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पैसा क्यों जरूरी है

पैसा क्यों जरूरी है? पैसा आवश्यकता है हम सभी की, पैसों से बहुत सारी चीज़े पूरी हो जाती है, #पैसों से साधनों की प्राप्ति होती है,

पैसा तब बहुत जरूरी लगा जब घर में मेडिकल ईमर्जन्सी हुई तब पता चला की पास में पैसे ना हो तो कितनी तकलीफ होती है, हर जगह धक्के खाने पड़ते है, सरकारी अस्पताल में लंबी कतार में लगना पड़ता है, जब आपको किसी टेस्ट के लिए भी तारीख मिलती है सरकारी अस्पताल में तब पैसों की अहमहियत ओर ज्यादा महसूस होती है।

यदि पैसे होते तो इलाज प्राइवेट अस्पताल में करवा लेते बहुत आराम से, ओर अपनी सहूलियत के अनुसार जितनी जल्दी हम चाहते, सरकारी अस्पताल वाले तो आपको अच्छे से देखते भी नहीं है, उनको यदि आप कुछ बोल दो तो उनका जवाब यही होता है की आपको पता है कुछ या मुह उठाकर आ गए हो, हर सरकारी अस्पताल में जाता हुआ उन्हे अनपढ़ ओर गरीब ही दिखता है जिनके साथ वह किसी भी प्रकार का व्याहवार कर लेते है।

पैसों की कमी तब पता चलती है जब आप सिर्फ कुछ रुपयों की वजह से अपना केस नहीं लड़ पढ़ पाते हो, हमे ऐसा लगता है की हमारे साथ क्या बुरा होगा यदि हम किसी का बुरा नहीं करेंगे तो लेकिन कब कौनसी घटना हमारे साथ घट जाए इस बात का किसी को नहीं पता होता, इसलिए पैसा जरूरी है।

अचानक यदि कोई एक्सीडेंट हो जाए ओर आपका इलाज सिर्फ कुछ रुपयों की वजह से रुके तब आपको पैसों की कमी महसूस होती है।

पैसा क्यों जरूरी है यह बात तब और ज्यादा महसूस होती है जब आप स्वयं को असहाय मानते हो सिर्फ उन पैसों की वजह जब आप अपने बहुत सारे कार्यों को भी नहीं पूरा कर पाते।

वो पंडित भी आपको तब दर्शन करने देते है भगवान के जब आप चड़ावा ज्यादा देते हो, बिना चडावे के तो पंडित बस आपको आगे करते जाते है।

#भाई को आगे पढ़ ना पाते देखा तो पता चला पैसा बहुत जरूरी है।

#बिना खाए सोया तो पता चला पैसा बहुत जरूरी है।

#संसार में जीवन यापन करने के लिए पैसा अति महत्वपूर्ण है। बिना पैसे के न भोजन मिलेगा,न पानी ,न बिजली,न मोबाइल में रिचार्ज होगा, कि कोरा पर आकर सवाल जबाब कर सकें। जीवन की हर छोटी बड़ी जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसा बहुत जरूरी है।

#खुशी के लिए पैसा महत्वपूर्ण है

#पढ़ाई को बीच रास्ते में छूटते हुए देख लगा की पैसा बहुत जरूरी है।

#मुझे आमिर होकर देखना है पैसा है तो सब अपने है, वरना सब सपने है।

#छत से पानी टपकते हुए देखा तो पता चला पैसा बहुत जरूरी है, दीवारी की सफेदी झड़ रही थी लेकिन सफेदी के पैसे भी ना थे तो लगा ये जवानी भी किस काम यदि पैसा ना हुआ हाथ में तो

#पैसे कमाना तो सबसे जरूरी है। जीवन में और कुछ करें ना करें , लेकिन पैसे जरूर कमाएं। क्योंकि पैसा कमाते रहेंगे तो दुनिया आपकी है, सारे रिश्ते आपके है, सभी दोस्त आपको पूछते है वर्ना आपका कोई नहीं। ये मेरा निजी अनुभव है।

