बहाना ओर जवाब -2 , बहाना :- मुझे बचपन से परिवार की जिम्मेदारी उठानी पङी…..
जवाब :- लता मंगेशकर को भी बचपन से परिवार की जिम्मेदारी उठानी पङी थी….
बहाना ओर जवाब -2 , बहाना :- मुझे बचपन से परिवार की जिम्मेदारी उठानी पङी…..
जवाब :- लता मंगेशकर को भी बचपन से परिवार की जिम्मेदारी उठानी पङी थी….
कुछ विचार हो जो आपके जीवन को पूर्ण रूप से बदल दे, वही जीवन के विचार है, जो आपको निखार देंगे , आपको नई ऊर्जा ओर सकती प्रदान करते है। हमे बस उन्ही जीवन के विचार पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। ऐसे ही कुछ अनमोल विचार है , जिन्हे हमे अपने जीवन में उतारना चाहिए।
जीवन ज्यादा योजना नहीं माँगता , आदिवासी जंगल के सच्चे निवासी…..
परम्पराएँ जीवनशेली अनूठी ख़ासी ।
आदिवासी जल जंगल ज़मीन के रखवाले…
जंगल के सच्चे सपूत सिपाही निराले ।
उनकी ख़ुशी के कारण बहुत साधारण ….
नाच गान के मनाते साधारण उनके वरण ।
वो जानवरों के साथ कैसे जीना जानते ….
जंगल बना रहे और फले फुले यह मानते ।
जंगल का दोहन नहीं उनकी मंशा….
उनसे सीखे सुधारे समाज की दिशा ।
वो जंगल से लेते और उसे वापस लोटाते….
वो अपनी परंपराओं से सच्चाई से निभाते ।
2. जीवन ज्यादा योजना नहीं माँगता…..
उसकी आशा तुममें न पनपे विषमता ।
जीवन मिलजुल के कार्य कर रहा ..
चाहे जल में आकाश में चाहे हो धरा ।
सब अपने हिस्से का जीवन जी के
आगे बढ़ते जा रहे…..
पुराना जीवन जा रहा नया जीवन हर क्षण प्रगत हुए जा रहे ।
ये खेल निरंतरता का सदा था हे
ओर चलेगा …
जीवन आएँगे जीवन जाएँगे इसका
पुष्प सदाबहार खिलेगा ।
3. हम सदा कार्यशील एक बेहतर कल के निर्माण के प्रति अग्रसर……
कल परिवर्तित होता हम खुश की जगह और बेहतर के तलाशते अवसर ।
ये त्रासदी हे हम अनंत यात्रा में हे हमे ख़ुद नहीं पता क्या हम चाहते …..
कुछ अधिक जो नहीं हुआ हे परिभाषित बस लगे हे अंध दौड़ में भागते जाते ।
4. सही शब्द हृदयों की चाभी , उसको खोलने का काम वो करते …..
सही शब्दों का प्रयोग करके जैसे पहन मोती की माला हम महकते सँवरते ।
शब्द तीर ज़ख़्म दे सकते गंभीर …..
शब्द ही मीठे मिटा देते दुःख की पीर ।
कई लोग हे जिनको समझने पे भी नहीं उनके कान पे जूँ रेंगती ……
प्रभु जी से प्रार्थना सुधारो उनकी मति बुद्धि
उनकी सही पकड़े गति
5. पढ़ाई अनपढ़ से मतलब नहीं हे
भावनायें समझ में चाहिए आनी….
भावनायें समझे वही व्यक्ति पढ़ा
लिखा बाक़ी सब बेकार की कहानी ।
भीतरी शिक्षा के नहीं विद्यालय….
घर से मिलते संस्कार बिना चुकाए मूल्य ।
जो भी वस्तुयें निशुल्क वही मूल्यवान….
भीतरी शक्ति से उन्हें हम सकते पहचान ।
6. प्रत्येक सूर्यास्त हमारे जीवन से एक दिन को कम…..
लेकिन फिर हुए सूर्योदय से जीवन में भरता नया दम ।
हो चाहे सूर्योदय या सूर्यास्त हर समय परिवार और मित्रों का थामे रहे हाथ…..
