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रेलवे कर्मचारी

रेलवे कर्मचारी की कहानी 35 साल रेलवे में टीटी की नौकरी करने के बाद रिटायर हुए। घर पर रहने लगे।
एक महिने बाद ही पत्नी ने पति से कहा डाक्टर के पास जाना है, मुझे थोड़ा सा चैकअप कराना है।
?
शाम पत्नी को डाक्टर के पास ले जाकर पति ने कहा जाइए दिखाईये,,
उसने रोनी सी सूरत बनाकर कहा आप आगे आईये
मेरा तो बहाना था
दरअसल आपको दिखाना था
?
डाक्टर साब , ये पिछले 35 साल रेलवे में टीटी रहे,
सप्ताह में केवल दो दिनों के लिये घर आते थे, बाकी दिन बाहर रहते थे।
लगातार “रेल यात्रा के वातावरण” को सहते थे।
?
अब रिटायरमेंट के बाद घर आते ही कमाल कर दिया है,
चार फीट चौड़े पलंग को काट कर दो फीट का कर दिया है,
अटैची को सांकल से बांध कर ताला लगाते हैं,
तकिये में हवा भरते हैं और चप्पलें सिरहाने रखते हैं,
कमरे का ट्यूब लाइट अलग हटा दिया है और
उसकी जगह जीरो वाट का वल्ब लगा दिया है,
?
टेप रिकार्डर से फिल्मी गानों का कैसेट निकाल कर,,
रेल्वे एनाउंसमेंट,
गाड़ी चलने की ध्वनि,
घंटी की घनघनाहट,
और
गरम चा,,इय समोसा की कर्कश आवाज का केसेट लगाते हैं,
मूंगफली के छिलके,और बीड़ी सिगरेट के टुकड़े पलंग के चारों ओर फैलाते हैं ,
?
मैं तो रात भर जागती हूँ
और ये आराम से सो जाते हैं
पता नहीं कैसी जिंदगी जीते हैं
कप में चाय दो, तो कुल्हड़ में पीते हैं ,
?
एक रात मेहमान आये तो मैंने इन्हें जगाया,
इन्होने करवट बदली और मेरे हाथ में ट्रेन का टिकट और सौ रुपये का नोट थमाया।
?
मैने कहा ये क्या है,तो बोले रसीद नही बनाना
इंदौर आये तो ख्याल से उठाना
?
पिताजी से,दहेज में मिला सोफासेट आधे दामों में बेंच आये है,
बदले में दो सीमेंट की ब्रेंच खरीद लाये है,
?
बेडरूम में लगीं पेंटिग्स को अलग कर दिया है,
उनकी जगह,
भारतीय रेल आपकी अपनी सम्पत्ति है,
जंजीर खींचना मना है?
लिखवा दिया है,
?
एक रात इनके पास आकर बैठी
इन्होने पांव मोड़े और कहा आइए
आइए आराम से बैठिये
?
डाक्टर साब बताने में शर्म आती है पर आपसे क्या छिपाना है
इन्होने ने मुझसे पूंछा
बहन जी आपको कहाँ जाना है
?
डायनिंग टेबिल पर खाना खाने से मना करते हैं
पूड़ियां मिठाई के डिब्बे में और सब्जी को प्लास्टिक की थैली में भरते हैं,
?
एक रात मेरे भाई और पिताजी आये
दोनों इनकी हरकत से बहुत लजाये
रात में भाई ने इनकी अटैची जरा सी खिसकाई
ये गुस्से में बोले जंजीर खींचू चोरी करते शर्म नहीं आई
?
सुबह सुबह बूढ़े पिताजी जल्दी उठ कर नहाने जा रहे थे
बालकनी पर इनके पास वाली खिड़की से आ रहे थे
उन्होंने खिड़की से हाथ डाल कर इन्हें जगाया
इन्होने गुस्से में कहा इस तरह से मत जगाओ
यहाँ कुछ नहीं मिलेगा,
? बाबा ,आगे जाओ
पिताजी आगे गये तो उन्हें वापस बुलाया
?
उन्हें एक रुपये का सिक्का दिया और पूंछा कौन सा स्टेशन आया
?
इनका अजीब कारनामा है
एक पर एक हंगामा है
अभी कबाड़ी के यहाँ से एक पुराना टेबिल फेन मंगवाया
छत पर लटके अच्छे खासे सीलिंग फेन को उतार कर उसकी जगह टेबिल फेन लटकाया
?
उसे चालू करने विचित्र तरीका अपनाते हैं
जेब से कंघी निकाल कर पंखा घुमाते हैं
?
सुबह मंजन ब्रश साबुन निकाल कर बाथरूम की ओर जाते हैं,
मैं कहतीं हूँ बेटा गया है
तो वहीं लाइन लगाते हैं
?
समझाती हूँ आ जाओ, तो रोकते हैं
हर दो मिनट के बाद बाथरूम का दरवाजा ठोकते हैं
?
इन्होने पूरे घर को सिर पर उठा लिया है
घर को वेटिंग रूम और बैडरूम को ट्रेन का कम्पार्टमेंट बना दिया है
?
इनके साथ बाकी जिंदगी कैसे कटेगी हम यह सोच कर डरते हैं
और ये सात जनम की बात करते हैं
हम तो एक ही जनम में पछताये
भगवान किसी युवती को रेलवे के टीटी की पत्नी न बनाये…..

