Posts tagged kavita hindi mei

एक जवाब दु

जिंदगी को एक जवाब दु ??
चलो छोड़ो उसे मै क्यों ना एक ख्वाब की तरह छोड़ दू।

जिंदगी को एक जवाब दूंगा,
मैं उसे ख्वाब की तरह छोड़ दूंगा।
जहां खुशियों की बहार होगी,
और गमों का कोई असर न होगा।

चलो छोड़ो उसे, जो दर्द दे रही है,
एक नई पलकों में नया सवेरा छोड़ दूंगा।
ख्वाबों की उड़ान भरी होगी,
मन को रंगीन और स्वप्नों को मैं फिर से पूरा छोड़ दूंगा।

जिंदगी का सफर है ये, जाने अनजाने,
मैं उसे एक आगामी संगीन रचा दूंगा।
हर एक अध्याय में नयी कहानी छोड़ जाऊंगा,
दिल के हर रास्ते पर खुशियों का ठिकाना छोड़ दूंगा।

जिंदगी को एक जवाब दूंगा,
ख्वाबों की उड़ान में उसे छोड़ दूंगा।
आगे की राह पर नए रंग बिखेरूंगा,
और जीवन के साथी खुशियों का त्योहार मनाऊंगा।

एक जवाब दु
एक जवाब दु

चुराना कैद करना

चुराना कैद करना भी अच्छा उम्र के खूबसूरत लम्हे….
मौक़ा मिलते ही करना यह चोरी , वक़्त की क़सम है तुम्हें ।
वक़्त की बुनियाद में हमेशा बदलने
की फ़ितरत…
वक़्त आएगा जब क़ैद कर पायेंगे अच्छे लम्हे पूरी होगी सब हसरत ।

वक़्त की बुनियाद में हमेशा बदलने
की फ़ितरत, यह सच्चाई है कभी ना बदलने।

मौक़ा आया, जब तुमने बदली मन्ज़िलें,
चोरी की ये ख़्वाहिश, थी तुम्हारी जिद्दीयों की वजह से।
प्रतिबंधित थे तुम पहले, ये खेल खेलने से,
लेकिन वक़्त की अंधीरी रातों में तुम देखे नए सवेरे।

चुराना कैद करना, तुम्हारी कहानी की एक अहम हिस्सा है।
वक़्त की मशक़्क़त में तुम फिर भी खोये बच्चों की तरह खिले।
ज़िंदगी के रंगों में तुम ने चोरी की मिठास छिपाई,
पर तुम्हारी आँखों में वो चमक सदियों तक सजी रही।

वक़्त की अदला-बदली ने खींची तुम्हें आगे,
चोरी की ताक़त ने बनाया तुम्हें अमर इतिहास।
तुम्हारी क़िस्मत के निर्माता बदलते रहे,
पर तुम्हारी ताक़त के नाम सदैव प्रमुदित रहे।

चुराना कैद करना भी अच्छा उम्र के खूबसूरत लम्हे।
तुमने सिखाया हमें, चंगुल से नहीं जीना है।
ज़िंदगी के किसी भी दौर में, हो जाए जो भी था,
हमेशा चोरी से नहीं, अपने दिल की सुनना है।

सुखद सम्भावना

जीवन में जीने की सुखद सम्भावना खोजना ही परम जीवन ……
विसंगति मुक्त शक्ति से पूर्ण जीना ही जीवन का सर्वोत्तम गुन ।
जीवन में न ही किसी को दबाना न ही स्वयं किसी से दबना……
सबके विस्तार में बनना सहायक, इस ख़ुशियाली का मेरा सपना ।

जीवन की खोज में हम चले थे,
सुखद सम्भावना की खोज में हम थे।
परम जीवन की ओर, हम रहे थे ध्यानित,
विसंगति मुक्त, शक्ति से पूर्ण जीवन की प्रार्थना।