सम्भालना अपनो को दिखाना यही सही दिशा यही उत्तम पुरुषार्थ ।
7. नहीं महत्वपूर्ण हम कितना जानते हे या हे कितने शिक्षित …..
योग्य हो इतने जटिल से जटिल स्थिति से निकल सके सुरक्षित ।
अपनी योग्यता में धार लगाते रहे करे इतना परिश्रम….
युद्ध में बेवजह खून नहीं बहेगा योग्य हो इतने सक्षम।
8. विश्वास से की गई प्रार्थना सार्थक…..
सब होगा सम्भव प्रयास हो अथक ।
असम्भव होगा वो तत्काल सम्भव…..
विश्वास की शक्ति से कर ले अनुभव ।
दे ध्यान विश्वास में न जुड़ा हो अंध…..
फिर आगे अंधेरा ही अंधेरा दुर्गंध ही दुर्गंध ।
अपनी प्रार्थना में अधिक से अधिक व्यक्तियों को करे सम्मलित…..
जीवन में उतरेगी प्राण वायु , बात करे जिसमें जुड़ा हो सबका हित।
9. संबंध नहीं होते बढ़े , उन संबंधों को सम्भालने वाले होते हे बड़े…..
हीरे जवाहरात भी खूबसूरत लेकिन चार चाँद लगाते जब होते वो गहनों में जड़े ।
हमेशा संबंधों को सम्भाले नहीं करे दोहन…..
संबंध सही रहेगे उनका उज्जवल रहेगा यौवन।
10. ये प्रश्न ग़ैर वाजिब हे कि कौन हमसे आगे और कौन हमसे पीछे…..
ये ज़िंदगी हे साहब रिश्ते कमाइये रिश्ते पैसे में ताक़त लेकिन नहीं रिसते जैसी नज़ाकत न ही उसकी तरह प्यास ।
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मेरा धैर्य से संवाद , धेर्ये में तेरे में पलता
तेरे में मेरा बचपन जवानी में जीता ।
तू जेसा मुझे वैचारिक भोजन स्वस्थ
भोजन देगा उसी प्रकार मेरा शरीर
बनेगा ।
मै तुझे बदरी विशाल की तरह चाहता देखना ।
धेर्य सपना तो तेरा बहुत बड़ा लेकिन पहचान तू क्या जीवन जी रहा । पल भर में मुझे छोड़
ग़ुस्से के घोड़े की सवारी करने लगता हे ।
मुझे तो साहस दे मुझे पाल अच्छा वेचारिक भोजन दे निरंतर तो में तेरा सपना पूरा कर सकता हूँ ।
में तुझ से प्रतिज्ञा करता हूँ धैर्य मेने तेरे विचारो को सुना में तुझे अपनी तकलीफ़ों में आगे झोकूँगा तुझे में बहुत मज़बूत बनाऊँगा ओर
जीवन को महान उज्ज्वल बनाऊँगा मै समझ रहा हूँ तेरी कितनी आवश्यकता हे जो भी बड़ा दिख रखा लोगों के जीवन में वो तेरे ही बल पर प्राप्त हुआ हे ।
मेरा धैर्य से संवाद यही है अब तू लग जा काम पे वेसे ही समय जो अब आगे बचा हे उसे पहचान ओर अपने बुद्धि कोशल से आगे बढ़।
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उत्तम व्यवहार रहता हमेशा खुशियों पर सवार हर रिश्ते मजबूत करता एक बड़ी पहचान बनता , अच्छे व्यवहार से जीवन में सरलता आती है जीने का एक तरीका बताती है, खुल जाते खुशियों के द्वार है होने से अच्छे व्यवहार यही है आज का विचार रहे सदा उत्तम व्यवहार
उत्तम व्यवहार,
ख़ुशियों पे सवार …..
अच्छे रिश्ते के,
खुलते उससे द्वार ।
व्यवहार कुशलता,
जीवन में सरलता…..
जीवन ताले की चाभी,
सरलता ख़ुशियों की नाभि ॥
अनुपम सौन्दर्य प्रकृति का इसकी खूबसूरती जिसका नहीं कोई तोड़ है जीवन को मनमोहक करे ये प्रकृति चितचोर है। प्रकृति का सौन्दर्य
प्रकृति का अनुपम सौंदर्य….
