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किसी को लूटा के

किसी को लूट के मज़ा आता किसी को लूटा के,
समझ समझ का खेल है भइया काम न करना किसी का दिल दुखा के ।
परोपकार की महिमा अपरंपार….
समझने वाले का बेड़ा ही पार ।

बात यह की ज़रूरतमंद की ज़रूरत को सही से समझना …..
सच्ची ज़रूरत को महत्व देकर सामर्थ्य यथाशक्ति से पूरा करना।

किसी को लूट के मज़ा आता, किसी को लूटा के,
समझ-समझ का खेल है भइया, काम न करना किसी के दिल दुखा के।
परोपकार की महिमा अपरंपार, इस दुनिया में बहुत अलग है विचार।
कर्मठ और उदार लोग, जीवन में चमकते हैं जो होंठ।

दूसरों की मदद करना एक कला है, त्याग और दया से हृदय बना है।
दरिद्रता और दुःख से दूरी बना है, स्वार्थ की जगह परोपकार की चमका है।

दिन-रात मेहनत करते लोग, दूसरों के दुःखों को हरते लोग।
अनजानों को राह दिखाते लोग, खुद को भी भूल जाते लोग।

आँखों में चमक, हंसी का रंग, खुशियों का बांधन बांधा है।
मन में शांति, आदर्शों का ताज, अपने सुखों में खुश रहा है।

दुखी को दिया, रोगी को दवा, दिलों में आराम का विश्राम।
परोपकार की महिमा अपरंपार, जीवन का सच्चा धर्म है यह।

चलो आओ मिलकर बदलें दुनिया, दूसरों के सुखों का राग गाएं।
परोपकार की अद्भुत शक्ति से, हम सब मिलकर जीवन को सजाएं।

समाधान एक सूत्र

समाधान एक सूत्र ….
समाधान संग सत्य शुभ मुहूर्त ।
कई बार समाधान लिए मजबूरी ….
ईमानदारी से उसमें होती दूरी ।

समाधान के सूत्र को ध्यान से सुनाता हूँ,
सत्य और शुभ मुहूर्त की आवश्यकता जरूरत है।
जीवन में कई बार, हम मजबूर हो जाते हैं,
समस्याओं के सामने, हमारी ईमानदारी दूरी बन जाती है।

जो समाधान हम ढूंढ रहे हैं उसका रहस्य यही है,
सत्य की ओर प्रवृत्त होना और शुभ मुहूर्त की तलाश में जाना।
जब हम सत्य के मार्ग पर चलते हैं,
विकल्पों की जंगली भविष्यवाणियों से अलग रहते हैं।

जीवन की समस्याओं से जब हम लड़ जाते हैं,
हमें ईमानदारी की बाधाएँ आ सकती हैं।
लेकिन जब हम आत्मसमर्पण के साथ आगे बढ़ते हैं,
समाधान की सफलता हमें अवश्य मिलती है।

सत्य के साथ, शुभ मुहूर्त की राह पर चलें,
ईमानदारी और समर्पण का आदर्श बनाएं।
जीवन की समस्याओं को हम विजयी बना सकते हैं,
यही है समाधान के सूत्र का सच्चा रहस्य।

समस्या का समाधान….
आगे बढ़ने का विज्ञान ।
समाधान एक मार्ग….
समाधान हो सच्चा सोहार्द, समाधान एक सूत्र

सुख की अनुभूति है

जीवन की राहों में सुख की अनुभूति है ,
मन का परम आनंद, जीने की विशूद्धता।
चाहे कितनी भी हो मुश्किलें आगे,
खुशियों की बौछारों से होता है सामर्थ्य।

जीवन की हर चुनौती को गले लगाओ,
मुस्कान की चमक से आंखों को जगाओ।
गीतों का संगीत सुनो, खुद को भर दो सुर में,
जीवन की खुशियों को रचो अपनी कविता में।

खेलो, नाचो, गाओ, मुस्कराओ दिल से,
जीवन एक उमंग है, खुद को भरो दिल से।
सपनों की उड़ान भरो, आशाओं के पंखों से,
खुद को उड़ान दो, खुद को विश्राम दो।

जीवन एक सुखमय आनंद का खजाना,
हर पल बिताओ खुशियों की गहराई में।
मित्रों के साथ बिताओ ये अनमोल वक्त,
जीवन की शान्ति और प्रेम का लिए रक्त।

चिड़ियों के गाने सुनो, प्रकृति के संग रहो,
जीवन की रंगीनी में खुद को ढल रहो।
प्यार की ग़रदिश को छूने को जीवन है,
सुख और आनंद से सराबोर जीने को जीवन है।

इस आनंद को अनुभूत करो आज तुम,
जीवन की मधुरता को महसूस करो तुम।
बिना किसी चिंता के जीने की ख्वाहिश,
सुख की अनुभूति है, ये है जीवन की महिमा।