एक रेलवे कर्मचारी

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विचारों से बदले जिंदगी

विचारों से बदले जिंदगी हम सभी कुछ ना करने ओर होने के बस बहाने ढूंढ़ते है लेकिन उन बहानो से नुकसान हमारा ही होता है कुछ ना होना चल सकता लेकिन उस चीज के लिए तुमने यदि प्रयास ही नहीं किया तो यह ग़लत है यह तो भागना हो गया।

किसी भी कार्य में सफलता को पाने के लिए उसमे मेहनत ओर लगातार कार्य करना पड़ता है तभी वह कार्य परिणाम ओर सफलता का रूप लेती है।

क्या आप बहुत सारे बहानों के साथ सफल हो सकते है ?

यदि सचिन तेंदुलकर , लता मंगेश्कर आदि महान लोग बहाने बनाते तो क्या आज वो इस मुकाम को हासिल कर पाते।

Corona काल सभी के लिए आया है लेकिन क्या आप इस समय का सदुपयोग कर पा रहे है ? या फिर आप के पास बहुत सारे बहाने है कि हम क्या कर सकते है घर बैठकर

घर बैठकर भी बहुत कुछ एसा है को आप ही कर सकते है कोई ओर नहीं क्युकी जिंदगी में अच्छी आदतों का चुनाव आपको ही करना है

यही समय है जब आपको अपने लक्ष्यों का निर्धारण करना है , आइए अपने विचारों से बदले जिंदगी

1- अपने पुरानी आदतों को बदल कर नया रूप देना

2- अच्छे विचारो का संग्रह करना है

3- आपके जीवन का क्या लक्ष्य है आपको जानना है

4- आप क्या बनना चाहते है यह आपको ही सोचना है

5- पिछले बीते हुए समय में हमसे कहां गलतियां हुई है उनको समझना है।

6- अपने समय को ओर बर्बाद नहीं करना यह निश्चय करना है।

7- क्या अभी जो आप कर रहे है? वो सही है या इसमें भी कुछ बदलाव लाना है यह भी आपको ही सोचना है।

8- अगले 5-10-15-20 साल में आप अपने आपको कहा देखना चाहते है यह भी आपको ही तय करना है।

9- क्या आप अपनी विफलता को लेकर ओर भी बहाने बनाना चाहते है यह भी आपको ही तय करना है।

10- आपको क्या नया सीखना , पढ़ना , लिखना है यह भी आप ही करिए।

11- जिस कार्य में अधिक रुचि है उसको इस समय में भरपूर कर लीजिए।

पछतावा

पछतावा कब होता है ? गलती जों हर कोई करता है वो गलती है घर छोड़ने की एक युवा अवस्था में बहुत सारे लोगों के मन यह ख्याल आता है कि हमें घर छोड़ कहीं वन , आश्रम , या पहाड़ों पर कहीं चले जाना चाहिए।
लेकिन क्या यह उचित है ? क्या सहज ही यह संभव है ?

हम एक बार को मां लेते है की यह संभव है परन्तु उस घर को छोड़ने का कारण ओर परिणाम कभी सोचा है ??

