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कमजोर ताकतवर

कमजोर ताकतवर का खेल न सोचो तुम,
समझदारी के साथ जीवन को बनाओ मधुर।

जो कमजोर व्यक्ति वो लेते बदला….उनकी फ़ितरत में लेना सिला । ताकतवर आदमी दे देते माफ़ी….उनके ज़िंदगी की यही बेबाक़ी ।

समझदार व्यक्ति करते उपेक्षा….
यह उनके जीवन आधारभूत शिक्षा ।

अब देखना कौन हे कमजोर ताकतवर या हे वो समझदार…..
किस दिशा से कौन व्यक्ति खोल रहा जीवन का पावन द्वार।

क्या ताकतवरता है जो बस शक्ति में दिखावटी है,
या समझदारी है जो अनुभव से प्रगट होती है।

क्या कमजोरी है जो दिल की बातों को छुपाती है,
या समझदारी है जो सच्चाई को उजागर कराती है।

ताकतवर व्यक्ति हो सकता है शक्ति से परिपूर्ण,
लेकिन समझदार व्यक्ति होता है अनुभवों से भरपूर।

कमजोर व्यक्ति शायद दिखे छोटा और निर्बल,
लेकिन समझदार व्यक्ति होता है ज्ञान से सम्पन्न।

हमेशा यह न सोचो कि शक्ति ही सबकुछ है,
क्योंकि समझदारी है वह ज्योति जो जीवन को आलोकित करती है।

जीवन के पावन द्वार को खोले वो व्यक्ति है समझदार,
जो ज्ञान और सच्चाई के मार्ग पर चलता है सारे विचार।

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हृदय और मस्तिष्क

हृदय और मस्तिष्क दोनों का स्वामी एक लेकिन दोनों के अलग अलग पथ…..
मस्तिष्क हानि लाभ सोचता फिर लेता निर्णय
हृदय ने स्वाभाविक चलने की ली शपथ ।

हृदय स्वाभाविक पूरे शरीर में रक्त का करता संचालन…..
मस्तिष्क मिले रक्त के प्रयोग से सब अंगों पे करता शासन ।

मानव रूपी यंत्र में इतनी जटिल प्रक्रिया का सरलता से होता निर्वाह…..
प्रकृति ने बेजोड़ यंत्र बनाया जिस ओर निहारो बरबस निकलता वाह वाह वाह वाह ।

हृदय और मस्तिष्क, दोनों के एक स्वामी,
पर चलते हैं अलग-अलग पथ, इस भाग्य की गाथ।
मस्तिष्क सोच-विचार करता, हानि और लाभ का विचार,
निर्णय लेने में धीरज रखता, नहीं चलता बिना संकोच।

हृदय ने स्वाभाविकता की ली है शपथ,
जीने के लिए चलता है नवीनता के साथ।
उसकी सुनता है नगमा दिल का,
खुशियों और दर्द को जानता है वह सच्चा।

मस्तिष्क विचारों का अनुकरण करे,
सोच-विचार में बहकर न करे विश्वास।
हृदय जीवन की गति को जाने,
भावनाओं के साथ रहे, ना झूमे उदास।

हृदय और मस्तिष्क, दोनों संतुलित हों,
इस शरीर के संगीत में रंगीं रंगों।
सोच-विचार और भावनाएं, एक दूसरे के संग,
बनाएं जीवन को खुशहाल और संपूर्ण।

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झूठी मोहब्बत

झूठी मोहब्बत, यकीन नही आता
तुम्हे भी मुझसे
मोहब्बत थी
वो भी झूठी

वादे थे हमारे, वचन थे सुहाने,
पर अब ये सब लगते हैं वो सब ठगने।

तुम्हारी हंसी, तुम्हारी मुस्कान,
अब हर सब्बा में बस एक बहाना निगलते हैं।

जैसे रात का अंधेरा, जैसे ख़्वाबों का धोखा,
तुम्हारी बातों में छुपा था एक बड़ा सच्चा।

प्यार का वादा था, इकरार की आस,
पर तुम्हारे दिल का कच्चा, बोलता था झूठा वास।

मोहब्बत का झरोखा, दिखावे की दुकान,
तुम्हारे लिए ये सब था सिर्फ़ एक फ़साना।

अब दिल में ये गुज़रते हैं तूफ़ान,
तूम्हारी मोहब्बत की ये थी कहानी जहान।

सोचा था तुमसे मिलकर हम बनेंगे ज़माना,
पर तुम्हारे दिल का रास्ता था बस एक धोखा साना।

अब ज़िंदगी की कविता में ये शब्द लिखता हूँ,
तुम्हारी झूठी मोहब्बत का सत्य प्रकाशित करता हूँ।

वो झूठी मोहब्बत
झूठी मोहब्बत

समय नहीं मिला

जिस जिस को समय नहीं मिला उन सभी के लिए समय की कोई कमी नहीं है। सोच तू
कितना सोच सकता है
लिख तू
कितना लिख सकता है
सो तू
कितना सो सकता है

