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मुस्कुराओ

मुस्कुराओ ….क्युकी दुनिया का हर आदमी खिले फूलों और खिले चेहरों को पसंद करता है, जो मुसकुराता है वो दुनिया को बदलने की हिम्मत रखता है, उसका विश्वास अपनी मुस्कुराहट से ओर बढ़ जाता है, वो मुरझाए हुए चेहरों को फिर से नई जान देता है, उनके भीतर नई ऊर्जा भर देता है।

मुसकुराना मानो दुनिया का खुद से ही बदल जाना है, मुसकुराना एक कला है भीतर चाहे कितने ही दुखी दुखी लेकिन आपके होंठों पर मुस्कुराहट दूसरों के चेहरों पर भी मुस्कुराहट भर देता है,

मुस्कुराओ क्युकी दुनिए का हर आदमी कहिले फूलों ओर कहिले चेहरे को पसंद करता है।

समय का नहीं अवरोध

समय का नहीं अवरोध …..
निरंतर अविरल अविरोध ।
सब घटनाएँ समय के भीतर….
समय साक्षी निश्चित इसका स्वर ।

समय अनुसार व्यक्ति वस्तुओं का बदलता रूप…..
यह समय की लीला क्रिया कोई दिखता सुंदर या करुप ।
समय नही थकता इसने नहीं सीखा थकना….
प्रार्थना मुझे भी इस साहस का स्वाद चखना

विहग स्वर्गीय आकाश में बदलते हैं,
प्राणी जीवन के संघर्ष में पलते हैं।
समय की गति निरंतर बदलती है,
जीवन की लहरों को लहराती है।

समय के साथ चलो, मोमबत्ती जैसा जलो,
क्षण-क्षण का आनंद जीवन में ढलो।
भूत, वर्तमान, भविष्य, एक ही क्षण में,
जीने का रहस्य समय के पास है छिपा।

प्रेम के बंधनों को समय सुलझाता है,
दुःख के बादलों को समय छिड़कता है।
सफलता की मस्ती समय के संग आती है,
विफलता का गहरा संगी समय से हारती है।

जीवन का रहस्य समय के भीतर छिपा है,
खोये हुए सपनों को समय फिर लौटाता है।
बदल जाता है समय, चलता रहता है,
मनुष्य को जगाता है, जीवन को बचाता है।

समय का नहीं अवरोध, उसकी विरासत हैं हम,
जीवन के अरमानों को समय से जोड़ते हैं हम।
समय के आगे सब कुछ झुक जाता है,
इसीलिए हर क्षण को समय से जीता है।

मन की बाते

मन की बाते अब मन में ना ठहर जाए
कुछ बाहर आ जाए कुछ तुमसे कह जाए

राग कोई नया तुमसे छेड जाए
फिर बिछड़े तार , टूटे तार जुड़ जाए

मन की बाते अब मन में ना ठहर जाए
कुछ बाहर आ जाए कुछ तुमसे कह जाए।

दिल के रास्ते जब खोलते हैं हम,
अनकही बातें जुबां से कह जाएं।
जैसे हवा चलती है बेख़बर,
मन की चिंगारी तुम तक पहुँच जाए।

पलकों के पीछे छुपी हैं ख्वाहिशें,
दिल की धड़कनों में बसी है आसहिष्णुता।
कहने की हिम्मत जब मिल जाती है,
वो अनहद गीत तुमसे कह जाएं।

हर एक रात को छूने की ख्वाहिश है,
हर एक चाँद को अपने में समेटने की चाहत है।
जब तुम्हारे साथ रहते हैं हम,
सुकून की नदी में बह जाएं।

अभी तो कुछ अधूरी बातें रह गईं हैं,
जो तुम्हें सुनाने को हमें तरस रही हैं।
होने को बहुत कुछ बाकी है दोस्त,
वो अविरल स्नेह तुम्हें पहुँच जाएं।

तो चलो, आओ मन की बातें करें,
जीवन की हर राह पर साथ चलें।
अनजाने रास्तों में खोये रहें,
पर एक दूसरे को खो ना जाएं।


जीवन में सफलता

दोस्त हंसते मुस्कुराते सदा रहे,
ख़ुशियों की सदा हवा बहे,
समस्याओं का सदा हल मिले,
जीवन में सफलता के फूल खिले ।

दोस्ती का रंग चढ़ाए रंग जीवन के,
हर गम को दूर कर दे आपकी हंसी-मुस्कान के।
मिलकर बनाएं खुशियों का गुलिस्तान,
जीवन के हर पल में बढ़ती रहे आपकी मित्रता की पहचान।