यह गलती 100 प्रतिशत लोग करते है जिनको अपनी भूल का पछतावा होता है ओर फिर वही साधु आपकोंथ सलाह भी देते है की संत क्यों बनना ? गृहस्थ जीवन बिताए वहीं सबसे बड़ा आश्रम है परन्तु गृहस्थ ? जरूरी नहीं कि शादी भी करो जो लोग जीवन को बांधना नहीं चाहते उन लोगो को शादी भी नहीं करनी चाहिए इस जीवन को मुक्त रखना सभी बंधनों से विचारो से , कार्यों से इसलिए में तो गृहस्थ जीवन की भी सलाह नहीं देता।

यदि आप घर में भी रहे तो को पहले से संबंध बन चुके है उन्हीं के साथ निर्वाह कीजिए मरा पिता , भाई बहन , बंधु बांधव रिश्तेदारों के साथ यही संबंध धीरे धीरे स्वत ही छूट जाएंगे ओर बंधन मुक्त हो जाएंगे इन्हे जबरदस्ती मत छोड़िए जबरदस्ती कुछ भी संभव नहीं है इसलिए जीवन को स्वत ही होने दीजिए।

यदि कोई आपको अब भी गृहस्थ जीवन की सलाह देता है इसका सिर्फ एक ही कारण है वह बहिर्मुखी होते है उनका अंतर्मुखी ना होना ही इस बात का पछतावा है कि उन्होंने घर क्यों छोड़ा
यह सिर्फ किसी एक व्यक्ति विशेष की व्यथा नहीं है यह उन लाखो , करोड़ों लोगों की व्यथा है जो साधु , संत बन जाते है परन्तु उनका उद्देश्य का है यह समझ नहीं पाते
बस इतना ही कारण है इसके विपरित कुछ भी नहीं

मेरे मन में भी लगातार याहिंद्वांध चलता रहता है, कि घर में रहू या घर छोड़ कर भाग जाऊ
लेकिन घर छोड़कर जाना क्यों ?

सीधा ओर सरल प्रश्न जो मैंने स्वयं से हजारों , लाखो बार किया है, ओर उसका उत्तर सीधा ओर सरल यही है बाहर जाकर भी कोई ना कोई कार्य इत्यादि तो करना ही पड़ेगा चाहे आप आश्रम में जाए या फिर कहीं ओर, इसके विपरीत आपको  भिक्षुक भी बनना हो सकता है, इस पर के निर्वाह के कारण ओर भी कई अन्य स्तिथि ओर परिस्थिति का सामना भी करना पड़ेगा।

फिर क्यों ना घर पर रहकर ही चिंतन मनन स्वयं का अध्यन किया जाए , क्यों छोड़ जाना घर को
हम इस समय जिस परिवार के साथ रहते है, वह सबकुछ हमारे ही द्वारा किया गया चुनाव है, फिर क्यों इस स्तिथि ओर परिस्थिति से विमुख होना।

जिंदगी से जिंदगी

बीते हुए दिन
जिंदगी से जिंदगी कि कुछ मुलाकातें
जो अधूरी थी शायद पूरी भी ना हो सकी
ओर कभी शायद पूरी अब हो भी ना सके
क्युकी वो दब गई, दफन हो गई

उन बीते हुए दिनों में, उन बीते हुए दिनों
जिनमें मैने बहुत सारी नादानी की थी
क्या उन नादानियों को फिर से याद करूं?
ऐसा क्या ख़ास है?
उन बीते हुए दिनों में, जिंदगी से जिंदगी की कुछ मुलाकाते

जो मै फिर से जाऊ उन पुरानी यादों में,
बातो में,
क्यों गुम हो जाऊ?
क्या है ख़ास?
है क्या ख़ास?

नहीं पता, मुझे नहीं पता
लेकिन फिर भी ना जाने क्यों?
ना जाने क्यों?
वो बीते हुए दिन बहुत याद आते है
वो बीते हुए दिन याद आते है

लेकिन क्या करे वो तो बीते हुए दिन है कुछ किया नहीं जा सकता
याद आते है, बताओ आते है ना
वो दिन
वहीं पुराने दिन जो तुम बिताए थे

उनमें तुम्हारा बचपन भी था, लड़कपन, जवानी, झगड़ा भी था।
कभी मासूमियत थी तो कभी धोखा था तुम्हारे चेहरे पर
लेकिन कुछ था
पता नहीं क्या था
पता नहीं क्या था

लेकिन सभी मुझे कहते है वो कुछ खास था
क्युकी वो बिता हुआ एक पल
एक दिन
महीना, महीने , साल एक उम्र का पड़ाव था
जो बीत गया , वो बीत गया

फिर वो आ ना सका
फिर वो आ ना सका
बस अब उन दिनों की यादें है
जो बीत गए है

जो बन्द हो गए है डायरी में, पन्नों में,
कलम की स्याही से जिन्हे फिर ठीक भी नहीं किया जा सकता
उनको फिर से जिया भी नहीं जा सकता
उनमें सिर्फ दबी मुस्कुराहट,
दबे आंसू, झलकता जाम