क्या खूबसूरत झरने…
सूर्य की निराली छटा….
चंद्रमा एक प्यारा गोला …
निराले पेड़ निराले फूल…
निराले प्यारे पक्षी जानवर….
निराले दिन निराली रात…..
निराली हवायें निराली फ़िज़ाएं ….
निराली नादिया निराला समुंदर….
निराला मौसम सर्दी गर्मी बरसात ….
प्रकृति तू बहुत खूबसूरत ओर बहुत
खूबसूरत तेरे सारे व्यापार….
एक दूसरे के दर्द ख़ुशियाँ
समवेदना की समझ….
मनुष्यता के प्राण
उसके प्राणो का ध्वज ।
जब जीवन में प्रेम
तो दूसरे का ख़ुशियाँ
दुःख दर्द दिखता….
जब नही जाना प्रेम
नही गलती सिर्फ़ स्वयं
का दुःख दिखता
तो नही दूसरे का सुख
दुःख समझता ॥
जब दिल में दर्द उतर जाए,
तब गम की लहर आ जाए।
क्या करें जब ये छाती फट जाए,
वो दर्द जिसे बयां करने के लिए शब्द ना मिल पाए।
इस दर्द से जुड़े दोस्त का जब दिल दुखाए,
तो कैसे उसका दर्द कम कर पाए।
जब उसके आँसू बाहर ना निकले,
तो कैसे उसकी रूह से बातें कर पाए।
जीवन का हर मोड़ पर दर्द का एहसास होता है,
कोई अपना अपनों को खोता है, कोई प्यार को तरसता है।
दुखी होता है जब हमें अपने दोस्त का दर्द देख पाते हैं,
मगर उसे संभाल लेने की चाहत हमें हमेशा होती है।
हम दर्द को कम नहीं कर सकते,
लेकिन उस दर्द के साथ रह सकते हैं।
दोस्त के दर्द में शामिल होकर,
उसका साथ देकर, उसकी मुस्कुराहट लौटाने का हमें सौभाग्य मिल सकता है।
जब दोस्त का दर्द हमारा दर्द बन जाए,
तब हमें उसके साथ थाम जाना चाहिए।
दोस्ती का ये रिश्ता हमेशा सच्चा रहेगा,
जब तक हम एक दूसरे के दर्द को समझना नहीं सीखेंगे।
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क्या लगता है ? क्या दिमाग का उपयोग करने की कोई सीमा होती है?
दिमाग की सीमा नहीं होती है यह असीमित होता है। इसे सबसे शक्तिशाली तंत्र में से एक माना जाता है जो मानव ने विकसित किया है। इसे संवेदनशील, ज्ञानात्मक, रचनात्मक और क्रियाशील बनाने के लिए तरह-तरह के उपाय उपलब्ध हैं।
इसके अलावा, दिमाग का उपयोग करने के लिए कोई सीमा नहीं है, लेकिन उसका उपयोग उतना ही अधिक प्रभावी होगा जितना आप उसे अच्छी तरह से विकसित करेंगे।
आप अपने दिमाग के पोतेंशियल को बढ़ा सकते हैं जब आप नए चुनौतियों से निपटने का सामना करते हैं, नए कौशल विकसित करते हैं और नई जानकारी प्राप्त करते हैं।
लेकिन एक बात याद रखनी चाहिए कि जैसे ही आप अपने दिमाग का उपयोग करने के लिए अधिक जोखिम लेते हैं, आपके दिमाग को अधिक काम करना पड़ता है, जिससे वह थक जाता है।
इसलिए, जब आप अपने दिमाग को विकसित करने के लिए उत्साहित होते हैं, तो आपको इसके लिए पूर्ण आराम और उपयुक्त खान-पान की जरूरत होती है।
दिमाग की सीमा नहीं होती है, इसमें असीमित क्षमता होती है। दिमाग को उत्प्रेरण देने वाले उपायों की मदद से आप अपने दिमाग को विकसित कर सकते हैं। कुछ उपाय निम्नलिखित हैं:
नए कौशल विकसित करें: नए कौशल विकसित करना दिमाग को विकसित करने का एक अच्छा तरीका है। नए कौशल विकसित करने के लिए आप उपलब्ध संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं, जैसे कि अनलाइन ट्यूटोरियल, बुक्स, जानकारी वेबसाइट आदि।
व्यायाम करें: व्यायाम दिमाग को ताकतवर बनाने में मदद कर सकता है। व्यायाम से आपके दिमाग में ऑक्सीजन का संचार मजबूत होता है और आपकी मानसिक तनाव कम होता है।
नई गतिविधियों का सामना करें: नई गतिविधियों का सामना करना दिमाग को विकसित करने के लिए एक अच्छा तरीका होता है। यह आपके दिमाग को नयी जानकारी और अनुभवों से भर देता है जो आपके दिमाग को बाकी सामान्य गतिविधियों से अलग बनाते हैं।
अध्ययन करें: अध्ययन दिमाग को विकसित करने का एक अच्छा तरीका है। यह आपके दिमाग को नई जानकारी के साथ भर देता है और आपकी समझ में नई बातें आती हैं।
मनोविज्ञान प्रशिक्षण: मनोविज्ञान प्रशिक्षण एक अच्छा तरीका हो सकता है दिमाग को विकसित करने के लिए। यह आपको अपने व्यक्तित्व को समझने में मददद कर सकता है और आपके सामाजिक और संबंधों को समझने में मदद कर सकता है।
अधिक ध्यान केंद्रित करें: ध्यान केंद्रित करना दिमाग को विकसित करने का एक अच्छा तरीका है। यह आपके दिमाग को शांत करता है और आपकी संवेदनशीलता और संचार कौशल को बढ़ाता है।
स्वस्थ खान-पान: दिमाग को स्वस्थ खान-पान की आवश्यकता होती है। स्वस्थ खाने से आपके दिमाग की क्षमता बढ़ती है और आपके शारीरिक स्वास्थ्य को भी सुधारती है।
इन उपायों के अलावा, आप अपने दिमाग को विकसित करने के लिए अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने, नियमित रूप से अभ्यास करने और अपने दिमाग को असाधारण काम करने के लिए उत्साहित करने के लिए भी सक्षम हैं।
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1.”जब तक आप अपने सपनों का पीछा नहीं करते, तब तक आप अपने सपनों को जीना नहीं चाहते।” – एपीजे अब्दुल कलाम
2.”सफलता का रहस्य वही है जो हमें कभी नहीं बताया गया है। यह आपके विश्वास और मेहनत में है।” – धीरुभाई अंबानी
3″कामयाबी खुद के अंदर होती है, उसे भरोसा रखिए और कोशिश करते रहिये।” – महात्मा गांधी
4. “जो आप कर सकते हैं, उसे कीजिए। जो आप नहीं कर सकते, उसकी चिंता मत कीजिए।” – मदर टेरेसा
5. “कामयाबी के पीछे भागते रहिए, पर कभी अपने सपने से नहीं भागते।” – सचिन तेंदुलकर
6. “जिंदगी में कामयाबी के लिए, मेहनत और आज़ादी दोनों की ज़रूरत होती है।” – स्वामी विवेकानंद
7. “कामयाबी तब तक संभव है जब तक आप हार नहीं मानते।” – स्टीफ़न हॉकिंग
8. “सफलता का राज़ एक अच्छा प्लान है और उससे भी ज़रूरी है उसे पूरा करने की प्रेरणा।” – बिल गेट्स
9. “अपने इरादे को इतना मजबूत बनाओ कि सफलता के सामने कोई बार नहीं आ सके।” – वाल्ट डिस्नी
10. “अपने सपने को पूरा करने के लिए, आपको उनसे ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी।” – लियोनेल मेस्सी
11. “कामयाबी के लिए, आपको पहले अपने आप में विश्वास होना चाहिए।” – विराट कोहली