चाहे रुक जाए जीवन की धुप कभी,
दोस्त रहे साथ, बने रहें सबसे कभी।
अपनी आँखों में ख़ुशी छलकाएंगे हमेशा,
दिल से निकलेगा हंसी का गीत सदा।

हर कठिनाई को मिटा देगी ये दोस्ती,
सब परेशानियों को भुला देगी ये मित्रता।
सदा बनी रहे आपके होंठों पर मुस्कान,
जीवन की हर उड़ान पे बने जीवन में सफलता का निशान।

ये कविता याद रखेगी दोस्ती की मिठास,
सदा रहेगी हमारी यारी की आस्था।
चलो मिलकर बनाएं एक ख़ूबसूरत दुनिया,
जहां दोस्ती का रंग बने हर पल की पहचान।

इस दिल में अरमान

इस दिल में अरमान बहुत है,
ये दिल की बातें कैसे बताऊं?
कैसे समझाऊं इसे तुम्हें?

ये दिल जो चाहता है सिर्फ तुमको,
ये दिल जो तड़प रहा है बिना तुम्हारे,
इसे कैसे समझाऊं अपने अरमानों को?

एक कविता के रूप में सुनाऊं इसे,
जो इस दिल की धड़कनों में बसी है,
प्यार की भाषा में लिखूं इसे,
ताकि तुम इसे समझ सको बिना बातों के।

ये दिल जो तुम्हें चाहता है बेपनाह,
ये दिल जो तुम्हारी आशा में जी रहा है,
इसे कैसे व्यक्त करूं बिना शब्दों के,
इसकी गहराई को कैसे समझाऊं तुम्हें?

यही सोचते-सोचते एक कविता लिख रहा हूँ,
जिसमें इस दिल की बातें छिपी हैं,
कागज़ पर शब्दों को सजाता हूँ,
ताकि तुम इसे पढ़कर समझ सको इसे अपनी ज़रूरतों के।

ये दिल की अरज़ू है जो बहुत सी,
ये दिल की ख्वाहिश है जो अनमनी,
इसे कैसे बताऊं इस दिल को,
हर लम्हे में तुम्हारी यादें हैं बिखरी।

ये कविता बस इतना कहना चाहती है,
इस दिल में अरमान बहुत है,
इस दिल की बातें समझो तुम,
क्योंकि ये दिल तुम्हें ही चाहता है गमगीन।

मन के विचार

मन के विचार, मन में चलते विचारो पर रहे बुद्धि की धार ।
वाणी भी क़ाबू रहेगी होगा मज़बूत आधार ॥
मन वचन कर्म से न किसी का दिल दुखे।
जीवन की कापी में स्वर्ण अक्षर से लिखे ॥

विचारों की धार मन में चलती,
बुद्धि की शक्ति सदा बनी रहती।
जब तक वाणी सच्ची हो और मधुर,
मजबूत आधार बने सबके लिए आदर।

मन, वचन, कर्म की त्रिविधि से,
किसी का दिल न हो कभी दुखे।
आदर के साथ रहे हमेशा,
सुखी बनाए अपने सभी रिश्ते।

प्रेम, शांति, आनंद की देन,
बनाए जीवन को सुंदर और धन्य।
चिंता, कष्ट, द्वेष को छोड़,
अपार खुशियों से भरे हमारे मन्य।

चलते रहें सत्य की मार्ग पर,
उठाएं ऊँचाईयों के पथ पर कदम।
सबका भला करने का हो निश्चय,
हो जाए सबका जीवन सुखदाम।

मन के विचार, मन में चलते विचारों का निर्माण,
बुद्धि की धार से हो संयम।
वचन और कर्म से बने संसार,
दुःख से मुक्ति पाएं सभी आदमी और औरत।

अच्छे लोगों का साथ

चमकते अलग से मिलता अच्छे लोगों का साथ ।
इरादे उनके नेक हो उनका होता बहुत बड़ा हाथ ॥
सच्चे मित्र आपके सुख दुःख के वो भागीदार ।
उनसे ही जीवन वो एक बेशक़ीमती किरदार ॥

धन्य हैं वे लोग जो चमकते हैं अलग से,
मिलता है उन्हें अच्छे लोगों का साथ
उनके इरादे नेक होते हैं, और उनका हाथ
होता है बहुत बड़ा, जो सदैव सहारा बनाता है।