पैसा आज के समय का सबसे अनमोल वस्तु बन चुका है आप बिना पैसों की आज का जीवन जीने का सोच भी नहीं सकते यह और चिकन आर्थिक दोनों ही क्षेत्र के लिए बेहद जरूरी है इसमें ना केवल व्यापार बल्कि घरेलू शोध पढ़ाई समाज सेवा मंदिर और आविष्कार सभी के लिए पैसा बेहद जरूरी है।

“पैसा कमाना जरूरी तो है” ये माइंडसेट होगा तो अच्छा है “लेकिन पैसा ही जरूरी है” ये माइंडसेट गलत है।

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हमारी पृथ्वी का हृदय

पर्यावरण हमारी पृथ्वी का हृदय
उसे साँवरे नहीं इस बात में कोई संदेह ।

सब इस प्रकृति माँ का दिया देय….
इसका सही प्रयोग से करे व्यय ।

पेड़ पौधे धरती की संपदा….
सिर्फ़ उसका दोहन लाएगी विपदा ।

स्वयं से करे पर्यावरण को सुरक्षित
अपनी लालचो को करे संयमित ।

पर्यावरण में गहरा असंतुलन….
तापमान बढ़ रहा कट रहे है वन ।
एक तकलीफ़ हो रहा जलवायु परिवर्तन ।

इस गहरी समस्या पे दे ध्यान….
कैसे बाहर आयेंगे बने बुद्धिमान ।
नहीं तो जल्द गर्कं हो जाएँगे सब श्रीमान ।

सब जगह भिन्न भिन्न पेड़ उगाये…..
जल कटाव मिट्टी पहाड़ो को बचाये ।
हर दिन पर्यावरण दिवस जी कर मनाये ।
इस धरती को मानव का स्वर्ग बनाये ।
ख़ुद भी जिए दूसरी को भी जिवाए ।
यह मंत्र पढ़े और पढ़ाये ।

पर्यावरण, हमारी पृथ्वी का हृदय है। यह हमारे सभी जीवनों की जड़ है और हमारे अस्तित्व के लिए आवश्यक है। पर्यावरण हमें स्वच्छ और ऊर्जावान वातावरण प्रदान करता है जो हमारे स्वास्थ्य और कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है।

हालांकि, आजकल हमारे पर्यावरण को नष्ट करने की चिंता बढ़ रही है। वनस्पति और जीव-जंतुओं के नष्ट होने, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों, वायु प्रदूषण और जल संकट के कारण पर्यावरण की स्थिति गंभीर हो रही है।

हमें इस बात में कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि पर्यावरण का संरक्षण आवश्यक है। हमें अपनी भूमिका समझनी चाहिए और सुस्थित और सुरक्षित पर्यावरण की रक्षा करनी चाहिए। हमें प्रदूषण कम करने, वनरक्षण को बढ़ावा देने, जल संरचनाओं को सुधारने और जल संचय करने के लिए जागरूक होना चाहिए। वन्य जीवों की संरक्षा और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का सामरिक मुकाबला भी हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।

हमारे पर्यावरण को साँवरने के लिए हमें साझा संगठनिक प्रयास करने, अधिकांशतः संयुक्त राष्ट्र की मान्यताओं और समझौतों का पालन करने और नवाचारी तकनीकों का उपयोग करके समस्याओं का समाधान ढ़ूंढ़ने की आवश्यकता है। पर्यावरण के हित में सतत और संवेदनशील प्रगति करना हमारा कर्तव्य हद्वारा जारी यह संदेश स्वर्णिम संकट को दर्शाता है। पर्यावरण हमारी माता की तरह है, और हमें उसे सावरना हमारा दायित्व है। इसके बिना, हमारा अस्तित्व खतरे में है। हमें संयुक्त रूप से कार्य करना होगा और पर्यावरण की सभी मान्यताओं का पालन करना होगा ताकि हम इसे सुरक्षित रख सकें। हमें जल संचय, प्रदूषण नियंत्रण, और वन संरक्षण में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए। साथ ही, हमें नवाचारी तकनीकों का उपयोग करना चाहिए जो पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी में सुधार ला सकें। यदि हम इन समस्याओं के सामाजिक, आर्थिक, और वैज्ञानिक मुद्दों को संगठित रूप से समझते हैं और उन्हें हल करने के लिए सक्रिय रूप से काम करते हैं, तो हम पर्यावरण को सावर सकते हैं। पर्यावरण हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए बचाने योग्य एक अमूल्य धरोहर है, और हमें इसकी सुरक्षा करनी चाहिए।