ओर धुंधली यांदे है जिनको फिर से याद करने की कोशिश की जा सकती है
लेकिन जीवित नहीं किया जा सकता वो दिन,
वो बीते हुए दिन मेरे भी नहीं है,
खोए भी नहीं है सिर्फ जिंदा लाश की तरह दफन है,

उन्हें मै फिर से याद कर रहा हूं
क्युकी वो मेरे बीते हुए दिन है
बीते हुए दिन है, जिंदगी से जिंदगी की मुलाकते है।

यह भी पढे: जिंदगी क्या है, जिंदगी कैसी है, क्या है जिंदगी, जिंदगी बस इसी तरह,

प्रश्न और उत्तर

Hi all these are few questions I’m asking to you please answer to these all question that’s kind of a conversation between you and me

Name
नाम- आयुष भट्ट

2
School/collage/university
स्कूल / महाविद्यालय / विश्वविद्यालय- RCU PG कालेज उतरकाशी

3
Your age ?
आपकी उम्र- 18 वर्ष

4
What you do for survival ?
अस्तित्व के लिए आप क्या करते हैं?- फिल्हाल तो मैं पढाई करता हूँ और टयूशन पढाता हूँ

5
Do you like traveling ??
क्या आप घूमना पसंद करते है ?

  • नहीं
  • 6
  • What inspire you most in your life ??
    आपको अपने जीवन में सबसे ज्यादा क्या प्रेरणा देता है ??
  • घरेलू परिस्थितियां

7
What you wanna be in your life ??
आप अपने जीवन में क्या बनना चाहते हैं ??

  • मैं एयर फोर्स/बैंकिंग field में जाना चाहता हूँ
    8
    Am I who I want to be ?
    क्या मैं वह बनना चाहता हूं जो मैं बनना चाहता हूं?- बिल्कुल

9
What are you so afraid of ?
आपको किस बात का इतना भय है ?- असफलता का

10
What would you be doing if you had six month to live ?
अगर आपके पास रहने के लिए छह महीने हैं तो आप क्या कर रहे होंगे?- किसी को पढा रहा होगा, मुझे दूसरो को पढाना बहुत पसंद हैं

11
What do you hate ?
आप किससे घृणा करते हैं ?

  • बनावटी लोगो से

12
Are you using your strength ?
क्या आप अपनी ताकत का इस्तेमाल कर रहे हैं?- नहीं

13
What will happen if you continue to live this way ?
अगर आप इसी तरह से जीते रहेंगे तो क्या होगा?- तो शायद में सफलता प्राप्त न कर सकूँ

14
When is the last time you’ve gone outside of your comfort zone ?
आखिरी बार आप अपने कम्फर्ट जोन से बाहर कब गए हैं?- पिछले कुछ समय में

15
Is your health helping or harming your purpose in your life ?
क्या आपका स्वास्थ्य आपके जीवन में आपके उद्देश्य की सहायता या हानि कर रहा है?- सहायता

16
Are you moving in the right direction to achieve success in your life
क्या आप अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं- हां

17
What do you do for fun ?
आप मस्ती के लिए क्या करते हो ?- Anime देखता हूँ

18
How much do you worry about what others think ?
आप इस बारे में कितना चिंतित हैं कि दूसरे क्या सोचते हैं?- बहुत ज्यादा

19
What have been your biggest mistakes ?
आपकी सबसे बड़ी गलतियाँ क्या रही हैं?-

समय को महत्व न देना, दूसरो की बात पर अधिक ध्यान न देना

20
Your favourite place ?
आपकी पसंदीदा जगह कौनसी है ? – चिन्यालीसौड़

21
Your favourite food ?
आपका पसंदीदा खाना क्या है

  • कंडाली का साग(गढवाली व्यंजन)

