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इसीका नाम जिंदगी

मिलकर जीने का नाम है जिंदगी, बिछड़ने का नाम है जिंदगी, फिर मिल जाने का नाम भी है जिंदगी, इसीका नाम जिंदगी

इसीका नाम जिंदगी
इसीका नाम जिंदगी

मिलकर जीने का नाम है जिंदगी,
बिछड़ने का नाम है जिंदगी,
फिर मिल जाने का नाम भी है जिंदगी।

यह एक खेल समझो, इसका नाम है जिंदगी,
जो चलती रहती है, बदलती रहती है।
कभी हंसती है, कभी रुलाती है,
खुशियों का त्योहार मनाती है।

यह एक सफर है, इसका नाम है जिंदगी,
हर कोई इसे अपनी अपनी दशा में जीता है।
किसी के लिए यह मुसीबतों का सामरिक,
किसी के लिए यह खुशियों का उत्सव है।

यह एक संघर्ष है, इसका नाम है जिंदगी,
हमेशा आगे बढ़ने का इरादा रखो।
हारना नहीं, हिम्मत कभी न टूटे,
सपनों के पीछे दौड़ते रहो।

मिलकर जीने का नाम है जिंदगी,
बिछड़ने का नाम है जिंदगी,
फिर मिल जाने का नाम भी है जिंदगी।
जीने का हर पल करो खुशहाली के साथ,
क्योंकि यही है असली जिंदगी की बात।

सफर रोज मेट्रो का

सफर रोज मेट्रो का कुछ इस तरह से चल रहा है, जैसे जिंदगी का कुछ हिस्सा एक दूसरे हिस्से को मिल रहा है।

यात्रा रोज़ की, मेट्रो की रेलों में,
जीवन का टुकड़ा चल रहा है अधिकारों में।
यात्रा का हर स्थान, हर स्टेशन नया,
कुछ दूसरे हिस्से को सलाम कर जाता है।

जैसे सफर चलता है, जीवन भी चलता है,
हर किसी को अपना रास्ता ढूंढ़ना है।
मिलते हैं रास्ते, ना जाने कहाँ कहाँ,
दूसरे हिस्से को पाने का सब्र करता है।

धूप-छाँव, गाड़ी में आवाज़ों की बौछार,
जीवन की कठिनाइयों का कर रहा सामना यहां।
एक दूसरे को संभालते, संगठित ढंग से,
जिंदगी भी सीख रही है सहनशीलता यहां।

मेट्रो की रेलें, जीवन का प्रतीक हैं,
जोड़ती हैं अलग-अलग लोगों की भीड़ को।
प्यार और सदभावना से भरी यात्रा है यह,
जहां दूसरे हिस्से को जीने का मौका मिलता है।

सफर रोज मेट्रो का, एक बदलाव है,
जिंदगी का आदान-प्रदान यहां दिखाई देता है।
एक दूसरे से जुड़े रहने की शिक्षा देता,
ओर जीवन को सही दिशा में ले जाता है।

चलती रहे मेट्रो की यात्रा, बढ़ती रहे रेलें,
जीने का संघर्ष रहे सबके पास अवसर।
जब सफर के अंत में हम एक दूसरे को मिलें,
जिंदगी का सफर एक संगठित हिस्सा बन जाए संगीत।

काहे को खाली खाली

काहे को खाली खाली , खाली , खाली
खाली क्या है ???
समय
खाली कौन है ??

इंसान
खाली किस से है
पैसों से या समय से
यह खाली भी अजीब शब्द है

आजकल खाली वैसे कोई है क्या ?????
एक तरफ लगता है
सब खाली है
एक तरफ लगता है

दूसरी तरफ देखो तो कोई भी ना खाली
खाली कोई नही है,
कभी खाली तो कभी भरा सा लगता है इंसान
कहते है खाली दिमाग होता है।

शैतान का घर
खाली बड़ा या छोटा
मुट्ठी खाली , जेब खाली ,

रहता नही कोई तो मकान खाली ,

खाया नही कुछ तो पेट भी खाली
खाली डब्बा ,खाली बोटल
अगर तुम भी हो खाली तो

हर कोई आकर बके दो गाली
अरे बुड़बक काहे तू है खाली
यह जब होते है खाली
गेम खेले, जुआ खेले ,
ना जाने क्या क्या है ये खेले
बस दिखते है हरदम खाली, काहे को खाली खाली

मेरा धैर्य से संवाद

मेरा धैर्य से संवाद , धेर्ये में तेरे में पलता
तेरे में मेरा बचपन जवानी में जीता ।
तू जेसा मुझे वैचारिक भोजन स्वस्थ
भोजन देगा उसी प्रकार मेरा शरीर
बनेगा ।

