ आसमान ?
सवाल हूं मैं या जवाब हूं मैं
समस्या हूं या समाधान  हूं मैं ?
जानने की इच्छा या
पहचानने की समझ हूं मैं ?
चलता हुआ मुसाफिर हूं मै? या
रुका हुआ इंसान हूं मै?
परिसिथतियों के साथ बह रहा हु मै
परिष्तिथियो से लड़ता हुआ इंसान ? 

खुशी हूं मैं या दुख हूं मैं ?
अंधेरा हूं मैं या प्रकाश हूं?
हर जगह ढूंढ रहा इंसान हूं मैं
कौन सा उद्गम स्थान हूं मैं ?

इस स्तिथि में हु मैं ?
कोनसी सी परिस्तिथत में हूं
चांद की शीतलता हूं या
सूरज की ज्वलनशीलता हु मैं ? 

बिंदु सा आकर हूं मैं या
ब्रह्मांड जैसा निराकार हूं ? 
शब्द सा मीठा हूं या
नीम से कड़वा हूं मैं

कौन हूं मैं ? 

इस जगह खड़ा इंसान हु मैं ?
हर वक़्त , हर पल घटना में मैं
अपने आपको खोजता इंसान हु मैं ?
चट्टान की तरह कठोर हूं मै ? या
माँ की तरह नरम हु मैं
ये मुझे ना पता चल पा रहा है
कि कौन हूं मैं?
हर पल हर जगह खोजता चल रहा मैं
इस सवाल  का जवाब नही मिल रहा है
हर एक वस्तु हर एक घटना में होने की कोशिश है
और
हर घटना को जानने और समझने की
कोशिश में लगा हुआ मैं

किस ओर निकल चला किस मंजिल को पाने को हूं मै ?
निकल चला बस गतिमान हु मैं
अब रुकना मेरा काम नहीं
मुझे मिले मेरी पहचान वहीं है सही
कही ढूंढता स्वयम को चला
पूछता अपने आपको रहा
बतादो मुझे कौन हूं मैं
जानते है लोग मुझे मेरे नाम से
मेरे काम से लेकिन मेरा अस्तित्व है क्या ?
इस वजह मै यहां वहां बस भटकता ही रहा
ना मंजिल न सफर का मुझे पता चला
बस रहा ढूंढ मै स्वयम को हर पल रहा
कौन हूं मैं?
ये प्रश्न मेरे मन में बार बार उठ रहा।

यह भी पढे: जानने की शुरुआत, स्वयं को जाने, शब्द हूँ मैं, स्वयं को जानेंगे,

मन क्या है?

मन क्या है ? मन क्या चाहता है ? मन शरीर का एक अंग नही है, यह शरीर से अलग है,
मन हमेसा हम नए नए कार्यो उलझता है मन सिर्फ नए कार्य ही करने चाहता है, यह मन का स्वभाव है, यह मन की पृकृति है की यह सिर्फ नए की खोज में लगातार लगा रहे यह पुराने को भूल जाता है, छोड़ देता है हर दूसरे पल में कुछ ना कुछ नया करने की इच्छा इस मन में रहती है।

जिसकी वजह से हम कुछ ना कुछ कार्यो को करना चाहते है, और खाली बैठ नही पाते मन तो कभी इस दिमाग को व्यस्त रखता है। खाने, घूमने, खेलने, आदि कार्य करने या कुछ भी सोचने आदि के कार्यो में हमेसा उलझाए रखता है।

हम क्यों खाली खाली महसूस कर रहे है या करते है ? क्या हमारे पास कुछ नही है करने को ?
या हम कुछ अलग कुछ नया हम करना चाहते है।

हम क्यों अपने आपको खाली खाली देखते हैै ?

क्यों हमारा मस्तिष्क खाली खाली सा महसूस कर रहा है हमारा मन हमेसा नए कार्यो में नई चीज़ों की तरफ आकर्षित होता है, तथा शरीर पुराने की मांग करता है जो पिछले दिन किया था उसी कार्य को करना चाहता है परंतु मन नए कार्यो में लगाना चाहता है, ये सिर्फ कुछ स्थानों पर शांति चाहता है जैसे बीते हुए दिन में क्या हुआ था ? वही दुबारा चाहता है।

उसी को बार बार दोहराना चाहता है शरीर आलसी है, मन नित नए कार्यो की अग्रसर होता है, अर्थात यह मन नया चाहता है, इसलिए हमेसा हम एक छोर को छोड़ते है, तो दूसरे छोर की और भागते है, एक कार्य पूरा नही होता बस दूसरेे कार्य में लग जाना चाहते है, एक मिनट भी हम मन हमे खाली बैठने नही देता बस किसी ना किसी कार्य में लगातार लगाए रखता है।

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