हमने जीवन का अर्थ ढूंढ़ा,
संघर्षों से आगे बढ़ा।
दबाव से मुक्त, स्वतंत्रता की आस थी,
न किसी को दबाना, न ही स्वयं किसी से दबना।

खोजते रहे हम सत्य की ओर,
विचारों में रहे संतुलित और।
जीवन के सफर में, आगे बढ़ते रहे,
अध्ययन करते रहे, अनुभवों से प्राप्त करते रहे।

जीवन एक अनंत गंगा है,
जो हर दिन चलती रहती है।
प्रेम, सम्मान, और सहयोग से,
हम इस गंगा को शुद्धता से भरते रहते हैं।

जीवन की प्रकृति में, सुंदरता है छिपी,
स्वयं को खोजने का अवसर है यही।
जीने का संगीत, संघर्षों में भी है,
हर एक पल को, खुशियों से भरते रहते हैं।

जीवन का सर्वोत्तम गुण है स्वतंत्रता,
खुश रहना है संघर्षों के बीच।
जीवन की सुखद सम्भावना खोजना ही परम जीवन,
विसंगति मुक्त, शक्ति से पूर्ण जीना ही जीवन का सर्वोत्तम गुण।

प्रकृति मदद कर रही सबकी भरपूर कर रही विस्तार…..
सहायक बने उसके कार्य में ये सबसे सुखद समाचार ।
देखे बड़े से बड़ा सपना अपने विस्तार का….
सब हो जाएगा पूरा सपना जीवन जिये प्यार का ।
सब यही रह जाएगा यहाँ सब कुछ उधार का।
समझ समझ का फ़रका हे, यह प्रश्न उत्तर आपके वजूद आपके आधार का।

प्रेरणा जीवन

प्रेरणा जीवन की खूबसूरत रीत, जैसे पीधे को पानी की ज़रूरत…
देते रहे उसकी बढ़ती रहेगी ताक़त ।
ख़ुद को अच्छे विचारों का देते रहे पानी..
किरदार मज़बूत और ज़िंदगी सुहानी ।

हम सब एक दूसरे से होते प्रेरित….
प्रेरणा जीवन की खूबसूरत रीत ।
भीतर ख़ुशियों का लगाते रहे पानी …
कहानी ये है ज़िंदगी की ज़ुबानी ।

हम सब एक दूसरे से होते प्रेरित,
प्रेरणा जीवन की खूबसूरत रीत।
भीतर ख़ुशियों का लगाते रहे पानी…

जीवन एक आद्यांतर यात्रा है,
जहां हम सब मिलकर अपनी दिशा ढ़ूंढ़ते हैं।
प्रेरणा की किरणों से जीने का आदान,
संगीत की तरह मधुरता से भरे जीवन का वर्णन।

एक दूसरे की संवेदनाओं को समझें,
उनमें भावों की ताकत को पहचानें।
हर क्षण अद्वितीय, अनूठा और महत्वपूर्ण,
जीवन को गहराई से महसूस करें सभी लोग।

प्रेरणा की लहरों से ऊंची उड़ानें भरें,
सपनों की उड़ान को संगीत से सजाएं।
आपसी सहयोग और प्रेम के संग,
ख़ुद को और दूसरों को बनाएं ख़ुशियों का रंग।

जीवन का रंगमंच है ये संसार,
हर अदा, हर रंग से सजा हर प्यार।
हम सब में छुपी है वह अनंत शक्ति,
जो जगाए रौशनी, और देती है सबको साथी।

प्रेरणा के प्रकाश में हम सब रोशन हों,
अपनी कार्य-रणनीति को बनाएं मजबूत।
जीवन के सफ़र में आपसी सहयोग से,
हम सब बनाएं यह दुनिया सुंदर और मनोहार।

हम सब एक दूसरे से होते प्रेरित,
प्रेरणा जीवन की खूबसूरत रीत।
भीतर ख़ुशियों का लगाते रहे पानी…
यही हो हमारी जीवन की सुंदरता की पहचानी।