22
Your achievements in life ??
जीवन में आपकी उपलब्धियाँ ?

  • National science Congress में राष्ट्रीय स्तर के लिए चयनित होना

23
Where you wanna see yourself after 10 year ?

  • एक अच्छी नौकरी

24
What you think of life ?
आप जिंदगी के बारे में क्या सोचते है ?

– जिंदगी बडी होनी चाहिए लंबी नहीं

25
Do you believe in religion ??
Yes/no
क्या आप धर्म में विश्वास रखते है ? – हाँ

26
Who is your role model ??
आपका रोल मॉडल कौन है ??- स्वामी विवेकानंद और राहुल सांकृत्यायन

27
What changes you wanna see in life ??
आप जीवन में क्या बदलाव देखना चाहते हैं ??

– मैं बस अपने माता पिता की अपेक्षाओं को पूरा करना चाहता हूँ

28
Are you happy with life ??
Yes/No
क्या आप जिंदगी के साथ खुश है ? –

yes

29
How you keep yourself happy
खुद को खुश रखने के लिए आप क्या करते है ??-

अपने करीबी मित्र से बात

30
What you want to achieve in your life ?
आप क्या achieve करना चाहते है जिंदगी में ??

– मुझसे बहुत सारे लोगों की अपेक्षाएँ है मै उन सबको खुश करना चाहता हूँ

31
What is your weekness ?
आपकी कमजोरी क्या है ??? –


मैं स्वयं

32
What’s your strength ?
आपकी ताकत क्या है ?-

मेरा विशवास

33
What makes you worried in your life
आप किस चीज या बात से डरते है –

Oअसफलता से और गलत काम करने से

34
Whats your philosophy in life ?
जीवन में आपका दर्शन क्या है?-

धार्मिक

35
What’s the one thing you would like to change about yourself
वह कौन सी चीज है जिसे आप अपने बारे में बदलना चाहेंगे

  • मैं अपना आलस्य दूर करना चाहता हूँ
    36
    Are you religious or spiritual ??
    क्या आप धार्मिक या आध्यात्मिक हैं ??
  • धार्मिक

37
Do you consider yourself on introvert or extrovert ??
क्या आप खुद को अंतर्मुखी या बहिर्मुखी मानते हैं ??

अंतर्मुखी

38
What was the best phase in your life ?
आपके जीवन में सबसे अच्छा चरण क्या था?

अच्छा चरण आना अभी शेष है

39
What was the worst phase in your life ?
आपके जीवन का सबसे बुरा दौर क्या था? –

फिल्हाल तो नहीं

40
What’s your favourite book/movie of all time and why did it speak to you so much ?
आपकी सभी समय की पसंदीदा पुस्तक / फिल्म क्या है और इसने आपसे इतनी बात क्यों की?–

पुस्तक – वोल्गा टू गंगा( क्योंकि इस पुस्तक में बहुत सी रोचक जानकारिया हैं)
फिल्में में देखता नहीं

41
Are you more into looks or brain ??
क्या आप लुक या ब्रेन में अधिक हैं?-

ब्रेन में

42
How do you feel about sharing your password with your partner ?
आप अपने साथी के साथ अपना पासवर्ड साझा करने के बारे में कैसा महसूस करते हैं?-

मेरा कोई साथी नहीं है,लेकिन अगर होता तो मुझे कोई परेशानी नहीं होती

43
When do you think a person is ready for marriage
आपको कब लगता है कि कोई व्यक्ति शादी के लिए तैयार है-

जब वहाँ पूरी तरह mature हो जाये और उसके पास आय का एक अच्छा साधन उपलब्ध हो जाए

44
What kind of parents do you think you will be ?
आपको लगता है कि आप किस तरह के माता-पिता होंगे?-

मुझे नहीं पता या मै अभी इतना mature नहीं हूँ

45
Have you ever lost someone close to you ?
क्या आपने कभी अपने किसी करीबी को खोया है?-

पिछले कुछ समय में मैने बहुत से करीबी दोस्तों को खोया है

46
What’s an ideal weekend for you ?
आपके लिए एक आदर्श सप्ताहांत क्या है?-

47
Do you judge a book by it’s cover ??
क्या आप इसे कवर द्वारा एक पुस्तक का न्याय करते हैं ??-

कभी नहीं

48
Do you believe in second chance ?
क्या आप दूसरे मौके पर विश्वास करते हैं?-

हाँ

49
What are you most thankful for ?
आप किसके लिए सबसे आभारी हैं?-

अपने माता पिता के लिए

50
What’s the one thing that people always misunderstand you ?
एक बात क्या है जो लोग हमेशा आपको गलत समझते हैं?-

मेरा सामाजिक न होना

51
What did you past relationship teach you ?
पिछले रिश्ते ने आपको क्या सिखाया?-

मैं कभी relationship में नहीं रहा

52
If a genie granted you 3 wishes right now, what would you wish for ?
अगर किसी जिन्न ने आपको अभी 3 इच्छाएं दी हैं, तो आप क्या चाहते हैं?-