12. “सफलता तब तक दूर नही है जब तक आप हार नहीं मान लेते।” – अर्नोल्ड श्वर्ज़नेगर
13. “जीवन का सबसे बड़ा उपहार है आपकी समझदारी।” – भगत सिंह
14. “मुझे अच्छे लोगों के साथ रहने का शौक है।” – महात्मा गांधी
15. “शिक्षा अपनी आत्मा का सबसे बड़ा उद्देश्य होना चाहिए।” – स्वामी विवेकानंद
16. “सफलता एक तनावमुक्त जीवन होता है।” – महात्मा गांधी
17. “अगर आप एक अच्छे व्यक्ति बनना चाहते हैं, तो अपने आप को निर्मल और स्पष्ट बनाइए।” – महात्मा गांधी
18. “आपका समय अतुलनीय है। उसे बेकार न करें, इसे किसी अच्छे काम में लगाएं।” – स्वामी विवेकानंद
19. “जब तक आप अपने लक्ष्य के प्रति निष्ठावान नहीं होते, तब तक आप उसे प्राप्त नहीं कर सकते।” – महात्मा गांधी
20. “जो लोग सोचते हैं कि वे कुछ नहीं कर सकते, वे असल में कुछ नहीं करते।” – महात्मा गांधी
21. “जीवन का उद्देश्य न केवल एक नायाब अनुभव है, बल्कि एक उच्चतम उद्देश्य की भी तलाश है।” – स्वामी विवेकानंद
22. “आप अपने जीवन की गाड़ी खुद चलाते हैं। अपनी मनचाही दिशा में बढ़ने के लिए इसे सही दिशा में सेट करें।” – रवींद्रनाथ टैगोर
23. “समय अभी भी हमारी तरफ अपना चेहरा नहीं फिराया है।” – महात्मा गांधी
24. “अपनी विश्वासयोग्यता के बारे में विश्वास रखें, और उसे बढ़ाएँ। आप जो कुछ चाहते हैं, उसे प्राप्त कर सकते हैं।” – स्टीव जॉब्स
25. “अपने दोस्तों के साथ समय बिताना एक उत्तम विचार है।” – अब्राहम लिंकन
26.”आपका विश्वास आपके आप से शुरू होता है।” – जिम रोहन
27. “जब आपको दुःख होता है, आप उससे सीखते हैं।” – अमिताभ बच्चन
28. “जो चीजें आपको दुखी करती हैं, उससे दूर रहिए। जो आपको खुश करती हैं, उनसे संबंध बनाइए।” – महात्मा गांधी
29. “आप जितने सक्षम हैं, उतने ही तरक्की करें।” – विवेकानंद
30. “जीवन का आनंद उसे बांटने से बढ़ता है।” – श्री रविशंकर
31. “जीवन का अर्थ अपने आप को दूसरों के लिए सेवा करने में है।” – महात्मा गांधी
32. “जीवन में सफल होने के लिए, आपको बड़े सपने देखने होंगे।” – महेंद्र सिंह धोनी
33. “जीवन का रहस्य सफलता के लिए मेहनत करना है।” – लटा मंगेशकर
34. “अपने आप में विश्वास करें और दूसरों का सम्मान करें।” – सुभाष चंद्र बोस
35. “धन अच्छी चीज है, लेकिन धन से बढ़कर अच्छी चीज है समझदारी।” – महात्मा गांधी
36. “अपने सपनों के लिए लड़ना जरूरी है।” – स्वामी विवेकानंद
37. “जो लोग आपके बारे में बुरा कहते हैं, उन्हें ध्यान में न रखें।” – माँ तेरेसा
38. “जीवन एक संघर्ष है। आपको हार नहीं मानना होगा।” – अमिताभ बच्चन
39. “असफलता एक अवसर है फिर से प्रयास करने का।” – अपजेफा
40. “आप जो चाहते हैं, वह संभव है।” – विवेकानंद
41. “आपकी सफलता आपके अंदर है।” – जिम रोहन
42. “जो लोग सफल होते हैं, वे लोग नहीं होते हैं जो हमेशा सही होते हैं।” – विश्वास खरे
43. “आप जितना विश्वास रखते हैं, उतनी ही शक्ति आपको मिलती है।” – जिम मुहर
