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हंसने का बहाना बनाना

हंसने का बहाना बनाना….
जैसे न बीता हो बचपन सुहाना ।
बचपन हँसता खिलखिलाता….
छोटी छोटी बाँतो में ख़ुशियाँ ढूढ़ लाता ।

बचपन न हो जीवन का पड़ाव…..
भीतर सजोये रखे ये मेरा सुझाव ।
बचपन हे वो मस्तीख़ोर…..
मस्ती रखना चाहे बाहर हो कितना शो

शब्दों की गठरी

शब्दों में गाठ जो लगी है उन्हे खुल जाने दो इनको शब्दों की गठरी ना बनाओ तुम, इनका खुलना ही बेहतर होगा यदि ये गाठे नहीं खुली तो भीतर तकलीफ होगी, तुम्हारा शरीर , तुम्हारा मन , तुम्हारी बुद्धि रोग से ग्रसित हो जाएगी।

इन शब्दों को ध्यान, योग आदि क्रिया से हल्का करो तभी तुम अच्छा महसूस करोगे, यदि तुम्हारे मन, मस्तिष्क में प्रश्न घूम रहे है तो उन्हे पूछ डालो निसंकोच होकर यही हल है भीतर से शांत होने का कब तक, तुम इन अपाच्य शब्दों को भीतर ही रखोगे।

रविवार वाला दिन

रविवार वाला दिन कही खो तो नहीं गया ? एक समय था जब मैं सिर्फ संडे को घुमा करता था हर हफ्ते घर से निकलता तह कभी फिल्म देखने तो कभी कही घूमने या सत्संग सुनने , मंदिर या किसी मित्र के साथ चाय पर चर्चा हो जाती थी , वो रविवार ही होता था जब मैं स्वयं को पाता था की मेरी जिंदगी में कुछ बढ़ रहा है , वो रविवार ही होता था, जो मुझे बहुत प्यार था

पिछले कुछ सालों से मानो मेरा कोई रविवार नहीं आया था कुछ अधूरा अधूरा स लग रहा था भीतर मानो खालीपन था कोई उत्सुकता नहीं थी ,बस जिंदगी भी घर से दुकान ओर दुकान से घर जिस तरह से लोग कहते है “ मुल्ला जी की दौड़ मस्जिद तक ” बस यही मेरी जिंदगी का हाल था कुछ बदहाल था, वो रविवार आज फिर से लौट आया है बड़ी मसक्कत के बाद मैने रविवार को अपनी जिंदगी में फिर से बुलाया है।

लेकिन आज बहुत लंबे समय बाद फिर से उस रविवार को जीकर आया हूँ, अब लगता है की हर रोज मेरी जिंदगी का रविवार हो, काम उतना जितनी जरूरत है ओर मेरा जीवन भी उतना ही जरूरी है जैसे मेरी जिंदगी में इतवार जरूरी था, एक आजादी का अनुभव हुआ आज अकेले घूमने पर बस ये घूमने वाली आजादी मेरी कायम रहे ओर मैं घूमता रहू यू ही , रुकु नहीं अब बस मैं चलता रहू, मेरा रविवार वाला दिन मुझे फिर से मिल गया है इस रविवार के साथ मेरी यादे जुड़ी है जिनको मैं सजाकर रखना चाहता हूँ ओर इन यादों संग कुछ और यादे आने वाले संग जोड़ना चाहता हूँ।

कही आपका रविवार तो खो नहीं गया क्या आप भी बाहर जाते थे गोल गप्पे, दोस खाने सिर्फ उस रविवार को , क्या आप भी इंतजार करते थे उस रविवार का या करते है रविवार का इंतजार यदि हाँ तो कैसा था आपका रविवार मुझे भी बताए

पसंद और नापसंद

पसंद और नापसंद

अपनी पसंद का कार्ये करे हम सभी लोग, परंतु अपनी पसंद का काम क्यों नहीं कर पाते?