नाच तू
कितना नाच सकता है
गा तू
कितना गा सकता है
खा तू
कितना खा सकता है

आराम कर तू कितना कर सकता है
पढ़ तू
कितना पढ़ सकता है
टीवी देख
तू कितनी देख सकता है

गेम खेल
तू कितना खेल सकता है
बात कर , गप्पे मार
तू कितनी कर सकता है
तू क्या ? और कितना कर सकता है

वो सब आजमा ले आज जो तू करना चाहता था अपनी जिंदगी में कभी करले अब अगर थक जाए तो छोड़ देना वो सब तू जो करना चाहता था नहीं थका वो सब करके , नहीं पका वो सब करके तो बाकी सब छोड़ देना ओर वहीं अपनी जिंदगी में अपना लेना जो तू बस करना चाहता है। फिर ये ना कहना हो की समय नहीं मिला

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इश्क़ की बात

फिलहाल ए दिल तू
इश्क़ की बात ना कर
मै तो बर्बाद हूं पहले से
अब और मुझे
तू बर्बाद ना कर

बेफिजूल की चर्चा है ये इश्क़
इस पर बेशकीमती शब्दों को
बर्बाद ना कर

बेमतलब , बेवजह
किसी के ख्यालों में डूबकर
अब वक़्त को तो
तू बर्बाद ना कर

छोड़ बैठ जा बस
इश्क़ एक रोग है
लाइलाज
दिल ओर दिमाग का
अजब सा संजोग है

इस इश्क़ पर
तू अपना पंचभूत
शरीर बर्बाद ना कर …….

इश्क़ की बात ना कर
इश्क़

फिलहाल ए दिल तू, इश्क़ की बात ना कर

मेरे दिल की धड़कनों को तू ना छीन,
मैंने तुझे प्यार किया था, ये जाने ना तू,
अब क्या कहूँ, कैसे समझाऊं तुझे,
मेरी आँखों में आँसूओं को तू ना भरे।

जो बीत गया है, वो बीता हुआ है,
अब तो अपने आप को संभालना है,
मैं जी रहा हूँ अकेलापन के साथ,
तू मेरे दर्द को और गहरा ना कर।

हर रात तेरी यादों में रोता हूँ,
क्या करूँ, कैसे सहूँ, समझता हूँ,
तेरे जाने के बाद भी, ये दिल तेरी ही है,
पर अब तू इसे और दर्द ना कर।

फिलहाल ए दिल तू, इश्क की बात ना कर,
मैं तो बर्बाद हूँ पहले से, अब और मुझे,
तू बर्बाद ना कर।

विषय हो वस्तु हो

हर विषय हो वस्तु हो , हो वो प्राणी चल रहे सब नियम अनुसार ….
बस समझना हे किसका कैसा हे आधार उसे कर सके स्वीकार ।

जीवन का रहस्य है यही, नियमों की अनुसार चलना,
हर कार्य में तालिका बनाकर, ज्ञान की धारा बहाना।

प्रकृति के नियमों का पालन, है जीवन का मूल सिद्धांत,
जिसका भीषण तालाबंध होगा, वह खोखला होगा बंधन।

सूरज करता है प्रकाशित, चांदनी देती है चमक,
जल बनाता है ताजगी, पेड़ों में भरता है जीवन की लम्बी रात।

जीवन के हर पहलू में, नियमों की ओर देखना है,
और समझना है, कैसे उनका उपयोग, सबके लिए करना है।

कर्मों की एक संगीता है, नियमों की सुरीली ध्वनि,
उन्हें समझने के बाद ही, जीवन मिलेगा तरंगों की ज्वालामुखी।

इसलिए समझिए संसार को, नियमों से जुड़ा हर विषय,
हर प्राणी का नियम अनुसार, बस यही है जीवन का आधार विषय।

हर विषय हो वस्तु हो , हो वो प्राणी चल रहे सब नियम अनुसार ….
बस समझना हे किसका कैसा हे आधार उसे कर सके स्वीकार ।

तेरा ख्याल

तेरा ख्याल मुझे तो हर बात में कमाल लगता है, तू आती है जब जब मेरे ख्यालों में तो मेरे दिल ,दिमाग बहुत धमाल मचता है।

तेरे ख्याल में खो जाऊं,
हर बात पे तेरा दिल रो जाए,
तेरे आने से सज उठती है दुनिया,
मेरे जीवन की हर रात सो जाए।

तेरा ख्याल मुझे तो हर बात में कमाल लगता है।
तेरा ख्याल

तू है ऐसा कमाल,
हर संगीत में बस तू ही ताल,
तेरा ज़िक्र हो जाए तो,
दिल और दिमाग मचाएं धमाल।

तेरी हर बात में छुपा है राज,
तू है मेरे जीवन का आधार,
तेरे आगे सब कुछ है फीका,
तू है मेरी दुनिया का मंज़र।