44. “जब आप अपनी आँखें बंद करते हैं, तब आप वह देखते हैं जो आप चाहते हैं।” – अमिताभ बच्चन
45. “जो आपको खुशी देता है, उससे जुड़े रहिए।” – स्टीव जॉब्स
46. “जो आपके सपनों को असंभव कहते हैं, उनसे दूर रहिए।” – आचार्य बालकृष्ण जी महाराज
47. “जब आप अपने सपनों को पूरा करते हैं, तब आप खुशी महसूस करते हैं जो कुछ भी नहीं बदल सकती।” – ओप्रा विनफ्री
48. “जीवन का सबसे बड़ा उपहार है कि आप जीवन को जीएं।” – विल रॉजेंबर्ग
49. “सफलता उसी के लिए होती है जो कुछ करता है, न कि उसके सपनों को देखता है।” – संदीप माहेश्वरी
50. “जीवन का उद्देश्य नहीं है केवल जीना, बल्कि एक अर्थपूर्ण जीवन जीना है।” – विलियम शेक्सपियर
51. “आप अपनी सोच के अनुसार बनते हैं। जो भी आप सोचते हैं, वह आपकी वास्तविकता बन जाता है।” – विलियम जेम्स
52. “जीवन में सबसे खतरनाक विचार होते हैं, उन विचारों से बचें जो आपके समझ से पार होते हैं।” – एलन मस्क
53. “विफलता सफलता का मूल नहीं होती, यह सिर्फ एक नया प्रयास करने से पहले होती है।” – जॉर्ज एलियट
54. “आपका सफलता आपके अंदर की ज़िम्मेदारी है।” – विलियम बूट्स
55. “जितना बड़ा सपना, उतनी ही बड़ी ज़िम्मेदारी।” – विश्वास नायक
56. “जब लोग जुट जाते हैं, तब उनमें शक्ति होती है।” – हेलन केलर
57. जीवन का सबसे बड़ा सूत्र है – अच्छे लोगों का साथ दें। – ए पी जे अब्दुल कलाम
58. “अगर आप आसान रास्ते से सफल होते हैं, तो आपको सोचना चाहिए कि आपने किस चीज का टुकड़ा छोड़ दिया होगा।” – गैरी वास्केज
59. “जीवन एक संघर्ष है जो आपको बेहतर व्यक्ति बनाने में मदद करता है।” – महात्मा गांधी
60. “वृक्ष के समान बनों जो कड़ी गर्मी झेलने के बाद भी सभी को छाया देता है”।– महाकवि कालिदास
इंसान जब दुःखी होते हैं तो साधु-सन्तों, मन्दिर-मस्जिद, गुरुद्वारे में जाकर भक्ति-भजन में लग जाते हैं और जब जीवन में सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा होता है तो यही सब उसे ढोंग-पाखण्ड, आडम्बर लगने लगता है। ऐसा क्यों?
इंसान मतलबी है ओर रिश्ते भी मतलबी ढूँढता है , उसका भगवान से भी कुछ इस तरह का ही रिश्ता है, उसे भगवान से कुछ मिलने की चाहा दिखती है इसलिए वो जाता है, सुख में उसे लगता है की अभी है जब नहीं होगा तब जाऊंगा , उस समय उसकी मानसिकता बदल जाती है।
उसका समय उसे अब कीमती लगने लग जाता है , इसलिए न मंदिर , मस्जिद कुछ याद नहीं आता बस अपने स्वार्थ की पूर्ति करता हुआ नजर आता है , जैसे ही शारीरिक ओर मानसिक कष्ट हल्का सा दिखता है तो वह घबरा कर फिर भगवान के पास आ जाता है,
सबकुछ ठीक है तभी तो आडंबर , पाखंड लगता है जब कुछ भी ठीक नही होता तो वह इंसान ठीक करने के लिए दौड़ पड़ता है, बस जैसे ही ठीक होता है वही भूल जाता है फिर उसी चक्र के चक्रव्यूह में फंस जाता है।
अब इंसान को आडंबर क्या लगने लगता है यह सिर्फ एक इंसान का सवाल नहीं है यह हम देख रहे है, हम बहुत तेजी के साथ आगे की ओर बढ़ रहे है, बहुत सारी नई बाते सुन रहे है।
