जिंदगी की जिंदगी से कुछ बात होना चाहती है, आज जुबान पर कुछ शब्द आना चाह रहे है
जैसे
शब्द अपनी आप बीती सुनाना चाह रहे है।
कही से आज फिर शुरुआत होना चाहती है
मानो
आज फिर जिंदगी से कुछ बात होना चाहती है।
यु ना तुम रूठ जाओ जिंदगी मनाना चाह रही है
बात अब
मान जाओ मौन होकर ना बैठो यह कुछ तुमसे
कहना चाह रही है।
बात कुछ है तभी तो जिंदगी तुमसे आज बतियाना
चाह रही है।
जरा पास बैठो जिंदगी यह तुमसे आज कुछ कहना चाह रही है