(1) मेरे माता पिता 100 साल जिये
(२) कोई भी भूखा न सोये
(३) कोई भी गरीब न रहे

53
What’s your biggest regret in life ?
जीवन में आपका सबसे बड़ा पछतावा क्या है?-

समय को महत्व न देना

54
What do you think you are still single ?
आपको क्या लगता है कि आप अभी भी सिंगल हैं?-

नहीं

55
What are three things you value most about a person ?
किसी व्यक्ति के बारे में आप किन तीन चीजों को महत्व देते हैं?-


अच्छा व्यव्हार, अच्छा चरित्र और खुले विचार

56
What is the greatest struggle you’ve overcome ?
आपके द्वारा सबसे बड़ा संघर्ष क्या है?-

माता पिता की अपेक्षाओं को पूरा करना

57
Who was your favourite teacher and why ?
आपका पसंदीदा शिक्षक कौन था और क्यों?-

श्री रिषिराम कौठियाल आचार्य जी। क्योंकि उनका पढाने का तरीका और बच्चों को बाते समझाने का तरीका अमूठा था, वो पढाई से ज्यादा संस्कारों पर ध्यान देते थे यही बात मुझे अच्छी लगती थी।

58
What is weirdest things about you ?
आपके बारे में अजीब बातें क्या है?

– मैं ज्यादा सामाजिक व्यक्ति नहीं हूँ, मुझे अकेला रहना ही पसंद हैं।

59
What food could you not live without ?
आप किस भोजन के बिना नहीं रह सकते थे?

– भात दाल

60
What your best birthday ??
आपका सबसे अच्छा जन्मदिन क्या ??-

मैं जन्मदिन को विशेष महत्व नहीं देता

61
When was the last time you told yourself that “I LOVE MYSELF”
जब आखिरी बार आपने खुद से कहा था कि “I LOVE MYSELF”- कभी नहीं

In last say few words for Rohit shabd
रोहित भैया बहुत ही सुलझे हुए और खुले विचारों के हैं। और उनका style सबसे अलग हैं


Thanks
Rohit Shabd

बेइंतहा मोहब्बत

बेइंतहा मोहब्बत ,गिला-शिकवा ,
दर्द ए सितम,
ना मरहम कोई उन्होंने लगाया
बस
वक़्त बेवक्त
जख्म को नासूर बनाया
क्या क्या ना उन्होंने – क्या क्या ना उन्होंने
मुझ पर आजमाया
देखो तो सही अरे देखो तो सही
कमाल उनका था ये
उन्होंने हथियार भी ना उठाया
ओर
खून खंजर बिन मेरा कर दिया
और अब उन पर
इस जुल्म इल्जाम भी नहीं आया।

बेइंतहा मोहब्बत
जख्म

नींद को तोड़ो

जागरूक होना और जागरूकता क्या है ?

नींद ओर आलस को छोड़ना है , किसी भी कार्य के लिए तथा हमें अपने जीवन के लिए हमेसा तत्पर होना चाहिए  साथ ही सीखने और जानने की इच्छा रखना हर उस किर्या प्रतिकिर्या तो देखना जो हमारे जीवन के साथ घटित हो रही है जिन सभी कारणों से हमारा जीवन बदल रहा है

बिल्कुल सजग अवस्था में उसे देखना , महसूस, करना ही जीवन को ऊर्जा देता है तथा स्वयम के प्रति जागरूक करता है।

अपने अंदर जागरूकता को पैदा करो अर्थात नींद को तोड़ो विचारो को भली भांति देखना शुरू कर करो हमारा  शरीर तो आलस्य से भरा हुआ है

यह तो सोना ही चाहता है परंतु बुद्धि किर्याशील है जब हम सोते है तब भी बुद्धि कार्यरत है और अपना कार्य करती है रहती है परन्तु शरीर अचेत है वह आलस्य , प्रमाद चाहता है
कभी कुछ कार्य करना ही नहीं चाहता

हम रोज 8 घंटे की नींद ले रहे है और कुछ लोग ज्यादा तथा कम , हम सभी को रोज जीने के लिए  86400 सेकंड मिलते है हम उन्हें बिना सोचे समझे खर्च कर देते है लेकिन 86400 का हिसाब नही लगाते की हमने उन सेकण्ड्स का खर्च कहाँ और कैसे किया ?

