बहाना ओर जवाब -2 , बहाना :- मुझे बचपन से परिवार की जिम्मेदारी उठानी पङी…..
जवाब :- लता मंगेशकर को भी बचपन से परिवार की जिम्मेदारी उठानी पङी थी….
बहाना ओर जवाब -2 , बहाना :- मुझे बचपन से परिवार की जिम्मेदारी उठानी पङी…..
जवाब :- लता मंगेशकर को भी बचपन से परिवार की जिम्मेदारी उठानी पङी थी….
कुछ विचार हो जो आपके जीवन को पूर्ण रूप से बदल दे, वही जीवन के विचार है, जो आपको निखार देंगे , आपको नई ऊर्जा ओर सकती प्रदान करते है। हमे बस उन्ही जीवन के विचार पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। ऐसे ही कुछ अनमोल विचार है , जिन्हे हमे अपने जीवन में उतारना चाहिए।
जीवन ज्यादा योजना नहीं माँगता , आदिवासी जंगल के सच्चे निवासी…..
परम्पराएँ जीवनशेली अनूठी ख़ासी ।
आदिवासी जल जंगल ज़मीन के रखवाले…
जंगल के सच्चे सपूत सिपाही निराले ।
उनकी ख़ुशी के कारण बहुत साधारण ….
नाच गान के मनाते साधारण उनके वरण ।
वो जानवरों के साथ कैसे जीना जानते ….
जंगल बना रहे और फले फुले यह मानते ।
जंगल का दोहन नहीं उनकी मंशा….
उनसे सीखे सुधारे समाज की दिशा ।
वो जंगल से लेते और उसे वापस लोटाते….
वो अपनी परंपराओं से सच्चाई से निभाते ।
2. जीवन ज्यादा योजना नहीं माँगता…..
उसकी आशा तुममें न पनपे विषमता ।
जीवन मिलजुल के कार्य कर रहा ..
चाहे जल में आकाश में चाहे हो धरा ।
सब अपने हिस्से का जीवन जी के
आगे बढ़ते जा रहे…..
पुराना जीवन जा रहा नया जीवन हर क्षण प्रगत हुए जा रहे ।
ये खेल निरंतरता का सदा था हे
ओर चलेगा …
जीवन आएँगे जीवन जाएँगे इसका
पुष्प सदाबहार खिलेगा ।
3. हम सदा कार्यशील एक बेहतर कल के निर्माण के प्रति अग्रसर……
कल परिवर्तित होता हम खुश की जगह और बेहतर के तलाशते अवसर ।
ये त्रासदी हे हम अनंत यात्रा में हे हमे ख़ुद नहीं पता क्या हम चाहते …..
कुछ अधिक जो नहीं हुआ हे परिभाषित बस लगे हे अंध दौड़ में भागते जाते ।
4. सही शब्द हृदयों की चाभी , उसको खोलने का काम वो करते …..
सही शब्दों का प्रयोग करके जैसे पहन मोती की माला हम महकते सँवरते ।
शब्द तीर ज़ख़्म दे सकते गंभीर …..
शब्द ही मीठे मिटा देते दुःख की पीर ।
कई लोग हे जिनको समझने पे भी नहीं उनके कान पे जूँ रेंगती ……
प्रभु जी से प्रार्थना सुधारो उनकी मति बुद्धि
उनकी सही पकड़े गति
5. पढ़ाई अनपढ़ से मतलब नहीं हे
भावनायें समझ में चाहिए आनी….
भावनायें समझे वही व्यक्ति पढ़ा
लिखा बाक़ी सब बेकार की कहानी ।
भीतरी शिक्षा के नहीं विद्यालय….
घर से मिलते संस्कार बिना चुकाए मूल्य ।
जो भी वस्तुयें निशुल्क वही मूल्यवान….
भीतरी शक्ति से उन्हें हम सकते पहचान ।
6. प्रत्येक सूर्यास्त हमारे जीवन से एक दिन को कम…..
लेकिन फिर हुए सूर्योदय से जीवन में भरता नया दम ।
हो चाहे सूर्योदय या सूर्यास्त हर समय परिवार और मित्रों का थामे रहे हाथ…..
सम्भालना अपनो को दिखाना यही सही दिशा यही उत्तम पुरुषार्थ ।
7. नहीं महत्वपूर्ण हम कितना जानते हे या हे कितने शिक्षित …..
योग्य हो इतने जटिल से जटिल स्थिति से निकल सके सुरक्षित ।
अपनी योग्यता में धार लगाते रहे करे इतना परिश्रम….
युद्ध में बेवजह खून नहीं बहेगा योग्य हो इतने सक्षम।
8. विश्वास से की गई प्रार्थना सार्थक…..
सब होगा सम्भव प्रयास हो अथक ।
असम्भव होगा वो तत्काल सम्भव…..
विश्वास की शक्ति से कर ले अनुभव ।
दे ध्यान विश्वास में न जुड़ा हो अंध…..
