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समस्या को सुलझाना

उलझिए नहीं क्युकी सुलझना जीवन का बेहतर विकल्प है। जीवन की हर छोटी बड़ी परेशानी में खुद को खो मत देना बस उन्हे सुलझाते हुए हमे यू ही आगे निकल जाना है, खुद को अपनी मंजिल तक पहुचाना है, बस चलते जाना है, जिंदगी की हर एक समस्या को सुलझाना है अटकना कही नहीं बस आगे जिंदगी संग बढ़ते जाना है, राहे कठिन है लेकिन संभल कर चलना है क्युकी ज़िंदगी की समस्या का हल करना है।

समस्या को सामने खड़ा देख भागना नहीं है उसका डट कर मुकाबला करना है।

लड़को को गलतफहमी

हर लड़के को यही लगता है की वो लड़की उसे घूर रही है,लेकिन वह लड़की ऐसा बिल्कुल भी नहीं कर रही होती ,यह लड़कों की गलतफहमी है जिसमे वह सुधार नहीं कर रहे है। एक दिन उनको पछतावा होता है इस बात का की वो गलत थे इस बारे में

कोई लड़की हँसे इसका मतलब बिल्कुल भी नहीं की वो फंस रही है, इसलिए कृपया कर ऐसी गलतफहमी बिल्कुल न रखे।

सवालों में गुम

सवालों में गुम हूँ में कुछ तरह से गुम हूँ, जैसे उत्तर सिर्फ मैं ही हूँ प्रश्न जो पूछता हूँ खुद से उत्तर भीतर से बाहर निकल मुझको मुझसे ही रूबरू करता हो जैसे , बस बताऊ क्या हाल अपना सवाल पर सवाल बढ़ रहा था जबसे भीतर से आवाज का सिलसिला चल उठा है बाहर सब खाली हो रहा है।

हिसाब किताब

कुछ हिसाब किताब अब भी बाकी है,
कुछ सवाल जवाब अब भी बाकी है।

ज़िन्दगी की ये लड़ाई हमेशा जारी है,
सफलता की राहों में अटके हमारे पैर।

कितने ही रास्ते हमने चुने,
कितनी बार हमने बदले मुड़ लिए।

मगर एक बार फिर से उठेंगे हम,
इन अटके पैरों को ज़मीन पे जमाएंगे हम।

हर सवाल का जवाब हमें मिलेगा,
हर मुश्किल में एक नया सीख मिलेगा।

क्या हम हार मानेंगे ज़िन्दगी से,
नहीं, हम फिर से लड़ जाएँगे ज़िन्दगी से।

कुछ हिसाब किताब अब भी बाकी है,
कुछ सवाल जवाब अब भी बाकी है।

लेकिन हम नहीं हारेंगे इस लड़ाई से,
हम जीतेंगे, और जीतेंगे हम सबको साथ लेके।

ढूँढता ही रहा

ढूँढता ही रहा जिंदगी को ना जाने कहाँ काहाँ

ए ख्वाब जिंदगी तू इतनी हसीन क्यों बस थोड़ी बहुत नमकीन हो ,

मेरी जिंदगी इस कद्र रह की भरपूर सुकून हो।

ढूँढता ही रहा उस ठिकाने को बस जिसकी तलाश में निकल चल था मैं
ढूँढता ही रहा

बात अच्छी

हाँ तुम्हारी हर बात अच्छी लगती , जिंदगी भर साथ रहु इसलिए मुलाकात अच्छी लगती है , तुम्हारी हर बात अच्छी लगती है,
जो तुम कहते हो वो बस सच लगता है।
तुम्हारी हंसी, तुम्हारी भावनाएं,
मेरे दिल को कुछ ज़्यादा ही सुकून देती है।

तुम्हारी हर बात मुझे खुशी देती है,
जो तुम कहते हो वो मेरी जिंदगी बदल देती है।
दिनभर तुम्हारी यादों में खोये रहते हैं,
तुम्हारी बातों से जीवन में नई उमंग पाते हैं।

तुम्हारी हर बात दिल को छू जाती है,
जो तुम कहते हो वो दिल को सुकून देती है।
तुम सबसे अलग हो, तुम सबसे खास हो,
तुम्हारी हर बात मेरे दिल को रोमांचित कर देती है।