कहते है जो काम आपको नापसंद है फिर भी आप उसी काम को कर रहे है तो वह काम आपके लिए वैसा ही है जैसे किसी बच्चे से पढ़ाई को छुड़वाकर उसको काम पर लगा दिया हो।

अब उस बच्चे के जीवन की कल्पना करो की क्या होता है उस बच्चे के जीवन के साथ वही दशा आपके साथ होती है जब आप अपनी पसंद का कार्य नहीं करते।

इसलिए अपनी पसंद और नापसंद के कार्य के लिए सोचो जब आप अपनी पसंद का कार्य करेंगे तो आपका मन ज्यादा काम में लगेगा इधर उधर नहीं भटकेगा, आपकी कार्य करने की क्षमता भी बढ़ेगी , साथ ही आप नए नए तरीके सोचोगे उस कार्य को करने के लिए

लेकिन जिस काम में आपका मन नहीं उस काम को उतनी अच्छी तरह से नहीं करते हमेशा चिड़चिड़ापण लगता है , गुस्सा आता है आपकी खुशी कही खो जाती है फिर वो काम सिर्फ साधनों को जुटाने के लिए ही कर रहे होते है।

समय की बर्बादी

समय की बर्बादी

आप जितना चाहो उतना समय बर्बाद कर सकते हो यह जीवन आपको मिला है पूरा जीवन आप व्यर्थ के कामों में लगा सकते हो, इस जीवन में आपके पास समय की कोई कमी नहीं है जितना आप समय बर्बाद करेंगे उतना ही सफलता से दूर हो जाओगे उतना ही दूर अपने कार्यों से हो जाओगे, उतना ही दूर आप अपने जीवन के मूल्यों से हो जाओगे, यह एक जीवन आपको समय का उपयोग करने के लिए मिला है इसे सही दिशा में लगाए।

समय लगातार बर्बाद , व्यर्थ करने के लिए हमारे पास बहुत समय है इसको कितना भी चाहो तुम बर्बाद कर सकते हो लेकिन यदि इसे सही दिशा ओर कार्यों में लगाया गया तो यह समय आपको उन उचाइयों पर पहुच देगा जहां तक की आपने शायद अभी कल्पना भी नहीं की हो कभी।

समय का सदुपयोग कैसे किया जाए ?

समय की हानी को रोक जाए हमारा समय लीक हो रहा है इसको रोक जाए यह कहाँ से लीक हो रहा है अपने समय को देखे यह किस ओर जा रहा है। उस जगह से हटाकर इस समय को उचित जगह ले जाया जाए,

इस जगह यह प्रश्न उठता है की लीक या लीकेज क्या है? जिस तरह से कभी कोई पानी का नल खराब हो जाता है तो उस नल में से एक एक बंद पानी बाहर निकाल पूरी टंकी खाली हो जाती है, उसी तरह आप थोड़ा थोड़ा समय जो बर्बाद कर रहे है वह आपके जीवन को खराब कर रहा है इसिको लीकेज कहते है, इसे रोका जाना चाहिए ताकि आपका जीवन एक बेहतर दिशा की अग्रसर हो ओर आप जीवन को बेहतर बना पाए , इसमे समय लगता है परंतु धीरे धीरे हम अपने समय की हानी को रोक सकते है।

क्या आप ज्यादा समय टीवी, मोबाईल, व्यर्थ की बातों में बिताते हो ? यदि हाँ तो आज से अपने समय की हानी को रोकिए ओर उस समय को खिचकर एक जगह पर एकत्रित कीजिए ताकि वह समय आपको एक बेहतर इंसान बनाए जिस कार्य को आप करना चाहते है उस कार्य को अपनी क्षमताओ के सात कर सको।

एक बड़े स्तर पर अपने समय को देखा जाए की वह कहाँ से खराब हो रहा है समय को लीक होने से रोके समय उस गड्ढे में गिर रहा है जहां से वो वापस नहीं सकता इसलिए उसको गिरने से बचाए व रोके ताकि समय का बहाव आपके साथ ही रहे आप उसके सामने खड़े रहे समय आपको धकेलने की कोशिश करेगा परंतु आपको वही अडिग रहना है उसको अपने ढंग से प्रवाहित करना है।

(पानी के साथ एक चित्र जिसमे एक व्यक्ति पानी के सामने खड़ा है ओर उस लड़के के पीछे एक गड्ढा बना हुआ जिसमे पानी जा रहा है वह लड़का उस पानी को गिरने से रोकता है चित्र बनाना है यहाँ पर)