मै तुझे बदरी विशाल की तरह चाहता देखना ।
धेर्य सपना तो तेरा बहुत बड़ा लेकिन पहचान तू क्या जीवन जी रहा । पल भर में मुझे छोड़
ग़ुस्से के घोड़े की सवारी करने लगता हे ।
मुझे तो साहस दे मुझे पाल अच्छा वेचारिक भोजन दे निरंतर तो में तेरा सपना पूरा कर सकता हूँ ।

में तुझ से प्रतिज्ञा करता हूँ धैर्य मेने तेरे विचारो को सुना में तुझे अपनी तकलीफ़ों में आगे झोकूँगा तुझे में बहुत मज़बूत बनाऊँगा ओर
जीवन को महान उज्ज्वल बनाऊँगा मै समझ रहा हूँ तेरी कितनी आवश्यकता हे जो भी बड़ा दिख रखा लोगों के जीवन में वो तेरे ही बल पर प्राप्त हुआ हे ।

मेरा धैर्य से संवाद यही है अब तू लग जा काम पे वेसे ही समय जो अब आगे बचा हे उसे पहचान ओर अपने बुद्धि कोशल से आगे बढ़।

यह खाली हाथ

यह खाली हाथ का जो चित्र है उसे देखने से ऐसा लगता है मानो कितनी ही बाते बताना चाह रहा हो, आप लाये क्या थे और क्या लेकर जाओगे इस जीवन से ? साथी हाथ बटाना एक अकेला थक जाए तो मिलकर बोझ उठाना यह संदेश है हमारे जीवन के लिए इसलिए इन पर ध्यान दीजिए

यह खाली हाथ
Khaali-Haath
  1. मुझे यह खाली हाथ को देखकर सिकंदर के वो अनमोल वचन याद आते है जब उन्होंने कहाँ था की मुझे जब दफन करो तो मेरे दोनो हाथ बाहर की और कर देना दुनिया को यह संदेश पहुचेगा सम्राट अशोक ने पूरी दुनिया को जीत लिया लेकिन लेकर वो कुछ भी ना जा सका।
  2. इससे मुझे अपना बचपन याद आता है की मैं जब भी कक्षा में होता था शायद मुझे कुछ आता था या नही अगर टीचर ने कुछ पूछा तो मैं उसका झवाब नही दे पाता , अपना हाथ उठाकर ये नही बोल पाता था की मैडम जी मुझे ये आता है। साहस से हम आगे बढ़ सकते है
  3. इस खाली हाथ में कितनी ही लकीरे है यह इस बात को भी दर्शाता है की अंततः तुम्हे जाना ही है एक दिन तुम्हे सबको अलविदा कहना ही होगा।
  4. इस हाथ में पांच उंगलियां है और सब एक समान नही है , इसलिए यह अवश्य ध्यान रखे समय कभी एक समान नही होता।
  5. जीवन भर हम कितना भी इस हाथ को मुट्ठी बंद कर रखने की कोशिश करे अंत समय में यह खुलकर यही रह जाएगा , कुछ भी साथ नही जाएगा , रेत की तरह सब कुछ हाथ से छूट जाएगा।
  6. यह हाथ यह भी दर्शाता है की मैं तो अब अलविदा कह रहा हूं लेकिन एक वक़्त आएगा जब तुम्हे भी अलविदा कहना होगा, इसलिए तुम भी अभी से तैयारी करलो फिर शायद मौका मिले या नही।
  7. इस हाथ से हमारे बड़े बुजुर्ग, बाबा , ज्ञानी , महापुरुष लोग हमे आशिर्वाद देते है सदा सुखी रहो, फुलो फलों , हस्ते रहो, दीर्घायु हो आदि बहुत प्रकार के आशिर्वाद।
  8. यह हाथ ही है जो हमे सिखाता है की कर्म कर बस कर्म करता तू जा , यह जो हाथ में रेखाएं है वो आपके कर्मो के द्वारा ही बनती और बिगड़ती है इसलिए अपने कर्मो को बलवान कर एक इंसान यह जीवन इसलिए है मिला

ख्वाब यू तुम

ख्वाब यू तुम इतने मुझे दिखाते हो, इन ख्वाबों को क्यू मेरे मन दर्पण में सजाते हो , इन ख्वाबों से मैं बेचैन हो जाता हूँ बस याद भर तुम्हारी में मैं रहता हूँ, कुछ न कहता हूँ बस चुप यू ही रह जाता हूँ

क्यों इतने ख्वाबों को सजाते हो

मेरे ख्वाबों मे रोज चले आते हो

मुझे मदहोश कर चले जाते हो

मौत की आगोश में जाना चाहता हूं

जिंदगी से रूबरू कर चले जाते हो

क्यों इतना बेचैन कर तन्हाईयों का साथ करवाते हो

लूट जाता हूँ भरे बाजार मैं , अपनी ही जिंदगी लिए

बस तुम मेरे ख्यालों को अकेला छोड़ चले जाते हो !