कभी तू दूर जाती है,
मेरे ख्यालों में बस तू होती है,
तेरे आवाज़ से ज़िंदगी मिलती है,
मेरे दिल में खुदा होती है।

हर बार तेरा आना,
मेरे जीवन में नयी उमंग लाता है,
तू है मेरे तारे चमकता हुआ,
मेरे हर ख्वाब को सच्चाई बनाता है।

तेरे साथ हर पल बिताना है अब,
तेरी मुस्कान में है ज़िंदगी की ख़ुशी,
तू है मेरी हर सांस का एहसास,
तू है मेरी कविता की मधुशाला की मुस्कानी।

खुल के जिये

आपका दिवस हो प्रसन्नपूर्ण…..
खुल के जिये जीवन हो अर्थपूर्ण ।
अर्थ शब्द इंगलिश भाषा में पृथ्वी……
हिंदी भाषा में अर्थ का सार्थक ,
सार्थकता वाली हो आपकी छवि ।

खुल के जिये जीवन हो अर्थपूर्ण,
अर्थ को जाने हम, इस अभियान में जुड़े हम सब.
अर्थ से ही बनता है जीवन का आधार,
हर काम में जो अर्थ मिले, होता है उद्धार.

पृथ्वी में छिपे अनेक अर्थों की है राशि,
जीवन को वह देती है रंगों की भाषा.
सार्थकता से भरी है यह धरा,
जीवन का जीने का इसमें है अधिकारा.

अर्थ का सार्थक होना है हमारा लक्ष्य,
जीवन को देता है यह अर्थ एक नया रूप.
जब रंग भर जाते हैं अर्थ की पालकी,
तभी बनता है जीवन खुशहाली की धारा.

अर्थ नहीं हो तो जीवन बन जाता है व्यर्थ,
हर रास्ते पर जगमगाते हैं अर्थ के तारे.
इंसानियत को बचाते हैं इसके संकेत,
अर्थ से जीने का है यह अद्भुत रहस्य गहेरा.

अर्थ को जाने हम, साथ चले सबका विकास का पथ,
हर क्षण में उजाला बने अर्थ की लालिमा.
खुल के जिये जीवन हो अर्थपूर्ण,
हम सब मिलकर बनाएं इस दुनिया को खुशहाल और निर्मल।

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अभी वक़्त है

अभी वक़्त है
कुछ और करने का
ना यू लड़ने का
ना झगड़ने का
बस जिंदगी को आइना मानलो
खुदको समझने का

खुद में जीने का , खुद जान लेने का, खुद को पहचान जाने का

अभी वक़्त है, कुछ और करने का।
ना यू लड़ने का, ना झगड़ने का।
बस जिंदगी को आइना मानलो।

देखो आज को, नई सुबह लाई है।
खुद को ज़रा समझो, खुशियों की राही है।
मुसीबतों से ना डरो, आगे बढ़ो तैरो,
ख्वाबों को पकड़ो, नई दुनिया को छेरो।

ज़िन्दगी है रंगों की पलटाना,
खुद को खो देने की इंतहा नहीं।
चाहिए बस यकीन, और थोड़ा सा होशियारी,
हर चुनौती को देखें एक सफ़लता की तयारी।

जीने का मज़ा लो, खुश रहो हमेशा,
प्यार से सबको गले लगाओ सदा।
बदलो दुश्मनों को दोस्तों में,
खुदा से दुआ लो, बहार लो वफ़ा में।

अभी वक़्त है, कुछ और करने का।
ना यू लड़ने का, ना झगड़ने का।
बस जिंदगी को आइना मानलो।

आओ बाहर

आओ बाहर उन विचारो से बाहर निकल कर देखो जिनमें उलझे हो ना जाने कितने ही जन्मों से तुम अब तो आओ बाहर यह वक़्त है कुछ कर गुजरने का , कुछ हो जाने का , खुद को जानने का , समझने का , पहचानने का

देखो उस आसमान को, जो अपार है,
जहां सितारे चमकते हैं न्यारे-न्यारे।

जीवन का रंग देखो, चमक उठाओ बहार,
मुसीबतों के बावजूद खुद को बनाओ अद्वितीय यार।

सुंदरता को छूने का हौसला रखो,
आपातकाल में भी खुद को मजबूत बनाओ।

हर एक चुनौती को स्वीकारो,
खुद को परिवर्तित करो, समस्याओं को विकारो।

जीवन की गतिशीलता को समझो,
उच्चतम लक्ष्यों की ओर आगे बढ़ो।

जो भी हुआ है, वह बीत चुका है,
आगे बढ़ो, नया चर्चा करो, नया रास्ता चुनो।

जन्म-जन्मांतर की कठिनाइयों से हार मत मानो,
अपनी प्रगति को बाधित नहीं होने दो।

आओ बाहर निकलो, विचारों के जंगल से,
नए दृष्टिकोण से देखो जीवन के खेलों को, ये विश्व संसार।

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