सच्चे मित्र होते हैं आपके सुख-दुःख के भागीदार,
जिनकी दोस्ती में है सर्वदा विश्वास और प्यार।
जब आप उदास होते हैं, वे आपके पास आते हैं,
आपके दर्द को समझते हैं, और आपको संबलते हैं।

जीवन के सफर में, जब आप अकेले महसूस करते हैं,
वे मित्र उठते हैं आपके साथ और देते हैं साथ।
सुख के पलों में और दुःख के समय में,
वे आपका सहारा बनते हैं, आपको नया आशा देते हैं।

सच्चे मित्र होने का अर्थ है प्यार और सम्मान,
उनके संग हर दिन बदलती है जिंदगी की कहानी।
चमकते हैं वे अलग से, खुद को साबित करते हैं,
और आपकी जिंदगी में खुशियों का आंचल बिछाते हैं।


एक सकारात्मक बुद्धि

एक सकारात्मक बुद्धि जब हर दिशा में कार्य करती….
जीवन बाँटता अनंत ख़ुशियाँ, सब कमियों की क्षतिपूर्ति ।
सकारात्मक बुद्धि अच्छे सच्चे कर्मों का वो कारण…..
वर्तमान प्रकाशमय ओर भविष्य भी प्रकाशित होता असाधारण ॥

एक सकारात्मक बुद्धि सुलझी होती ,नहीं वो जाती चिंता में घुल …
समस्या की जड़ में करती आक्रमण ओर जड़ करती निर्मूल ।
सकारात्मक सोच ओर विचारो को करे प्रचारित विस्तारित….
जीवनो में भर जाए नई ऊर्जा , सुदृढ़ विचारो हो अवतरित ॥

सकारात्मक बुद्धि अच्छे सच्चे कर्मों का वो कारण,
जो देता है जीवन को सार्थकता का मान।

सोच विचारों को ऊँचा उठाए,
नकारात्मकता को दूर भगाए।

बुद्धि में ज्ञान की बारिश हो,
सकारात्मकता से हमेशा ऊपर रहो।

दृष्टि में उजाला और सच्चाई की चमक,
हर कार्य में सकारात्मकता का अभियान चलाएं।

अच्छे कर्मों का फल यहाँ भोगें,
ख़ुशियों के रंगों में धूम मचाएं।

नकारात्मकता को दूर कर खुद को परिवर्तित करें,
सकारात्मक बुद्धि से जीवन को सजाएं।

ऐसी सकारात्मक बुद्धि हमारे जीवन में बसे,
जो खुशियों के पर्वत में हमेशा उड़ान भरे।

सकारात्मक बुद्धि की ज्योति हमेशा जले,
खुशहाल और सफल जीवन की मुस्कान सदा बने।

खवाइसे

खवाइसे तो बहुत बड़ी है जिंदगी मे उनको पूरा करू कैसे? बस इतनी सी जिंदगी है खवाइसो को पूरा करने के चक्कर मे फसु कैसे मैं बिन खवाइसो के रहु भी तो कैसे

जिंदगी के ख्वाबों को पूरा करने की खातिर,
संवेदनशीलता और व्यापारिकता दोनों हैं जरूरी।
ख्वाहिशों के पीछे दौड़ो निरंतर,
बिना खवाइसों के भी जीने का सबको आदेश।

जीवन के पथ पर कठिनाइयाँ होंगी,
पर तू ना डर, ना हार मानेगी।
अपने सपनों को पीछे ना छोड़ो,
खुद को नये उचाईयों पर ले जोड़ो।

जिंदगी की महक उड़ान भरेगी तब,
जब तू नई मंजिलों के दरवाजे खोलेगी।
बाधाओं से संघर्ष कर, आगे बढ़,
खवाइसों को तू जीवन में समाधान बना।

ज़िंदगी छोटी सी है, ये सच है ध्यान रख,
पर जीने का मजा है ख्वाहिशों को सच करके।
खुद को पहचान और अपना रवैया बना,
बस फिर देख, खवाइसे खुद ही पूरी हो जाएंगी जब तू जीवन में अच्छाई ला जाएगी साथ।

दिन की उम्र 24 घंटे

दिन की उम्र 24 घंटे
समय

दिन आता है , दिन चला जाता है इस दिन की उम्र 24 घंटे ही है लेकिन ये संपूर्ण संसार को कार्यरत होने के लिए बाध्य कर देते है कुछ न करने के लिए , क्या आपके जीवन में भी स्वयं को बाध्य करने के लिए कोई नियम है ?  उम्र कितनी भी परंतु कार्य बड़ा होना चाहिए।