जन्म निश्चित है

जन्म निश्चित है……
नियम ये सुनिश्चित है ।
मरण सुनिश्चित हे….
ये सत्य सर्वविदित है ।

हमारे कर्म व्यवहार हो समदर्शी…..
तो सब मिलेगा फिर सहर्ष ही ।
समदर्शी एक कठिन साधना….
कितनी सत्य से निकटता ये जानना ।

मैं के भी उतार जाते कपड़े…..
सत्य की डोर चलो तुम पकड़े ।
जन्म निश्चिंत….
कर्म कर सकते विकसित ।
मरण सुनिश्चित…..
करे तैयारी हो दीक्षित ।

निश्चित वचन

जीवन का निश्चित वचन हे ……
वो यह की यहाँ कुछ भी नहीं निश्चित ।
जीवन रहस्य का आकाश हे….
अपने भीतर लिए अनंत संभावना ।

जीवन अवसर संभावना,
जीवन में प्रतिज्ञा बदलाव एक बाज़ी।

यह जीवन वास्तविकता का मन्त्र है,
प्रतिबिंबित करता है अमरता का चित्र।

हर दिन, हर पल नया अवसर है,
अपने सपनों को पूरा करने का जीवन का त्याग है।

चुनौतियों से नहीं डरना है,
उन्हें स्वीकार करना है और आगे बढ़ना है।

जीवन एक खेल है, एक सफ़र है,
हर दिन सीखते रहना है, और अपने अंदर का शक्ति का परिचय करना है।

तो चलो, जीवन के इस सफ़र में उड़ान भरें,
ख्वाबों को पकड़ें और मधुर यादें बनाएं।

जीवन अनंत संभावनाओं से भरा हुआ है,
हमें बस यह देखना है और अपनी प्रतिज्ञाओं को पूरा करना है।

जीवन अवसर संभावना, जीवन का निश्चित वचन
जीवन में प्रतिज्ञा बदलाव एक बाज़ी ।
जीवन मित्र…..
रहसमाई चरित्र ।
जीवन धन्यवाद …..
नहीं इसमें वाद विवाद ।

समय का अंधेरा

समय का वो अंधेरा तला
जिसके अंदर तू बैठा छिपा

आ बाहर आज तू फिेर से कर
चहल पहल
कुछ तो कर
ना बैठ यू तू

क्यों तू है सहमा सहमा
क्यों है तू बैठा यू
समय के उस अंधेरे तले में
ना छुपकर यू बैठ तू

आ बाहर कुछ फुसफुसाहट करे
आ चल उठ कुछ बात करे

थोड़ा सा साथ चले
थोड़ी सी कुछ शरारत, गुदगुदाहट करे
आपस में कुछ और की बात करे
चल उठ खड़ा हो कुछ दूरी ,

कुछ फासले हम तय करे
जो मंजिल राह देख रही है तेरी,

उस मंजिल की और आ आज साथ हम चले
कुछ दूरियां कुछ फासले तय करे हम
हो जाने दे कुछ हरकत , हो जाने दे जो होना है

जिंदगी जी लेने से पहले
काहे अंधेरे तले में
हम छिपकर मरे
बाहर आ रोशनी में ,

देख चकाचोंध रोशनी सूरज की ,
यह सूरज कैसे खुद जल कर
दुनिया को रोशन करे

चल उठ खड़ा हो
कुछ दूरी कुछ फासले हम तय करे

तू काहे समय के अंधेरे तले में
जी लेने से पहले क्यों तू मरे

समय का अंधेरा तला
समय का अंधेरा तला

चंद्रयान 3

चंद्रयान 3 की सफलता पर एक छोटी सी कविता लिखी थी जिसको आज मैं यहाँ सांझा कर रहा हूँ आप सभी के साथ उम्मीद आपको यह कविता पसंद आएगी।

हम आज चाँद पर अपना तिरंगा लहरा रहे है, विजय रथ है इस देश का जो हम गगन में भी घूमा रहे है, इस विजय रथ पर सवार हमारा भारत देश है,