फिर आगे अंधेरा ही अंधेरा दुर्गंध ही दुर्गंध ।
अपनी प्रार्थना में अधिक से अधिक व्यक्तियों को करे सम्मलित…..
जीवन में उतरेगी प्राण वायु , बात करे जिसमें जुड़ा हो सबका हित।
9. संबंध नहीं होते बढ़े , उन संबंधों को सम्भालने वाले होते हे बड़े…..
हीरे जवाहरात भी खूबसूरत लेकिन चार चाँद लगाते जब होते वो गहनों में जड़े ।
हमेशा संबंधों को सम्भाले नहीं करे दोहन…..
संबंध सही रहेगे उनका उज्जवल रहेगा यौवन।
10. ये प्रश्न ग़ैर वाजिब हे कि कौन हमसे आगे और कौन हमसे पीछे…..
ये ज़िंदगी हे साहब रिश्ते कमाइये रिश्ते पैसे में ताक़त लेकिन नहीं रिसते जैसी नज़ाकत न ही उसकी तरह प्यास ।
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एक दूसरे के दर्द ख़ुशियाँ
समवेदना की समझ….
मनुष्यता के प्राण
उसके प्राणो का ध्वज ।
जब जीवन में प्रेम
तो दूसरे का ख़ुशियाँ
दुःख दर्द दिखता….
जब नही जाना प्रेम
नही गलती सिर्फ़ स्वयं
का दुःख दिखता
तो नही दूसरे का सुख
दुःख समझता ॥
जब दिल में दर्द उतर जाए,
तब गम की लहर आ जाए।
क्या करें जब ये छाती फट जाए,
वो दर्द जिसे बयां करने के लिए शब्द ना मिल पाए।
इस दर्द से जुड़े दोस्त का जब दिल दुखाए,
तो कैसे उसका दर्द कम कर पाए।
जब उसके आँसू बाहर ना निकले,
तो कैसे उसकी रूह से बातें कर पाए।
जीवन का हर मोड़ पर दर्द का एहसास होता है,
कोई अपना अपनों को खोता है, कोई प्यार को तरसता है।
दुखी होता है जब हमें अपने दोस्त का दर्द देख पाते हैं,
मगर उसे संभाल लेने की चाहत हमें हमेशा होती है।
हम दर्द को कम नहीं कर सकते,
लेकिन उस दर्द के साथ रह सकते हैं।
दोस्त के दर्द में शामिल होकर,
उसका साथ देकर, उसकी मुस्कुराहट लौटाने का हमें सौभाग्य मिल सकता है।
जब दोस्त का दर्द हमारा दर्द बन जाए,
तब हमें उसके साथ थाम जाना चाहिए।
दोस्ती का ये रिश्ता हमेशा सच्चा रहेगा,
जब तक हम एक दूसरे के दर्द को समझना नहीं सीखेंगे।
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जीवन को बेहतर बनाने के लिए क्या करे?
छोटे छोटे विचार जो आपके जीवन को लगातार बदल सकते है, आपके जीवन को सकारात्मक बना सकते है, आपके जीवन को बेहतर बना सकते है।
उन विचारों को अपने जीवन का हिस्सा जरूर बनाए, उन विचारों को अपने में उतारे यही वो विचार है जो आपका जीवन दिन प्रतिदिन बेहतर बनाते है, ओर एक दिन आपका जीवन बहुत बेहतर हो जाता है, जिस भी उम्र के पड़ाव पर हम है उस उम्र की परवाह न करे बस बस स्वयं को बेहतर बनाते जाए एक दिन आप निखर कर सामने आएंगे।
जैसा की हम सभी जानते है एक पूरे दिन में मस्तिष्क में लगभग 60 हजार विचार आते है परंतु क्या वह सभी विचार हमारे लिए महत्वपूर्ण है? नहीं वह सभी विचार हमारे लिए महतवपूर्ण नहीं होते
क्युकी वह सभी विचार हमारे कुछ न कुछ सोचने की वजह से, कुछ न कुछ कार्य करने व देखने की वजह से उत्पन्न हो रहे है या फिर हम पुरानो दिन में खुद को खो देते है बस वही विचार हमारे मस्तिष्क में लगातार घूमते रहते है।
यदि हम कुछ अच्छे ओर सकारात्मक विचारों लिख कर उन्हे बार बार मन में दोहराए व सिर्फ ओर सिर्फ उन्ही विचारों के बारे सोचे तो आप देखेंगे की आपके जीवन में कितना परिवर्तन आता है।
विचारों का प्रभाव हमारे जीवन पर
हम हर रोज थोड़े थोड़े बेहतर होते जाएंगे।
हर रोज हमारे भीतर नई ऊर्जा का संचार होगा।
हर रोज हम जीवन के प्रति सकारात्मक होंगे।
आपका मन सदेव प्रसन्न रहेगा।