जो लोग उन पलो का हिसाब रखते है वो बहुत आगे  निकल जाते है अपने जीवन को एक उद्देश्य के साथ जीते है और उनका समय उनके जीवन को एक उच्च स्तर देता है जिन लोगो ने समय की कीमत को पहचान लिया है वह लोग बहुत ऊंचाई को छू जाते है और जो समय की बरबादी करते है वह नीचे ही धंस जाते है

इसलिए अपने भीतर जागरूकता पैदा करना जागरूक होना है, अतिआवश्यक है विचारो के आने पर जाने को देखना ही जागरूक होना है

“नींद को तोड़ो”

जागरूकता कब और कैसे आएगी ?
जब आप अपने मस्तिष्क के विचारों को देखोगे ओर अपने शरीर के प्रति संवेदनशील बनोगे जागरूक होकर देखोगे स्वयम को अपने शरीर के दवारा किया जाने वाला कार्य को ध्यानपूर्वक देखो अपने सभी  विचारो के प्रति सचेत रहें सोच के लिए, अपने कार्य के लिए, वातावरण के लिए, अपनी स्तिथि और परिस्तिथि के लिए,  भावनाओ के लिए स्वयम के शरीर की संवेदनशीलताओं के प्रति जागरूक हो विचारके लिए, सकारात्मक ऊर्जा के लिए आप क्या कर रहे? 
क्या करना चाहते हो?

इसके प्रति जागृत हो सचेत हो, सचेत अवस्था में रहो देखो इस जीवन को और देखो जीवन के साथ होने वाली घटनाओ को वो सभी घटनाये हमारे साथ हो रही है हम कर रहे है या नही फिर भी वो घटनाये हो रही है क्योंकि हमारा जीवन विकसित होना चाहता है और हम सभी एक विकासशील प्रकिर्या का हिस्सा है जिसमे हम सभी को विकसित होने है।

प्यारी छत

प्यारी छत ,मामा जी की वो प्यारी छत के वो दृश्य, मनमोहक वो किस्से
कुछ पुरानी यादे और कुछ पुरानी बाते
जो बिना मोबाइल, ओर कैमरे के अब भी कैद है
हमारी आंखों में हम संजोए वो दिन

आजकल तो बच्चे कैद कर लेते है
हर उस बात को अपने मोबाइल में
लेकिन हम कुछ भी कैद नही कर पाए
उस कैमरे में

क्योंकि
वो कैमरे वाला टाइम नही था
मोबाइल नही थे बस जो कैद हुआ
वो सब हमारी आंखों में चित्रित है

हमारी यादों में अब भी सजे हुए है
  वैसे के वैसे ही अब तक रखे हुए है
 
  वो सारे चित्र
एक एक पल अब भी हमारे जहन मैं उसी तरह से है
जैसे   हमने उस पल को जीया बेहद हो ओर फिर याद करके एक बार ओर जी रहे है

  आज वो यादे है छत की
  हमारे प्यारे मामा जी की छत
  जिस पर हम घंटो खेला कूदा करते थे
  लड़ते झगड़ते ( लड़ते झगड़ते तो शायद कभी थे नही हम , बस खूब मस्ती हम किया करते थे )

और भी बहुत कुछ बचपन में
मामा जी की वो प्यारी छत
जिसको भूल मैं अब तक भी ना पाया
आज 6 साल बाद छत आकर याद ताज़ा कर लाया

वो छत जिस पर गए हुए लगभग 6 साल बीत गए है
मामा जी की वो प्यारी छत ही है जिस पर हम कल फिर से गए

जिस छत पर हम पूरा दिन बिता दिया करते थे।

छत पर जाते ही मेरे दिमाग में
छपे हुए चित्र फिर से ताज़ा हो गए

आसपास के सारे मकान आज और बड़े गए
जो खाली थे घर , वो घर भी आज भर गए थे

वो आसपास के बच्चे भी अब और बड़े हो गए थे
बात मानो कल ही की हो जब हम घंटो छत पर खेला करते थे। थक हार कर कुछ देर हम सोया करते थे भरी दोपहरी में भी बस हम छत पर ही होया हम करते थे।

वो बारिश के दिन अब भी याद है  बारिश में हम नहा लिया करते थे बारिश से चौक गिला ना हो जाए वो जाल पर मोमजामा बिछाकर  इटो से ढक दिया करते थे

( और जब बारिश के दिन हुआ करते थे तब जाली पर
मोमजामा ढक उस पर ईंट हम रखा करते थे)

वो छत बड़ी प्यारी है उस छत से जुड़ी है
हम सबकी यादे बहुत सारी है।

रात को घर की लाइट जाने पर छत पर ही हम सो जाया करते थे
ओर सुबह  सूरज में चढ़ती धूप जब तक तेज़ ना हो जाए तब तक उठ कर हम नीचे नही आया करते थे।