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ना करे चिंता

कृपया ना करे चिंता कौन कौन आपसे बढ़िया परिणाम दे रहा…..
ध्यान दे स्वयं स्थापित कीर्तिमान पे, जाने क्या वो निरंतरता से सुधर रहा ?

चिंता ना करें, ध्यान दें स्वयं स्थापित कीर्तिमान पर,
उच्चता की चोटी पर, जहां आप स्वयं बने हुए हैं स्वामी।

आपकी विजय की कविता गाती है समय के संगीत,
इतिहास की पन्नों में छाया है आपका नाम विक्रमित।

वीरता के अभिनय में आपकी छाप छोड़ी है साक्षी,
कहीं भी जब भी विजय की लहर उठी, आप ही थे नेता।

आपकी प्रगति, आपकी कर्म यात्रा का अभिनय,
चरित्र और साहस की गाथा, जो अमर हुई आज तक।

कोई चुनौती आई, आपने उसे गले लगाया,
सफलता की विजयगाथा, जो आज तक चमक रही है।

आपकी पराक्रम से रौशन हुई देश की प्रतिष्ठा,
वीरता के प्रतीक, जो बने हुए हैं आपके चरित्र का आधार।

ध्यान दें स्वयं स्थापित कीर्तिमान पर, जो निरंतर बढ़े,
कविता गाती है आपकी महिमा, जो आज तक बची रहे।

अपार सम्मान जो दिया आपको लोगों ने,
आपकी प्रतिष्ठा की चर्चा होती है अभिनय के रंगों में।

आपकी कीर्ति बहुतायत से ऊँचाईयों पर पहुँची,
आप हीं हैं वो वीर, जिनका लहराए ध्वज देश का।

आपकी आपने आप से हो प्रतिस्पर्धा….
निरंतर सुधार स्वयं कार्य में सच्ची विधा ।

दूसरे पे ध्यान रहेंगे सदा परेशान….
अपने कार्य पे ध्यान रखे जजमान ।

आपका कार्य बने आपकी पहचान….
और मिले आपको उचित सम्मान ।

सदा ध्यान स्वयं पे….
सम्मान सब को दे ।

नमस्कार देखे समझे चिंता से कुछ नहीं होता जो होता है आप की क्रिया प्रतिक्रिया आप की प्रतिस्पर्धा सिर्फ़ आप से है न कि दूसरे से बस आपको कोशिश करनी है स्वयं का स्थापित कीर्तिमान सुधारना है ये संकल्प करे जिधर का होगा ध्यान वही की सूचना आपको अपने घर में आमंत्रित करेगी तो इसी तरह से सोचना उचित है दूसरे पे ध्यान उससे आप प्रेरणा ले सकते है लेकिन उसकी नक़ल तो पहचाने नहीं हम में अक्ल ।

बस स्वयं से एग्रीमेंट करे कि अपने कार्य की गुणवक्ता में सुधार करते रहे जीवन सरिता अविचलित अविरल बहती रहे मार्ग में आये व्यवधानों से निपट कर अपनी राह सुनिश्चित करे और दूसरौ के लिए प्रेरणा सोत्र बने ।
जीवन चलने का नाम चलते रहो यहाँ सुभ ओ शाम, बस कृपया कर ना करे चिंता और हो जाए सब काम।