हम सबको यही बता रहे है, आसमान की हर राह को आसान बना दिया है, भीतर जो सपने उमड़ रहे थे, उनको पूरा कर अब जमीन पर ला दिया है। हर बार हारे ये भी संभव नहीं है जितना भी क्योंकि हमारा हक है।

कुछ दूर नहीं है, हर राह आसान बन जाती है,जब इंसान की चाह बड़ी हो जाती है,

हम भी आज पहुच गए है चाँद पर, पा ली है हमने भी मंजिल,

कर लिया दर्ज अपना भी नाम इतिहास के पन्नों में ,

हम तो गए हुए है चाँद पर कई बार लेकिन इस सदी को भी कर दिखाया मशीनी युग वाला भी काम, हमारा ओर चाँद का रिश्ता तो बहुत पुराना है ,

जो कहते थे हमे ये देश तो बीन बजाने वाला है,

अब वही कहेंगे ये देश है, जो हमे चाँद , सूरज , शुक्र आदि ग्रहों की सैर करने वाला है , हम ही वो जब हर असंभव कार्य को संभव कर देते है, जहां चुनौती बड़ी हो उसीको अपनी मंजिल चुन कदम पहला रखते है, विश्व का गौरव है हम , विश्व को राह दिखने वाला हम ही दमखम रखते है, बहुत बेहतरीन गीत याद आता है यहाँ पर जब शून्य दिया भारत ने तब गिनना शुरू कराया सबको।

चंद्रयान 3 की सफलता के लिए आप सभी को शुभकामनाए

ख्वाबों की तरह

तुम मेरे ख्वाबों की तरह ही हो, कभी भी तुम आ जाती हो कभी भी चली जाती हो , ना जाने क्या समझ लिया है तुमने मेरे दिल कभी हरा भरा तो कभी बेजान कर चली जाती हो, बड़ी उलफ़त है इस दिल के साथ ये भी बहुत धोखा देता है, कभी तुम्हें अपना लेता है कभी छोड़ देता है।

तुम मेरे ख्वाबों की तरह ही हो,
जगमगाते हो मेरे हर अंधकार को।
कभी भी तुम आ जाती हो, सपनों की रानी,
कभी भी चली जाती हो, छोड़ के मेरे अभिमानी।

ना जाने क्या समझ लिया है, ये दिल का हाल,
तुम्हारी मुस्कान के जादू में, खो जाता हूँ पूरा।
तुम मेरे सपनों की रौशनी, मेरे अंदर की आग,
मेरी रूह को संवारती हो, तुम मेरी ज़िंदगी की आधारशिला और आवाज़ हो।

तुमसे मिलने की आस में, रातें बीताता हूँ,
तुम्हारी ख्वाहिशों के समुन्द्र में, खुद को भिगोता हूँ।
तुम मेरे ख्वाबों की तरह ही हो, अद्वितीय और अनमोल,
मेरी रूह को सुरीला बनाती हो, तुम मेरे जीवन की रागिनी और मंत्रवादिनी हो।

वक्त बेवक्त

वो वक्त बेवक्त सताते है
कभी दिल में आते है
कभी दिमाग में आते है
कभी आंखो से टप टप बह जाते है
तो कभी धड़कनों धड़क जाते है
कभी आवाज को नरम
तो कभी भारी कर जाते है
कभी नींद तोड़ देते है
तो कभी सोने ही नहीं देते है
कभी इस दिल का डर
तो कभी मन की वेदना को बढ़ाते है
अब थोड़ा
मुश्किल है , नामुमकिन है
क्युकी
वो अब खुश है
लेकिन हम नाखुश
क्युकी वो हर ख्याल में
अब भी हमको सताते है
मेरे ख्यालों की खुशी छीन जाते है
वो वक़्त , बेवक्त हमें सताते है।

वक्त बेवक्त
वक्त बेवक्त