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सब समान

समय के लिए सब समान बुरा समय या हो अच्छा समय…..
कोशिश हो कि न विचलित हो सदा संतुष्टि से समय का हो व्यय ।
समय ज्ञाता लिए है प्रश्न और उत्तर पुस्तिका…..
प्रश्नों का कैसे देना उत्तर यह सबका अपना अपना तरीक़ा ।

वर्तमान बीता जाये कल कल ध्वनि सी बहती सरिता …..
कर्मों की भी होती चीख पुकार चुप्पी शांति भ्रम और ममता ।
वर्तमान से होता निर्धारित कैसा होगा भविष्य…..
हम स्वय रचियता , पहचाने स्वय का वास्तव ध्येय ।
समय में संतुष्टि माया और यथार्थ …
करे न्याय समय से बने सच्चे पार्थ ।

समय का चक्र चलता रहता है,
जीवन के हर लम्हे में बदलता रहता है।
कभी बुरा समय आता है हमारे पास,
कभी अच्छा समय देता है खुशियों का आगाज।

पर सबसे महत्वपूर्ण है समय संतुष्टि का,
न विचलित होने की हो चेष्टा सदा।
समय का व्यय करें आनंद से और संयम से,
जीवन के सभी क्षणों को महत्वपूर्ण बनाएं सदा।

समय ज्ञाता है हमारे प्रश्न और उत्तर को,
हमेशा हमारे साथ रहता है यह पुस्तिका।
जीवन के पाठ पढ़े हमें समय के साथ,
ज्ञान और अनुभव से बनाएं हमें सबका।

समय का सम्बंध है जीवन के हर अंग से,
इसे समझें और महत्वपूर्णता दें हमेशा।
समय को सदा सम्मान दें और सदा सदा,
जीवन के हर पल में खुशहाली का बनाएं वातावरण।
समय के लिए सब समान बुरा समय या हो अच्छा समय…..
कोशिश हो कि न विचलित हो सदा संतुष्टि से समय का हो व्यय ।

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