आओ जिंदगी से मिल कुछ पल हम बाते करे
और
पूछे दिल का हाल कैसा है ऐ जिंदगी तेरा,
कुछ सुनादे तू भी अपने बारे में आज हमको भी,
हम भी सुनादे कुछ हाल दिल का अपना तुझे ए जिंदगी
हम बेखबर है, बैठे यहाँ बिना तेरे हम भटकते है
ना जाने कहा- कहाँ
आओ कुछ पल बिताये हम जिंदगी के साथ
यहाँ ना जाओ कही बैठ जाओ बस यही
क्यों जिंदगी आज बात करना चाहती है तुमसे यहाँ
कुछ हाल तुम बताओ
कुछ हाल हम बताये
चले साथ हम और
सफर बीत जाए और
जो बीत गए है पल उसे
आज फिर हम दोहराए
थोड़ी खट्टी और
थोड़ी मीठी कुछ बाते करे,
गीले शिकवे जो रह गए
उन्हें हम आज मिटाए
कुछ हाल तुम बताओ
कुछ हाल हम बिताए
Rohit shabd
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तालियों में शोर है
तालियों में शोर है मुझे तालियों की गड़गड़ाहट का शोर नही चाहिए
इसमे भी मुझे हिंसा दिखती है,
दो हाथो के बीच जो आवाज होती है उसे शब्दो की
की गूंज को दबाना कहते है
तालिया बजाकर मेरी तौहीन ना करो
ये दो हाथो के बीच का शोर बस इसे थोड़ा कम ही करो
ये जो तुम्हारी तालियो की गड़गड़ाहट है न मुझे अच्छी नही लगती
आजकल तो ये तालिया हर गली चौराहे पर 10-10rs में बिकती है
तुम्हारे जो इन हाथो के बीच का शोर है ना
किसी ने इसे भी हिंसा कहाँ है