ताकि हम समय को ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल कर सके हमारे समय की हानी हो रही है इसको कैसे बचाए हमे यही जानना है।

समय को देखो वह किधर जा रहा है , इसको उस जगह से हटा कर जरूरी के कार्यों में लगाना शुरू करे।

हम बहुत बाते करते है, कभी कभी तो ज्ञान देने में इतने मशगूल हो जाते है की समय का पता नहीं चलता की वो समय कहाँ गया ओर वह समय खतम होता जाता है इसलिए समय को व्यर्थ नहीं करे।

हम बिना मतलब के कार्यों में उलझे हुए है, उन कार्यों से हाथ जोड़ ले ओर जरूरी के कार्यों में लगे।

टीवी, समाचार, फालतू की बकवास यह सब हम बहुत ही ज्यादा करते है, यदि आपको टीवी देखना है कुछ सीखने के लिए टीवी देखे जितना ज्यादा आप सीखेंगे उतना ही बेहतर हो पाएंगे , उतने बेहतर तरीके से आप अपना कार्य करेंगे।

क्या आप अपने काम को मन से नहीं करते, मन लगाकर नहीं करते या आपका काम में मन नहीं लगता इनमे से कोई भी एक कारण हो सकता है, जिसकार्य को करने में आपका मन लगता है वह कार्य करे इससे आप समय को नष्ट कम करेंगे।

जीवन में अच्छे विचारों का संग्रह करे

जीवन को बेहतर बनाने के लिए क्या करे?

छोटे छोटे विचार जो आपके जीवन को लगातार बदल सकते है, आपके जीवन को सकारात्मक बना सकते है, आपके जीवन को बेहतर बना सकते है। 

उन विचारों को अपने जीवन का हिस्सा जरूर बनाए, उन विचारों को अपने में उतारे यही वो विचार है जो आपका जीवन दिन प्रतिदिन बेहतर बनाते है, ओर एक दिन आपका जीवन बहुत बेहतर हो जाता है, जिस भी उम्र के पड़ाव पर हम है उस उम्र की परवाह न करे बस बस स्वयं को बेहतर बनाते जाए एक दिन आप निखर कर सामने आएंगे।

जैसा की हम सभी जानते है एक पूरे दिन में मस्तिष्क में लगभग 60 हजार विचार आते है परंतु क्या वह सभी विचार हमारे लिए महत्वपूर्ण है? नहीं वह सभी विचार हमारे लिए महतवपूर्ण नहीं होते

क्युकी वह सभी विचार हमारे कुछ न कुछ सोचने की वजह से, कुछ न कुछ कार्य करने व देखने की वजह से उत्पन्न हो रहे है या फिर हम पुरानो दिन में खुद को खो देते है बस वही विचार हमारे मस्तिष्क में लगातार घूमते रहते है।  

यदि हम कुछ अच्छे ओर सकारात्मक विचारों लिख कर उन्हे बार बार मन में दोहराए व सिर्फ ओर सिर्फ उन्ही विचारों के बारे सोचे तो आप देखेंगे की आपके जीवन में कितना परिवर्तन आता है।

विचारों का प्रभाव हमारे जीवन पर   

हम हर रोज थोड़े थोड़े बेहतर होते जाएंगे।

हर रोज हमारे भीतर नई ऊर्जा का संचार होगा।  

हर रोज हम जीवन के प्रति सकारात्मक होंगे।

आपका मन सदेव प्रसन्न रहेगा।

यह अनुभव एकदम से होने लग जाता है, जैसे जैसे हम अपने पुराने विचारों की आदतों को तोड़ते रहते है हम नए-नए विचारों के अनुभव को जगह देने लग जाते है, जब तक पुरानी सोच, पुरानी धारणाओ को नई छोड़ेंगे तब तक नई की उपसतिथि कैसे होगी? इसलिए उन पुराने विचारों को मस्तिष्क के भीतर से हटाए ओर खुद को नए विचारों के साथ जोड़े, इन नए विचारों सकारात्मक होने दे अपने भीतर तक और इन नए ओर सकारात्मक विचारों के साथ जिए हमारे भीतर जो नकारात्मक विचार है उनको बाहर निकाले। 

यह जिंदगी

यह जिंदगी कही गुम ना हो जाए ,जीवन की उस उछल कूद मे भागती दौड़ धूप में , चकाचौंध नजारों में ,चमक धमक में ,यह जिंदगी कही गुम न हो जाए