तुम्हारी हर बात अच्छी लगती है,
तुम मेरी जिंदगी का हर पल खुशियों से भर देती हो।
तुम एक अनमोल सूखा नहीं हो,
तुम एक अनमोल गुलाब हो,
तुम्हारी हर बात मेरे दिल को आनंदित कर देती है।

विचारों का बेहतर होना

हमारे विचारो में
हो सकती असहमति…लेकिन हमारे विचारों का बेहतर होना है संभव
हमे खोजना उन विचारो को
जिसमें दोनों की एक मति ।
तब एक बेहतर संवाद जन्मेगा….
उसी की सुगंध चहु ओर बहेगा ।

वैचारिक मतभेद का करे सम्मान….
तभी सच्चाई को जान पाते श्रीमान ।
जहाँ एक मति से कार्य होगा सम्पन्न….
तीव्र गति से होगा सुखो का संवर्धन ।

सुखी रहने का मंत्र….
कार्यशैली में निरंतर अपनाये सुधार तंत्र ।

भीतर शांति के बीज

भीतर शांति के बीज अनमोल वचन जीवन के लिए सदा उपयोगी होते है, इन्हे अपने जीवन में उतार लीजिए ओर हर रोज इन विचारों का अनुसरण कीजिए लाखों ही हम पढ़ रहे है, परंतु इन्हे सिर्फ पढ़ना ही बहुत नहीं है इनको अपने जीवन में उतारना भी बहुत आवश्यक है।

भीतर तेरे शांति के बीज…..
अंकुरण करना उनका हरगिज़ ।
मानवता के फूल खिलेंगे….
ख़ुशियों की सब ओर तरंगें ही तरंगें ।

शांति से जीवन होता उजियारा…
शांति से बेहतर नहीं कोई सहारा ।
शांति के फूल सुंदर सुंदर….
खिलता जीवन मोहक मधुर ।

अनमोल वचन

अनमोल वचन क्या होते है अब जानते है की अनमोल वचन क्या होते है, हम सभी हर रोज अनमोल वचन ढूंढते है, सुबह का शुभ विचार देखते है, किसी ने कोई सुबह सुबह व्हाट्सप्प पर मैसेज भेज होता है, तो हम उसे देखने लग जाते यही पढ़ते ओर फिर वही आगे भेजते है, लेकिन क्या हम उस अनमोल वचन को जीवन में उतार रहे है।

फिर क्या फायदा इन अनमोल विचारों का यदि आप इन अनमोल विचारों, बेहतरीन विचारों, प्रेरणादायक विचार, शुभ विचार को पढ़कर अपने जीवन में नहीं उतार रहे तो क्या कर रहे है, इनका बस यू ही आपके व्हाट्सप्प पर आया ओर आगे की ओर आपने भी दौड़ा दिया बस यू ही चल रहा है, सब बिना सोचे समझे आपको वो विचार एक पल के लिए अच्छा लगा बस इसके विपरीत उस विचार पर आपने कोई परिश्रम नहीं किया ,कोई कार्य नहीं किया।

यदि आप साल में 365 विचार पढ़ते है तो उसका कोई फायदा हम सभी हर रोज एक विचार तो कम से कम पढ़ रहे है, जिन लोगों के पास टेक्नॉलजी का अभी तक अभाव है, यदि उनको हत्या भी दिया जाए तो 90% जनसंख्या शुभ विचारों को पढ़ रही है, चाहे वो किसी भी धर्म का हो वह एक मानव है।

ओर मानवीय विचारों को ग्रहण कर रहा है तथा भक्ति भावना से भरपूर विचार भी ग्रहण कर रहा है, परंतु यहाँ एक प्रश्न यह उठता है, की हम सभी में विचारों को पढ़ने के बाद परिवर्तन कितना आता है? कुछ बदलाव है, हममे या फिर कुछ भी नहीं सिर्फ हम उन विचारों को इधर से उधर किए जा रहे है।

क्या आप भी विचारों को आगे बढ़ा देते है ? यदि हाँ तो क्यों ? ओर यदि आप उन विचारों पर अमल करते है तो अभी कितना बदलाव आया है ओर वो कौनसे ऐसे विचार है, जिनको आपने अपनी जिंदगी में उतार लिया है अभी तक।