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मेरे ख्यालों में

यू बेवजह कही भी कभी भी
“बस तुम”
आया ना करो
बेमतलब अब बस मुझे
तुम सताया ना करो
बिना पूछे जो तुम आ जाते हो
जब मर्जी ये जो तुम मेरे खयालो का
दरवाजा खटखटाते हो
मैं खोलता हूं दरवाजा तो
नजर नही आते हो
पता नही क्यों तुम
मुझे सत्ताकर भाग यू जाते हो
यह बेफालतू की जिद्द है
तुम्हारी मेरे ख्यालों में आने की
मुझे इस कदर सताने की
इसलिए

यू बेवजह कही भी कभी भी मेरे ख्यालों में बस तुम आया ना करो
मेरे ख्यालों में


बात अब तो मेरी तुम मान जाओ
मुझे यू ना तुम सताओ , ना तड़पाओ
बस अब वापस आ जाओ
फिर हक से मेरे
खयालो का दरवाजा खटखटाना, तोड़ना और
भीतर आ जाना
सिर्फ तुम बस जाना
और फिर अगर
तुम चाहो तो रुलाना और सताना भी
लेकिन
मुझे छोड़कर नही तुम जाना

इन्हे भी पढे: ख्याल, तेरा ख्याल, तुम्हारा ख्याल,

सच्चाई का करे

सच्चाई का करे सदा स्वागत , इसमे कोई घाटा नहीं है , इसमे मिलती सदा भलाई है, ये आपके गुण को गुना कर देती है इसका करे सदा स्वागत, झूठ से बचे एक झूठ को छुपने के लिए 100 झूठ ओर बोलने पड़ते है, इसलिए सदा रहे दूर उस झूठ से, सच्चाई का दे हमेशा साथ रख कर मन में यह आत्मविश्वास , आत्मविश्वास की डोर बहुत मजबूत देती हिम्मत ओर सूझबूझ, प्रेम भाव से देखे सबको छल कपट से भी रहे दूर, अहित किसी ना करे बस यही भाव लेकर सदेव आगे बढ़े, अडिग रहे अपने पथ पर आगे बढ़े, सच्चाई का करे स्वागत

सच्चाई का करे
सदा स्वागत…
देगा यह कमा के
कई गुणा लागत ॥ जहां सच्चाई वहाँ नही
डर का बसेरा….
वहाँ सदा ख़ुशियों का
नित नया सवेरा ॥ सच्चाई की धार…
डरते झूठे ओर मक्कार ॥

सच्चाई का करे सदा स्वागत,
इसमें कोई घाटा नहीं है।
इसमें मिलती सदा भलाई है।
ये आपके गुण को गुणा कर देती है।

इस पर चिंतन करें सदा स्वागत।
सत्य की पथ पर चलें निरंतर,
खोये आपने मन की भ्रांतियों को।
जीवन में जो भी गलत है,
उसे सही करें निश्चित तौर पर।

धोखे से दूर रहें, मखौलियों से।
सत्यता का पाठ पढ़ें सिर उच्च कर।
जीवन की गहराइयों में जा कर,
खोए हुए आत्मा को खोजें निरन्तर।

यथार्थता की ओर आगे बढ़ें,
प्रेमभाव से हर किसी को देखें।
अहंकार को छोड़ दें पीछे,
निष्काम कर्मों में जीवन बिताएं।

सच्चाई का स्वागत करें सदा,
जीवन को नयी दिशा दें बरसों।
धर्म की रक्षा करें सबकी,
इसी से मिलेगी सदा सुख-शांति।

सच्चाई का करें सदा स्वागत,
इसमें नहीं है कोई घाटा।
सदा उज्ज्वल हो जाए आपका जीवन,
सत्य की रोशनी से भर दे हर पल।

इन्हे भी पढे राम ललवानी द्वारा लिखी गई कुछ कविताए: जीवन आप रहे, जीवन में सफलता, जीवन का आनंद

कुछ बात ऐसी

कुछ बात ऐसी
कुछ बात वैसी
बस ना जाने कैसी कैसी कहानी ,हर मोड़ पर थी कहानी
कुछ अभी की तो कुछ बात पुरानी
ना जाने कौनसी कहानी