यह अनुभव एकदम से होने लग जाता है, जैसे जैसे हम अपने पुराने विचारों की आदतों को तोड़ते रहते है हम नए-नए विचारों के अनुभव को जगह देने लग जाते है, जब तक पुरानी सोच, पुरानी धारणाओ को नई छोड़ेंगे तब तक नई की उपसतिथि कैसे होगी? इसलिए उन पुराने विचारों को मस्तिष्क के भीतर से हटाए ओर खुद को नए विचारों के साथ जोड़े, इन नए विचारों सकारात्मक होने दे अपने भीतर तक और इन नए ओर सकारात्मक विचारों के साथ जिए हमारे भीतर जो नकारात्मक विचार है उनको बाहर निकाले।
जिंदगी के साथ चलना और जिंदगी एक लगातार चलने वाला सिलसिला है, जो रुकेगा नहीं बस बदल जाएगा, जो जिंदगी का नई जिंदगी के साथ परिवर्तन कहलाएगा
जिंदगी क्या है, ये तो हम सभी जानते हैं,
पर जिसे जीने का तरीका नहीं पता, उसे ये समझाना हमारा काम है।
जिंदगी एक अनमोल उपहार है,
जिसे सदा संतोष से सम्मान करना चाहिए।
हर पल खुश रहने का तरीका सीखना होता है,
जिंदगी के साथ सामंजस्य बनाना होता है।
जिंदगी के साथ बदलना होता है,
कभी हंसते हुए, कभी रोते हुए।
जिंदगी के साथ जीना होता है,
कभी जीते हुए, कभी हारते हुए।
जिंदगी के साथ चलना आगे बढ़ते जाना होता है,
जब तक जीवन हमारे साथ होता है।
जिंदगी के साथ संघर्ष करना होता है,
जब तक मंजिल हमारी नजदीक नहीं होती है।
जिंदगी क्या है, ये तो हम सभी जानते हैं,
पर जिसे समझना होता है, उसे उसका मूल्य समझना होता है।
जिंदगी के साथ चलते जाना होता है,
जब तक जीवन हमारे साथ होता है।
समझ अपनी अपनी
कई बार ठोकरें पड़ने के बावजूद
यात्री न संभले यह उसकी क़िस्मत ….
पत्थरों ने तो नहीं कमी उन्होंने तो अपना कार्य किया पूरा रहकर तटस्थ ।
मैंने कुछ छोड़ा नहीं है ये तो खुद ही छूट गया है क्युकी जो पीछे छूटा है वो मेरा नही था आगे मिलेगा वो भी मेरा नही होगा क्युकी जब और आगे बढूंगा तो वो भी पीछे ही छूट जायेगा , इसलिए किसी भी चीज से बांधना क्यों खुद को जब वो आपकी नही है
“मोह से दूर”
क्या हार भी अच्छी होती है
हार में शिक्षा अपरंपार….
वही बने जीतने का आधार ।
हारे हम हिसाब से न हरे बेहिसाब….
खुल के खेलने वाले नहीं है हम जनाब ।
वो लोग हटकें अलग होते है जो लुटा देते
समस्त…
उसमें अथाह हानि लाभ की संभावना भी ज़बरदस्त ।
हारने के बाद जीतने वाला होता वो बाज़ीगर ..
ये उस शख़्सियत का असर उसका हुनर ।
आज यानी वर्तमान राजा …
इसी में हे ख़ुशियों का दरवाज़ा ।
सुने वर्तमान को रख के सही तापमान…
बहुत उपयोगी वर्तमान का विमान ।
पढ़ाई जीवन का आधार है
क्या यह कथन सही हे ?
किसी को सही से सुनना
भी क्या पढ़ाई हे?
क्या सही व्यवहार में पढ़ाई
का योगदान हे ?
क्या अच्छी नौकरी ओर धन
कमाना ही पढ़ाई हे ?
क्या पढ़ाई मस्तिष्क की
खुराक की हृदय का
भी इसमें कुछ योग हे ?
क्या पढ़ाई एक व्यवस्था
एक विशेष क़ार्य में आगे
बढ़ने की कसौटी ॥
पढ़ाई जीवन का आधार है ,
जो नहीं करता उसे है डर है।
ज्ञान की धरा से जब बहता है,
तब समझ में आता है जीवन का सत्य है।
जीवन की इस यात्रा में,
ज्ञान ही है सफलता का मंत्र है।
पुस्तकों का समुद्र है ये जगत,
जिसमें डूबकर ज्ञान करो जगमगाता है अपना मतलब है।
ज्ञान की इस धरती पर हर व्यक्ति,
अपनी अलग पहचान बना सकता है।
पढ़ाई से सीखो नए नए ज्ञान को,
जीवन के हर पहलू में उसे लागू करो।
इससे नहीं मिलती सिर्फ सफलता,
बल्कि आत्मविश्वास भी मिलता है जीवन का अर्थ होता है पढ़ाई का।
जब तक हम पढ़ाई नहीं करते हैं,
हम अपने जीवन को समझने में असमर्थ होते हैं।
पढ़ाई करने से हम सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंच सकते हैं,
और अपनी अलग पहचान बना सकते हैं।
पढ़ाई जीवन का आधार है,
जो नहीं करता उसे है डर है।
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