जल्दी किस बात की

जल्दी किस बात की ना जाने लोगो में किस बात की जल्दी है आजकल हम सभी क्यों इतना भाग रहे है और हम लोगों पहुचना कहाँ है? यह बात मुझे समझ नही आती है लोग सिर्फ घर और आफिस या दुकान इसके अलावा कही और भी लोग जा रहे है क्या? यदि जा रहे है तो ऐसा किधर जा रहे है की उन्हे बहुत जल्दी है उधर पहुचने की , की वह लोग अपनी गाड़ियों की स्पीड को एक रफ्तार में तेज करते है, कितनी ही रेड लाइट तोड़ देते है, एक दूसरे की गाड़ी से आगे करते रहते है।

जो लोग गाड़िया चला रहे है यह उन सभी के लिए बात है पिछले कुछ दिनों में 2-3 घटनाये देख चुका हूं अपनी आंखों के सामने ही लेकिन क्या उससे कुछ सीखा किसीने मुझे नही लगता क्योंकि बाइक और कार वाला भिड़ने के बाद लड़ रहे थे कि गलती तेरी है बल्कि गलती दोनों की थी क्योंकि रेड लाइट दोनों के लिए हो रही थी इतनी तेजी से बाइक वाला लेकर जा रहा था ना जाने उसे ऐसा कहा जाना था? समझ नही आया मुझे घर या आफिस पहुचना है तो जल्दी निकलो आराम से चलो और पहुँचो क्यों रोड पर पहुँचने के बाद सभी लोगो की मानसिकता बदल जाती है। क्या कोई जंग लड़नी होती है रोड पर या कोई अवार्ड मिलेगा आपको ? घर या ऑफिस पहुचने पर


क्या सामने वाला यह समझ बैठेगा की आपको गाड़ी नही चलानी आती ? जल्दी किस बात की है

या आपकी गाड़ी खटारा है ? किसी के सोचने और समझने से आपकी जिंदगी पर कोई बदलाव नही आने वाला , यदि कोई बदलाव आएगा तो सिर्फ आपकी सोच से आप बदल सकते है तो सिर्फ खुद को कोई और किसीको नही, इसलिए अपनी सुने अपनी गाड़ी को अपने नियंत्रण में रखे सामने वाले के विचारों से आप प्रभावित न हो। अपनी गाड़ी को एक सुनिश्चित गति के साथ चलाए तथा दूसरी गाड़ी के साथ उचित दूरी को बनाए रखे, यह अक्सर देखा जाता है की सभी लोग गाड़ियों को बहुत चिपकाकर चलाते है।

बहुत सारी औरते,लडकिया भी स्कूटर , कार चलाती है उन्हें भी बहुत जल्दी है मुझे लगता था औरत आदमी को सभ्य बनाती है लेकिन ये भी एक गलत सोच साबित हो रही है उल्टा वही गलत सिखाती है कि रेड लाइट पार करलो कोई नही देख रहा। उलटी साइड से निकाल लो व आदि आदि बाते जब वह औरत अपने बच्चों के साथ होती है तब भी उन्हे यही बोलती है की उधर से निकाल ले इसका क्या मतलब भाई , क्या आप अपने परिवार के सदस्य को ही कुछ नहीं सिखाना चाहते हो?

अरे कोई नही देख रहा मतलब आप चोरी भी करलोगे क्या ? गलत काम करोगे तो भुगतना आपको ही पड़ेगा, इसलिए सोचो और समझो फिर गलतिया करनी है तो करो हर्जाना तो आपको ही अदा करना है। लेकिन आपकी वजह से दूसरों को नुकसान ना हो यह भी आप ध्यान रखे।


जिंदगी आसान सी है लेकिन हम गलतिया इतनी कर देते है कि जिंदगी उलझती ही चलती है फिर बैठ कर ये भी नही सोचते कि हमारी गलती क्या थी ? उसका मनन और चिंतन भी नही करते बस जिंदगी को उलझाते ही चले जाते है।

आपका जीवन बहुमूल्य है और आप अपने परिवार के लिए बेसकीमती है इसलिए अपना ख्याल रखे।

जल्दी किस बात की है?

Safe And Slow Drive is Better