जब छत पर हम सोते थे हमे सोने के लिए खाट मिला करती थी अब तो वो छत के साथ साथ खाट भी कही खो गयी है

रात को जब छत पर जाते थे सोने तब लेट कर हम बस तारे गिना करते थे जितने बाल उतने तारे इस बात बोलकर बात पूरी कर दिया करते थे

हम तारे गिनते तो कभी सप्तऋषि , तो कभी कुछ और हम बस ढूंढ करते थे पूरी रात तारो में बीत जाए ऐसी कोशिश हम किया करता थे कभी कभी तो ध्रुव तारा देखने की कोशिश में पूरी रात जगा करते थे।

सुबह से लेकर शाम तक छत पर ही दिन बीत जाता था,
ना हम नीचे आते थे ओर ना ही कही घूमने हम जाते थे

लेकिन तुम्हे उस बात से क्या ?

हाँ टूट तो मैं फिर से  गया हूं
लेकिन
तुम्हे उस बात से क्या ?
हा रोता हूं फिर से कोने में बैठकर
लेकिन
तुम्हे उस बात से क्या ?

आंखों से अश्क़ बहते गए और दर्द बढ़ता गया तेरा इंतज़ार मैं करता गया जिंदगी को अपनी
साँसे बस तेरे नाम मैं करता गया
लेकिन
तुम्हे उस बात से क्या ?
घबरा जाता हूं , सहम चुप फिर से  बैठ मैं जाता हूं

लेकिन
तुम्हे उस बात से क्या ?
भीतर बहुत तकलीफ हो रही है , दुबारा दूरियों के एहसास होने पर
लेकिन
तुम्हे उस बात से क्या ?
मैं भीतर से खाली खाली लग रहा हूं
तेरे जाने से मेरे दिल का कमरा खाली हो गया है

लेकिन
तुम्हे उस बात से क्या ?
टूटा हुआ था मैं पहले से अब चकनाचूर भी हो गया हूं
लेकिन
तुम्हे उस बात से क्या ?
( तेरी याद में तिल तिल मर रहा हूं
अपनी बची हुई साँसे गिन रहा हूं )
एक बार मर चुका था मैं

उसमे बची थी जो कुछ सांसे अब मैं उनका भी दम तोड़ रहा हूं ( साथ छोड़ रहा हूं मैं )
लेकिन
तुम्हे उस बात से क्या ?
मैं मरकर जिउ या जीकर मरु फिर से
लेकिन
तुम्हे उस बात से क्या ?
हाँ जिंदा हूं अब तक जिंदा लाश की तरह

लेकिन
तुम्हे उस बात से क्या ?
गुजरते दिन और राते बीत रही है तेरे ख्यालो में
लेकिन
तुम्हे इस बात से क्या ?
मेरी नींद तेरी यादों में उड़ चुकी है मैं सो नही पाता हूं

लेकिन
तुम्हे उस बात से क्या ?
मुझे तेरी याद आ रही है और मैं अब तुमसे बात करना भी चाहता हूं किंतु कर नही पा रहा हूं
लेकिन

तुम्हे उस बात से क्या ?
बहुत मन कर रहा है दिल आज फिर रो रहा है
लेकिन

तुम्हे उस बात से क्या ?
हा तेरी यादो से बाहर निकलने के लिए मयखाने में बैठ दो जाम भी पी रहा हूं
लेकिन तुन्हें उस बात से क्या ?
है, चूर हूं नशे में उस सिगरेट के धुंए में जिसमे तेरा चेहरा भी धुन्दला जो जाए, ओर तेरी याद ना आये
लेकिन उस बात से तुम्हे क्या?

डूब गया हूं तेरी याद में और मेरी आंखों से अश्क़ रुकते नही
लेकिन
तुम्हे उस बात से क्या ?
तू मेरे खयालो से जाती नजी और मैं तेरे खयालो में आता नही
लेकिन तुम्हे उस बात से क्या ?

जो एक बार
बड़ी मुश्किल से भरोशा जताया था तुझ पर
लेकिन

तुझे उस बात से क्या ?
मैं बेइंतहा प्यार करने लगा था तुझे
लेकिन

तुझे उस बात से क्या ?
मैं पहली मोहब्बत में नीलाम होकर आया था
लेकिन

तुझे उस बात से क्या ?
मेरी पहली मोह्हबत का ज़ख्म भरा भी ना था 
तूने उसको कुरेद नासूर कर दिया

लेकिन
तुम्हे उस बात से क्या ?