कुछ इस तरह
कुछ उस तरह
चलती रही हमारी कहानी
कुछ उलझी कहानी तो सुलझी कहानी
कुछ भूली बिसरी जवानी
कुछ बीत गई जवानी

संग ना जाने कितने किस्से और हुई कहानी
कुछ सफर जाने पहचाने तो कुछ अनजाने

अब यार छोड़ो
ये बाते सब पुरानी
देखलो
ढल गयी मेरी जवानी,
करली नादानी जो करनी थी नादानी
हो गयी नादानी,
अब नही करनी और कोई नादानी
अब नही कोई हरकत बचकानी
बस चल रही है ये जिंदगानी
जो ढलनी थी मेरी जवानी
वो भी ढल गई है

अब नही कोई परेशानी,
बस मस्त जीने दो मुझे अपनी जिंदगानी
कुछ बात ऐसी,
कुछ बात वैसी
बस ना जाने कैसी कैसी

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पढ़ाई क्यों जरूरी है

पढ़ाई क्यों जरूरी है ? इस बात को समझते है, पढ़ाई हम सभी के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, यह हमारे व्यक्तित्व को विकसित करती है, और हमे सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाती है, जब तक हम किसी भी विषय को अच्छे से नहीं पढ़ते , हमारी सोच विकसित नहीं होती है, और हम सफलता की दुनिया में आगे नहीं बढ़ सकते हैं।

आज के समय जीतने भी सफल व्यक्ति है उनकी दिनचर्या में पुस्तके शामिल है वह हर रोज कुछ नया कुछ नया पढ़ते है , कुछ नया सीखते है तभी कुछ नया वो सभी कर पाते है हमारा मस्तिष्क ओर विकसित तभी होता है जब कुछ पढ़ते है देखते है , नई नई चीजों के बारे में जानने की कोशिश करते है।

पढ़ाई करने से हमारे ज्ञान और विचारशक्ति में विस्तार होता है। इससे हम विभिन्न क्षेत्रों में अपने आपको आगे बढ़ सकते है, और अपने अवसरों को समाज व सम्पूर्ण मानव जाति के लिए उपयोगी बना सकते हैं।

पढ़ाई के द्वारा हम समाज में एक सक्षम व्यक्ति के रूप में उभर सकते हैं। यह हमारे जीवन में एक आधार बनती है, जो हमें सफलता के द्वार तक पहुंचाती है।

पढ़ना हमारी प्रथम प्राथमिकताओं में होना चाहिए, जितना ज्यादा हम किताबें पढ़ेंगे, जितना ज्यादा अध्ययन करेंगे, हमारे दिमाग में उतना ही ज्यादा कंटेंट होगा साथ ही हमारे दिमाग में जितना ज्यादा कंटेंट होगा उतने ही बेहतर ढंग से हम हमारे एग्जाम में उसका प्रयोग कर पाएंगे।

यकीन मानिए यदि गलती से भी मेरे जैसा अध्ययनरत छात्र इस कोरी बकवास पर विश्वास करके बैठ जाए कि— किताबी ज्ञान से कुछ नहीं होता तो जरा सोचिए तो सही जब मेरे दिमाग में कंटेंट ही नहीं होगा तो मैं प्रयोग क्या करूँगा???

इसलिए, पढ़ाई जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। हम सफलता की ऊंचाइयों को छूने के लिए इसे अपने जीवन का आधार बनाना चाहिए।

पढ़ाई क्यों जरूरी है इस बात का आपको विचार करना है ओर इसे समझना है।

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तुम्हारा खुद का समय

तुम्हारा खुद का समय यह वो समय है जिसे तुम स्वयं के साथ व्यतीत करना चाहते है, यह समय खुद के साथ बस कैसे बिताना चाहते हो ये तुम्हारा ही फैसला है , क्या तुम इस समय को अपने दोस्त, फैमिली, या किसी काम में लगना चाहते हो या फिर अकेले ही इस समय का भरपूर आनंद उठाना चाहते हो, इस समय में तुम्हे पूरी आजादी है तुम जो कुछ भी करना चाहते हो वही तुम कर सकते हो, इस समय के और तुम्हारे बीच में कोई नहीं होता बस इस समय का फायदा तुम कैसे लेते हो ये तुम पर ही निर्भर है।