ख्वाब यू तुम इतने मुझे दिखाते हो

आधुनिक तकनीक

आधुनिक दुनिया में आधुनिक तकनीक ने हमारे जीवन को बदल दिया है।

आधुनिक तकनीक का उपयोग इतना व्यापक हो गया है कि हम उसके बिना अपनी दैनिक जिंदगी के काम नहीं कर सकते। तकनीक ने हमें नए संभावित दुनिया का दरवाजा खोल दिया है जो हमारे अभी तक नहीं जाने वाले अनुभवों को संभव बनाता है।

तकनीक के उपयोग से हम समय और श्रम की बचत कर सकते हैं, संचार को सुगम बना सकते हैं, खाद्य उत्पादन को बढ़ावा दे सकते हैं और विभिन्न क्षेत्रों में आविष्कार कर सकते हैं। तकनीक ने संचार के क्षेत्र में भी एक बड़ा बदलाव लाया है। टेलीफोन, ईमेल, सोशल मीडिया और वीडियो कॉल के जरिए हम दुनिया के किसी भी कोने से संचार कर सकते हैं।

तकनीक के उपयोग से हम ऐसे उपकरण बना सकते हैं जो अपने आप संभव नहीं थे। उदाहरण के लिए, स्मार्टफोन जो हमें आवश्यक संचार उपकरण के साथ साथ अन्य सेवाओं भी प्रदान करता है। वाहन और निर्माण के क्षेत्र में भी तकनीक ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उदाहरण के लिए, ऑटोमोबाइल और जहाजों में उपयोग किए जाने वाले संशोधन और नए उपकरण ने इन वाहनों को सुरक्षित और अधिक उपयोगी बनाया है।

लेकिनआधुनिक तकनीक के उपयोग से उत्पन्न होने वाली समस्याओं का भी सामना करना होगा। तकनीक का उपयोग संकट और अपराधों में भी होता है। साइबर अपराधों, डेटा उत्पादन और उसकी सुरक्षा विषय में भी समस्याएं होती हैं। इसके अलावा, तकनीक का उपयोग वातावरण के लिए भी खतरा हो सकता है। टेक्नोलॉजी के उपयोग से उत्पन्न होने वाले प्रदूषण, जल उपयोग और जनसंख्या वृद्धि की समस्याएं भी हमें उत्तरदायी बनाती हैं।

इसलिए, तकनीक का उपयोग एक दोहरी तलवार है। अगर हम इसे संवेदनशीलता और स्वयंसेवा के साथ उपयोग करें, तो इससे हमारे जीवन को बेहतर बनाने के साथ-साथ अधिक सुरक्षित और अस्थायी बनाने में मदद मिल सकती है। तकनीक को उच्च गुणवत्ता और सामाजिक उपयोग की सवयंसेवा के साथ विकास करना चाहिए। इससे हम एक संतुलित और समृद्ध समाज का निर्माण कर सकते हैं जो तकनीक के उपयोग से अधिक उन्नत बनता जाएगा।

उम्मीद एक भावना है

उम्मीद किसे कहते है ?उम्मीद एक भावना है, जो किसी व्यक्ति या समूह को अपनी स्थिति को बेहतर बनाने की आशा देती है, यह आशा व्यक्ति के मन में उत्पन्न होती है, कि वह एक बेहतर भविष्य की ओर बढ़ सकता है या कुछ सकारात्मक हालात से निकल सकता है।

उम्मीद के कारण कई हो सकते हैं, जब तक हम जीवित हैं, तब तक उम्मीद हमारे साथ होती है। कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:

समर्थन: जब व्यक्ति किसी और की समर्था और सहयोग प्राप्त करता है, तो वह उम्मीदवादी बनता है।

सफलता का इतिहास: जब व्यक्ति के पास एक सकारात्मक सफलता का इतिहास होता है, तो वह उम्मीदवादी बनता है और उसे विभिन्न स्थानों पर सफलता की उम्मीद होती है।

आशावादी भावना: जब व्यक्ति आशावादी होता है, तब वह उम्मीदवादी बनता है।

मनोवृत्ति: जब व्यक्ति उदार मनोवृत्ति वाला होता है तो वह उम्मीदवादी होता है।

आशा की अभिवृद्धि: जब व्यक्ति के अंदर आशा की भावना बढ़ती है, तो वह उम्मीदवादी बनता है।

इन सभी कारणों से उम्मीद उत्पन्न होती है, और व्यक्ति को अगले कदम उठाने के लिए प्रेरित करती है।