सुख की अनुभूति है
सुख की अनुभूति हैs

जिंदगी एक सुखमय आनंद है , इसको अनुभूत करना ही जीवन है।

हृदय पे विश्वास

हृदय पे विश्वास
यही सच्चा अहसास ।
जो हृदय कहता…..
वही सत्य का रास्ता ।

सुने सबकी करे जो हो हृदय ….
यह संसार बहुत ही क्रूर निर्दय ।
हृदय सच्चा रास्ता हे चुनता…..
विश्वास से सब काम काज बनता

हृदय में बसती हैं आंधीयाँ अनगिनत,
जब भीड़ में खो जाएं, हृदय ही है सहारा।
कितनी भी दूरी हो, रास्ता कितना भी कठिन,
हृदय के विश्वास पर हमेशा है आधारा।

हृदय की आवाज़ सुनो, वह जानता है सच्चाई,
जब रास्ते खो जाएं, वह दिखाएगा दिशा।
कितनी भी अंधकार हो, कितना भी अस्पष्ट हो,
हृदय का विश्वास ही दिलाएगा उजियाला।

हृदय की छंद पढ़ो, वह गाता है अनुभवों की कहानी,
सबको जोड़ता है, छू जाता है दिलों की सरहद।
कितनी भी भाषा हो, कितनी भी अल्फ़ाज़ हों,
हृदय का विश्वास ही धरती पर बनता है सर्वोत्तम गीत।

हृदय पे विश्वास
यही सच्चा अहसास।
जो हृदय कहता…
वही सत्य का रास्ता।

इश्क भर की बातों में

तुम ये जो- इश्क भर की- बातों में

तुम ये जो

मिश्री के जैसे घुल जाओ

कही तुम गुम न हो जाओ

कही तुम न खो जाओ

बस जो तुम हो

वही होने को हो जाओ

खुद को संभालो

बस संभालो

खुद को

खुद को

कही तुम खुद से दूर ना जाओ 

कही तुम गुम ना जाओ

कही तुम ना खो जाओ

इस जिंदगी को संभालो

कही जिंदगी को भी ना खो डालो

खुद से इतना इश्क तुम कर डालो

हर एक गम जिंदगी का तुम भुलादों

तुम ये जो इश्क भर की बातों में

इश्क भर जिंदगी हो जाओ

सब समान

समय के लिए सब समान बुरा समय या हो अच्छा समय…..
कोशिश हो कि न विचलित हो सदा संतुष्टि से समय का हो व्यय ।
समय ज्ञाता लिए है प्रश्न और उत्तर पुस्तिका…..
प्रश्नों का कैसे देना उत्तर यह सबका अपना अपना तरीक़ा ।

वर्तमान बीता जाये कल कल ध्वनि सी बहती सरिता …..
कर्मों की भी होती चीख पुकार चुप्पी शांति भ्रम और ममता ।
वर्तमान से होता निर्धारित कैसा होगा भविष्य…..
हम स्वय रचियता , पहचाने स्वय का वास्तव ध्येय ।
समय में संतुष्टि माया और यथार्थ …
करे न्याय समय से बने सच्चे पार्थ ।

समय का चक्र चलता रहता है,
जीवन के हर लम्हे में बदलता रहता है।
कभी बुरा समय आता है हमारे पास,
कभी अच्छा समय देता है खुशियों का आगाज।

पर सबसे महत्वपूर्ण है समय संतुष्टि का,
न विचलित होने की हो चेष्टा सदा।
समय का व्यय करें आनंद से और संयम से,
जीवन के सभी क्षणों को महत्वपूर्ण बनाएं सदा।

समय ज्ञाता है हमारे प्रश्न और उत्तर को,
हमेशा हमारे साथ रहता है यह पुस्तिका।
जीवन के पाठ पढ़े हमें समय के साथ,
ज्ञान और अनुभव से बनाएं हमें सबका।

समय का सम्बंध है जीवन के हर अंग से,
इसे समझें और महत्वपूर्णता दें हमेशा।
समय को सदा सम्मान दें और सदा सदा,
जीवन के हर पल में खुशहाली का बनाएं वातावरण।
समय के लिए सब समान बुरा समय या हो अच्छा समय…..
कोशिश हो कि न विचलित हो सदा संतुष्टि से समय का हो व्यय ।

किस्मत की लकीर

छोड़ दो किस्मत की लकीर पर यकीन करना , जब लोग बदल सकते है तो किस्मत क्या चीज है।

खुद पर विश्वास करो, सफलता जरूर मिलेगी,
जीवन के पथ पर आगे बढ़ो, मुसीबतें छिनेंगी।

किस्मत नहीं है, तेरे हाथों में ताकत है,
जो तू चाहे, वही तेरे आगे आएगी रात है।

जीवन की लड़ाई में हार नहीं मानना,
संघर्षों को गले लगाकर आगे बढ़ना।

खुद को परखें, अपने सपनों को पकड़ें,
जीवन की उचाईयों को छूने का जजबा रखें।

जब तू खुद को बदलेगा, दुनिया बदलेगी,
खुद पर विश्वास रख, अपनी ताकत बढ़ाएगी।

किस्मत तेरे कदमों की राह नहीं बनाती,
वह तो तू है, जो अपनी तक़दीर लिखाती।

हिम्मत की उड़ान पर तू चढ़, आकाश छू ले,
सबके दिलों में आग जगा, आशा जगमगा ले।

छोड़ दो उन हाथों की लकीरों पर विश्वास करना
तू खुद पर विश्वास कर, जीवन को जीना।

किस्मत की लकीर
किस्मत की लकीर

मैं और तुम

ये जो
मेरे और तुम्हारे
ख्वाब थे ना
उन ख्वाबो की
मंजिल जो
है ना
मैं और तुम से
“हम”
तक का एक सफर है।