क्या इस समय में तुम आत्म मंथन करते हो या कुछ गेम खेलने लगते हो या फिर किताबो के संग वक्त बिताते हो, कुछ संगीत या कुछ और क्या करते हो इस वक्त के साथ तुम, या फिर अपने समय को भी बस बिताने की कोशिश करते हो और तुम्हे पता ही नही की तुम्हारा खुद का समय है क्या ? यह समय जो तुम खुद के लिए खोज रहे थे उस समय को भी तुम बस बरबादी की ओर मोड़ रहे हो।

इस समय के साथ सोचता हूं मुझे सोचना और लिखना बेहद पसंद है यह समय दुबारा नहीं आएगा इसलिए मैं अपने समय को सिर्फ सोचने के लिए बिताना पसंद करता हूं, मैं आध्यात्म और आत्मचिंतन में समय को व्यतीत करता हूं, सोचने से अर्थ मेरा मैं स्वयं को बेहतर कैसे करू, और क्या क्या कर सकता हूं इसी विषय में अधिक सोचता हूं और अपने विचारो को और स्कारात्मक बनाना ही मेरा उद्देश्य रहता है। मैं अपने भीतर के नकारात्मक विचारों को हटाने का प्रयास करता रहता हूं और उन्हें अपने मन और मस्तिष्क से दूर ही रखने की कोशिश में रहता हूं।

बहुत बार ऐसा होता है की हमे हमारा समय नहीं मिल पाता किसी न किसी कार्य में बुद्धि व्यस्त हो जाती है जिसकी वजह से हम स्वयं को ही भूल जाते है। स्वयं को याद रखने के लिए हमेशा अपने विचारो को शांत रखना चाहिए।
ज्यादा समय ध्यान में व्यतीत करना चाहिए, जिससे आप स्वयं के साथ ज्यादा से ज्यादा बिता सके

इन्हे भी पढे : ध्यान, ध्यान करते समय, यादों से कैसे बचे, तन्हाई का रास्ता

अनुभव खुद का चखा

अनुभव खुद का चखा स्वाद….
याददाश्त स्मृति में बनी याद ।

अनुभव का उम्र से नहीं कुछ लेना-देना…
ये समझ और जिम्मदारियों का गहना ।

अनुभव उसको जो परिस्थिति का करे सामना….
उम्र से कुछ लेना-देना नहीं यह एक ग़लत धारणा ।

अनुभव एक नक़्शा….
सही से जीवन जीने की कक्षा ।

अनुभव खुद का चखा स्वाद,
याददाश्त स्मृति में बनी याद।

यात्रा जीवन की एक सफ़र है,
जिसे हम सबको तय करना है।
छोटी छोटी खुशियों की बारिश,
जीने का बहाना ढूंढना है।

रंगीन दिनों के जब होते हैं वादे,
ख्वाबों को हक़ीक़त में बदलना है।
चलती है ज़िंदगी की रेलगाड़ी,
हर स्टेशन पे खुश रहना है।

दरिया बहता है अपने रास्ते,
मुसाफ़िर होकर मज़बूत रहना है।
कभी पत्थरों पर टिके रहना है,
कभी तूफ़ानों को झेलना है।

आगे निकलने की हर बार हो चाहत,
हार न मानना जीने का तरीक़ा है।
चोट खाने के बावजूद हँसते रहना,
खुद को यही सीखना है।

ज़िंदगी की दौड़ में थोड़ी ठहराव,
सुकून की राह पर चलना है।
हर एक पल को जीने की आदत डालो,
खुशी की समय में मुस्कान लाना है।

गलतियों से सबक सीखना है,
बड़े सपनों को चेस्टा करना है।
हार न मानने की ज़िद रखना है,
सपनों को हक़ीक़त में बदलना है।

