जिसने दुख दिया उसे दे क्षमा का दान ….
अगली बार न कर सके रखे ध्यान ।
क्षमा दान नम्र व्यवहार का निर्माणदाता…
जो सब जीवनों का बनेगा सुखदाता ।
भूल चूक ग़लतियाँ कभी किसी से भी होती रहती…..
क्षमा ही चिकित्सा होवे इस सच्चाई की अनुभूति ।
जिसने दिया दुख उसे दे क्षमादान….
यह व्यवहार होवे हमारी पहचान।
जिसने दुख दिया उसे दे क्षमा का दान,
अगली बार न कर सके रखे ध्यान।
क्षमा दान नम्र व्यवहार का निर्माणदाता,
जो सब जीवनों का बनेगा सुखदाता।
दृढ़ संकल्प से करें इसकी प्रार्थना,
बढ़ाएं प्रेम का गहरा अभिमान।
अहंकार को त्यागें, दया का पाठ पढ़ें,
सबको समझें, सम्मान से व्यवहार करें।
स्वीकारें जीवन की अनिश्चितता को,
बढ़ाएं सबका अपार सम्मान।
बिना शर्तों के दें दया का वरदान,
हर कार्य में भरें प्रेम का अभियान।
बिना इच्छा के हों सेवा में लगे,
जीवन को सुखी और शांति से भरे।
हर अवसर पर रखें खुशहाली की दृष्टि,
हस्ती हुई अन्याय को उजागर करें।
क्षमा का दान अपनाएं व्यापार में,
विश्वासपूर्वक चलें सबसे साथ।
सभी को आदर और प्रेम से देखें,
जीवन को बनाएं आनंदमय और साथ।
जिसने दुख दिया उसे दे क्षमा का दान,
अगली बार न कर सके रखे ध्यान।
क्षमा दान नम्र व्यवहार का निर्माणदाता,
जो सब जीवनों का बनेगा सुखदाता।