ये जो मेरे और तुम्हारे ख्वाब थे ना,
उन ख्वाबों की मंजिल जो है ना।
मैं और तुम से, हम एक संगीत हैं,
जो बांटते हैं खुशियों के रंग हैं।

हर सपना हमारा निर्माण करता है,
अपनी मंजिल की ओर यात्रा करता है।
साथ चलने का सौभाग्य हमें मिला है,
खुशियों का संग्रह करता हमें जीना है।

हम दोनों एक-दूजे की आँखों में खो जाते हैं,
जब हमारे ख्वाब साकार हो जाते हैं।
मिलकर ज़िंदगी के हर रंग चढ़ाना है,
प्यार और विश्वास का संगीत गाना है।

एक-दूजे के साथ चलते हैं हम,
खो जाते हैं जब दुनिया की गड़बड़ी में।
प्यार और समर्पण से बँधते हैं हम,
आपस में जीवन के खुशहाली की सरगर्मी में।

ये जो मेरे और तुम्हारे ख्वाब हैं,
उन ख्वाबों की मंजिल जो है ना।
मैं और तुम से, हम एक संगीत हैं,
जो बांटते हैं खुशियों के रंग हैं।

मैं और तुम
मै और तुम

कमजोर ताकतवर

कमजोर ताकतवर का खेल न सोचो तुम,
समझदारी के साथ जीवन को बनाओ मधुर।

जो कमजोर व्यक्ति वो लेते बदला….उनकी फ़ितरत में लेना सिला । ताकतवर आदमी दे देते माफ़ी….उनके ज़िंदगी की यही बेबाक़ी ।

समझदार व्यक्ति करते उपेक्षा….
यह उनके जीवन आधारभूत शिक्षा ।

अब देखना कौन हे कमजोर ताकतवर या हे वो समझदार…..
किस दिशा से कौन व्यक्ति खोल रहा जीवन का पावन द्वार।

क्या ताकतवरता है जो बस शक्ति में दिखावटी है,
या समझदारी है जो अनुभव से प्रगट होती है।

क्या कमजोरी है जो दिल की बातों को छुपाती है,
या समझदारी है जो सच्चाई को उजागर कराती है।

ताकतवर व्यक्ति हो सकता है शक्ति से परिपूर्ण,
लेकिन समझदार व्यक्ति होता है अनुभवों से भरपूर।

कमजोर व्यक्ति शायद दिखे छोटा और निर्बल,
लेकिन समझदार व्यक्ति होता है ज्ञान से सम्पन्न।

हमेशा यह न सोचो कि शक्ति ही सबकुछ है,
क्योंकि समझदारी है वह ज्योति जो जीवन को आलोकित करती है।

जीवन के पावन द्वार को खोले वो व्यक्ति है समझदार,
जो ज्ञान और सच्चाई के मार्ग पर चलता है सारे विचार।

इश्क़ की बात

फिलहाल ए दिल तू
इश्क़ की बात ना कर
मै तो बर्बाद हूं पहले से
अब और मुझे
तू बर्बाद ना कर

बेफिजूल की चर्चा है ये इश्क़
इस पर बेशकीमती शब्दों को
बर्बाद ना कर

बेमतलब , बेवजह
किसी के ख्यालों में डूबकर
अब वक़्त को तो
तू बर्बाद ना कर

छोड़ बैठ जा बस
इश्क़ एक रोग है
लाइलाज
दिल ओर दिमाग का
अजब सा संजोग है

इस इश्क़ पर
तू अपना पंचभूत
शरीर बर्बाद ना कर …….

इश्क़ की बात ना कर
इश्क़

फिलहाल ए दिल तू, इश्क़ की बात ना कर

मेरे दिल की धड़कनों को तू ना छीन,
मैंने तुझे प्यार किया था, ये जाने ना तू,
अब क्या कहूँ, कैसे समझाऊं तुझे,
मेरी आँखों में आँसूओं को तू ना भरे।

जो बीत गया है, वो बीता हुआ है,
अब तो अपने आप को संभालना है,
मैं जी रहा हूँ अकेलापन के साथ,
तू मेरे दर्द को और गहरा ना कर।

हर रात तेरी यादों में रोता हूँ,
क्या करूँ, कैसे सहूँ, समझता हूँ,
तेरे जाने के बाद भी, ये दिल तेरी ही है,
पर अब तू इसे और दर्द ना कर।

फिलहाल ए दिल तू, इश्क की बात ना कर,
मैं तो बर्बाद हूँ पहले से, अब और मुझे,
तू बर्बाद ना कर।