याददाश्त स्मृति में बनी याद,
अनुभव खुद का चखा स्वाद।
जीवन की यात्रा में बहुत है सुंदरी,
हर एक पल को जीने का बहाना है।

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हाशिम अमला

ये तस्वीर भारतीय मूल के साउथ अफ्रीकी क्रिकेटर हाशिम अमला की हैं. गुजरात से ताल्लुक रखने वाले अमला की गिनती विश्व के नायाब क्रिकेटर में होती है, अमला साउथ अफ्रीका के पहले मुस्लिम और अश्वेत कप्तान रहे हैं. इसके अलावा वह 2002 में साउथ अफ्रीका के अंडर-19 क्रिकेट टीम के कप्तान भी रह चुके हैं. उनकी कप्तानी में उस साल साउथ अफ्रीका ने फाइनल तक का सफ़र तय किया था।

हाशिम मोहम्मद अमला ओआईएस (जन्म 31 मार्च 1983) एक दक्षिण अफ़्रीकी पूर्व अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर हैं जिन्होंने टेस्ट और वनडे में राष्ट्रीय टीम की कप्तानी की। अमला के नाम सबसे तेज 3,000, 4,000, 6,000 और 7,000 वनडे रन बनाने का रिकॉर्ड है, और 5,000 रन तक पहुंचने का दूसरा सबसे तेज रिकॉर्ड है।

हाशिम मोहम्मद अमला
हाशिम

अमला एक शानदार खिलाड़ी तो रहे ही साथ ही वह उसूलो के भी पक्के रहे, हाशिम अमला एक ऐसे खिलाड़ी रहे हैं, जिन्होंने अपने करियर कभी भी बीयर या किसी शराब का प्रचार-प्रसार नहीं किया, इस्लाम घर्म में इन दोनों के ही सेवन प्रतिबंधित है, और हाशिम ने हमेशा ही इनसे दूरी बनाई रखी और एक समय ऐसा भी आया, जब उन्होंने अपनी जर्सी पर ‘कैस्टल लैजर’ कंपनी का लोगो लगाने से इनकार कर दिया. अब जबकि यह शराब बनाने की कंपनी थी और मुद्दा इसके प्रचार-प्रसार से जुड़ा था, तो हाशिम अमला ने दिखाया कि वह अपने धार्मिक मूल्यों के प्रति कितने ज्यादा समर्पित हैं, इस फैसले के लिए अमला को प्रायोजक से मिलने वाली रकम भी गंवानी पड़ी, और इतना ही नहीं उन्हें इसके लिए दक्षिण अफ्रीकी बोर्ड को जुर्माना तक भरना पड़ा। इसके बाद में क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका को हाशिम अमला की मांग के आगे झुकना पड़ा और बोर्ड ने अमला को अपनी शर्ट से कंपनी का लोगो हटाने की इजाजत दी थी।

हाशिम अमल के कुछ रिकार्ड 

#उन्होंने वनडे और टेस्ट दोनों फॉर्मेट में 25 और इससे ज्यादा शतक लगाए हैं. उनके अलावा चार और बल्लेबाज ही ऐसा कर पाए हैं. इनके नाम हैं- सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, रिकी पोंटिंग और कुमार संगकारा.

#एबी डिविलियर्स के बाद वे दूसरे ही बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट और वनडे दोनों में 45 से ज्यादा की औसत के साथ 8000 रन बनाए हैं।

#उन्होंने दक्षिण अफ्रीका की ओर से सबसे ज्यादा 27 वनडे शतक लगाए. इनमें से 24 शतक जीत में बने हैं.

#टेस्ट क्रिकेट में जैक कैलिस के बाद दक्षिण अफ्रीका के लिए रन बनाने में वे दूसरे नंबर पर हैं.

# दक्षिण अफ्रीका के लिए इंग्लैंड, भारत और वेस्ट इंडीज के खिलाफ सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड भी हाशिम अमला के ही नाम है।

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