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मित्र आपका दर्पण

मित्र आपका दर्पण , मित्र भिन्न भिन्न प्रकार की उनकी सुगंध को लिए वो इत्र…..
मित्र आपका दर्पण उनको हम चुनते, मददगार गढ़ने में चरित्र ।

नहीं मन में इच्छा बड़े महत्वपूर्ण व्यक्तियों से हो मित्रता ….
मेरे मित्र हो जाए वो बड़े महत्वपूर्ण ऐसी हो उनकी पात्रता ।

मित्र, वह रंगीन फूल है जिसके पत्तों में छुपी है सुगंध,
विविध रूपों में व्यक्त होती है उनकी आत्मा की विशेषता।
जैसे शीतल वायु में तरंगों की लहरें छाती हैं,
वैसे ही मित्रता के साथ वे दिलों को छू जाते हैं।

मित्र, तुम्हारी प्रतिबिंब वे देखते हैं अपनी आभा में,
तुम्हारे साथ जीवन के सफर में रंग भरते हैं।
वे बनते हैं तुम्हारे मददगार, तुम्हारे संग वे चरित्र गढ़ते हैं,
मित्र आपका दर्पण जैसे दर्पण तुम्हें चुनता है, वैसे ही वे तुम्हें स्वीकारते हैं।

मित्र, वे संगठित होते हैं जैसे पुरानी किताबों के पन्ने,
जो अनमोल विचारों से भरे हैं और ज्ञान का संग्रह करते हैं।
वे सहायता करते हैं जब जीवन के अचानक मुड़े आते हैं,
तुम्हारे दुःख सुख में सदैव वे संगीत बनते हैं।

मित्र, उनके साथ जीने में हमेशा होती है आनंद की बरसात,
जैसे इत्र की सुगंध हमें ले जाती है आभा की उषा में।
वे रचते हैं हमारी कहानी को खुदा की एक कृपा समान,
मित्र, तुम्हारा दर्पण वे हैं, जो हमेशा रहेंगे हमारे अभिमान।



शुभकामनाए

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाए इस प्रकार दे अपने मित्रजनों को

  1. “जय हिंद, जय भारत, स्वतंत्रता दिवस की बधाई हो!”

2. “आओ मिलकर देश को समृद्ध बनाएं, स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाए!”

3. “स्वतंत्रता का महोत्सव मनाएं, देश के समृद्ध भविष्य का निर्माण करें!”

4. “स्वतंत्रता की आन बान और शान बने रहें, देश हमारा सदा समृद्ध और खुशहाल रहे!”

5. “देश की आजादी को सलाम, हम सबको स्वतंत्रता दिवस की बधाई हो!”

6. “स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाएं, बनें देश के नेतृत्व के लिए सक्रिय भागीदार!”

7. “देश की आजादी के लिए हमने किया था संघर्ष, आओ आज देश का सम्मान करें!”

8. “आजादी की खुशी में आओ मिलकर झूमें, देश के विकास के लिए सक्रिय हो!”

9. “देश की स्वतंत्रता को याद करें, देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दें!”

10. “आज स्वतंत्रता दिवस है, हम देश को और उन्नति के मार्ग पर आगे बढ़ाने का संकल्प लें!”

सच्चा मित्र

एक अस्त्र ही बहुत है वह अस्त्र आपका मित्र है , जिस मित्र के सदा विजय नहीं चाहिए सहस्त्र मित्र बस एक ही हो वो सच्चा मित्र मित्र आपका अस्त्र…
एक ही बहुत
नही चाहिए वो सहस्त्र ।
मित्र सच्चा सहयोगी….
सुगंध उसकी सर्वत्र उपयोगी ।

मित्रता की सदा विजय हो ,
मित्रता ही नारा ।