यह जिंदगी कही गुम न हो,
खुशियों की राहें हमेशा खुली हो।
हर दिन नयी खुशियों से भरा हो,
जीवन की राहों में आगे बढ़ते जाओ सदा।

ज़िंदगी का सफर थोड़ा मुश्किल हो सकता है,
कुछ दिन कुछ आंसुओं के साथ गुजर जाएंगे।
पर चिंता मत करो, आशा का दीप जलाकर,
जीवन के हर पल को खुशी से जीते जाओ सदा।

हर एक पल को खुशी से जीतो,
सपनों को दिल में समेटो और खेलो।
जीवन की राहों में आगे बढ़ते जाओ सदा,
खुशियों की राहें हमेशा खुली हो।

चलते जाओ आगे, अपने सपनों की ओर,
जीवन का सफर थोड़ा मुश्किल हो सकता है।
पर आशा और उम्मीद का दीप जलाकर,
जीवन के हर पल को खुशी से जीते जाओ सदा।

यह जिंदगी कही गुम न हो,
खुशियों से भरी राहें हमेशा खुली हो।
हम सब मिलकर इस जीवन की खुशियों को बाँटें,
खुशियों के साथ जीवन की सारी यादें संजोते जाओ सदा।

गलतफहमी

हर लड़के को यही लगता है की वो लड़की उसे घूर रही है,लेकिन वह लड़की ऐसा बिल्कुल भी नहीं कर रही होती ,यह लड़कों की गलतफहमी है जिसमे वह सुधार नहीं कर रहे है। एक दिन उनको पछतावा होता है इस बात का की वो गलत थे इस बारे में

कोई लड़की हँसे इसका मतलब बिल्कुल भी नहीं की वो फंस रही है, इसलिए कृपया कर ऐसी गलतफहमी बिल्कुल न रखे।

सवालों में गुम

सवालों में गुम हूँ में कुछ तरह से गुम हूँ, जैसे उत्तर सिर्फ मैं ही हूँ प्रश्न जो पूछता हूँ खुद से उत्तर भीतर से बाहर निकल मुझको मुझसे ही रूबरू करता हो जैसे , बस बताऊ क्या हाल अपना सवाल पर सवाल बढ़ रहा था जबसे भीतर से आवाज का सिलसिला चल उठा है बाहर सब खाली हो रहा है।

ख्यालों को अधूरा कैसे

ख्यालों को अधूरा कैसे छोड़ दु , जिन ख्यालों के सहारे जी रहा हूँ , ख्यालों को अधूरा कैसे छोड़ दु,
जो मेरे साथ चला हर वक़्त मुझसे जुड़ा हुआ है।
कैसे छोड़ दूँ उन्हें जो मेरे दिल के कोने में बसे हुए हैं,
जो मुझे हमेशा याद रखने को कहते हैं।

ख्यालों की दुनिया में मैं हर पल बसता हूँ,
तनहाई में भी वो मुझसे मुलाकात करते हैं।
उनके बिना मेरी ज़िन्दगी मायूष सी लगती है,
ख्यालों के सहारे ही तो मैं जी रहा हूँ अब तक।

लेकिन ऐसा होता है कभी-कभी,
कि ख्यालों का साथ छूट जाता है मेरे से।
कौनसा वो तार है जो टूट जाता है , उनकी यादों के साथ मैं अकेला रह जाता हूँ,
उनके बिना जीना मुश्किल स हो जाता है।

अधूरा कैसे छोड़ दूँ उन्हें जो मेरे दिल में बसे हुए हैं,
जो मुझे हमेशा याद रखने को कहते हैं।
ख्यालों को अधूरा छोड़ने के लिए मैं तैयार नहीं हूँ,
वो मुझसे जुड़े हुए हैं, मेरे साथ हमेशा रहेंगे।

ख्यालों को अधूरा छोड़ने से पहले,
मैं उन्हें पूरा कर लूँगा जी भर के।
उनसे बातें करूँगा, खुशियों के पल बिताऊंगा,
और उनसे कहूँगा कि वो मेरी ज़िन्दगी का हिस्सा हैं, कहानी है, वो किस्सा है