क्या उम्मीद के बिना जीवन संभव है? उम्मीद के बिना जीवन संभव है, लेकिन उम्मीद जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है, उम्मीद एक भावना है, जो हमें अपने ज़िंदगी के बदलाव और सकारात्मक नतीजों की उम्मीद देती है, उम्मीद की मदद से हम अपने जीवन की समस्याओं का सामना करते हैं, और उन्हें हल करने का तरीका ढूंढते हैं।

जीवन में अनेक बार ऐसी स्थितियां आती हैं, जब हमारी सारी उम्मीद खत्म हो जाती है, और लगता है, कि हम अपनी समस्याओं का कुछ नहीं कर सकते, लेकिन इस समय भी हमें उम्मीद रखना चाहिए क्योंकि उम्मीद ही हमें आगे बढ़ने की शक्ति देती है, उम्मीद रखने से हमारी मनोदशा भी सकारात्मक होती है जो हमें अपनी समस्याओं का समाधान निकालने में मदद करती है।

इसलिए, उम्मीद के बिना जीवन संभव हो सकता है, लेकिन उम्मीद के अभाव में जीवन थोड़ा अधिक असंभव और अधिक दुखद हो सकता है, हमे अपनी उम्मीद को बनाए रखना है ओर किसी भी स्थिति में हिम्मत से काम लेना है।

व्यस्त अपनी जिंदगी में

व्यस्त अपनी जिंदगी में सब है यहाँ, किसी को किसी की कोई परवाह नहीं है बस बेफिक्री है , किसको किसकी फिक्र है यहाँ , शहर तो अनजान नहीं था बस मतलब ने इस शहर को भी अनजान बना दिया है , देख कर भी लोग आंखे चुराते है उन्हे लगता है चोर है चोरी करकर खाते है।

सब व्यस्त है अपनी जिंदगी में

बेखबरी का जमाना है

खबर किसकी किसको यहाँ

जमाने भर की बात होती है लेकिन

जरूरत किसकी किसको यहाँ

सब अपना अपना मतलब सोचते है,

मतलब की दुनिया है मतलब से लोग खोजते है

किसी को किसीसे मतलब नहीं है यहाँ

किसी से किसी की मुलाकात हो बस इतनी सी बात है

जिंदगी कैसी है

जिंदगी कैसी होनी चाहिए ?

जिंदगी कैसी है ? जैसा आप पसंद करते है, जिंदगी बिल्कुल वैसी ही है, इसके विपरीत कभी नहीं होती बेशक हम हर समय कोसते है। अपनी जिंदगी को लेकिन यह हमारी नासमझी है, ओर कुछ नहीं क्युकी जैसी आप इच्छा कर रहे है, जिंदगी बिल्कुल वैसी ही बनती है।

जिंदगी ठीक वैसी ही है जैसा तुमने जिंदगी के बारे में सोचा  है
ज़िंदगी वैसी है जैसी तुम चाहते हो

हमारी जिंदगी बस ज़िंदगी बचपन में बिना चाहे मोड ले लेती थी, क्युकी उस जिंदगी की जिम्मेदारी कुछ समाज , परिवार , माता-पिता , रिश्तेदार , दोस्त, विधालय उठा रहा होता है।

और जैसा वो सभी चाहते है, उसी तरह से हमारी जिंदगी मुड़ती, तुड़ती जाती है, जिनकी वजह से अनचाहे मोड जिंदगी को मिल जाते है, फिर वो मोड कैसे भी हो हम भी उसी ओर दौड़ने लग जाते है, उस दौरान हमे कुछ नहीं पता होता की हमे क्या बनना है , कहाँ जाना है? क्या करना है? क्यों करना है बस कुछ होना , पहुचना ओर जाना होता है।

इसी अनजान दौड़ में हम कहाँ से कहाँ निकल जाते है हमे खुद ही नहीं पता होता उसमे कुछ गलतिया , नादानिया हो जाती है जिनका हरजाना बस जिंदगी भर चलता है।

ओर वो भी कही न कही भीतर गहरे मन में तुमने चाहे होंगे, तभी वो सारे विचार ऊपरी सतह पर आ जाते है, ओर जिंदगी को नए नए मोड देकर चले जाते है।

लेकिन यह सब आपके हाथ में ही है, की आप उस जाल से बाहर आ पाते हो या फिर उसीमे गोल गोल घूमते रह जाते हो।

इसलिए जिंदगी गणित सवाल भी है तो उसका जवाब भी है जिंदगी।

जिंदगी कैसी है ? बहुत अटकती भटकती सी है जिंदगी तो फिर उसी मोड पर वापस भी ले आती है, जैसा तुम चाहे हो ज़िंदगी तो साहब वैसी ही हो जाती है।

ज़िंदगी को प्रेम भरी नजरों से देखो प्रेममय ही नजर आएगी जिंदगी , उमंगों से सजती हुई , फूलों सी खुलती हुई , खुसबू सी महकती हुई सी है ज़िंदगी।