हमारा व्यवहार बदल रहा है , हमारा समाज बदल रहा है , नए विचार आ रहे है , कुछ गलतिया जो बीते दिनों में हुए उन हम नहीं भूले , कुछ नहीं खोज का पता लगना , कुछ विचारों का बढ़ना , एक बहुत बड़ी जनसंख्या का अलग तरीके से सोचना यह सभी कारण होते है हमारी सोच के बदलने में
यदि लाखों किसी को गलत बोलना शुरू कर देते है, तो हम उसको गलत मानना शुरू कर देते है चाहे वो गलत हो या नहीं , हम उसकी पुष्टि नहीं कर पाते। तो हमारे विचार बदल जाते है, जिसकी वजह से पिछले 10-15 साल में बाबाओ के प्रति विचार बदल गए है।
अब वो आडंबर, ढोंग लगने लगा यही लगता है की वह हमारी आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे है , सिर्फ लूटने का काम ही है अब हमे यही लगने लगा है।
दूध का जला छाछ भी फूँक फूँक कर पीता है , जिस तरह की घटनाए बीते कुछ सालों में हुई है उसकी वजह से हमारे विचार में बदलाव आया है।
हममे से कुछ लोग मूर्ति पूजा करते है।
कुछ लोग निर्गुण निराकार की
कुछ दोनों को नहीं मानते वह बोलते है, प्रकृति ही सबकुछ है, जो जैसे चलना चाह रहा है उसे उसी तरह से चलने दीजिए मंजिल सबकी एक ही है इसलिए इन सभी चिंताओ में न पड़े भीतर की खोज को
जिंदगी कैसी होनी चाहिए ?
जिंदगी कैसी है ? जैसा आप पसंद करते है, जिंदगी बिल्कुल वैसी ही है, इसके विपरीत कभी नहीं होती बेशक हम हर समय कोसते है। अपनी जिंदगी को लेकिन यह हमारी नासमझी है, ओर कुछ नहीं क्युकी जैसी आप इच्छा कर रहे है, जिंदगी बिल्कुल वैसी ही बनती है।
हमारी जिंदगी बस ज़िंदगी बचपन में बिना चाहे मोड ले लेती थी, क्युकी उस जिंदगी की जिम्मेदारी कुछ समाज , परिवार , माता-पिता , रिश्तेदार , दोस्त, विधालय उठा रहा होता है।
और जैसा वो सभी चाहते है, उसी तरह से हमारी जिंदगी मुड़ती, तुड़ती जाती है, जिनकी वजह से अनचाहे मोड जिंदगी को मिल जाते है, फिर वो मोड कैसे भी हो हम भी उसी ओर दौड़ने लग जाते है, उस दौरान हमे कुछ नहीं पता होता की हमे क्या बनना है , कहाँ जाना है? क्या करना है? क्यों करना है बस कुछ होना , पहुचना ओर जाना होता है।
इसी अनजान दौड़ में हम कहाँ से कहाँ निकल जाते है हमे खुद ही नहीं पता होता उसमे कुछ गलतिया , नादानिया हो जाती है जिनका हरजाना बस जिंदगी भर चलता है।
ओर वो भी कही न कही भीतर गहरे मन में तुमने चाहे होंगे, तभी वो सारे विचार ऊपरी सतह पर आ जाते है, ओर जिंदगी को नए नए मोड देकर चले जाते है।
लेकिन यह सब आपके हाथ में ही है, की आप उस जाल से बाहर आ पाते हो या फिर उसीमे गोल गोल घूमते रह जाते हो।
इसलिए जिंदगी गणित सवाल भी है तो उसका जवाब भी है जिंदगी।
जिंदगी कैसी है ? बहुत अटकती भटकती सी है जिंदगी तो फिर उसी मोड पर वापस भी ले आती है, जैसा तुम चाहे हो ज़िंदगी तो साहब वैसी ही हो जाती है।
ज़िंदगी को प्रेम भरी नजरों से देखो प्रेममय ही नजर आएगी जिंदगी , उमंगों से सजती हुई , फूलों सी खुलती हुई , खुसबू सी महकती हुई सी है ज़िंदगी।